"अवामी" टैग से संबंधित शब्द
"अवामी" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
छँटैल
ख़राब बची हुई चीज़ जिस में अच्छा हिस्सा निकाल लिया गया हो, छाँटा या चुना हुआ
झँवाना
झांवे से रकड़ कर पांव साफ़ करना
साँसा
जीवन। जिंदगी। जैसे-जब तक साँसा, तब तक आशा। पुं० [सं० संशय] १. संदेह। शक। उदा०-सतगुर मिलिया साँसा भाग्या, सैन बताई साँची।-मीराँ। २. भय। डर। पुं० साँसत। जैसे-मेरी जान तभी से साँसे में पड़ी है। वि० साँचा (सच्चा)।
अंगना
घर के भीतर का खुला स्थान जो ऊपर से छाया न हो, सेहन, आँगन, परिसर, प्रांगण
अटकल-बाज़
आगणक, संभावनाओं का पता लगाने वाला, ताड़ने वाला
अड़ंग बड़ंग होना
जगह से हट जाना, तितर-बितर हो जाना
अधौड़ी अस्तर तानना
(अवाम) ख़ूब खाना, इतना खाना कि पेट तन जाए
अनयाँ-ख़नयाँ
इमकी ढमकी, बेहैसियत या नाक़ाबिल एतबार औरत (औरतें)
अपना हगा उठाना
(देहाती) अपने किए को भुगतना और झेलना
अफल
(कार्य या प्रयत्न) जिसका कोई फल या परिणाम न हो, निष्फल, पु० झाऊ का वृक्ष
अबदा-अबद
हमेशा हमेशा, क़यामत तक, सदैव
अम्न-चैन
वैयक्तिक जीवन में सुख-शांति, शांति-सुकून की स्थिति, बेफ़िकरी, सुख-चैन
'अर्ज़ी ठोकना
(अवामी) अर्ज़ी देना, मुक़दमा लड़ना, दावा करना
अरामिल
‘अर्मलः’ का बहु., विधवा स्त्रियाँ, बिना स्त्रियों के पुरुष, बिना पुरुष की स्त्रियाँ, रंडवे (मर्द), बेवा (औरतें)
अल्लाह की हज़ार बातें हैं
ईश्वर जाने क्या परिणाम हो, क्या संकट आ जाए (किसी दुर्घटना या विपत्ति होने के अवसर पर प्रयुक्त)
'अली-धत
(अवामी) बहुत ऊँचा, विशाल, महाकाय, बहुत बड़ा
अहाली-मवाली
मित्रगण, साथी, आश्रित जन, यार दोस्त, नौकर चाकर, सेवक
'आक़िर
बाँझ (पुरुष या महिला), वह पुरुष या महिला जिसके बच्चे पैदा न हों
आँखें चढ़ाना
नशे, पीड़ा या क्रोध आदि में त्यौरी चढ़ाना, ऊपर के पपोटों और पुतलियों को ऊपर की ओर उठा लेना
आँखों ख़ाक
चश्म-ए-बद दूर, ख़ुदा बुरी नज़र से बचाए
आँखों पर झप्पाँ पड़ना
बेसुधपन के कारण रोगी की आँखें न खुलना, पलकें लटक जाना
आँखों में ख़ाक भी न डालूँ
(अवामी) कुछ भी न दूँगा (कुछ देने से इनकार में अतिशयोक्ति के लिए प्रयुक्त)
आँचल कतरना
एक टोटका है (स्त्रीयों का विचार है कि अगर बाँझ स्त्री बच्चे वाली स्त्री के आँचल का टुकड़ा फाड़ डाले और जला के खा जाये तो ये संतान वाली हो जाये और संतान वाली की संतान मर जाये)
आँचल देना
(स्त्री) बच्चे को दूध पिलाना
आँचल दाबना
बच्चे का छाती मुँह में लेना
आँचल पकाना
स्त्री के स्तन के सिरे को घायल कर देना
आँचल पड़ना
स्त्रियों का विचार है कि यदि कोख की बीमारी वाली स्त्रि अपना आंचल टोटके के रुप में किसी बच्चे पर डाल दे तो वो बच्चा और उस की माँ किसी बला या बीमारी में फंस जाते हैं, छूत वाली बीमारी के लिए भी कहा जाता है कि आंचल पड़ जाने से लग जाती है
आँचल फाड़ना
(अवामी) एक टोटका है (औरतों का ख़याल है कि अगर बाँझ औरत बच्चे वाली औरत के आँचल का टुकड़ा फाड़ डाले और जला के खा जाए तो ये संतान वली हो जाए, और बच्चे वाली की औलाद मर जाए)
आँचल लेना
आदर-सत्कार में अतिथि स्त्री के दुपट्टे का किनारा छूना, आदर के साथ स्वागत करना
आत्मा की आँच
(अवाम की भाषा) माँ की मुहब्बत, मम्ता
आप ज़िंदम जहान ज़िंदम
(अवामी) लोग अपने फ़ायदे या आराम को दूसरों के फ़ायदे या आराम से ऊपर रखते हैं (स्वार्थी व्यक्ति के बारे में प्रयुक्त)
आप हारे बहू को मारे
जुए में पैसा हार आए और आकर पत्नी को मारते हैं
आबरू-बाख़्ता
बाज़ारी, अपमानित, लज्जित, असम्मानित, बे-हैसियत, ज़लील
'आरिज़ा
(कदाचि) बाधा, रोक-टोक, हस्तक्षेप
आवाज़े आना
लांछन लगाना, फबती कसना, बोली ठोली सुनाना, छेड़ख़ानी करना
आसमानी पिलाना
भंग या ताड़ी पिलाना, नशा पिलाना
आसीमा
घबराया हुआ, परेशान, आश्चर्यचकित, घूमने या चक्कर लगाने वाला अथवा व्याकुल (सामान्यतः समास में प्रयुक्त जैसे: आसीमा-दिमाग़, आसीमा-सर इत्यादि
इंकिसारी
(अवाम) अतिविनम्रता, विनयशीलता, ख़ाकसारी
इल्मिल-टिल्मिल
ज़रूरी काम छोड़ना (औरतों की दिनचर्या का)
'इस्मत पर हाथ डालना
(औरत की) सम्मान पर हमला करना, अपमानित करना, बलात्कार करना, इज़्ज़त पर हमला करना
ईंट उलटना
(महिला) परंपरागत रूप से, दुश्मन को मारने के इरादे से मस्जिद में ईंटें उलटी करके रख देना (अनपढ़ महिलाओं का टोटका)
उँगलियाँ चमकाना
(महिलाओं, स्त्रियां या जोकरों का एक-दूसरे से लड़ते समय घमंड और डींगें हांकने आदि से ) हाथ उठाकर अंगुलियों को इधर-उधर घुमाना
उजड़ा
बर्बाद, वीरान, बदहाल, बुरे हलीए में, परेशान
उधाल
बदचलन, आवारा (औरत), दाश्ता
'उम्र बराबर की लिखा लाना
(ओ) दो हमउमर आदमीयों के एक साथ मर जाने के मौक़ा पर बोलते हैं, मौत-ओ-हयात में साथ देने वाला होना
उस्तादा
उस्ताद का स्त्रीलिंग, अल्लामा (औरत)
उहरी की दुहरी करना
(औरत) अभद्र भाषा का प्रयोग करना, उलटी सीधी बात करना, वाद-विवाद करना
ओढ़नी बदलना
(स्त्री) किसी महिला को दूसरी महिला को बहन या दोस्त बनाना
कूक
कोइल, मोर और फ़ाख़ता वग़ैरा की आवाज़
ककड़ी खीरा करना
हक़ीर समझना, ज़लील करना, कमतर ख़्याल करना
कंगाल-बाँका
गरीब लेकिन गौरवान्वित, प्रफुल्लित दरिद्र
कच्चे-दिन
गर्भावस्था के शुरुआती महीने, जब गर्भपात का खतरा ज़्यादा होता है, जो आठ महीने तक होता है, कच्चे दिनों में बहू को गाड़ी में नहीं बैठने दूंगी, गर्भावस्था के दिन
कच्चे-पक्के-दिन
गर्भ के चौथे पाँचवें महीना तक का समय जिसमें गर्भवती को बड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है
कच्चे-बच्चे
छोटे-छोटे बाल-बच्चे, कम अवस्था के बच्चे, छोटे-छोटे बच्चे, बाल-बच्चे
कच्चा खा जाना
ब्रहमी के बाइस-ए-नुक़सान पहुंचाना , सख़्त अज़ीयत पहुंचाना , कच्चा चबा जाना (धमकी के तौर पर मुस्तामल
कच्चा जाना
गर्भपात होना, अधूरा बच्चा पैदा होना
कच्चा पक्का करना
किसी बात पर कुछ-कुछ राज़ी कर लेना, मुआमला पक्का करना
कच-पेच
(औरत की भषा) एक प्रकार का हाथों का कड़ा
कचरघान
अनेक प्रकार की छोटी-छोटी वस्तुओं का ढेर।
कुचलना
कुचला जाना, मसला जाना, रगड़ा जाना, रौंदा जाना, बहुत मारना-पीटना, बार-बार आघात करना, कूट कर मुलायम या कण-कण करना, पीसना, दमन करना, पैरों से रौंदना
कचहरी चढ़ना
अदालत या न्यायाधीश के पास मुक़द्दमा ले जाना, शिकायत दर्ज करना, मुक़द्दमा बाज़ी
कुछ का कुछ
मूल के बिल्कुल विपरीत या उलटा, आशा या अनुमान के विरुद्ध, प्रतिकूल, पहले से अलग
कुछ-ऊपर
(अविर) क़दर-ए-ज़्यादा, कुछ ज़्यादा (किसी अदद के साथ मुस्तामल)
कट्टर
अपनी ज़िद पर जमने वाला, अड़ियल, ज़िद्दी, हिंसक, सख़्त, संगदिल, बेरहम, बेमुरव्वत
कट्टर
अपनी ज़िद पर जमने वाला, अड़ियल, ज़िद्दी, हिंसक, सख़्त, संगदिल, बेरहम, बेमुरव्वत
कटना
(ज़ेवर) ज़ेवर में जाली काटने का आहनी क़लम
कट-मस्ती
दुष्ट, अधम, दुराचारी, दुष्टाचारी (स्त्री), मस्तानी
कटारा
(ओ) बहुत हुसैन ख़ोबुरो माशूक़
कटावन पड़ना
(अविर) असामाल में आते ही छुरी बन जाना, (इस्तिमाल करने वाले के हक़ में) कटने लगना
कड़क्को
(क्रिड़ा) एक खेल जिसमें चार या आठ ख़ाने बना कर खेलते हैं (खिलाड़ी इसके पहले ख़ाने में पत्थर का टुकड़ा या गत्ता आदि डालता है और फिर उचक कर एक टाँग से खड़ा हो कर उसे पैर मार कर ख़ाने के बाहर लाता है अगर गत्ता ख़ाने की लकीर पर टिक जाए तो खिलाड़ी की हार मानी जाती है, इस गत्ते को दक्षिण में बिल्ला और सुमाली हिंद में रानी कहते हैं), बच्चों एवं लड़कों का एक खेल जिसे 'सात समुंदर' भी कहते हैं (लखनऊ में इसी प्रकार के एक खेल को इक्कल-दुक्कल, कुड़क्कु माई कहते हैं)
कुड़कना
कड़कड़ की ध्वनि होना, गड़गड़ाना
कड़वा-ज़हर
बहुत कड़वा, ज़हर के समान कड़वा, केवल कड़वा
कड़वा-नीम
नीम का पौधा जो स्वाद में बेहद कड़वा होता है, और बड़ी उम्र का होता है, बच्चे तेरी उम्र कड़वे नीम से बड़ी हो
कूड़ी
तालाब का वह पक्का निकास जिससे उसका फालतू पानी बाहर निकल जाता है
कुढ़न
कष्ट, विपत्ति आदि के कारण मन में होने वाला सन्ताप, कुढ़ने की क्रिया या भाव, रंज, मन में होने वाला दुख, खीज, चिढ़, कष्ट के समय होने वाला संताप
कुढ़ापा
अप्रसन्नता, नाराज़गी, रंज, शोक
कुत्ते का कफ़न
(हक़्क़ा रन) झुरझुरा मोटा सूती कपड़ा , तार तिरंगा कपड़ा , झूना
कुत्तों के पास जाना
(अविर) बुरा फे़अल करना , बुरे आदमी के पास जाना
कतरवाँ
काटा हुआ, कतरा हुआ, सफ़ाई से कतरी हुई, जो कतरकर या काटकर बनाया गया हो
कतरवाँ-चाल
टेढ़ी चाल, तिरछी रफ़्तार , ख़िराम-ए-नाज़, लहराके चलना
कंदूरी
खाना खाने का कपड़ा, दस्तरखान । ।
क़ैदी-वान
(अवामी) पाबंद, बंदी, बाध्य
कन्कटी
एक रोग जिसमें कान का पिछला भाग कट जाता है
कन्नास
झाड़ देनेवाला, भंगी, जल्लाद
कपड़ा लेना
हाइज़ा औरत का सीलान ख़ून की रुकावट के लिए कपड़ा बाँधना
कुप्पा खाना
धोके में आना, फ़रेब खाना , (ओ) किसी से जमा करा लेना
कफ़न को लगे
(कोसना बतौर-ए-क़सम) कुछ भी गिरह में नहीं है, अगर होतो में मर जाऊं और मेरे कफ़न दफ़न में काम आए
क़ब्र से पीठ लग जाना
(ओ) रूह को इतमीनान नसीब होना, इतमीनान से मर सकता
कभी-कभार
किसी औसर पर, यदा-कदा, कभी-कभी, एकाध-बार, भूले-भटके, किसी रोज़
कमर पटरा हो जाना
कमर तख़्ता हो जाना, कमर अकड़ जाना
कमा लेना
۔۱۔दब्बाग़त कर लेना। चमड़े को ख़ूब मलूल कर मुलाइम और दरुस्त कर लेना। २।किसी पेशा या काम से रुपया पैदा कर लेना। नजासत साफ़ करदेना। ३।(ओ) कमज़ोर करदेना। इस को बीमारी ने कमा लिया
कमाना धमाना
रुपया पैसा या रोज़गार उत्पन्न करना, कमाने के लिए व्यापार करना
क्या चलाई
क्या कहना है, क्या बात है, क्या सुंदर कहा है
क्या धरा है
۔(ओ) मुज़क्कर करतूत। अफ़आल। सब उन हज़रात ही का क्या धरा है
क्या नंगी नहाए क्या निचोड़े
निर्धन के पास क्या धरा है, दरिद्र आदमी क्या देगा क्या दिलाएगा
क्या मछलियाँ सड़ी जाती हैं
मेरी मछलियाँ सड़ नहीं जाएँगी जो जल्दी करूँ, मुझे कोई जल्दी नहीं, विशेषतः जब कोई लड़की के विवाह में जल्दी करे तो कहते हैं
क्यों सेर
किस भाव पर है, कितने सेर है
कुरेद
छानबीन, तलाश, कुरेदने की क्रिया या भाव, किसी के मन में होने वाली खलबली या उत्कट जिज्ञासा को जानने की उत्सुकता
कुरेद कुरेद कर पूछना
खोद-खोद कर पूछना, हर पहलू से पूछताछ करना
करम
'इनायत अर्थात उपकार, मेहरबानी, मुरव्वत
करम फूटना
बदनसीब या अभागा होना, भाग्य का साथ न देना, भाग्य मंद होना, भाग्य बुरा होना, क़िस्मत खोटी होना
कुरेलना
कुरेदना, खोद डालना, अस्त-व्यस्त कर देना
कराहियत
घृणा, घिन, नफ़रत, अरुचि, उदासीनता
करीमा
(स्त्रीवाची) बड़ी, मेहरबान, मुक्तहस्त, दानी
कल कल तोड़ देना
जोड़ जोड़ हिला देना, प्रत्येक भाग या अंग को ढीला या बेकार कर देना
कल को
आने वाला समय, कल कलाँ को, कल, फिर, आने वाले समय में
कल से बैठना
चैन से बैठना, आराम से बैठना, अम्न चैन से बैठना
कलंकन
बदनाम, अपमानित, लांछित, दोषपूर्ण, व्याभिचार, पांसुली (औरत)
कलेजे में तीर लगाना
۔ (ओ) (कनाएन) दिल्ली सदमा पोनहचाना
कलेजे में पंखे लग गए
۔(ओ) कमाल बेकरारी की जगह। ये ख़बर सुनते ही इस के कलेजे में पंखे लग गए सांस उलट गई
कलेजा उछलना
दिल धड़कना, अति प्रसन्न होना, ख़ुशी के मारे बेताब हो जाना
कलेजा खुरचना
۔ (ओ) कनाएन। ख़ूब भूक लगना।अशतहए सादिक़ होना।
कलेजा छन जाना
۔(ओ) (कनाएन) नागवार होना तान वतशनीअबका ।
कलेजा छलनी हो जाना
۔(ओ) (कनाएन) तान-ओ-तशनीअ से तंग आजाना।
कलेजा जलाना
۔मुतअद्दी। (ओ) १।दिल जलाना। आज़ुर्दा करना।
२। (कनाएन) (अम) ज़्यादा हुक़्क़ा पीना। ३।लाज़िम। आज़ुर्दा होना। ४।मुतअद्दी। कलेजे पर किसी गर्म चीज़ का असर करना।
कलेजा टोक टोक होना
सख़्त सदमा पहुंचाना, दिल-ए-बेताब या टुकड़े टुकड़े होना, सब्र की ताक़त ना रहना
कलेजा ठंडा रहे
۔(ओ) दुआ। ख़ुश रहो। आराम से रहो
कलेजा थरथराना
۔ सर्दी से या ख़ौफ़-ओ-वहशत से कलेजा टोॗटा जाता है। (हिंदू।ओ) कलेजा बैठा जाता है। भूक के मारे बुरा हाल हुआ जाता है। भूक के मारे कलेजा टूटा जाता है।
कलेजा पकड़ लेना
۔۱۔कलेजे पर हाथ रख लेना। सदमा या मुसीबत के वक़्त।
२।(ओ) छाती जकड़ देना। इस दिवाने तो कलेजा पकड़ लिया
कलेजा मसोस के रह जाना
सदमे को ख़ामोशी से बर्दाश्त कर ले जाना, कलेजा थाम कर रह जाना, कलेजा पकड़ कर रह जाना
कलेजा हिला देना
۔(ओ) डराकर रुहानी सदमा पोनहचादीने की जगह मुस्तामल है। ए ही तुम्हारी बातों ने तो मेरा कलेजा हिला दिया
कल्मूही
काले मुँह वाली, बदबख़्त, कम्बख़्त, मनहूस, बुरी औरत, कलंकित, लांछित
कलरन
कल्लर जाति की स्त्री जो प्रायः जोंक लगाने का काम करती है
कल्ले तले दबा लेना
(महिला) अपनी आवाज़ से दूसरे को बात न करने देना, दूसरे को शोर-ग़ुल मचा कर दबा लेना, अपनी आवाज़ के आगे दूसरे की न सुनना
कल्ले-वाली
वो औरत जिसका स्वर बहुत भारी हो, ज़बान चलाने वाली, गाली-गलौज बिकने वाली, शोर मचाने वाली
कल्ला करना
शोर करना, हो-हल्ला मचाना, झगड़ना
कल्ला जबड़ा
गाल, कपोल, प्रैकात्मक: चेहरा, हाव-भाव
कल्ला ताज़ा करना
(अविर) कुछ खाना पीना, ख़ुसूसन मुँह में पान का बीड़ा दबाना, पान खाना
कल्ला ताज़ा करना
(अविर) कुछ खाना पीना, ख़ुसूसन मुँह में पान का बीड़ा दबाना, पान खाना
कल्वल टलना
मुसीबत दूर होना, दुख दूर होना
कलाँ-कार
तजरबाकार, हुनरमंद , (अविर) मक्कार, अय्यार, चालाक
कलाम उठाना
कुरान उठाना, क़ुरान उठा कर क़सम खाना, क़ुरान की क़सम खाना
कलिमा भरना
किसी के नाम की रट लगाना, किसी को हर समय याद करते रहना, दम भरना, अंधभक्त होना
कव्वे खाए हैं
बड़ी उम्र का है, इस उम्र पर भी बाल स्याह हैं (अवाम का एतिक़ाद है कि को्वे खाने से उम्र बड़ी होती है और बाल स्याह रहते हैं
कवाब
कबाब एक भारतीय व्यंजन है। यह प्रायः मांसाहारी होता है जैसे गलौटी कबाब, किंतु कुछ लोग शाकाहारी भी बनाते हैं
कशीदा काढ़ना
सूई और धागे से बेल-बूटे बनाना, कशीदाकारी करना
कसर निकालना
बदला लेना, प्रतिशोध करना, इंतिक़ाम लेना
कसर बाक़ी न रखना
ज़रा कोताही ना करना, कमी ना करना
कुस्वाना
कोसने दिलवाना , बददुआ दिलवाना , बददुआ लेना
कूसा
(काशतकारी) हल का आहनी फल जो ज़मीन में नाली खोदता है
कसाना
आज़माईश के तौर पर बटेरों का आपस में लड़ाना
कहानी जोड़ना
झूटी बातें मिलाना, झूट सच का मिश्रण करना, क़िस्सा बनाना, मिथक गढ़ना
कहो दिन की सुने रात की
۔(ओ) सवाल के बरख़लाफ़जवाब देने वाले की निसबत मुस्तामल है
काकलूदी
(अविर) रुक : काकुलोती, मामता
काकलोद
मन में होने वाली किसी प्रकार की आकुलता या विकलता, काकलोत, मुहब्बत
काजल लगाना
आँखों में काजल की सलाई फेरना, सुरमा लगाना, काजल देना
क़ाज़ी का प्यादा
सरकारी सिपाही, कचहरी का सिपाही जो बीच बीच में हाकिम के सामने हाज़िर रहता है
काटी उँगली पर न मूतना
ज़रा भी हमदर्दी न करना, अत्यधिक आलसी या बेदर्द हो जाना
काता
(चरखे वग़ैरा पर) काता हुआ (स्वत), तराकीब में मुस्तामल
क़ादिरी
क़ादरिया संप्रदाय का अनुयायी, शेख़ अबदुलक़ादिर जीलानी के चलाए सिलसिले में मुरीद शख़्स, शेख़ अबदुलक़ादिर जीलानी से मंसूब कोई चीज़
कान छी जाना
कान के छिदे हुए सुराख़ बड़े होजाना , कान के सुराख़ का चर जाना
कान-गोशी
सज़ा के तौर पर कान ऐंठना, कान खींचना, सज़ा देना
काना-बाती
किसी के कान में चुपके से और धीरे से कही जाने वाली कोई बात, सरगोशी, कानाफूसी
काफ़िर्नी
वो स्त्री जो इस्लाम की अनुयायी ना हो, नकार दी गई स्त्री, जिसकी क़िस्मत ख़राब हो
क़ाबूची
(अवामी) स्वार्थी, स्वार्थ-साधक, खुदग़रज़
कामिन
छिपनेवाला, लुप्त होनेवाला।
काली-कलूटी
बहुत गहरी काली, बहुत काली औरत, चमकदार काली औरत
काँस में तैरना
۔(दिल्ली) १।धोका खाना। २।ग़ौर वफ़कर में महव रहना। ३।(ओ) जान जोखों में रहना
काहे-का
किस बात का, किस वजह से, किस ग़रज़ से, किस चीज़ के लिए, किस चीज़ का
किलकना
बच्चों या बंदरों आदि का प्रसन्न होने पर ज़ोर-ज़ोर से की-की शब्द करना, किलकारना, किलकारी मारना
किलकिलाना
खिलखिलाना, क़हक़हा मारना, ठहाका लगाना
किस के मान का है
किसी की नहीं मानता यानी किस के क़ाबू और इख़्तियार का नहीं
किस पूरे पर
किस तवक़्क़ो पर, किस भरोसे पर
क़िस्मत पर झाड़ू फिरे
(अविर) बुरे हालात से बेज़ार हो कर कहते हैं कि ऐसी ख़राब क़िस्मत, क्या बुरी क़िस्मत है, ऐसी क़िस्मत से भर पाए, रुक : झाड़ू फिरना
किसी के नाम का कुत्ता भी न पालना
(अवामी) किसी की शक्ल-सूरत से अप्रसन्न और घिरना होना, किसी की सूरत देखना को तैयार न होना
कीड़े पड़ें
(बददुआ) गले, सड़े बर्बाद हो, नाकारा हो जाये
कीड़े पड़ना
किसी चीज़ में सड़ जाने के कारण कीड़े पैदा हो जाना
कीड़े बहना
सिर में बहुतायत जुएँ पड़ना
कीड़े-पड़ी
(तिरस्कार से) ख़राब, गंदी, असभ्य (औरत)
कीड़ा
(कनाएन) किसी एक ही काम में मशग़ूल या किसी एक ही मुक़ाम या माहौल में रहने वाले के लिए मुस्तामल, किसी चीज़ में कीड़े की तरह लगे रहना
को बाँस को बाँस करना
۔(ओ) को्वे उड़ाना। को्वे उड़ाते फिरना। मारा मारा फिरना
कोई दिन याद करो गे
हमारी क़दर कुछ दिन बाद होगी, कुछ दिन अफ़सोस करोगे , असर कुछ रोज़ बाक़ी रहेगा
कोख आबाद रहे
(अविर) एक दुआ, औलाद ज़िंदा रहे
कोख पड़ना
(औरत की भाषा) गर्भवती होना
कोख माँग से ठंडी रहना
۔(ओ) दुआ सुहागन और साहिब औलाद रहना
कोख माँग से ठंडी रहो
(अविर) एक दुआ, साब-ए-औलाद और सुहागन रहो, औलाद और शौहर से ख़ुश-ओ-ख़ुर्रम रहो
कोख माँग से ठंडी होना
दुल्हन, सुहागन और बच्चों का होना
कोखें लग जाना
भूख से कोखों का अंदर धँस जाना, भूखा होना
कोठे-वालियाँ
रंडियाँ, कसबियाँ, वेश्याएँ
कोढ़न
रहस्य संप्रदाय में माया जो मन को शुद्ध नहीं होने देती
कोढ़ी
वह जो कोढ़ रोग से पीड़ित हो, वह जिसे कोढ़ हुआ हो, कोढ़ का मरीज़
कोल्हू से पेलना
बहुत कष्ट देना, अधिक दुख पहुँचाना
कोस कोस के खा जाना
۔ (ओ) (कनाएन) कोसने दे कर तबाह कर डालना।
कोसवाना पिटवाना
कोसने पीटने की कार्य कराना, रुलवाना, चीख़वाना, वावेला कराना, कोहराम डालना, रोना-पीटना कराना
कोसा-काटी
किसी को कोसने की क्रिया या भाव, शाप के रूप में दी जाने वाली गाली या बददुआ
कौन से ला'ल लगे हैं
क्या ख़ास बात है, क्या ख़ूबी है, कोई ख़ूबी नहीं
खँगालना
ढूँढ ढूँढ कर निकालना, छानबीन करना, अच्छी तरह अनुसंधान करना
खंजड़ी
एक प्रकार की लहरदार धारी जो रेशम के कपड़े में होती है
खुट्टी
मित्रता का अंत करते समय किया जाने वाला शब्द
खुटले
(हिंदू , अविर) कान के ऊपर के सूराख़ जो ज़ेवर के वास्ते औरतें छिदवाती हैं
खटिया निकलना
जनाज़ा निकलना या मृत्यु प्राप्त करना
खटिया सीना
बीमार पड़ना, वह बीमार चलने फिरने के योग्य न हो
खड़े पानी न पीना
ज़रा ना ठहरना, फ़ौरन चला जाना (निहायत नफ़रत या ख़फ़गी का इज़हार करना)
खड़े-तड़े
खड़े खड़े, ज़रा देर को, खड़े चढ़े
खड़ा करके दिखाना
बाज़ारी: कोई चीज़ मांगने के जवाब में अंगूठा खड़ा करके दिखाना, साफ़ इंकार करना, ऋण मांगने पर साफ़ मुकर जाना
खड़ा तरसना
बहुत लालसा करना, ललचाना, किसी चीज के होने प्रतीक्षा की कब वो होती है
खड़ी-चोट
फ़ौरन, तुरत, उसी वक़्त, खड़े खड़े, हाथ के हाते
ख़ुत्के से
(ओ) उमूमन औरतें अंगूठा दिखा कर इज़हार-ए-बेपर्वाई करती हैं, बला से, हमें क्या, कुछ पर्वा नहीं
खुत्ती
(अविर) ख़ज़ाना, दौलत, रूपियों की थैली
ख़तरे में न लाना
(अवामी) ख़ातिर में न लाना, हक़ीर समझना। कहा ना मानना। किसी अमर का ख़्याल ना करना। कुछ ना समझना। वक़ात ना जानना
खेती ख़सम सेती
खेती में ख़ुद मालिक को काम करना चाहिए, दूसरों पर छोड़ देने से कोई फ़ायदा नहीं होता, काम मालिक की तवज्जोह और उस की दिलचस्पी ही से अच्छी तरह होता है
खदबदाना
पकते या उबलते समय किसी तरल पदार्थ का खदबद शब्द या ध्वनि करना, उबलना या पकना, खौलना
ख़ुदा इस का सहरा दिखाए
(अविर) ख़ुदा करे इस का ब्याह हो, ख़ुदा उसको दूल्हा बना हुआ दिखाए
ख़ुदा का करना क्या हुआ
(आवामी) अचानक कोई बात होना
ख़ुदा का दिया सर पर
जब किसी बात पर अपना वश न हो और स्वीकार करना ही पड़े
ख़ुदा की सँवार
(अविर) नफ़ी का जवाब, अल्लाह की मार, फटकार
ख़ुदा देख के जामा क़ता' करता है
पति-पत्नि दोनों ही एक ही स्वभाव के हों तो कहते हैं (तथा किसी अवसर या परिस्थिती के लिए भी कहते हैं)
ख़ंदी
अनवश्यक हर समय हँसने वाली, हँसोड़ (औरत)
ख़ून दौड़ना
शरीर में रक्त का संचार करना, भावनाओं को महसूस करना, संवेदनशील होना
ख़ून पीना
पीठ पीछे बुरा-भला कहना, ग़ीबत करना
खुन्डे उस्तरे से सर मूँडना
अपमानित करना, रुस्वा करना, यातना देना
ख़ना बहकना
दिमाग़ चलना या अहंकार करना, इतराना, घमंड करना
खूब-खूबा
(अवाम की भाषा) बहुत अच्छे
ख़ैर-ख़बर पूछना
हाल-चाल पूछना, स्थिति के बारे में मालून करना
ख़र्चना
व्यय करना, ख़र्च करना, निवेश करना, ख़रचना, काम में लाना, उपयोग करना (वस्तु, आत्मा, शरीर)
खुर्पी
चमड़ा छीलने या काटने का आला
ख़ैर-बरकत
(स्त्री) बरकत, बढ़ती, वृद्धि, लाभ, कल्याण
ख़ैरात-दाख़िल
व्यर्थ व्यय, अनुचित, बेजा ख़र्च, मुफ़्त की तरह, दान जैसा
ख़राबी का दिहाड़ा
(ओ) तबाही का सामान, बर्बादी के लच्छन
ख़रीती
थैली, झोला, लिफ़ाफ़ा, सरकारी आदेशपत्र का लिफ़ाफ़ा
खेल खिलाना
दुख पहुँचाना, सताना, बहुत तंग करना, नाच नचाना या परेशान करना
खेल डालना
काम में ले आना, शर्मिंदा कर देना, झेंपाना
ख़ूलम्मद
(लोग) बेवक़ूफ़ आदमी, पागल आदमी
ख़ेला
अभद्र (स्त्री), बेढंगी औरत, मूर्ख, फूहड़, झगड़ालू, असभ्य, बदतमीज़
ख़ेला-पाइंचा
वो औरत जिसे अपनी सुध ना हो, फोबड़ औरत
ख़लीफ़ा
(ईश्वर का) नायब या सहायक अर्थात दूत
ख़्वान लगा लेना
۔(ओ) ख़वान में खाने या मिठाई के हिस्से रख लेना
ख़ुश-रहे
जिस की अपनाईयत पर नाज़ हो जब वो बेताल्लुक़ी और बेगानगी की रविष इख़तियार करता है तो इस के मुआमलात से बेपर्वाई ज़ाहिर करने के लिए तंज़ के तौर पर बोलते हैं
ख़सम-पेटी
ख़सम को रोने वाली, बेवा, रांड, एक किस्म की गाली
ख़सरा
पटवारी या लेखपाल का वह काग़ज़ जिसमें प्रत्येक खेत का क्षेत्रफल या नाप-जोख आदि लिखी रहती है
खा लेना
۔۱۔नोश करना। २।(हो के साथ) सैर करना। बाग़ की हुआ खाओ।३।मार लेना। इस ने मेरा रुपया खा लिया। ४।(ओ) मार डालना। खा जाना। में तो कोसते कोसते खा लूंगी।
५। (कनाएन) डंक मारना। डसना। काटना। मच्छ्াर और पुसू और खटमलों के लिए मुस्तामल है। मच्छ्াरों ने लिया। सा
खाई-खेली
चालाक, चतुर, भ्रष्टा, कुलटा, यौन विषय की अनुभवी (औरत) अय्याशी में माहिर, विलासिता में निपुण
ख़ाक में मिल जाए
एक कोसना यानी मर जाए, गड़ जाए तबाह-ओ-बर्बाद हो, किसी काम का ना रहे
खाक् सी
۔(ह) मुअन्नस। (ओ) वो मोटी मोटी सफ़ैद लकीरें या मुदुन की मुदुन की रंगत के बर ख़िलाफ़ निशान जो ज़च्चा की रानों और पेट पर जने के बाद पड़जाते हैं। नहीं है ख़ाक सी ए दिल ये जिस्म माहपैकर पर
कि हैं ये नक़्श तहरीर-ए-उल्ला गोया मुशज्जर पर (निकहत
ख़ाक-भुस
हीच, कुछ भी नहीं, मतलब मिट्टी पत्थर
ख़ाक-मिला
۔सिफ़त। (ओ) मुज़क्कर। ख़ानाख़राब। ख़ाकसार। तबाह हाल
ख़ातिर निशाँ होना
۔۱۔ख़ातिर नशीन होना। बात का दिल में बैठ जाना। २।(ओ) इतमीनान होना। तसल्ली क़लब होना।
खाना पीना लहू करना
खाने का मज़ा ख़ाक में मिला देना, खाने के बाद या दौरान में ऐसी बात पेश आ जाना जिससे रंज पहुंचे या गु़स्सा आ जाये जिसके सबब खाने का सारा मज़ा किरकिरा हो जाये
खाना हज़म न होना
चीन ना पड़ना, सब्र ना आना, इतमिनान ना होना, जब तक कुछ पढ़ ना लूं खाना पज़म नहीं होना
खाना-दाना
खाने-पीने का सामान, अन्न, जीविका, रोज़गार
खाया पिया अंग न लगना
आहार का शरीर का हिस्सा न होना
ख़ार खाना
काँटों से पेट भरना, संतुष्टि करना, सब्र शुक्र से रहना, कृतज्ञ होना
ख़ालसे लगना
۔ (ओ) १।ज़बत होना। २।ज़ाए होना। बर्बाद होना। चार दिन में सब ज़ेवर खालसे लग गया।
ख़ाला-जाई
۔(ओ) मुअन्नस। ख़ाला की बेटी
ख़ाली-ख़ूली
(अवामी) ख़ाली, केवल, मात्र, सिर्फ़ (ख़ूली अनर्थक शब्द है)
ख़ाविंद करना
(ओ) किसी औरत का अपने आप शौहर कर लेना, किसी औरत का अपनी मर्ज़ी से शादी कर लेना
ख़ाविंदी
स्वामित्व, मालिकीयत, पतित्व, शौहरप, पति होने की अवस्था, पतित्व
ख़ासी
भली, अच्छी, उम्दा, विशेष, ख़ास, उत्तम
ख़िंगरा
ख़ंगा (रुक) की तसग़ीर सुंड बने
खिचड़ी
(ओ) वो बैयाना जो किसी तवाइफ़ को शादी वग़ैरा में नाचने गाने और किसी दूसरी जगह ना जाने का पाबन बनाने के लिए दिया जाये, नाच की साई
खिचावट
कसाव, आकर्षण, तनातनी, कशिश, तनाव, ईंठन, खिंचाव, लकीर डालने का अमल, काजल या सुरम्य की लकीर, वस्त्र या किसी पटल पर रत्न या सितारे टाँकना
खिज
(ह) मुअन्नस, (हिंदूओ) चढ़, नाराज़ी का सबब (निकालना के साथ)
ख़िल'अत पहनाना
(अविर , तंज़न) इंतिहाई बदनामी करना, रुसवाई करना
खिल्लो-बाव्ली
बे मौक़ा और बेमहल हँसने वाली, पगलियों की तरह हंसती रहने वाली, बगै़र किसी वजह के हँसने वाली, हंसोड़
खींचा-तानी
ज़बरदस्ती की प्रयत्न, पलड़ा अपनी तरफ़ झुकाने की कोशिश, लड़ाई झगड़ा, कशाकश, आपाधापी, धक्का-मुक्की, कहासुनी, तकरार
खोज खोना
नामवरी मिटा देना, सत्यानास करना, तबाह एवं बर्बाद करना, किसी काम का ना रखना अर्थात खोजड़ा खोना
खोजड़े पीटा
अभागा, निगोड़ा, मुवा (कोसना)
खोजड़ा खोना
सत्यानास करना, बिगाड़ना, ख़राब करना
खोजड़ा जाए
(श्राप) नाश हो, बर्बाद हो, सत्यानास हो जाए
खोज-मिटी
जिसका घरबार और धन आदि सब नष्ट हो गया हो, अभागा, भाग्यहीन (औरत)
खोट
(ओ) किसी के नाम की नज़र नयाज़ मान कर भूल जाने की वजह से या नापाकी की वजह से ख़मयाज़ा उठाना
ख़ोने
(अवामी) ख़ुदा जाने, भगवान जाने
खोपरी खा जाना
बक बक करके भेजा खा जाना, दिमाग़ चिट कर जाना, दिक़ करना, जान खाना, सताना, तंग करना , दूसरे के माल को खा जाना, दूसरे को मौसिना, लौट कर खा जाना, कुछ बाक़ी ना छोड़ना, सर मूंडना
ख़ोल-दार
वो शैय जिस में बीच का हिस्सा ख़ाली हो, खोखला
खौरू लाना
ज़मीन पर खुर या सुम दे दे मारना, पाँव पीटना
खौलन
उबाल, जोश, जलन, सोज़िश, टीस, चुभन, ताव, तैश, गुस्सा
खौलाना
किसी तरल पदार्थ को गरम करके खूब उबालना, औटाना, (लाक्षणिक) गु़स्सा दिलाना, ख़फ़ा करना, क्रोधित करना
गू करना
अत्यधिक मैला करना, बहुत गंदा करना, पायख़ाना करना
गू का कीड़ा
(रूपकात्मक) छोटा नवजात बच्चा, छोटा नौज़ाईदा बच्चा
गू नहीं, छी छी
बच्चों से बात करते समय मल के लिए छी-छी या छि-छि शब्द का प्रयोग करते हैं
गू से निकाल कर मूत में डालना
निहायत ज़लील और रुस्वा करना
गए-दर्जे
हार के, अंततः, विवश्तापूर्वक, मजबूरन, कम से कम
गज-गामिनी
जिसकी चाल हाथी जैसी हो, हाथी की तरह शान से चलने वाला
ग़ज़ब जोतना
(स्त्रीवाची) उत्पात मचाना
गुज़र
काल-क्षेप या जीवन-यापन की दृष्टि से होनेवाला निर्वाह। जैसे-सौ रुपए में गुजर करना पड़ता है।
गुज़र जाना
गुज़रना, चला जाना, निकल जाना, रास्ता से निकल जाना
गंजी
एक किस्म का खट्टा पानी जिस में राई या ज़ीरा नमक वग़ैरा अचार की तरह डालते हैं
गट्टा सी जान
एक प्रकार की देहाती मिठाई गट्टा की तरह मीठी, प्यारी जान
गट-मट
(अवाम की भाषा) गडमड, मिला हुआ, ख़लत-मलत
गडा
(ओ) छकड़ा, बोझ लादने की गाड़ी
गधा-लोटन
थकावट मिटाने के लिए या मस्त होकर गधे का ज़मीन पर इधर-उधर लोटना, वह स्थान जहाँ इस प्रकार गधा लोटा हो, लड़कों का एक प्रकार का खेल
गधों बुख़ार चढ़ना
तेज़ बुख़ारहोना, शिद्दत से बुख़ार चढ़ना, बुख़ार की शदीद कैफ़ियत होना
गुन्नी
(गँवार) रस्सी को बटकर बनाया हुआ एक प्रकार का कोड़ा जिससे व्रज में होली के अवसर पर लोग एक दूसरे को मारते हैं
गनेस
(ओ) गणेश (रुक) का एक इमला
गुनाह समेटना
पापों का बोझ अपने उपर लेना, पापों में बढ़ोतरी करना, पापों इकठ्ठा करना, जानबूझकर पाप करना
गपड़-चौथ करना
(ओ) किसी मुआमले को साफ़ ना करना , ख़लत-मलत करना, गुड मिड कर देना
गुमान-भरा
ग़रूर पीटा, मग़रूर, घमंडी, मुतकब्बिर
गया-गवाया
गुज़रा और बीता हुआ, जो गुज़र चुका हो, बीता हुआ
गरज करना बोलना
(ओ) बुलंद आवाज़ से बात करना, चीख़ या चला कर बोलना, कड़ाके की आवाज़, डरा कर बात करना
गर्दा
धूल, गर्द, ग़ुबार, रेत, बालू, ख़ाक, खेह, मिट्टी या पत्थर का महीन चूर्ण
गर्दाबाद
गर्द या धूल से भरा हुआ, ग़ुबार-आलूदा
गर्मियों की रात
बहुत अधिक गर्म रात, गर्मा मौसम की रात
गर्मी
गरम होने की अवस्था, गुण या भाव। जैसे आग या धूप की गरमी।
गुल-ए-ख़ैरू होना
(अवाम की भाषा) नाराज़ होना, ख़फ़ा होना
ग़लक़
दरवाजा बंद करना, भूमि में गहरे तक घुसना, घृणा, कराहियत, वंधन, बाँधना।
गुल-बासी
(ओ) रुक : गुल-ए-अब्बासी जो ज़्यादा मुस्तामल है
गूलर का फूल
(हिंदू) कहते हैं कि गूलर का फूल दीवाली की रात निकलता है जिसे रातों पर पर या ले ले जाती हैं, जिस मर्द को दिखाई दे जाता है राजा या बादशाह हो जाता है , (मजाज़न) निहायत कमयाब हलका नायाब या नापैद चीज़ नीज़ अजीब-ओ-ग़रीब चीज़
ग़ुल्ला सी आँखें निकालना
(महिला) क्रोध की अधिकता में एक निश्चित ढंग से देखना
गला बँधाना
मुसीबत में फँसाना, उलझन में पड़ना, मुसीबत में क़ैद होना, अपने ऊपर बोझ लेना
गला बाँधना
पकड़ा जाना, आरोप लगना, बेकार में बदनाम होना
गहने का तार बाक़ी नहीं
किसी भी तरह का ज़ेवर या गहना बाक़ी नहीं
गहना
छोटी लोटिया के आकार का मिट्टी का एक औजार जिसका उपयोग कुम्हार घड़े आदि बनाने के लिए करते हैं
गहरा-सुहाग
बहुत ज़्यादा प्रेम और सद्भाव (विशेषकर पति और पत्नी के बीच), सुसंगतता, सद्भाव, प्रेम, निष्कपटता
गाईदा
वह (महिला) जिसके साथ मैथुन किया हो, संभोग्या
गाट
(काशतकारी) जोय में दो बैलों को जोतना, दो बैलों का जोड़ा जाना
गाँठ करना
अपनी जेब में रखना, ईकठ्ठा करना, जोड़ना
गांड
(ओ) उज़्व-ए-तनासुल, ज़िक्र, फ़ुरज
गाडी-बान
(ओ) गाड़ी बाण, गाड़ी चलाने वाला
गात
देह, शरीर, अंग, काया, जिस्म, बदन, औरत के ऊपर का धड़, स्त्रियों का यौवन काल, लज्जा का अंग, गुप्तांग, स्तन, कुच, गर्भ, बनावट, ढंग, औरत के सीने का उभार,
गाती
वह चद्दर जिसे प्राचीन काल में लोग अपने शरीर पर लपेटते थे और अब भी साधु लोग अपने गले में बाँधे रहते हैं, स्त्रियाँ बच्चों के गले में अब भी गाती बाँधती हैं, चद्दर या आँगोछा लपेटने का एक ढंग जिसमें उसे शरीर के चारों ओर लपेटकर गले में बाँधते हैं
गाती बाँधना
दुपट्टे को सीने और कमर से बाँधना
गाभनी गाभ डालती है
बहुत रोब और दबदबा ज़ाहिर करने के मौक़े पर प्रयुक्त
गाय की तरह काँपना
बहुत डरना। इस तरह लर्ज़ना जैसे गाय कसाई के आगे जान की ख़ौफ़ से थर्राती है।
गालों की झुर्रियाँ छुपाना
(महिला) चेहरे से बुढ़ापे के आसार दूर करना, उम्र कम ज़ाहिर करने के लिए मेक-अप वग़ैरा करना
गिठा
(स्त्री) गाँठ, बंधन, गुत्थी
गिला-गुज़ारी
शिकवा-शिकायत करना, उपालंभ, उलाहना, निंदा करना
गीधना
गिद्ध की तरह किसी काम, चीज या बात के पीछे पड़ना।
गोद भरना
गर्भावस्था के सातवें महीने में, अनुष्ठान के अनुसार, रिश्तेदार इकट्ठा होते हैं और गर्भवती महिला को दुल्हन बनाना और ओढ़नी की झोली में सात प्रकार के फल, सात प्रकार के तरकारियाँ, पान का बीड़ा एवं नक़दी आदि का एक बेड़ा रुमाल बाँध कर रखना, स्त्रियाँ उससे शगुन लेती हैं कि उस गर्भवती महिला की गोद सदा भरी पुरी रहे
गोद भरी रहे
औरतों के लिए एक दुआइया कलिमा, औलाद की जानिब से शाद-ओ-आबाद रहे गोद में हरवक़त बच्चा रहे, औलाद ज़िंदा की सलामत रहे
गोदकड़ा
गोद, गोदी (व्यंगात्मक अभिव्यक्ति)
गोद-भरी
(संकेतात्मक) बच्चे वाली, संतान वाली
गोन्-मथोन
(अविर) मुंह फुला कर चुप हो जाने वाला
गोर में अँगारे भरना
अज़ाब मोल लेना, गुनहगार होना
गोर में कीड़े पड़ें
(बद दुआ) अज़ाब-ए-क़ब्र में मुबतला हो, जहन्नुम रसीद हो
गोर में गाड़ूँ
(औरत की भाषा) दफ़्न करूँ, मौत के मुँह में दे दूँ
गोर में लात मार कर खड़ा होना
(अविर) मरते-मरते बचना, सख़्त बीमारी के बाद शिफ़ा पाना , मौत के जंगल से छूटना
गोला-लाठी
हाथ पाँव समेट कर लेटने की स्थिति, संकुचित होने या बंधे होने की स्थिति
घूँगट काढ़ना
दुपट्टे या चादर का किनारा इतना खींचना कि चेहरा पल्लू की आड़ में रहे, घूँघट निकालना, पर्दा करना
घटती
मात्रा, परिणाम, मान आदि में घटने या कम होने की अवस्था
घटती का पहरा
पतन के दिन, वृद्धावस्था, कमी का ज़माना
घुटने पेट को जाते हैं
हर आदमी अपनों की हिमायत, तरफ़-दारी करता है
घुटने से लग कर बैठना
(अविर) घुटने से लगा कर बिठाना (रुक) का लाज़िम .अगर इस तरह ब्याही बेटियां माओं के घुटने से लगी बैठी रहें तो फिर ब्याहने से फ़ायदा
घुटने से लगे रहना
(औरत की भाषा) हर वक़्त क़रीब रहना, अलग न होना
घुटने से लगना
(अविर) लड़की का माँ के घर में रहना, बिन ब्याही रहना
घूँटना
पानी या कोई और तरल पदार्थ धीरे-धीरे गले के नीचे उतारना, पीना
घड़ावन
आभूषण आदि बनाने की मज़दूरी या ख़िदमत
घड़ों पानी पड़ जाना
बहुत शर्मिंदा होना, शर्म से पानी पानी होना, शर्म से पसीने पसीने हो जाना
घुन्नी
۔(ह) सिफ़त। मुअन्नस। लखनऊ में घोनी है। १।देखो घना। २।मिग्रापन
घुमड़
बरसने वाले बादलों का घेर-धार
घर आँगन हो जाना
۔(ओ) घर तबाह होजाना। ख़ानावीरानी होना
घर का बोझ पड़ना
घरेलु ज़िम्मेदारियों में गिरफ़्तार होना, घर के काम काज में व्यस्त होना
घर की पुटकी बासी साग
डींगें हाँकने या शेख़ी बघारने वाले के बारे में प्रयुक्त
घर घालना
घर उजाड़ना, घर ध्वंस करना, लूटना, नष्ट करना, छल और धोखे से माल मारना
घर जानी मन मानी
अपनी इच्छा के अनुसार हर काम करना चाहिए
घर झकनी
वह स्त्री जो पास पड़ोस के घरों में सुन गुन लेने के लिए आती जाती हो, दूसरे की बातों की टोह में रहने वाली
घर न होना
आपस में निबाह होना, पारिवारिक व्यवस्था न होना, ख़ानादारी का इंतिज़ाम ना होना
घर बैठे बेर दौड़ाना
जादू के ज़ोर से किसी को अपने घर बुलवाना, घर में बैठ कर किसी को वश में करना, मुवक्किल दौड़ाना, मूठ चलाना
घर भर कर बाहर भरे
इस क़दर दौलत कि घर में रखने को जगह न मिले और बाहर रखी जाए
घर में आग लगाना
۔(ओ) (कनाएन) घर को तबाह करना। नेस्तनाबूद करना।
घर मूसना
घर लूटना, घर का सफ़ाया करना, घर में चोरी करना, घर पर झाड़ू फेरना
घर सुख तो बाहर चैन
घर में आराम मिले अर्थात दिल ख़ुश हो तो हर चीज़ अच्छी मा'लूम होती है
घर-गई
ख़ानाख़राब, निगोड़ी, राँड, बेवा, विधवा
घर-गया
ख़ानाख़राब, ख़ानुमाँ बरबाद, निगोड़ा, बरबाद
घर-घर के जाले लेना
۔(ओ) हर एक को टटोलते फिरना। हर एक के घर में जाना
घर-घर झाँकना
۔(ओ) हर घर में जाना। दर दर फुर्ती और घर घर झाँकती तो शाम तक चार पाँच बज जाते
घरबंदी
अपराधी या अभियुक्त को उसके घर में ही क़ैद करने की आज्ञा, क्रिया या भाव
घालना
कोई चीज किसी के अन्दर डालना या रखना। उदा०-को अस हाथ सिंह मुख घाल। जायसी।
घी के चराग़ जलाना
۔(ओ) किसी की जब कोई मुराद हासिल होतीहे तो चराग़ों में तेल की जगह घी डाल कर बुज़्रगान-ए-दीन - की दरगाहों और मज़ारों पर रोशन कृत्यें। किसी आरज़ू या मुराद पूरी होने पर कमाल ख़ुशी मनाना।
घी खिचड़ी होना
घी खिचड़ी करना (रुक) का लाज़िम, शेर-ओ-शुक्र होना, घुल मिल जाना
घोंट घोंट कर मारना
۔ (ओ) रंज दे दे कर मारना। जिला जला कर मारना। २।अंदरूनी मार देना
घोले में डालना
टाल मटोल करना, वादे करके किसी को दौड़ाना, दिक़्क़त में डालना, बखेड़े में डालना, मुश्किल में फँसाना
घोलवा पड़ना
किसी काम में कठिनाई का सामना करना, किसी काम में दिक़्क़त आना
चुट
चुटकी (रुक) की तख़फ़ीफ़, मुरक्कबात में मुस्तामल , रुक : चिट गेरा
चट्टम-चोट
(औरत) ज़िद्दम-ज़िद्दा में मुक़ाब्ला, आपस में झगड़ना और झगड़ा करना, उलझना, निरन्तर मारधाड़
चट्टा
ईंटों, बालू, मिट्टी आदि को गिनने या नापने के लिए लगाया गया व्यवस्थित ढेर
चुट्टा
जोड़ा (रुक) एक ख़ास अंदाज़ की चोटी जिस में चुटिया को लपेट कर गोला सा बनाकर गद्दी या सर पर जमा लेते हैं, चविंडा (रुक)
चूटीला
(अविर) चोटी में पहना जाने वाला एक ज़ेवर जो हसब-ए-हैसियत चांदी सोने या पीतल वग़ैरा का होता है
चुत्थल
ठठोल, ठठोल बाज़, मसखरा, विनोदप्रिय
चुदाना
स्त्री का पुरुष से प्रसंग या संभोग कराना
चूदासी
(बाज़ारी) कामुक और व्यभिचारी (औरत)
चपत-गाह
खोपड़ी जिस पर चपत लगाया जाता है, चपत लगने की जगह, गुद्दी, सिर और गाल
चपना
किसी के सामने लज्जित भाव से चुप रहना, शर्मिंदा होना, झेंपना, अपने ऐब से शर्माना
चपरा
इनकार कर जाने वाला, कोई बात कहकर या कोई काम करके मुकर जाने वाला
चपराना
किसी को झूठा बनाना, झुटलाना, झूटा करना
चूमना
आदर, प्रेम या स्नेहपूर्वक किसी प्रिय या स्नेह-भाजन व्यक्ति (या वस्तु) के किसी अंग को होंठो से स्पर्श कर कुछ चूसने की-सी क्रिया करना, होठों से किसी प्रिय के गालों, होठों आदि का स्पर्श करना, चुंबन करना, जैसे: बच्चे या स्त्री का मुँह चूमना
चल चख़े मेरे मुँह मत लग
(महिला) चल दूर हो, मेरे साथ बात मत कर (ग़ुस्से में एक औरत दूसरी को कहती है)
चुलचुलाना
शरीर के किसी अंग में ऐसी हलकी जलन या सुरसुरी होना कि उसे खुजलाने को जी चाहे, हलकी खुजली होना, चुलचुली या हलकी खुजली होना, चुल होना, खुजली होना
चूल्हा जलवाना
(स्त्रीवाची) सेवा लेना, घर के कामकाज कराना
चुसवाना
किसी को कुछ चूसने में प्रवृत्त करना, चुसाना, चूसने देना
चाँद भर जाना
महीना ख़त्म या पूरा हो जाना
चान-चक
यकायक, सहसा, अकस्मात, एकाएक, नागहानी, एकाएक या एकबारगी, बिना पूर्व सूचना के
चार पाया हो जाना
शादी या विवाह हो जाना, जोरू और पत्नी वाला हो जाना
चाले पाड़ना
(अविर) ज़ुलम करना, ग़ज़ब ढाना, क़ियामत बरपा करना
चालीसा
वो व्यक्ति जिसने चालीस पहलवानों को पछाड़ा हो, चालीस आदमीयों से मुक़ाबला करने या चालीस आदमीयों को मार डालने वाला बहादुर
चावल खड़े रहना
(अविर) चावल का अध् गला रहना, चावल में कन्नी बाक़ी रहना
चावल बैठना
(महिला) चावलों का पकने में पचपचा हो जाना, अधिक मुलायम हो जाना
चावल होना
(अविर) चावलों का पक जाना, तैय्यार होजाना, चावलों में कन्नी बाक़ी ना रहना
चीं-झप करना
(ओ) नज़ाअ लफ़्ज़ी और झूट तकरार करना
चौखाट
(अविर) वो इंसान जिस के आज़ा क़वी हूँ
चौरसाना
चौरस करना, हमवार करना, बराबर करना, चौकोर करना
चौरी-शकरी
(ओ) शादी के दिन की एक रस्म है कि जब दूल्हा दुल्हन के पास जाता है तो हतेली पर तिल और शुक्र रखते हैं जिसे दूल्हा सात मर्तबा चाटना है
छुट्टा
(ओ) छोटे छोटे टुकड़े, रेज़गारी , (हलवाई) मुख़्तलिफ़ वज़ा की मिठाईयों के चौरे का मजमूआ
छड़यिदा
(अवाम की भाषा) इकलौता, अकेली जान, एकांकी, अविवाहित
छंदन
(अविर) औरतों का एक ज़ेवर जो कांसी या पीतल या रांग का होता है
छबीली-जान
(औरत) ऐसी औरत जो पहन-ओढ़ कर दूसरों को रिझाने के लिए अपने छब दिखाती फिरे
छुरियों का ग़ुस्ल देना
(औरत की ज़बान) छुरियाँ मारना, लहूलुहान करना
छुरी देना
(स्त्रवाची) मारना, वध करना
छुरी-कटारी
वह झगड़ा जिसमें हथियारों की नौबत पहुँचे, जानी दुश्मनी, अन-बन, लड़ाई झगड़ा, तकरार
छुल्कियों मूतना
चुल्लुओं मूतना, बहुत सा मूतना, डर के मारे बहुत सा पेशाब निकलना
छुलछुलाना
थोड़ा-थोड़ा करके मूतना, तेज़ी के साथ पेशाब की आवाज़ निकलना, छलछल मूतना, पानी छोड़ना
छलनी में डाल कर छाज में उड़ाना
(स्त्रीवाची) अपमानित करना, बात का बतंगड़ बनाना, थोड़ी सी बुराई को बढ़ा-चढ़ा कर बताना (उदाहरणः छलनी में डालकर इत्यादि)
छल्ला धो कर उठाना
(अविर) मिन्नत का छल्ला पाक कर के रखनाता कि कामयाबी पर ख़ैरात कर दिया जाये
छाईं-फूईं
(अविर) ख़ुदा ना करे, ख़ुदा बचाए, ख़ुदा प्रिय ही रखे (किसी से बचने के मौक़ा पर मुस्तामल)
छातियाँ चढ़ना
(स्त्री) दूध की अधिकता के कारण स्त्री के स्तनों का फूलना
छाती पर फिरना
प्रत्येक समय याद आना (साधारणतया) अपने मरे हुए बच्चे याद आने पर स्त्रियाँ कहती हैं
छाती से लगा रखना
(अविर) बहुत हिफ़ाज़त और देख भाल या प्यारो मुहब्बत से पास रखना, जान के बराबर रखना, आंखों के सामने रखना
छासट
(ओ) रुक : छयास्ट (हिंदुस्ों में) ६६
छिनाल
व्यभिचारिणी; कुलटा, जिसका संबंध बहुत से पर-पुरुषों से हो
जुग जुग जियो
बड़ी उम्र हो, भगवान तुझे लंबी उम्र दे
जेगड़ भरी जाना
(अवामी) कोरी ठेलियों में शर्बत भरकर और बधनी में दूध भर कर उसकी टोंटी में पान और गले में फूलों का हार पहनाना और नियाज़ दिलाना, मन्नत की रस्म पूरी करना (शादी-विवाह या रोज़ा रखने के अवसर पर रस्म, हिन्दुओं के प्रभाव में मुसलमानों में भी प्रचलित हुई).
जुगा-जुगा कर रखना
(आवामी) सेंत सेंत कर रखना, संभाल संभाल कर रखना, जोड़ जोड़ कर रखना
जच्चा
जननी, प्रसूता, सूतिका, प्रजाता, जातापत्या (ज़ज्जा का बिगड़ा हुआ)
ज़च्चा-गीरियाँ
बच्चे के जन्म का जश्न मनाने के लिए मातृत्व वार्ड के अंदर गाए जाने वाले गीत
जटा-जूट
जटा को लपेटकर बनाया जानेवाला जूड़ा, लंबे बालों या जटा को समेटकर बनाया जाने वाला जूड़ा, चोटी
जुठ देना
झूट बोलना, झूटी बातें बताना, धोखा देना
जड़ काटना
रुक : जड़ काट कर फेंक देना
जुड़ना
गाड़ी वग़ैरा में बैलों या जानवर का जितना
जूड़ा करना
(औरत) सर के बालों को इकट्ठा करना, सर के बालों को लपेटना
जूड़ा खोलना
(औरत) सर के बँधे हुए बालों को खोल देना
जूतियाँ खाना
(लाक्षणिक) ताने सहना, बुरा भला सुनना, शर्मिंदा होना, बहुत ज़लील-ओ-ख़ार होना, रुसवा होना, अपमानित होना
जूती औंधाना
(अवामी) लड़ाई बंद करना, फ़र्क़ न पड़ने का भाव अपनाना, मुँह नहीं मोड़ना, ध्यान नहीं देना
जूती की बराबर न समझना
(ओ) हक़ीर समझना, ज़रा ख़ातिर में ना लाना, पर्वा ना करना
जूती को क्या ग़रज़
क्या संबंध, लगाव है, क्या आवश्यकता, क्या ज़रूरत है (नाराज़गी या घृणायुक्त भाव प्रकट करने के लिए)
जूती तर्स खाए
(ओ) तरस खाने की ज़रूरत नहीं, रियायत करने की क्या ज़रूरत है (ज़मायर के साथ मुस्तामल
जूती पर काजल पारना
(ओ) शादी ब्याह में औरतें जूती पर काजल पार कर शौहर के सुरमा लगाती हैं ताकि शौहर मुतीअ-ओ-फ़र्मांबरदार है
जूती पर जूती चढ़ना
एक जूती पर दूसरी जूती राखी जाना, औरतें जिससे यात्रा का शगून लेती हैं और कुछ लोग युद्ध का
जूती पर नाक रगड़ना
(अवाम की भाषा) चापलूसी करना, पैरों में सिर देना, झुकना, नम्रता स्वीकार करना
जूती पर मारना
ठुकराना, अहमियत न देना, घृणा योग्य समझना, तुच्छ समझना, ज़लील समझना
जूती से
कोई संबंध नहीं, कोई चिंता नहीं, उसे जाने दो (बेहद तिरस्कार के साथ इनकार करने और ध्यान में नहीं रखने के मौक़े पर कहा जाता है।)
जूती-छुपाई
विवाह के समय की एक रस्म जिसमें दुल्हन की बहनें और सहेलियाँ दूल्हा के जूते छिपा लेती हैं, वह धन या नेग जो जूता चुरानेवाली लड़कियों को दिया जाता है
जूती-पैज़ार
आपस में होने वाली जूतों की मारपीट, बहुत ही अनुचित शब्दों का प्रयोग करके होने वाली लड़ाई, मार-कुटाई, लड़ाई दंगा, झगड़ा
जुनूँ चढ़ना
पागल होना, दीवाना हो जाना, ग़ुस्सा आना, क्रोधित होना
जन्नती
जन्नत या स्वर्ग संबंधी; जन्नत या स्वर्ग में रहने वाला, स्वर्गवासी, स्वर्गीय, जन्नत का, जन्नत में जाने वाला
जनम में थूकना
ज़ात बुनियाद पर लानत मलामत करना, ऐब लगाना
जन्म-घुट्टी
ऐसी चीज़ जिसे शुरू से या उम्र भर खाया पिया हो और इस की आदत हो गई हो
जनाज़ा देखिए
(अवाम की भाषा) हमें मरा हुआ देखे जो यह बात करे
जनाज़ा निकले
(अवाम की भाषा) (श्राप) मरे, मर जाए
ज़बान नहीं मानती
ऐसी जगह पर इस का उपयोग किया जाता है जहां यह कहना होता है कि तुम बहुत चटोरे हो जो पाते हो खाते चले जाते हो
ज़बान में खुजली होना
वाद-विवाद करने को जी चाहना, कुछ कहने को जी चाहना
ज़ुबान में भद्रक न होना
कभी कुछ कहना कभी कुछ कहना, एक बात पर बाक़ी न रहना
जम-जम
ऐसे आवश्यक और शुभ रूप में जिसका सब लोग हार्दिक स्वागत करें
जमाजथा
धनसंपत्ति, नगदी और माल, जमापूँजी, पूंँजी, सरमाया, जमापूंँजी, बाप की सारी जमा
ज़रा में ज़रा देना
रत्ती भर वस्तु हो तो उसमें से भी थोड़ा देना
जल्दी का मारा
उतावला, दुस्साहसी, जल्दबाज़
जल्दी-बाज़
जल्दबाज़, उतावला, दुस्साहसी, उतावला, वो व्यक्ति जो अत्यधिक गति या तात्कालिकता के साथ काम करता है
जलबलाना
गु़स्सा करना, तैश में आजाना, बुरी तरह नाराज़ होजाना
जुल्लाबी
वह व्यक्ति जिसके पास रेचक हो, वह जो जुलाब ले रखा हो
जलातन
वो व्यक्ति जिस से क्सीि की बात बर्दाश्त ना होती हो, झल्ला
जली-कटी
अपशब्दों से भरी हुई बात या जो क्रोध में कही जाए, अपमानजनक बात, कड़वी बात
जली-भुनी बात
(ओ) रशक-ओ-हसद की बातें,अदावत-ओ-इनाद की गुफ़्तगु, आमेज़ गुफ़्तगोव
जव्वा
(ओ) हाथ की पुश्त का ज़ेवर जिस में पांचों उंगलीयों के छल्ले लड़ैयों में लगे होते हैं, रतन जोड़, बथ फूल, हथ मुनकिर
जवान-जहान
जो पूरी जवानी पर हो, ख़ूब जवान (विशेष रूप से एक महिला)
जवाना-मर्ग
युवावस्था में मरने वाला, समय से पहले मर जाने वाला
जवानी का सुख देखे
(आशीर्वाद) जवानी का चैन और ऐश नसीब हो
जुवारी-ढंडारी
दुष्ट, अनैतिक, नीच, बदमाश, लुच्चा, बदकार, बदअतवार
जहाँ-नुमा
जहां तंबू इत्यादि लगा हो, एक तरफ़ बादशाह के दरबारी खड़े हुए
जा-ज़ुरूर
शौचालय, वह स्थान जहाँ शौच किया जाता है, शौचालय, पैख़ाना, बैतुल ख़ला
जाड़े की चाँदनी
सर्दियों की चाँदनी का आनंद नहीं लिया जा सकता, बेकार की चीज़ जिसका आनंद नहीं लिया जा सकता
जान को आ जाना
۔(ओ) कमाल गु़स्सा होना। बेगम साहिब तो मेरी जान को आगईं। मैंने अपनी मुसीबत कही वो लगीं ख़फ़ा होने
जान को कल होना
(आवामी ) आराम और शांति होना, जीवन का सुखद होना
जान ग़श होना
(ओ) किसी पर फ़रेफ़्ता होना, किसी बात पर बेहद माइल होना
जान चली जाना
۔(ओ) कमाल बेचें होने की जगह।
जान न पहचान ख़ाला सलाम
(अवामी) जब कोई किसी अपरिचित के साथ बहुत उत्साह से मिलता है या चतुराई से अपनी मित्रता दिखा कर अपना मतलब निकालना चाहते हैं तो कहते हैं
जान पर सब्र
(ओ) किसी के हाथ से कोई तकलीफ़ पहन तो कोसने और बददुआ देने के तौर पर कहती हैं
जान पर सब्र करना
۔(ओ) किसी के हाथ से कोई तकलीफ़ पहुंचती है तो कोसने और बददुआ देने के तौर पर कहती हैं।
जाने मेरी जूती
۔(ओ) मेरी पापोश जाने।
फ़हमीदा ने कहा अच्छा फिर कलीम गया तो कहाँ गया। नसूह ने जवाब दिया जाने मेरी जूती। मुझ से पूछ कर गया होता तो बताऊं। (तोबৃ अलन्नसोह)
जान हलकान करना
(अपने तईं) हलाकत में डालना
जाना-बूझा
जिससे अच्छी तरह परिचय हो, मलूम, जान-पहचान, प्रख्यात, स्त्रीलिंग के लिए जानी-बूझी
जाले लेना
मारा मारा फिरना, काम काज पर दीदा नहीं लगता न एक जगह पाँव नहीं टिकता, सारे बाग़ के जाले लेती फिरती है
जाली की आँख
(अवाम की भाषा) बुर्क़े की वह जाली या सूराख़ जो आँखों के सामने देखने के लिए बना देते हैं
जासूसी लेना
सुन-गुन लेना, छुपकर बातें सुनना, किसी बात की टोह लेना
जिगरा
वह मनोभाव जिसके कारण मनुष्य बिना भय-भीत हुए बहुत बड़ा और प्रायः विकट काम करने के लिए उद्यत होता है, हिम्मत,हौसला, वीरता, साहस, बहादुरता, पराक्रम, छाती, प्रताप
जिंदड़ी
जीवन, जान, ज़िंदगी, अस्तित्व
ज़िद्दन
हट करनेवाली, हटीली, अड़ियल औरत
जिन्न चढ़ना
जिन्न का किसी मनुष्य पर क़ाबिज़ हो जाना, भूत-प्रेत की रोकावट होना
ज़िलेबी
जलेबी, घी आदि में तलकर शीरे में पकाई हुई मैदे की कंडलाकार एक प्रसिद्ध मिठाई
जिस
जो, जूँ समान (उस और वह के उत्तर में)
जिसे अल्लाह रक्खे उसे कौन चक्खे
जिसे ईश्वर स्वस्थ रखना चाहते हैं, उसे कौन मार सकता है, कौन नुक़सान पहुँचा सकता है, ईश्वर की आज्ञा के बिना कुछ भी नहीं होता मौत और जीवन ईश्वर के अधिकार में हैं
जिस का काम उसी को छाजे और करे तो ठेंगा बाजे
जिस ने जो काम सीखा है वही उसे अच्छी तरह कर सकता है दूसरे के बस का नहीं
जिस तरह बैठे हो उसी तरह चले आओ
(ओ) बहुत जल्द तलब करने और शदीद ज़रूरत ज़ाहिर करने के मौक़ा पर बोलते हैं
जी तले-ऊपर होना
(अविर) क़ै होना, मतली होना, रुक: जी ऊपर तले होना
जी पानी करना
दिल मुलायम करना, दिल मोम करना
जी बुरा होना
नाराज़ होना, बददिल होना, नाख़ुश होना
जी लहराना
उमंग पैदा होना, ख़ुशी से झूमना
जीजी
चूची, निप्पल, छाती, पिस्तान
जी-जी उठना
(अविर) बाग़ बाग़ होना, निहायत ख़ुश होना
ज़ीट हाँकना
(अवाम की भाषा) बकवास करना
जोड़े-बागे
ख़िलअत, पोशाक, रुक: जोड़ा बागा
जोड़ा
पूरी पोशाक (इस में दो अदद ही की क़ैद नहीं बल्कि शलवार क़मीज़ या करते पाजामे के इलावा बाअज़ औक़ात टोपी पगड़ी या दुपट्टा और जूता तक शामिल होता है), लिबास, ख़िलअत
जोड़ा पहनाना
۱. जोड़ा पहनना (रुक) का तादिया
जोड़ा बढ़ाना
वस्त्र उतारना, कपड़े उतार कर रखना
जोड़ा बदलना
(अवामी) एक वस्त्र उतार कर दूसरा वस्त्र पहनना, कपड़े बदलना
जोड़ा-बागा
जड़ाऊ कपड़े, लिबास, राजा की ओर से उपहार में दिए गए कपड़े
झगड़े-भरा
(ओ) झगड़े से पर, उलझेड़े वाला
झगड़ा झोना
(महिला) लंबी बात करना, कहानी सुनाना, लंबी कहानी सुनाना
झुटैल
दुराचारी, कदाचारी (स्त्री)
झंडूला
(बालक) जिसके सिर पर जन्म-काल के बाल अभी तक वर्तमान हों, जिसका अभी तक मुंडन संस्कार न हुआ हो
झुंडूला तोड़ना
(महिला) गर्भावस्था के समय शगुन के लिए रेशेदार नारियल फोड़ना
झड़ोलना
(ओ) नौ ज़ाईदा बच्चा, क़ुदरत का जना हुआ बच्चा, हूलर
झन्नाना
ग़ुस्सा होना, नाख़ुश होना, नाराज़ होना
झूमर जढ़ाना
(औरत) शादी में दुल्हन को झुरमुर देना
झूमर लगाना
(महिला) झूमर माथे पर सजाना, झूमर का प्रयोग करना
झर्बेरी का काँटा
झरबेरी का काँटा (लाक्षणिक) उलझने वाला आदमी, झाड़ की तरह लिपटने वाला व्यक्ति
झुलसना
(अविर) (नाराज़ी के साथ) घर से अलैहदा करना, ब्याहना
झुलसा बताना
(औरत की भाषा) लूका दिखाना, आग लगाना
झाईं-फूईं
भगवान् न करे, ऐसा कभी न हो
झाँक-ताक
(औरत) ग़ौर, ध्यान, चिंता, उपाय
झाँका-झोंकी
छुप कर देखना, खिड़की या दरवाज़ा से मुँह निकाल कर देखना, दरोदीवार के रौज़न से देखना, दीवार के माध्यम से देखना
झाड़ू मारना
अपमानित करना, घृणा प्रकट करना
झाड़न
वह कपड़ा जिससे अलमारियों, कुर्सियों, चौकियों, दरवाजों आदि पर पड़ी हुई धूल आदि झाड़ी और पोंछी जाती है, मार्जक (डस्टर)
झाड़ू-बुहारू
मकान की सफ़ाई-सुथराई, झाड़ू देने की क्रिया
झोंटक-झाँटा
(औरतों का) एक दूसरे के सिर के बाल पकड़ कर खींचना और तोड़ना, लड़ाई, उन लोगों से बिना लड़े नहीं रहा जाता
झोंटे-काटी
(बतौर गाली) आवारा, छिनाल, बहुत अपमानित, तिरस्कृत (औरत) अत्यधिक चालाक और और मक्कार औरत, फाफा कटनी, दल्लाला, दलाला
झोंपड़ा
घास-फूस से छाया हुआ छोटा कच्चा घर, मिट्टी से बना हुआ घर
झोंपा
(मेवे या फल का) गुच्छा, झब्बा
टके की बुढ़िया नौ टके सर मुंडाई
थोड़े फ़ायदे के लिए बहुत ख़र्च पड़ने के अवसर पर बोलते हैं
टुकड़ा न तोड़ना
बिलकुल ना खाना, लुक़मा ना तोड़ना
टुकुर टुकुर देखना
शौक़ की निगाह से देखना, देखना और कुछ न कहना, उत्साह से या असहाय होकर देखो
टूकी
۔(ह) (ओ) अंगया की कटोरियों का ऊपर का टुकड़ा
टख़्ख़ा से दीदे खुलना
पूरी आँखों का खुला होना, अब्बा-जान समझे कि सपना में बराती है उठ कर मुझे देखने लगे
टख़र-टख़र
बूढ़ियों की सी चाल, ढीली ढाली और सुस्त चाल, धीमी गति, धीमी रफ्तार
टूट कर
۔۱۔(ओ) निहायत शिद्दत से। कसरत से। रात को ऐसा टूट कर दस्त आया कि सारे होशोहवास जाते रहे। २।देखो टूट के बरसना। ३।बड़ी कोशिश से। हमातन मसरूफ़ होकर। ये ख़िदमतगार टूट टूट कर काम करता है। ४।किसी एक तरफ़ से क़ता ताल्लुक़ करके। गवाह इस फ़रीक़ से टूट कर आगया।
टट्टू से
बला से, मेरे या हमारे इस से
टूटी जूती से
(ओ) (इंतिहाई बेज़ारी और बेताल्लुक़ी के इज़हार के मौक़ा पर) बला से, कुछ पर्वा नहीं
टुन्डियाँ
﴿टुंडी> ?२> ?रुक> की जमा, तराकीब में मुस्तामल
टपक पड़ना
फ़रेफ़्ता हो जाना, फिसल पड़ना
टपकना
(क़तरा फल आंसू ख़ून या बूंद वीरा का) गिरना
टप्पा
(मूसीक़ी) एक किस्म का गाना या गीत
टप्पा भरना
(अवामी) मोटी सिलाई करना, कच्ची सिलाई करना, दूर-दूर से सिलाई करना, बिना क्रम या बेढंगे पन से पढ़ना
टब्बर
۔(ह। फ़ारसी में 'तबार') मुज़क्कर।१।(ओ) अहल वईआल। २।अस्बाब। काठ किबार किरकिरी ख़ाना में फेंक कर और सब चीज़ें थल बेड़े से रख दी गईं। आँखों के सामने से सारा टब्बर हटा। ३।कुनबे का ख़र्च।
टूम-छला
छोटा मोटा गहना, अदना किस्म का ज़ेवर
टर्ख़ो
(ओ) (लखनऊ) बूढ़ी मुबतज़ल औरत , नापायदार, पोच नीज़ वो चीज़ जो बहुत थोड़ी हो
टरम्बा
(अवाम) ट्रेम या ट्राम की तसग़ीर बालतहकीर, पसैंजर ट्रेन की तरह की रेल ट्रेम वे का बिगाड़
टुलकना
(अवाम) फल गिरना, फल टपकना
टुसरटुसर रोना
(आम तौर पर बच्चों का) ज़ोर ज़ोर से रोना, फूट-फूट कर रोना, रोना धोना
टस्वे बहाना
नक़्ली आँसू बहाना, झूठमूठ रोना, दिखावे के तौर पर रोना
टाँके मारना
ऊपरी सीवन या सिलाई करना, मोटी सिलाई करना, जल्दी जल्दी सीना
टाँकना
टांका लगाना, सेना, जोड़ना, झालना, ज़ख्म सीलना, याददाश्त लिखना, दर्ज करना, लिखना, नत्थी करना, शामिल करना, लगाना, दो चीज़ों को आपस में जोड़ने के लिए टाँका लगाना, पत्थर की सिल, चक्की आदि को छेनी से टँकवाना
टाँग
कुश्ती का एक पेंच जिसमें विपक्षी की टाँग में टाँग अड़ाकर उसे चित गिराते हैं
टाँग तले से निकलना
क्षति के दांव का तोड़ कर देना
टापा-टोहिया
۔(ह। ओ) मुअन्नस। तलाश। जुसतजो। चारों तरफ़ टापा टोहीया पड़ी है और तुम यहां बैठे हो
टायँ-टायँ फ़िश
۔(ओ) सिफ़त। चंद। बराए नाम। सलामती से कुछ यूंही टाएं टूएं गिनती के लोग मोर्चे पर ठहरे
टायँ-टोयँ
बराए नाम, गिनती के चंद, सिर्फ़ नाम का
टाल मटोल करना
देर लगाना, बहाना करना, हीला हवाला बताना, टालना
टाल-बाज़ी
(अवाम की भाषा) बहानाबाज़ी, टाल मटोल
टाला देना
टाल देना, हीला-हवाला करना, बहना बनाना, झांसा देना
टिकाव
टिके होने की अवस्था या भाव, स्थायित्व, स्थिरता
टिकिया
किसी दवा वग़ैरा की छोटी या चपटी और गोल क़ुरस, चुकती
टिकिया-चोट्टी
नीच, भ्रष्ट आया को घृणा से कहते हैं, भ्रष्ट दासी या सेविका
टिम्मा-भिम्मा
(अवाम) कमीने लोग, अब्रे ग़ैरे
टीके का
विशेष, निराला, अनोखा, विशिष्ट
टीका
घोड़े के दोनों आँखों के बीच माथे का मध्य भाग जहाँ भँवरी होती है
टीम लगाना
(अवाम) समय व्यतीत करना, देर करना, किसी वेश्या का मिनटों और घंटों के अनुसार शुल्क निर्धारित करके व्यभिचार को अंजाम देना
टोकम-टाक
ठीक, वज़न में ठीक, दरुस्त, न कम न ज़्यादा
टोकम-टाका
लड़ाई झगड़े की बातचीत, कलह की बातचीत
टोना
(लोकमान्यता) तंत्र-मंत्र के माध्यम से नियत उद्देश्य की पूर्ति हेतु किया गया उपक्रम; टोटका
टोपा
۔(ह) मुज़क्कर (ओ९ टांका। दोख़त। सीईओन
टोह रखना
खोज निरंतर रखना, गुप्त रूप से खोज करते रहना
टोह-बोह रखना
मिलना, पता चलना, ख़बर होना
ठेक निकल जाना
(अवाम) घबरा जाना, सिटपिटा जाना, पेंदी के बिल बैठ जाना
ठटोली मारना
(अवामी भषा) ठठोल मारना, मज़ाक़ करना, ठठ्ठे लगाना
ठठाई
(अवाम की ज़बान) मारपीट; अपने आपको तकलीफ़ देना
ठंडे-पेटों
۔(ओ) बक्खो यश। ख़ुशी से । आरम से। बे लड़े झगड़े। सीधे सीधे। ए
तन ताज़ा होने से पहले ठंडे पेटों बात करनी गुनाह खापी पेट किया।
ठंडा रखना
प्रसन्न रहना, आराम से रहना, आराम देना, धैर्य और संयम से काम लेना, भावनाओं में न आने देना
ठंडा होना
किसी चीज़ से गर्मी निकल जाना
ठंडा-बर्फ
प्रतीकात्मक: बर्फ़ की तरह ठंडा, बहुत ठंडा, बिलकुल ठंडा
ठंडी रहो
(स्त्रीवाची, दुआ) ख़ुश रहो, तुम्हारा सुहाग बना रहे, आबाद रहो
ठंडी-कढ़ाई
(अवाम की भाषा) वह कढ़ाई जिसमें हलवाई और बनिये पकवान ख़त्म होने के बाद हलवा बना कर बाँटते हैं
ठनठनाना
घड़ियाल या ना शिकस्ता बर्तनों का आवाज़ देना
ठेसन
(अवाम) स्टेशन (रुक) का बिगाड़
ठस्सा
नक़्क़ाशी बनाने की एक छोटी रुखानी
ठहरा
(ओ) अंगिया के बंद, तनी, ठर्रा
ठहाका
जोर की हंसी। वि० चटपट। तुरंत।
ठाट-बाट से रहना
۔(ओ) शान-ओ-शौकत से रहना। आन बान से रहना
ठाली
(अवाम) ख़ाली, बे कार, बेरोज़गार, बे शगल, निकम्मा
ठिकाने लगाना
संतुष्ट करना, दिलासा देना
ठीक ठाक करना
ठोर ठिकाना बनाना, प्रबंधन करना, इंतिज़ाम करना
ठीक-ठौर
ठिकाना, तौर, तरीक़ा, नियम
ठीकरे मुँह पर टूटना
(ओ) उस शख़्स की निसबत बोलते हैं जिस के मुंह पर लड़कपन सागी बाक़ी ना हो
ठीक्री
(ओ) औरतों का मुक़ाम ज़ेर नाफ़
ठीकरी करना
व्यर्थ में रूपया ख़र्च करना, बहुत अधिक रूपया ख़र्च करना
ठीसरा
विडंबना एंव व्यंग्य की बातें, शरारत की बातें
ठोकरों पर पड़ना
۔(ओ) किसी की ख़िदमत और मारधाड़ में रहना। ज़िल्लत के साथ रहना
ठोकरों पर पड़ा रहना
(अवाम की भाषा) तिरस्कार और अपमान के साथ पड़े रहना, अपमान के साथ रहना, किसी की मरम्मत और पिटाई में रहना
ठौर बे-ठौर
۔(ओ) मौक़ा बे मौक़ा। जा बेजा। नाज़ुक जगह
डेढ़-चुल्लू
(अवाम की ज़बान) थोरा सा, ज़रा सा (पानी, शराब वग़ैरा के लिए प्रयुक्त)
डरोड़ी
(ओ) डरोड़ी - कंकर ठीकरे - खपरे वग़ैरा
डाक्टरन
(अवामी) डाक्टरनी, लेडी डाक्टर
डाँक्टर्नी
(ओ ख़ातून तबीबा, डाक्टरनी मुआलिज
डोली
स्त्रियों के बैठने की एक सवारी जिसे कहार कंधों पर उठाकर ले चलते हैं, उक्त सवारी में बैठकर दुल्हन अपने पति के घर जाती है, एक प्रकार की सवारी, पालकी, शिविका
ढेंड
(काशतकारी) हिन्दी में ढेंडा ऐसे ख़ौल या ग़लाफ़ को कहते हैं जिस में बीज बनता है और बढ़ता है जो आम तौर से डोडा कहलाता है काश्तकारों की इस्तिलाह में चुने के ख़ौल को कहते हैं
ढेंडा
(काशतकारी) हिन्दी में ढीनडा ऐसे ख़ौल या ग़लाफ़ को कहते हैं जिस में बज बनता है और बढ़ता है जो आम तौर पर डोडा कहलाता है काश्तकारों की इस्तिलाह में चुने के ख़ौल को कहते हैं
ढूढ़ना
(अवाम की भाषा) ढूँढना, तलाश करना, खोजना
ढप खाना
(ओ) जमा कराना, इग़लाम कराना
ढय्या
(अविर) ढैया दहलीज़ के माअनों में बोला जाता है
ढरकाना
गिराकर बहाना, ढलकाना, पानी या किसी तरल पदार्थ को पात्र से गिराना या बहाना
ढूला-बंदी
(अवाम की भाषा) सीमा का निर्धारण, खेत या ज़मीन की सीमा का निशान बनाना, क्षेत्रफल की सीमा तय करना
ढाई
संक्षिप्त, थोड़ा सा, बहुत कम
ढाई घड़ी की आना
अचानक मरजाना, ढाई घड़ी के अंदर मर जाना, झटपट मर जाना
ढीले-ज़नाख़
(अवामी) वह पुरुष जिसका स्वभाव औरतों जैसा हो, आलसी व्यक्ति
ढोडा
हिंदूओं में जब कोई बड़ा बूढ़ा मर जाता है तो इस की समधिनें एक गड्डा बना कर लाती हैं और इस के आगे नाचती और सेठनें देती हैं या शब के वक़्त एक टोकरे पर लकड़ियां बांध इस पर पोशिश डाल चिराग़ जला कर गाती बजाती आती हैं उसे ढूढा कहते हैं
ढोबरा
(ओ) मिट्टी का पुराना बर्तन, ठीकरा
ढोलना
ढोल के आकार का बड़ा बेलन जिसे पहिए की तरह लुढ़का कर सड़क का कंकड़ पीटते या खेत के ढेले फोड़कर जमीन चौरस करते हैं
ढोलना हाथों पर होना
(स्त्रीवाची) क़ुरआन शरीफ़ की क़सम खाना
तू चल मैं चल
रुक: तो चल में आया, सब दौड़ पड़े, हर किस-ओ-नाक्स दूर-ओ-नज़दीक वालों की आमद के सिलसिले के मौक़ा पर मुस्तामल
तूँ ताँ करना
आपसी झगड़ा, बहस करना, झगड़ा करना, वाद-विवाद करना, तर्क-वितर्क करना
तू मुझ को तो मैं तुझ को
जैसा व्यवहार करोगे वैसा तुम्हारे साथ होगा
तईं होना
किसी बात का निश्चय कर लेना, पीछे पड़ जाना, तत्पर होना, तैयार होना
तुक्का
(ढलाई) एक साथ कई ढलने वाले बर्तनों की दरमयानी शाख़ जो सब में मुश्तर्क होती है और जिस के ज़रीये पिघला हुआ माद्दा हर बर्तन की जगह पहुंच जाता है
तक़दीर का बदा
भाग्य का लिखा, होने वाली चीज़
तक़दीर खुल जाना
۔۱۔तक़दीर चमकना। २।(मजाज़न) (ओ) शादी होजाना। (रोपाए सादिका) कि छोटी बहन इस के देखते देखते घर बार की होगई और इसी की तक़दीर ना खुली
तक़दीर फूट जाना
۔(ओ) तक़दीर का बिगड़ना।
२। (कनाएन) बुरी जगह शादी होना। ३।मुक़द्दमे मुआमले का बरख़िलाफ़ होना
तक़दीर लौट जाना
क़िस्मत का रूठ जाना, भाग्य का धोखा दे जाना
तकले के बल निकाल देना
न(ओ) कजी निकालना। ख़ूब सीधा बनाना। सारी शरारत दोॗर करदेना। मारपीट के ठीक करना। ए
तकलीफ़ सहारना
कठिनाई सहन करना, दुख उठाना
तकान उतारना
थकन दूर करना, थकावट उतर जाना, सुस्ती दूर करना
तक़ी
परहेज़गार, ख़ुदातरस, संयमी, इंद्रियनिग्रही, भगवान से डरने वाले
तख़्त चढ़ना
(व्यंग) पलंग पर जाना, चारपाई पर चढ़ना, सोना, आराम करना
तख़्त-बख़्त
(ओ: दुआइया) राज सुहाग, राग सुहाग, सुहाग भाग, ऐश-ओ-आराम, ख़ुशनसीबी, ख़ुशइक़बाली, औलाद और ख़ावंद
तंगी-तुर्शी
۔(ओ) किफ़ायत शिआरी। तकलीफ़ के साथ। औरतें 'तुंगा तुरशी'' भी कहती हैं। में किस किस तंगी तुरशी से नोच खसूट कर हर महीने पीछे कुछ जमा करती हूँ और आप के भाई बातों बातों में पूछ कर इस के उड़ाने का सामान करदेते हैं
तेज-तहवार
۔(ह) मुज़क्कर (ओ) हर एक तहवार। ईद। बक़रईद (मराৃ उलार विस) बूवा इस में रंज की क्या बात है, अपनी अपनी क़िस्मत है और समझने को सौ तरह की बातें हैं, इन की बिसमिल्लाह की शादी हुई। रोज़ा रखाया गया। तेज तहवार उन का कौनसा नहीं हुआ
तजवीज़ना
सुझाव देना, सोचना, ग़ौर करना
तेज़ी का चाँद
۔(ओ) सिफ़र के महीने का चांद। मेरा बच्चा तेज़ी का चांद देख कर जो पड़ा है तो अब तक नहीं सँभला
तुझ-मुझ
۔(ओ) अपना बेगाना। हर किस-ओ-नाक्स। हर एक
तड़ख़ कर बोलना
۔ (ओ) ख़फ़गी से किसी बात का जवाब देना। झुँझला कर जवाब देना
तड़ख़ तड़ख़ नूर बरसता है
۔(ओ)मज़ाक़ से बदसूरत बदक़ता की निसबत कहती हैं। ये कौन बुला चली आती है। नहीं मालूम ये नया जानवर किस जज़ीरे का है ज़रा देखना तड़ख़ तड़ख़ नूर बरसता है
तड़ख़ तड़ख़ नूर बरसना
(अवामी) व्यंग्य या मज़ाक़ से बदसूरत, कुरूप के संबंध में कहते हैं
तड़-पड़
۔किसी के जवाब में बगै़र तोक़्क़ुफ़ किए कुछ कहना।२।(ओ) जल्द जल्द। बड़े दोनों बच्चे तड़ पड़ गए गुज़रे। ये हादिसे तड़पड़ हुए
तड़ाक़ा बीतना
भूख से गुज़रना, बिलकुल कुछ न खाना
तड़ाख़ा
(ओ) किसी चीज़ का क़हत, किसी शैय की नायाबी, रुक : तड़ इक्का
तूदा
मिट्टी का ढेर, ठूह, अंबार, राशि
तन पेट का मज़ा
अच्छा पहनने और अच्छा खाने की लत
तन्या
(अवाम) कपड़े की धजी जो नीच ज़ात के लोग सतरपोशी के वास्ते बांध लेते हैं, लँगोटी
तनी
कुरती, चोली, मिरजई आदि में लगी हुई वह डोरी जिससे पहनी हुई कुरती या चोली या मिरजई कसी जाती है।
तबक़
भू-खंड, ज़मीन की सतह का भाग
तबर्रुज
(औरत का) श्रृंगार आदि का (मर्दों पर) प्रकट करना
तंबाकू का हाथी
(ओ) जाहिल औरतों का टोटका जो बुख़ार उतरने के लिए करती हैं तन का हाथी बना कर इस के सिरहाने रखती हैं जिस को बुख़ार हो और पानी और उन वारती हैं और घर की मोरी की तरफ़ ले जा कर ठंडा करती हैं और मन से कहती जाती हैं कि भूका है तो आग खा और प्यासा है तो पानी पी
तबी'अत का गिरा परना
(स्त्रीवाची) थक जाना, थका हुआ होना
तबी'अत तले ऊपर होना
(महिला) मतली आना, जी मतलाना
तुम रूठे हम छूटे
तलाक़ या संबंद विच्छेद के लिए प्रयुक्त है
तमकनत करना
घमंड करना, इतराना, शेख़ी बघारना, डींग मारना, दून की लेना
तमग़ा बिठाना
धाक बिठाना, प्रताप जमाना, बलपुर्मक शक्ति दिखाना
तुम्हारे मुँह में ख़ाक
۔(ओ) इस से कहती हैं जो किसी का बुरा चाहे या ऐसी चीज़ मांगे जो उस की हैसियत से ज़्यादा हो और इस का दीनाज मंज़ूर ना हो। रहमत ने कहा बेगम तो सोॗमों की एक सोॗम हैं में तो ऐसे पैसे ऐसे रुपय को आग लगाकर रख दूं मैंने कहा बोह तुम्हारे मुनह में ख़ाक
तुम्हारे सर की क़सम
सर की क़सम खाने का तरीक़ा (मिर्आतुल अरूस) मिज़ाजदार ने कहा तुम्हारे सर की क़सम चार ही आने को लिया है, यक़ीन मानो, सच्च है
तमाम करना
ख़त्म करना, अंत को पहुँचाना, पूरा करना, समाप्त करना
तमाशा-ख़ानम
हँसने-हँसानेवाली औरत, ऐसी स्त्री जिसकी वातं बड़ी मनोरंजक हों।
तेर करना
गुज़ारना, व्यय करना, ख़र्च करना
तर तेहवार
ईद, बक़र'ईद आदि तीज त्योहार
तेरे सदक़े
(अवाम की भाषा) मै तुझ पर न्योछावर हो जाऊँ तथा चापलूसी के लिए भी कहते हैं
तेरे हाथ टूटें
(स्त्रीवाची, कोसना) मारने वाले को कहती हैं कि जिन हाथों से तू मार रहा है ये टूट जाएँ
तुरई का सा फूल
(शाब्दिक) तुरई के पीले फूल जैसा, (संकेतात्मक) शुद्ध स्वर्ण, खरा रुपया, बेहतरीन और ख़ूबसूरत सिक्का
तुरई की बेल
(ओ) (मजाज़न) लड़की (जो देखते देखते जवान हो जाती है)
तरकम-तरका
۔मुअन्नस। (ओ) अन॒ बन। जज़फ़ाई। मिलना जुलना। मौक़ूफ़ करदेना। अब रहे क़र्ज़दार सैकड़ों कमाते और उड़ाते हैं हमारा आता हुआ नहीं देते बहुतेरों ने तो मुलाक़ात छोड़ दी। मुनह छुपाए दो-चार से तरकम तर का होगई
तुरशा जाना
खटास आ जाना, खट्टा हो जाना
तरह-तरह करना
۔(ओ) फ़र्याद करना। ऐसी पीटक फिया डाली कि सारा महिला तरह तरह करने लगा। देखो तराह तराह
तेरा नूर उड़ जाए
(बददुआ) तेरे चेहरे पर नूर ने रेए, तेरा रूप जाता रहे, तोंद सूरत यू जिए
तेरा बुरा ना हो
तेरा बुरा होने की स्थान पर, किसी से नाराज़गी के अवसर पर भी कहते हैं
तेरा मेरा मुँह देखना
दूसरों का सहारा ढूंडना, हर किसी से मदद का ख़ाहां होना
तेरा-तेज़ी
(ओ) सिफ़र के महीने के अव्वल तेराह दिन जो मनहूस ख़्याल किए जाते हैं केवनके औरतों में मशहूर है कि इन ही दिनों में रसूल मक़बूल सिल्ली अल्लाह अलैहि-ओ-सल्लम बीमार थे नीज़ ये पूरा महीने
तुरी
घोड़े की लगाम। पुं० घुड़सवार। स्त्री० [सं० त्वरा] जल्दबाजी। शीघ्रता। वि० स्त्री० जल्दी या तेज चलनेवाली। स्त्री० [अ० तुर्रा] १. फूलों का गुच्छा। २. मोतियों, सूतों आदि का वह झब्बा जो शोभा के लिए पगड़ी आदि में लगाया जाता है।
तेरी-मेरी
तेरा-मेरा का स्त्रीलिंग, अपने बेगाने की, हर किसी की
तले ऊपर के
(ओ) दो बच्चे जो एक दूसरे के बाद बिला फ़सल पैदा हुए हूँ, रुक : ऊपर तले के
तेल तवा काला
۔सिफ़त (ओ) ऐसी काला जैसे तवे की स्याही तेल में मिली हुई। निहायत काला। मेला कुचैला
तले तीस ऊपर बीस
(ओ) ता-ओ-बाला या दिरहम ब्रहम होने के मौक़ा पर कहते हैं
तेल-गीरी
(ओ) वो कपड़ा जो तेल की चिकनाई से लिबास को महफ़ूज़ रखने के लिए चोटी के नीचे पुश्त पर डाल लेते हैं
तुल्तुल
(अवाम की भाष) बच्चे के पेशाब करने की आवाज़
तल-नज़रा
(लखनऊ) ऐसा व्यक्ति जो नीची नज़रों से देखे
तेल-माश
तेल और माश जो किसी के यात्रा से आगमन पर किसी निर्धन या फकीर को दान के तौर पर देते हैं
तलवे धो धो के पीना
۔(ओ) कमाल इताअत करना। कमाल क़दरदानी करना। आँखों पर रखना।
तलवों तले मेटना
۔(ओ) पामाल करना। रौंदना। जैसे जो मेरे बच्चों को मारे उसे तलवों तले मेट दूं
तलवों से मलना
पैरों से मलना, प्रतीकात्मक: नष्ट करना, रौंदना, मिट्टी में मिलाना, पीसना, पीस डालना
तलवों से लगना सर में जा के बुझना
۔(ओ) सर से पा तक ग़ुस्से में जलना। सरिता पा जलना। निहायत बुरा फ़रोख़त होना
तला देना
हांडी या पतीली के नीचे गीली मिट्टी चढ़ाना ताकि आग से किसी हद तक सुरक्षित रहे
तलाक़ पड़ना
(महिला को) तलाक़ हो जाना, महिला का विवाह के बंधन से स्वतंत्र होना, पति से अलग होना
तला-तोप
(अवाम की भाषा) दौड़ धूप, शोर-शराबा, चीख़-पुकार, ऊधम
तवा सर से बाँधना
अपने आप को शक्तिशाली बनाना, मज़बूत बनाना, सर की हिफ़ाज़त और सुरक्षा कर के लड़ने को तैयार होना
तवा हँसना
कोई काला आदमी पान खा कर हँसता है तो उस पर भी तवे के हँसने की फबती कसते हैं
तस्वीर की हालत
(लाक्षणिक) अत्याधिक सुंदर, बहुत ज़्यादा ख़ूबसूरत, क़ुबूल-सूरत, साहिब-ए-जमाल
तहत-उल-हनक
शाब्दिक: ठोढ़ी के नीचे, प्रतीकात्मक: पगड़ी की बंदिश की एक कला जिसमें उसका एक पेंच ठोड़ी के नीचे से निकालते हैं
तह-दर्ज़
(ओ) जिस की ता भी ना टूटी हो, कोरा, अछूता
तह-दिली
इतमीनान, ख़ातिर जमुई, ख़ुलूस दिल, दिल की सच्चाई या गहराई
तुहफ़गी
(सार्वजनिक उपहास) प्रधानता, प्रशंसा
तहस-नहस
टूटा हुआ, सत्यानास, बर्बाद, तितर-बितर
तहस-नहस गई
वो औरत जिसका कहीं ठोर-ठिकाना न हो
तहातही रख छोड़ना
सुरक्षित से रखना, प्रयोग में न लाना
ताक रखना
घात में लगे रहना, देख-भाल या विचार में लगे रहना, अवसर खोज रखना, समय का लिहाज़ रखना ताड़ रखना
ताक लेना
वस्तूओं का समय पर पहुँचाना, आवश्यक वस्तुओं को समय पर उपलब्ध कराना, निगरानी करना, देख भाल करना
ताजो
۔(ओ) सिफ़त। वो औरत जो भाई के साथ बदसुलूकी करे। बेरहम औरत
ताने घाट कि बाने घाट
۔(ओ) मक़ूला यानी किसी तरह की कमी नहीं है।
तान-तुरूज़
ताना महिना, इशारा किनाया बितरीक़ तज़हीक, तान तशनीअ
ताने-तशने
۔ज़ज़कर। (ओ) तान-ओ-तशनी का मुहन्नद है
ताँबे का तार नहीं
(औरत की भाषा) बहुत ग़रीब है, उस औरत के संबंध में बोलते हैं जिस के पास ज़ेवर बिलकुल न हो
ताँबे-तासीर
(ओ) बहुत कम या कम से कम, ग़नी बूटी नपा शोरबा, ज़रूरत भर की कम से कम चीज़
ताबे'दार
आज्ञाकारी, अनुयायी, आज्ञा मानने वाला, सेवक, सब प्रकार से आज्ञा और वश में रहने वाला
ताबे'दारी
ताबेदार अर्थात् आज्ञाकारी होने की अवस्था या भाव, तुच्छ कामों की नौकरी चाकरी, सेवा, नौकरी आज्ञाकारिता, आज्ञापालन, अनुपालन
तारे तोड़ना
ऐसा काम करना जो हर एक न कर सकता हो, आश्चर्य का काम करना, चालाकी और होशियारी करना
तारे दिखाना
कबूतर बाज़ों में दस्तूर है कि वो कबूतर को जो ऊंची उड़ान भरनेवाला होता है और रात भर उड़ता रहता है, तारे या चिराग़ इस तरह दिखाते हैं कि छलनी इस के मुंह पर रख देते हैं ताकि तारों में उड़ने से न घबराये
तार निकालना
कपड़ा कढ़ाई के कार्य के लिए कपड़े में से तागे निकालना
तारे बाँधना
एक प्रकार का टोटका है पानी की झड़ी रोकने के लिए करते हैं ,प्रतीकात्मक: किसी सिलसिले को रोकना
तार-तार
धागा-धागा, लेयर लेयर, टुकड़ा-टुकड़ा, फट जाना, धज्जी-धज्जी उड़ना, ज़ेवर का कोई हिस्सा एक एक छल्ला, ज़ेवर, रेज़ा-रेज़ा, बोसीदा, जर्जर, बहुत ज़्यादा फटा हुआ कपड़ा, विल्कुल फटा पुराना कपड़ा
तार-बितार होना
(अवामी) बुरा हाल होना, पतला हाल होना या हालत बिगड़ जाना, हालत ख़राब होना
तारा-वारा
۔(ओ) वारा ताबे मुहमल है। (फ़िक़रा) जब तुम दुलहन बिन कर तारे वारे देख चक्कूगी पलट आऊँगी
तारों भरी की रात
۔मुअन्नस (ओ) ऐसी रात जिस में आसमान साफ़ और तारे छिटके हुए हूँ।
ताली वाला
(अवाम की भाष) उल्लू, औरतें उल्लू को मनहूस समझ कर उसका नाम नहीं लेतीं और ताली वाला इस वजह से कहती हैं कि जिस वक़्त उल्लू बोलता है तो औरतें ताली बजाना शुरू कर देती हैं ताकि वह भाग जाए
तावली
जल्दबाज़ी, तेज़ी, हड़बड़ी, जल्दी
तिक्का उतारना
कमज़ोर आस्था की मुस्लिम स्त्रियाँ जो मंगल के रोज़ गोश्त सदक़ा (दान) करके चीलों को खिलाया करती थीं, उसको को 'तिक्का उतारना' कहते थे
तिखारना
किसी बात को दृढ़ या निश्चिचत करने के लिये तीन बार पूछना, पक्का करने के लिये कई बार कहलाना
तितम्बा
(ओ) बखेड़ा, झगड़ा, रोक, मुमानअत, रुकावट
तिनके का सहारा नहीं
۔(ओ) बिलकुल मुफ़लिस है आमदनी का कोई ज़रीया नहीं
तिनकना
झल्लाना, बिगड़ना, नाराज़ होना, अप्रसन्न होना, क्रोधित होना
तिनका तोड़ना
कुछ संबंध या रिश्ता न रखना, बिलकुल अलग हो जाना
तिर-भिर होना
ख़फ़ा होना, नाराज़ होना, बिगड़ना
तिल चाटना
शादी की एक रस्म है कि विदाई के वक़्त दुल्हन के हाथ में काले तिल रखवा कर दूल्हे से चटवाते हैं ताकि इस टोटके से दूल्हा तमाम उम्र दुल्हन का सेवक बना रहे
तिले-दानी
सूई, पेचक, कैंची, आदि रखने का छोटा सा बिटवा या थैली
तिल-भर लहू पहाड़-बराबर मोहब्बत
(अवामी भाष) बेगाने को दोस्त से ज़्यादा दर्द होता है (उस समय बोलती हैं जब अपना दूर का सगा-संबंधी दोस्त से ज़्यादा काम आए)
तिलमिलाना
तिलमिल होना, आँखों के आगे कभी अँधेरा और कभी प्रकाश आना, विवशता के साथ तड़पना, छटपटाना, वो तुम्हारी याद में दिन रात तिलमिलाता है, घबराना, परेशान होना, जल्दबाज़ी करना, क्रोध या अपमान से काँपने लगना, पश्चात्ताप होना, तड़पना, बेक़रार होना, बेचैन होना, चौंधियाना, पीड़ा के कारण विकल होना
तिलमिलाहट
तिलमिलाने की अवस्था या भाव, बेचैनी, बेक़रारी, तड़प
तिलों में से तेल निकालना
क़लील याफ़्त से ख़र्च पूरा करना, किफ़ायत से काम लेना, पूरा डालना, काम चलाना, (मजाज़न) सख़्त मेहनत या मशक़्क़त करना
तीख़ी
तेज़, शोख़, तुतिया मिर्च, ख़ामपारा, मालज़ादी, बेहूदा बातें करनेवाली, बेहया (औरत), उपद्रवी (औरत), ऊंचा (सुर), तीखा की स्त्रीलिंग.
तीन गुनाह ख़ुदा भी बख़्शता है
किसी से गलती की क्षमा चाहने पर बोलती हैं
तीन तेरह बाट
तितर बितर, बिखरा, बर्बाद, ज़ाए
तीलढ़
(ओ) रुक : तैत्तरीय, तीन लड़कों के बाद पैदा होने वाली लड़की, हिंदूओं में ऐसी लड़की को नामुबारक ख़्याल किया जाता है
तीवरी-पेटी
मग़रूर औरत जिस की हरवक़त त्यौरी चढ़ी रहे
तीस दिन
एक माह, हर रोज़, पूरा महीना, पूरा साल
तीसरी
(औरत) चाँद की तीसरी तारीख़ (रूढ़ीवादी महीलाओं की मान्यता के अनुसार तीसरी तारीख़ का चाँन देखना अशुभ होता है)
तीसी
डेढ़ हाथ ऊँचा एक पौधा जिसमें नीले रंग के फूल तथा मटमैले रंग के गोल और घुंडीदार बीज होते हैं, नीलपुष्पी, अलसी, क्षुमा, उमा, पार्वती
तीसों कलाम उठाना
पवित्र कुरआन हाथ में लेकर क़सम खाना
तीसों-कलाम
तीसों पारे, क़ुरआन मजीद, तराकीब में मुस्तामल
तीसों-दिन
रोज़ाना, दिनचर्या, सदैव, हमेशा, तमाम माह, पूरे महीने
तीहा
अपने अभिमान, बड़प्पन, महत्त्व आदि की भावना से उत्पन्न होनेवाला ऐसा हलका क्रोध या गुस्सा जो जल्दी उत्पन्न होने पर भी सहसा उग्र या विकट रूप न धारण करता हो।
तो तो
कुत्तों, कौओं की तरह तिरस्कारपूर्वक किसी व्यक्ति को बुलाने का शब्द
तोप के मुहरे
तोप के सामने, मुसीबत या मौत के मुंह में, मुसीबत के सामने
तोरे वाली
मग़रूर और विवेकहीन स्त्री, नाक वाली, नख़रेबाज़ स्त्री
तोरे-दार
वह प्रतिष्ठित लोग जिन्हें बादशाह की ओर से उत्सवहं में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का दस्तरख़्वान भेजे जाते थे, खानों की थाली बाँटने का प्रबंध करने वाला प्रबंधक
तोरा
सम्मान, प्रतिष्ठा, सामर्थ्य
तोरा जताना
(व्यंगात्मक) चोंचला दिखाना
तोरा-पेटी
नख़रे दिखाने वाली, शेख़ी बाज़, मग़रूर, अभिमानी, घमंडी
तोहफ़गी निकलना
अच्छाई खुलना, भलाई प्राप्त करना, श्रेष्ठता पता लगना
तौबा-तनसूहा
(ओ) तौबा-ए-नसोहा (रुक) का बिगाड़
तौबा-तिल्ला
(उज़्र ख़्वाही या आजिज़ी के साथ) वावेला, गिरिया-ओ-ज़ारी, हाए वए
तौबा-भली
भगवान बचाए, भगवान कृपा करे, ख़ुदा की पनाह
तौबा-है
(ओ) ख़ुदा बचिए, ख़ुदा दूर ही रखे, ऐसा नहीं हो सकता
तौर बे-तौर होना
۱. हालत ग़ैर होना, करीब-ए-मर्ग होना
तौंस
۔(ह) मुअन्नस। शिद्दत की प्यास।
थू थू थुद्दा
जब किसी खेल या शर्त में कोई लड़का हारने लगता है और उसे कोई बहाना मिलता है तो ये शब्द कहता है यानी अभी सही नहीं है
थुक्का-फ़ज़ीहती
अपमान, अपशब्द, गाली, मनमुटाव, तकरार
थुकथुकाना
बुरी नज़र से बचने के लिए या किसी बुरी बीमारी का नाम लेने या सुनने पर थू थू करना
थका-बैल
प्रतीकात्मक: सुस्त आदमी, आलसी, काम चोर, बहानेबाज़
थुड़म-थुड़म
(अवाम की भाष) ताने तिश्ने, थू थू, बुरा भला
थुड़म-थुड़ा करना
अपशब्द कहना, बुरा-भला कहना, थू-थू करना
थुड़ी-थुड़ी
मानहानि, अपमान, बदनामी, रुसवाई, थूथू, लानत मलामत, फ़ज़ीहत
थुतकारना
किसी बरी चीज़ या बुरे असर से पचने के लिए थू थू करना
थुत्कारा
(दर्द-ए-सर या और कोई तकलीफ़) फटकार मारा
थू-थू
बार बार थूकना या थूकने की आवाज़
थूथन
जानवर का मुँह, (अपमानजनक) इंसान का मुँह
थपड़ी लड़ना
ताली बजा बजा कर लड़ना, (औरतों या हिजड़ों की तरह) लड़ना झगड़ना
थाल-खिलाई
(ओ) छुट्टी के बाद की एक रस्म जिस में थाल में ख़ुशका इस पर घी शुक्र और मेवा डाल कर चूमक रोशन कर के ज़च्चा को खिलाते हैं वो खा लेती है तो फिर और सुहागनें खाती हैं
थिग्ली
(लाक्षणिक) मकान या झोंपड़ा
थिगली लगाना
۔(ओ) कपड़े में पैवंद लगाना। जोड़ लगाना। खे़मे में थलगी लगा दो। (कनाएन) कहीं रसाई करना। किसी मुक़ाम की ख़बर लाना।
देखो आसमान में थिगली लगाना
थिड़ी-थिड़ी करना
۔۱۔(ओ) लानत मलामत करना। नफ़रीं करना। बुरा कहना। २।थुक थुकाना। (फ़ुक़्र हो तख़्त के नीचे जूता नज़र पड़ा और ये ख़्याल मौजूद कि जूता तो यहां से किया ख़ुदा ना करे वो नंगे पैर हूँ। आप ही थड़थड़ी की और इस वहम को निकाला
थोड़ा-थोड़ा होना
लज्जित होना, शर्मिंदा होना, पानी-पानी होना
थोथे तीरों से उड़ाना
۔(ओ। हिंदू) कुनद तीरों से उड़ाना ताकि सख़्त तकलीफ़ हो। सज़ाए सख़्त देना। कुनद छुरी से हलाल करना
दुखियारी
(स्त्रीवाची) दुख या विपत्ति की मारी, आफ़त की मारी, प्रताड़ित, दुखी दिल रखने वाली पीड़ित, अत्याचार का शिकार, व्यथित, पीड़ित
दद्दा
(ऊद) देन, देना, अता करना, बख़शिश करना
दूध बचा कर
(औरत) दूध का रिश्ता बचाकर, देख-भाल कर
दन्ती
वो जो सिर्फ़ दाँतों की मदद से निकले
दब्बा
दरख़्त की शाख़ जो काट कर उसका कटा हुआ सिरा ज़मीन में दबा दिया जायेता कि जड़ें निकाल कर नया पौदा बिन जाये
दब्बो-दब्बो होना
(अविर) दब्बू दब्बू करना (रुक) का लाज़िम
दुम के पीछे लगा रहना
(स्त्रीवाची) हर समय साथ-साथ रहना
दुम के रस्ते निकलना
(अवामी) निष्फल साबित होना, काम न करना
दुम के साथ लगा होना
(अवाम की भाषा) पीछा न छोड़ना, हर वक़्त साथ रहना
दम-होश
(अविर) जान वदिल से, हज़ार जान से
दरगोर
मर जाये, क़ब्र में जाये, ग़ारत हो, दूर हो, दफ़ान हो, मुँह न दिखा, मुव्वा मरा हुआ
दरज
वह नज़्म अर्थात काव्य और नस्र यानी गद्य जो शायर अपनी विद्वता के इज़हार के लिए लिख कर अपने पास रखे, काग़ज़, तूमार अर्थात लंबी कहानी या क़िस्सा (जो अप्रिय या अरुचिकर हो) लेखन या कथनों का एक बड़ा संग्रह
दूर-दफ़ान
(अवाम की भाषा) ग़ाएब हो जाए अलग हो
दर-दामन
(स्त्री) अचकन, कुर्ता, अंगरखा या ओढ़नी, चादर आदि का दामन अर्थात् आंचल का भाग
दर्दीं लगना
(स्त्रीवाची) दर्द लगना, प्रसव पीड़ा शुरू होना
दूर-सरक
(अवामी) दूर हो, निकल जाओ, हिट जाओ
दरीख़ाना
(अवाम की भाषा) दरगाह, बादशाहों का दरबार; श्रीमान, हुज़ूर, जनाब
दवात-क़लम
(अवाम की भाषा) नक़द कुछ नहीं सिर्फ़ साख ही है
दुश्मन के कान बहरे
(अविर) ख़ुदा ना करे, ख़ुदा-ना-ख़ासता वग़ैरा