"प्राचीन" टैग से संबंधित शब्द
"प्राचीन" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
काफ़िर होना
۱. मुनकिर-ए-दीन होना, दीन से फिर जाना, इस्लाम से ख़ारिज होना, ख़ुदा से मुनकिर होना
जाँकड़ा
झाड़ी, (रुक) झा नुक्कड़ (क़दीम)
फाँटा
लोहे वा लकड़ी का वह झुका हुआ या कोणयुक्त टुकड़ा जो मिलकर कोण बनाती हुई दो वस्तुओं को परस्पर जकड़े रखने के लिये जोड़ पर जड़ दिया जाता है, कोनिया
रिवाज पाना
प्रचलित होना, जारी होना, आम होना, किसी चीज़ का चलन होना
'अक़्ल बंदना
बुद्धि का काम न करना, कुछ समझ में न आना
अख़्तरी
(प्राचीन) सौभाग्यशाली, शालीनता
अख़ूँ-माँ
बात-चीत के मध्य अपने से बड़े या छोटे को पुकारने का वाक्य
अछूता
जो बरता न गया हो, अप्रभावित, उपेक्षित, बचा हुआ, नया, शुद्ध
अज्ञान-पन
नादानी, अज्ञानता, मूर्खता (प्राचीन)
अज़हारी
(प्राचीन) प्रकट या स्पष्ट रूप से सामने आना
अटोक
जिसको गति या प्रवाह में कोई बाधा न पड़ी हो, बराबर चला चलने वाला
अदब करना
शिष्टता से व्यवहार करना, आदर करना, सत्कार करना
अदब-क़ा'इदा
विधि, विधान एवं नियम (अधिकांश सभ्यता एवं शिष्टता से संबंधित)
अंदाज़ा
अनुमान, अटकल, किसी कार्य के लिए व्यय आदि का अनुमान
अपना ख़ून अपस सर बसाना
आत्महत्या करना, ख़ुदकुशी करना
अफ़सोस
(विफलता या निराशा आदि की अवस्था में) मन में होने वाला खेदयुक्त पश्चात्ताप, पश्चाताप, खेद
अबला-बली
अधिक शक्तिशाली, बहुत बलवान,
अंबियों
(क़दीम) अनबया (रुक) की जमा अलजमा (उर्दू)
अभी
अभी वर्तमान में, लगे हाथों, वर्तमान छड़ में
अलडाना
चीख़ना, शोर मचाना, फ़रियाद करना, अड़ड़ाना, अराना
'अलम उचाना
झंडा उठाना, झंडा लेकर चलना तथा करबला में बलिदान देने वालोन की स्मृति में झंडोंं का जलूस निकालना
'अलम ऊचाना
झंडा उठाना, झंडा लेकर चलना तथा करबला में बलिदान देने वालोन की स्मृति में झंडोंं का जलूस निकालना
अलापन
उल्लाप करने की क्रिया या भाव
असर
प्रभावशीलता, प्रभावकारी होने की अवस्था
अहार
खाना, ग़िज़ा, ख़ुराक, भोजन
आ बनना
विपत्ति में पड़ना, घटना होना, दुर्घटना होना (पर या यह के साथ)
आँख नाक से डरना
अंगों की सलामती के लिए ईश्वर से डरते रहना और बुरे काम से बचना, दिव्य दंड से डरना, पाप के दंड से डरना
आँखें फुड़वाना
अंधा कर देना (पुराने ज़माने की एक सज़ा)
आँख बताना
(प्राचीन) आंखों की सुंदरता दिखाना
आँखों की सूइयाँ रहना
(शाब्दिक) (प्राचीन कथाओं में) जादू से प्रभावित किसी के पूरे शरीर से काँटे निकल आना और सिर्फ आँखें की न निकलना (जिनके निकल जाने के बाद जादू के प्रभाव से मुक्ति का विचार जुड़ा होता है)
आगाह-पना
(क़दीम) इलम, वाक़फ़ीयत,इर्फ़ान
'आज़ू
उज़्व की पुरानी वर्तनी, शरीर का कोई भाग या अंग, अंग, अवयव
आज कूँ
आज, ऐसे अवसर पर, ऐसे दिनों में (अक्सर पछतावा एवं इच्छा के अवसर पर प्रयुक्त)
आज कल कहना
टाल मटोल करना, झूठा वादा करके टालना
आज़ाद
सामान्य नियम या उसूल से मुक्त, निरस्त, ज़्यादा ऊंचे पद वाला या मुक्त किया हुआ
आँतों के बल खुलना
कई भुखों के बाद पेट में भोजन जाना (साधारणतया बहुवचन में प्रयुक्त)
आँतों से क़ुल की बाँग आना
बहुत भूख लगी, भूख की तीव्रता में अल्लाह याद आने लगा
आना
आगमन; चल कर पास ; कहीं जाकर वहाँ से पहले वाले स्थान पर पहुँचना.
आफ़त भरना
(क़दीम) रुक : आफ़त बरपा होना
आबा-ए-'उल्वी
(ज्योतिषशास्त्र) नौ आकाश, सप्तग्रह
आमान
शांति,उपकार, पक्ष, बचाव, रक्षक, रक्षण, रक्षा, शरण, संरक्षण
आमोख़्ता
पढ़ा हुआ पाठ, पढ़े हुए पाठ को फिर से पढ़ना, पढ़े हुए पाठ को पुनः दोहराना, उद्धरणी
आराम खींचना
संतुष्टि का आनंद प्राप्त करना, चैन पाना
आ'वानी
(प्राचीन) मदद, सहायता, सहारा
आशाम
पीना, मय-नोशी, पीने वाला, रात का खाना
आह-मारन
ज़ोर से हाए कह कर साँस खींचना, विलाप और वावेला करना, आह मारना, हाए करना, कलपना
इक़्लीम
द्वीप, इलाक़ा, क्षेत्र, जलवायु
इख़्तियार करना
ग्रहण करना, प्रयोग में लाना, मामूल बनाना, व्यवहार में लाना
इन्हों
किसी तीसरे को व्यक्ति को इंगित करना जो समीप में हो, यह व्यक्ति, ये व्यक्ति
इब्री
(क़दीम) झल्ला बोर, झिलमिल करता, ज़रक़-बरक़ (लिबास)
इल्ला
लेकिन, अगर, मगर, परन्तु, नहीं तो, वरना, सिवाए
इस
' ये ' की मुग़ीरह हालत (जो' ये') से पहले पर, तक, से, का, को, में, य वग़ैरा (हुरूफ़ रब्त, अलामत ज़र्फ़ या हर्फ़-ए-ईज़ाफ़त) आ जाने से पैदा होती है. जैसे : इस से, इस को, इस पार, इस तरफ़, इस का, उस की, इस के, वग़ैरा
उघाना
: उगाना, पीद अकऱ्ना (क़दीम)
उड़गन
सितारे, तारे, तारों का झुंड
उड़ाना
(इधर उधर) फैलाना, बिखराना
उड़ी
' उड़ना ' (रुक) से हालिया-ए-तमाम और तरकीबात में मुस्तामल
उतारू
(क़दीम) बेड़ा पार लगाने वाला
उदास
सूना, वीरान, उजाड़ (ज़मान-ओ-मकान इत्यादि के लिए)
उन्हों
किसी तीसरे को व्यक्ति को इंगित करना जो दूरी पर, वह व्यक्ति, वे व्यक्ति
उलट
पीछे, जहाँ से चला था वहीं, औंधा, इधर का उधर, विपरीत, विरुद्ध, और का और, क्रमविरुद्ध
ए'तिराज़ी
(क़दीम) जिस को सकी बात पर एतराज़ हो, नाराज़, इंकारी
कजला
काजल का लघु, काला, कालापन
कड़क
(बनोट) दाहिनी तरफ़ से हरीफ़ की बाएं पिंडली पर क्या जाने वाला वार
कड़का
वस्तुओं के आपस में टकराने या टूटने-फूटने से उत्पन्न तेज़ ध्वनि, कड़ाके की आवाज़
क़ुर्बानी करना
(क़दीम) जान नज़र करना, क़ुर्बान होना
कुर्सी
शोबा (ख़ुसूसन किसी मज़मून का शोबा-ए-तालीम-ओ-तदरीस)
कस
व्यक्ति, लोग, कोई, मज़बूत, ज़ोर
कसना
एक मसलट कपड़ा जिस को औरतें मेहंदी लगाने के बाद हाथ पांव में बांध लेती हैं
क़ाबिल
लिखा-पढ़ा, विद्वान, बहुत पढ़ा-लिखा आदमी
काला
काले रंग के कबूतर की एक क़िस्म
किफ़ायत करना
काफ़ी होना, आवश्यक्ता को पूरा करना
ख़ज़्रा
हरियाली, सब्ज़ा, हरी घास, हरा
ख़ुदाई
ईश्वर-कृपा, ईश्वर-महिमा, दया-दृष्टि, विभूति, ईश्वरत्व, संसार, जगत्, दुनिया, सृष्टि, दुनिया, राज, हुक्मरानी
गजगजाना
खड़कना, भिनभिनाना, भिन्न भिन्न की आवाज़ निकालना
गत करना
बुरी हालत करना, ख़राब कर देना
गुदाज़
(सूफ़ीवाद) इससे तात्पर्य सालिक की हस्ती का टूटना है
गर्मा-गरम
ऐसा गरम जिसमें अभी ठंढक बिलकुल न आने पाई हो। काफी गरम। जैसे-गरमागरम चाय या दूध
गिरना
(उरूज़) किसी मिसरा में एक हर्फ़ का वज़न से ख़ारिज हो जाना
गोड़-मंडान
इन्द्र धनुष, धनुक (प्राचीन हिंदी शब्दकोश)
घात करना
अवसर देखना, दांव लगाना, धोखे से वार करना
चटका
(प्यास की) शिद्दत, सख़्ती
चराग़ाँ
चराग़ों का जलना, पंक्तियों में बहुत से दीपक जलाने का कर्म
चहल-ए-मिनार
चालीस मिनार, ईरान के एक पराचीन एवं उजड़े हुए नगर तख़्ते जमशेद का दूसरा नाम
चाई-चाटा
जिसके सर पर बाल न हों, जिसके सर के बाल उड़ गए हों, गंजा
चाबुकी
फुर्ती, तेज़ी, चुसती, चालाकी, निपुणता, दीक्षता, होशियारी
चिरा
क्यों, किसलिए, किस कारण।।
ज़ख़्म बाँदना
घाव को मरहम आदि लगा कर कपड़े की पट्टी से बाँधना, घाव की मरहम पट्टी करना
जुड़ना
गाड़ी वग़ैरा में बैलों या जानवर का जितना
जपना
याद करना, स्मरण करना, दोहराना
ज़ू-फ़ुनून
चालाक, छल करने वाला, धोखेबाज़, कपटी, चतुर
ज़वाइद
अनावश्यक बातें, व्यर्थ, फ़ालतु, अधिक
ज़ह्हाक
ईरान का एक बहुत ही अत्याचारी बादशाह जिसे फ़िरी ने गिरफ्तार किया था
ज़ात-इल-बुरूज
(लाक्षणीक) आठवाँ आसमान जिसे कुर्सी भी कहते हैं, राशियोंवाला आकाश, अर्थात् सबसे ऊपरी आकाश
जान-सिपार
(लाक्षणिक) वफ़ादार, आज्ञाकारी
ज़िंहारी
त्राण चाहनेवाला, शरणागत, प्रतिज्ञा करनेवाला
जोती
किसी देवी-देवता के सामने जलाया जाने वाला दीया, जोत
झरना
पहाड़ों आदि में ऊंचे स्थान से नीचे गिरनेवाला जल-प्रवाह।
टप्पा
(मूसीक़ी) एक किस्म का गाना या गीत
टुमना
(क़दीम) दिखका देना, सर्काना
ठार
खेत खलियान वो जगह जहां किसान सामान रखते और देख भाल करते हैं
तुंद
तीव्र, तेज़, शीघ्र, त्वरित, वेग, फुर्तीला
तदफ़ीनी कमरा
(आसारे-ए-क़दीमा) एहराम मिस्र का एक ख़ुसूसी ता ज़मीनी कमरा जहां मम्मी को दफ़न करते थे
तपंचा
तपंचा, छोटी बंदूक़, पिस्तौल
तह बैठना
(उमूमन गर्द वग़ैरा का) किसी सतह पर जम जाना, परत जिम जाना
ता'लीक़
(तिब्ब क़दीम) किसी दवा को गर्दन या किसी दूसरे उज़ू में बांधना या लटकाना
दरमियानी
मध्य से संबंधित, मध्य, बीच का, बीच या मध्य का, दरमियान वाला
दौनियात
(पुरातत्त्व) खपरे, पथरीले टुकड़े
धात
एक बीमारी जिस में रक़ीक़ मनी पेशाब के साथ या क़बल-ओ-बाद आती है, जर्यान
नेज़ा-दार
(पुरातन) सवा नेज़े पर आया हुआ, अत्यधिक प्रकाशमय (सूरज)
नमाज़ क़ज़ा होना
(क़दीम) । नमाज़ फ़ौत होना, नमाज़ का ज़ाए या बेसूद होना
नमारिक़
वो गद्दे जो सवार और ज़ीन के मध्य रखते हैं, तकीया (प्राचीन)
नूह
शामी या इबरानी (यहुदी, ईसाई, मुसलमान) मतों के अनुसार एक पैगंबर का नाम
नाकी
घुंडी, बटन, डोरे की घुंडी फंसाने का तागे का बना हुआ गोला
नाम-ज़दी
उपस्थिति, पेशी, निरीक्षण, परेड
नासिक
ईश्वराराधना करनेवाला, इबादतगुज़ार, बलिदान करनेवाला, कुर्बानी करनेवाला।
नासिका
नाक, नासा, घ्राणेंद्रिय, नथुना, हाथी की सूँड़, नाक जैसी आगे निकली हुई कोई चीज़
निभ
अनुरूप, तुल्य या समान प्रतीत होनेवाला
नियारना
कोई तरल पदार्थ इस प्रकार स्थिर करना कि उसमें घुली या मिली हुई कोई वस्तु उसके तल में बैठ जाय
निरबिसी
एक दवा का नाम, निविषी (ओषधि), तिरयाक (क़दीम)
नौ-ख़ेज़
नया जमा हुआ, नया उगा हुआ, जो अभी पैदा हुआ हो
नौबत बजना
नक़्क़ारा बजना, नगाड़ा बजना, नगाड़े पर का पीटा जाना (प्रातःकाल के साम, प्रायः पाँच समय)
पुर्खा
सयाना और वृद्ध व्यक्ति, बुज़ुर्ग, बुद्धिमान, वृद्ध व्यक्ति
पुर्ज़ा
(मजाज़न) चालाक, होशयार, शरारती (चलता, के साथ)
प्रथम
क्रम, गणना या पंक्ति में जो सबसे पहले हो, पहला, अव्वल
पूरा
जितना आवश्यक, उचित या संभव हो, उतना। भरपुर। यथेच्छ। यथेष्ट। जैसे-यहाँ सब चीजें पूरी हैं, किसी चीज की कमी नहीं होगी। मुहा०-पूरा पड़ना = जितनी आवश्यकता हो, उतना होना। यथेष्ट होना। जैसे-तुम्हारा तो सौ रुपये में भी पूरा नहीं पड़ेगा।
पिंकी
नशा की हालत जो अफ़यून खाने से होती है, सोने जैसी अवस्था में होना
पिलक
चितकबरा कबूतर, पीले रंग की एक चिड़िया जो मैना से कुछ छोटी होती है, और जिसका स्वर बहुत मधुर होता है, पियरोला, जर्दक
फाँदना
उछलना, कूदना, छलांग मारना, फलांगना, बांधना, किसी को फंदे या जाल में फंसाना, क़ैद में डालना
बटाना
बाँट लेना, कुछ हिस्सा छोड़कर कुछ हिस्सा ले लेना
बैत
शायरी में चार पंक्तियों के बाद के शेर को बैत कहते हैं
बंद करना
मनवा लेना, निरुत्तर करना, चुप करना, बोलने न देना
बंद धरना
हलक़ा डालना, गिरह डालना (क़दीम)
बंद पकड़ना
सख़्त गिरिफ़त में लेना, क़ैद करना (क़दीम)
बदा'अत
अनोखापन, अनूठापन, बेमिसाली
बनजना
किसी के साथ किसी तरह की बात-चीत या लेन-देन निश्चित करना। जैसे-किसी की लड़की के साथ अपना लड़का बनजना (अर्थात् ब्याह पक्का करना)। स०१. व्यापार करने के लिए कोई चीज खरीदना। २. किसी को इस प्रकार वश में करना कि मानो उसे मोल ले लिया गया हो।
बूम उठाना
चिल्लाना, चीख़ना, शोर करना
बर-'अक्स में आना
विरोधी होना, मुख़ालिफ़ होना
बर-जा
अपनी अवस्था पर स्थिर, उचित
बरीद
पत्र आदि के आवागमन का प्रबंध या विभाग, डॉक
बल
उक्त का वह व्यावहारिक रूप जिससे दूसरों को दबाया, परिचालित किया अथवा वश में रखा जाता है।
बसावा
निवास, बसाव, आबादी (प्राचीन)
बहराम
ईरानी साल के हर महीने की बीसवीं तारीख
बात आ बनना
हालत ख़राब होना, दुर्गति होना
बात ठेलना
बातचीत की दिशा मोड़ना, बातचीत को दूसरी दिशा में मोड़ना
बात तोड़ना
किसी की बात-चीत के मध्य में बोल उठना, बात-चीत को काटना करना, बात काटना
बात दूर-दराज़ होना
समझ से दूर होना, बुद्धि के विरुद्ध होना, ठीक न बैठना
बात बहकना
मुँह से ऊल-जलूल निकल जाना, बेतुकी बात ज़बान पर आना (प्राचीन)
बात भारी लगना
बातों को नागवार महसूस होना, बात दिल को बुरी लगना (पुराना)
बात से बाहर होना
अवज्ञा करना, आज्ञा न मानना
बार करना
लादना, भरना, जानवर, संदूक़ या गाड़ी आदि में सामान रखना
बाला
(सौ इफ्फी) सके का सीधा रुख़ यानी वो रुख़ जिस उद हाकिम-ए-वक़त का चहरा या इस के हुक्म से कोई ख़ास अलामत बतौर निशानी बनी हो
बाव छूटना
साँस लगाना, साँस उखड़ जाना, मर जाना (प्राचीन)
बा'स
ख़ाब या ग़शी से उठने का अमल, मायूसी वग़ैरा में एक बार बैठ जाने के बाद दुबारा किसी अमल के लिए उठ खड़े होने की सूरत-ए-हाल
बिराजना
बैठना, (आदरसूचक), शोभित होना, शोभा देना, आना, तशरीफ़ लाना, ऐश करना, मज़े करना, लुतफ़ उठाना
बिराना
किसी को चिढ़ाने के लिए मुँह विलक्षण मुद्रा का बनाना, मुँह चिढ़ाना, बिरावना
भूके कुत्ते को हड्डी पौ 'ईद है
अभिलाषी को थोड़ा ही बहुत होता है
भेट लेना
क़ुर्बानी (फ़िद्या) तलब करना
भेंट लेना
चढ़ावा लेना, भेंट लेना, जान या माल की बलि लेना
भड़कना
तेज़ी से जलना, गर्म होना; तमतमाना, आवेश में आना; उत्तेजित होना
भेदना
प्रभावित होना, असर करना, पसंद आना
भला
(व्यक्ति) जो सदाचारी हो और दूसरों की भलाई या हित करना या चाहता हो, शुद्ध हृदय और सात्विक प्रवृत्तियोंवाला
भुलाना
ऐसा प्रयत्न करना कि पुरानी विशेषतः दुःखद घटनाएं या बातें स्मरण-शक्ति में न आवें।
भिड़ाना
आपस में लड़ाना, सामने लाना, किसी चीज़ में टक्कर मारना
भोग
एक भजन और रागिनी का नाम जो सुबह के वक़्त कृष्ण जी के भोग की तारीफ़ में गाते हैं
भोंदू
मन को रिझाने वाला, मनमोहक
भौं में गाँठ बारना
चेहरे से क्रोध का स्पष्ट होना, अप्रियता स्पष्ट होना, अप्रसन्न होना, ख़फ़ा होना
भौकट
मालिक, भोक्ता (रुक) (क़दीम)
भौंरा
गोबर का स्याह परदार कीड़ा : रुक भवनड मानी नंबर १
मकान
निवास, रहने की जगह, गृह, गेह, आवास, निकेतन, भवन, सदन, सद्म, घर, वेश्म, स्थान, जगह, घर के सदस्यगण, पदवी, स्तित्त्व
मख़्मूरी
(क़दीम) ख़ुमारआलूद, मख़मूर, नशे में चूर
मंगल
(सालो तिरी) घोड़ों का एक रंग
मुग़ीलाँ
कीकर, बबूल का पेड़, ईरान का एक काँटेदार वृक्ष (प्राचीन परंपराओं के अनुसार इस पर भूत रहते हैं)
मज़हर
जहां कुछ दिखाया जाए, प्रकट होने का स्थान, अखाड़ा, झांकी की जगह, तमाशे का मंच
मजाल
(शाब्दिक) घूमने-फिरने की जगह, चौगान फिराने का मैदान, चक्कर देने का मैदान
मूतारी
मूत्र विसर्जन की जगह, मूत्रालय
मदहानी
दही मथने का एक बरतन, मथनी (प्राचीन हिंदी साहित्य) मंदिरा नामक पर्वत जिसे भगवान् विष्णु ने एक बहुत बड़े कछुए का रूप धारण करके अपनी कमर पर उठा कर समुद्र को बिलोया था, समुद्र-मंथन
मैदान
ऐसा विस्तृत क्षेत्र या भूखंड जो प्रायः समतल हो और जिस पर किसी प्रकार की वास्तु-रचना आदि न हो। दूर तक फैली। WEIG हुई सपाट जमीन। मुहा०-मैदान करना या छोड़ना = किसी काम के लिए बीच में कुछ जगह खाली छोड़ना। मैदान जाना-शौच आदि के लिए, विशेषतः बस्ती के बाहर उक्त प्रकार के स्थान में जाना। पद-खुले मैदान सब के सामने।
मन्ना
(क़दीम) तस्लीम होना, क़बूल होना, मुस्तजाब होना (दरख़ास्त, दुआ वग़ैरा)
मुफ़रद
(क़वाइद) वो जुमला जिस में सिर्फ़ एक फे़अल हो
मुबालग़ा
(बदी) मदह या हजव में इतनी ज़्यादती जो फे़अल या आदत या दोनों की रोओ से मुम्किन ना हो
मर्ग़ूब
(विरल) मज़ेदार, लज़ीज़ अर्थात स्वादिष्ट
मरम्मत करना
(किसी चीज़ को) ठीक करना, दुरुस्त करना, सुधारना
मूल
(शकारयात) शिकार के लिए घात में बैठने की ज़मीन दोज़ बनाई हुई जगह या घूंगटदार बनाई हुई आड़
मैल पकड़ना
(क़दीम) गंदा करना, आलूदा करना, नापाक करना
मेला करना
मेले में जाना, सैर तमाशे में सम्मिलित होना
मुलाहज़ा
देखना, ग़ौर करना, ध्यान देना, अनुशीलन, चखना, निरीक्षण; देखभाल, ग़ौर-ओ-फ़िक्र और ध्यान से देख भाल, तवज्जा, अध्यन, पढ़ाई, लिहाज़, सम्मुख, सामने
मुस्तक़बिल
सामने आने वाला, आगे आने वाला, आने वाला ज़माना, आने वाला वक़्त, भविष्यकाल
मुस्तजाबी
स्वीकृत, स्वीकार्य, मान्य सहमत
मस्तूरी
छिपाव, दुराव, पोशीदगी, प्रतीकात्मक: पार्साई, औरत, ख़ातून
मुस्ता'रिबा
अरबों के शासन काल में रहने वाले नसरानी, ईसाई
महताबी
प्रासादों आदि के आगे का बाग के बीच का गोल चबूतरा जिस पर बैठकर चाँदनी का आनन्द लिया जाता है।
मुहद्दस
नया पैदा किया गया, नव निर्मित
मुँह-फट
जो अपनी जबान को वश में न रख सके और जो कुछ मुँह में आय कह दे, ओछी या कटु बात कहने मे संकोच न करने वाला, जिसकी वाणी संयत न हो, बोलने में इस बात का विचार न करने वाला कि कोई बात किसी को बुरी लगेगी या भली, बदज़बान
महाल
जगहें, बहुत से मकान, मंज़िलें, उतरने की जगह अथवा हवाई अड्डा
मीर
सद्र अर्थात अध्यक्ष, सिंहासन अथवा गद्दी पर बैठने वाला (सामान्यतः किसी महफ़िल में)
यक-दम
एक दम, अचानक, इसी समय, आँख झपकते ही, यकायक
यख़
बर्फ़, ठंड से जमा हुआ जल, आईस
यदा
(अनादि) जब, जिस समय, जिस वक्त, जबकि
यदा-कदा
(प्रचीन) जब तब, कभी कभी, जब कभी
योजन
एक में मिलाने की क्रिया या भाव, संयोग, मिलान, मेल, योग
रूप
किसी पदार्थ का वह बाह्य गुण या विशेषता (आयतन, वर्ण आदि से भिन्न) जिससे उसकी बनावट का पता चलता है। पिंड, शरीर आदि की बनावट का प्रकार और स्थिति सूचित करनेवाला तत्त्व। आकृति। शकल। सूरत। पद-रूप-रेखा। (देखें)
रिवाज
इज़्ज़त, प्रतिष्ठा, भरम (प्राचीन)
लुच
(मजाज़न) (क़दीम) दीवाना, आवारागर्द
लड़ना
आपस में एक दूसरे को गिराने, दबाने, नीचा दिखाने आदि के लिए ऐसी क्रिया, आचरण या व्यवहार करना जिसमें शक्ति का प्रयोग होता हो। जैसे कचहरी में मुकदमा लड़ना।
लाही
अचेत, बेसुध, बेहोश, जिसे ध्यान न रहे, असावधान, ग़ाफ़िल, खेलनेवाला, क्रीडक।
वफ़ादारी
स्वामिभक्ति, वफ़ादार होने की क्रिया या भाव, स्वामी या मित्र का तन, मन, धन से साथ देना, नमक हलाली, निष्ठा
विधान
बतलाया हुआ ढंग, प्रणाली या रीति
विसाल होना
मुलाक़ात नीज़ इंतिक़ाल होना
शबीना
रात की बची हुई वस्तु, बासी, पर्युषित, रात का, रात्रीय, रमज़ान के महीने में कुरान का वह पाठ जो एक रात में खत्म हो जाता है, रात से संबंधित
शुमूल
(प्राचीन) ऊन से बुना हुआ कपड़ा, ऊनी कपड़ा
शुमारी
गिनती, हिसाब, शुमार करने का काम, गिने चुने, गिना हुआ, गिनती का, अहम ख़ास
संकल्प
वसीयत, दृढ़ निश्चय, प्रतिज्ञा, अह्दनामा
सूखना
जलहीन होना, जल न रहना, रस आदि से रहित होना, मुरझाना, नमी दूर होना, गीलापन दूर होना, ख़ुशक होना, घटना, कम होना, सिकुड़ना, उदास होना, रोग, चिंता आदि से दुबला होना, दुर्बल होना, नष्ट होना, डरना, ख़ौफ़ खाना, शर्मिंदा होना, कुढ़ना, किसी आर्द्र या तर पदार्थ का ऐसी स्थिति में आना कि उसकी आता या तरी नष्ट हो जाय, जैसे-गीली धोती सूखना, तरकारी या फल सूखना
संगीन
पत्थर का बना हुआ, मज़बूत, ठोस, टिकाऊ
सब्र देना
۱. तसकीन देना, तसल्ली देना, इज़्तिराब-ए-दिल दूर करना, दिलासा देना, ढारस बंधाना
सर बाँधना
घोड़े की बाग इस तरह पकड़ना कि चलते में इस की गर्दन सीधी रहे और इधर उधर ना हो सके
सरख़ैल
फ़ौज: जो दस सवारों का सरदार हो
सुल्ह करना
(क़दीम) दरुस्त करना, बेहतर बनाना, इस्लाह करना
सलाई
आँखों में सुरमा या काजल लगाने की गोल पतली सलाख
साती
साथी, रफ़ीक़, दस्त, हमदम (क़दीम उर्दू की लुग़त)
साफ़ा
सिर पर बाँधने की पगड़ी, मुरेठा, मुड़ासा, शिरोवेष्टन, उष्णीष, सफ़ाई सुथराई
सिक्का
आज-कल निर्दिष्ट मूल्य का वह धातु-खंड जो किसी राजकीय टकसाल में ढला या ठप्पे से दबाकर बनाया गया हो और पदार्थों के क्रय-विक्रय, लेन-देन आदि विनिमय के साधन के रूप में काम आता हो। जैसे-रुपया, अठन्नी, पैसा, अशरफी, गिन्नी आदि। (कॉयन)
सिफ़ात
'सिफत' का बहु०, गुण, खूबी, लक्षण, (प्राचीन) हालत, स्थिती
हवाई
(नेज़ा बाज़ी) नेज़ा मारने का एक अंदाज़
हिंदू
(प्रचीन) भारत का रहने वाला
हिन्द
भारत वर्ष, हिन्दुस्तान, अविभाजित भारत, भारतीय उपमहाद्वीप, हिन्दुस्तान और पाकिस्तान उपमहाद्वीप
हिल जाना
(क़दीम) अटक जाना, रुक जाना
हो आना
सदा से ऐसा होना, घटित होना, होना
हो गुज़रना
घटित होना, प्रकट होना, बीतना
हौज़-ख़ाना
हौज़ (जिस में पेशतर फव़्वारा होता है) (क़दीम)