अधिक खोजे गए शब्द
सहेजे गए शब्द
आठ बार नौ त्योहार
सुख-सुविधा और आराम का शौक़ या लगन ऐसा बढ़ा हुआ है कि युग और समय उसको अल्प व्यय नहीं करने देता
चमनिस्तान
ऐसा बाग़ जहाँ फूल ही फूल हों, ऐसी जगह जहाँ दूर तक फूल ही फूल और हरा भरा नज़र आए, वाटिका, चमन, बाग़
दादरा
संगीत में एक प्रकार का चलता गाना (पक्के या शास्त्रीय गानों से भिन्न), एक प्रकार का गान, एक ताल
मज़दूर
शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर
दूध-शरीक बहन
ऐसी बालिका जो किसी ऐसी स्त्री का दूध पीकर पली हो जिसका दूध पीकर और कोई बालिका या बालक भी पला हो, धाय संतान, दूधबहिन, दूधबहन
"चिकित्सा" टैग से संबंधित शब्द
"चिकित्सा" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
धुँगारना
(बावर्चीगिरी) खाने की चीज में तड़का देना, इसकी विभिन्न विधियाँ हैं एक ये कि प्याज़ की छोटी कटोरी सी बना कर भरते, दाल या रायता में रखी जाती है इसमें दहकता हुआ कोयला रख कर फ़ौरन ढांक दिया जाता है जिससे खाने में एक विशेष सोंधी सुगंध पैदा हो जाती है जो हिंदू प्याज़ नहीं खाते वो रोटी के टुकड़े पर कोयला रख कर उसपर घी या तेल और ज़ीरा आदि डाल कर ऐसी ही सुगंध बसाते हैं, बघारना, छौंकना, तड़का देना
संग्रहणी
(चिकित्सा) अतिसार का एक रूप जिसमें भोजन बिना पचे ही मलरूप में बाहर आता है, एक रोग जिसमें पतले दस्त आते हैं, बदहज़मी, पेचिश
अख़्ज़
मालूम बातों से या बुद्धि से नतीजा निकालने का माल, कुछ बातों को मिला कर बुद्धि की मदद से किसी निष्कर्ष पर पहुँचना
अख़्लात
शरीर के चार लसीकाएं जो भोजन के पाचन से उत्पन्न होती हैं, वात, पित्त, श्लेष्मा और रक्त, शारीरिक धातु
अड़ूसा
एक बूटी जिस का गाँठदार पौधा ऊँचा फूल सफ़ेद और पत्ते आम के पत्तों से मिलते-जुलते हों (सामान्यत: दवा में प्रयुक्त) एक प्रकार का पौधा जो मालाबार में पैदा होता है और दवाइयों में काम आता है
अनोशदारू
विषनाशक, जानवरों के शरीर से निकलनेवाला एक तरल पदार्थ जो विष आदि का प्रभाव समाप्त करने की क्षमता रखता है, ज़ह उतारनेवाली दवा अथवा विषहर
'अफ़न
उफ़ूनत, मुतअफ़्फ़िन होना, सड़ना, गलना, फ़ासिद होना, बदबूदार होना, नम पदार्थ की नमी, ख़राब गर्मी के प्रभाव से, ख़राब स्थिति में परिवर्तित हो जाती है, लेकिन उसका आकार और प्रकृति बनी रहती है।
अफ़संतीन
ऊँची डंडी और बहुत सी पत्तियों का एक पौधा जिस का फूल बाबूना के रंग रूप में समान और जिस के मध्य स्पंद के जैसे तेज़ बू और कड़वे बीज होते हैं (दवा में प्रयुक्त)
'अमल-ए-क़द्ह
(तिब्ब) मोतियाबिंद में क्या जाने वाला एक अमल जिस में फ़रनीह में पुतली के सामने सोई चुभो कर रतूबत जलहदीह को पीछे की तरफ़ रतूबत ज़जाजहा में गिरा देते हैं जहां वो जज़ब होती रहती है
'अमल-ए-तक्सीद
ऑक्सीकरण, इलेक्ट्रॉनों की हानि या एक अणु में एक परमाणु, एक आयन, या कुछ परमाणुओं के ऑक्सीकरण अवस्था में वृद्धि
अर्नबिय्या
(तिब्ब) एक बीमारी जिस में ऊपर की पलक सिकुड़ कर छोटी हो जाती और नीचे को लूट जाती है जिस के बाइस दोनों पलकें बाहम नहीं मिल सकतीं अइवार मरीज़ की आँखें सोते में ख़रगोश की तरह नियम वा रहती हैं , वो आँख जो इस बीमारी में मुबतला हो
अर्वाह-ए-सलासा
(तिब्ब) तीन विस्म की रूहें जोहसब जे़ल हैं : रूह हैवानी (जो क़लब में पैदा होती और शराईन के ज़रीये आज़ा में पहुंच कर उन को क़ुव्वत हयात अता करती है), रूह नफ़सानी (जो दिमाग़ में पैदा हो कर आसाब के ज़रीए जिस्म को क़ुव्वत हिस-ओ-हरकत बख़शती है), रूह तिब्बी (जो जिगर में पैदा होती और जिस्म को क़ुव्वत हज़म-ओ-तग़ज़िया अता करती है
'अरूस
दुल्हन, दूल्हा, वर, नोश,, वधू, (अरबी में इस अक्षर का उपयोग दूल्हा के लिए भी होता है मगर उर्दू में सिर्फ़ दुल्हन के लिए उपयोग होता है)
'असब-ए-बसरी
(तब) बीनाई का असब, इस नाम के दो पठ्ठ्াे मुक़द्दम दिमाग़ से निकल कर ख़ाना-ए-चशम की तरफ़ आते हैं और उन के फैलाओ से हर एक आँख का तबका-ए-शबकीह यानी नूरानी पर्दा बनता है जिस पर कल चीज़ों का अक्स मुनाकिस होता है
अहसा
(तिब्ब) एक ग़िज़ा जो बिलउमूम मबोस, शुक्र और रोगन बादाम वग़ैरा की तरकीब से बनाई जाती है, एक तरह का हरीरा, दोधी
आब-ज़न
(चिकित्सा) बड़ा बर्तन अर्थात टब इत्याती जिसमें अर्ध-ऊष्म पानी या औषधियों का साफ़ और गुनगुने जोशांदा (काढ़ा या झोल) भर कर रोगी को बिठाया जाये
आब-ज़न करना
(चिकित्सा) किसी तरल पदार्थ या जोश दी हुई औषधि के गर्म पानी में शरीर के किसी अंग को डुबोना
आ'राज़
वे पदार्थ जो क़ायम बिलज़ात न हों और अपने अस्तित्व के लिए शरीर या तत्व (परमाणु) पर आश्रित हों, उदाहरणतः रंग-ओ-बू इत्यादि (आ'राज़ नौ हैं: (1) कैफ़ (2) कम (3) इब्न (4) मता (5) इज़ाफ़त (6) वज़' (7) फे़'ल (8) इंफ़ि'आल (9) मिल्क
आला-ए-समा'अत
(भौतिकी/भौतिक विज्ञान) विद्युत तरंगों के माध्यम से जो आवाज़ वातावरण में गूँजती है उसको सुनने के लिए एक विशेष प्रकार का आवाज़-गीर उपकरण जिसके दो भाग दोनों कानों पर रख लिए जाते हैं
'आसिर
औषधी: वो औषधी जो प्रभाव के कारण अंगों के कणों को भींच और निचोड़ कर उसकी नामी को बाहर ले आए जैसे बड़ आदि
इकौता
एक प्रकार की फुंसी जो हाथ के पिछले भाग या पैर पर छत्ता बाँध लेती है और फिर बढ़ते चली जाती है (अधिकांश उसमें से नमी निकलती थी)
इख़्तिलात-उल-'अक़्ल
(तिब्ब) अक़ल ख़राब होजाने की कैफ़ीयत, बे अकली जो जुनून की हद तक ना पहुंची हो, ख़बती पन
इख़्तिलाफ़
अलग-अलग होने की अवस्था, जुदाई, अलग होने का भाव (जिससे हाल या महल में फ़र्क़ या दुई पैदा हो जाए)
इज्ल
(चिकित्सा) मांसपेशियों की एक बीमारी जिसमें एक प्रकार की ऐंठन गर्दन की मांसपेशियों में पैदा होकर उनको लंबाई में आगे और पीछे की ओर खींचती या ऐंठती है जिसके कारण शरीर अकड़ कर तीर की तरह सीधा या कमान की तरह झुका हुआ हो जाता है, चमक, नाड़ियों और पुट्ठों के खिंचा
इंज़ाज
शाब्दिक: पकाना, फल को पाल आदि द्वारा पकाना, चिकित्सा: शरीर की दूषित धातुओं को दवाओं द्वारा पकाकर इस क़ाबिल करना कि वे शरीर से निकाली जा सकें, दवाओं द्वारा गाढ़ माई को पतला और पतले को गाढ़ा करना
इद्राज
(हदीस) मतन हदीस में अपने रावी की बजए इस से ऊपर के रावी का नाम लेना और लफ़्ज़ ऐसा इख़तियार करना जिस से समाव का एहतिमाल हो
इदला'
(शाब्दिक) ज़बान का बाहर निकल पड़ना, (चिकित्सा) एक बीमारी जिसमें ज़बान फूल कर इतनी बड़ी हो जाती है कि मुँह में नहीं समाती
इन'इताफ़-नुमा
अपवर्तक सूचकांक, प्रकाश के वेग का अनुपात एक निर्दिष्ट माध्यम में उसके वेग के अनुपात में
इब्तिदा-ए-कुल्ली
(चिकित्सा) वह अवधि जिसमें रोग के मूल तत्व के इकट्ठा होने का कोई लक्षण अभी तक प्रकट न हुआ हो, जैसे कि शीत ज्वर के मामले में, प्रारंभ में पेशाब की कुप्पी नीचे बैठने वाले सुक्षम कणों से खाली रहती है
इब्तिदा-ए-जुज़ई
(चिकित्सा) वो समय जिसमें रोग लक्षण प्रकट होने लगें, उदाहरण के रूप में सविराम ज्वर, शरीर झुरझुरी या कँपकँपी और सुस्ती आदि
'इल्म-ए-मनाज़िर
(भौतिक विज्ञान) वह ज्ञान जिसमें रौशनी या किरण की शक्ति, विशेषता, प्रभाव, ताक़त और उसके प्रकट होने की अवस्था के प्राकृतिक नियम को मैले या साफ़ ठोस पदार्थ के द्वारा प्रकट या प्रदर्शित किया गया हो
'इलाज-बिज़्ज़िद
वो तरीक़-ए-ईलाज जिस में हर उस मर्ज़ के लिए ईलाज मक़सूद हो इस किस्म की दवा तजीवीज़ की जाती है जो अपनी ज़ाती तासीर के लिहाज़ से मर्ज़ की कैफ़ीयत के ख़िलाफ़ हो यानी ज़िद हो मसलन क़बज़ के लिए मुस्हिल और इस्हाल के लिए क़ाबिज़ अदविया इस्तिमाल कराई जाती हैं, एलोपैथी, डाकटरी ईलाज
'इलाज-बिल-आ'ज़ा
(तिब्ब) वो तरीक़-ए-ईलाज जिस में आज़ा के जौहर से दवाएं तैय्यार कर के मरीज़ को दी जाती हैं (अंग:Orgarotherapy)
'इलाज-बिल-मिस्ल
(तिब्ब) एक तरीक़-ए-इलाज को सेहत की हालत में जो दवाएं जिन अमराज़ की अलामात ज़ाहिर पैदा कर सकते हैं इस तरीक़-ए-इलाज में दवाओं के क़लील क़तरात (उमूमन दानीदार मीठी गोलीयों में) दिए जाते हैं (ये जर्मन डाक्टर हानमीन (१७५५-१८४३) ने (१८१०-ए-में दरयाफ़त किया था), तबॱएॱ तजानसी, होम्योपैथी
इस्तिफ़राज़
(लफ़ज़न) शरीक को अलग करना, बला शिरकत ग़ैरे कोई काम करना, (तिब्ब) दवा के ज़रीये जिस्म से फुज़लात को ख़ारिज करना
इस्तिमरा
(लफ़ज़न) दूध दूहना या निकालना, (तिब्ब) ग़िज़ा का हज़म होना, ग़िज़ा का हज़म हो कर जिगर और तमाम आज़ा की तरफ़ जाना
इस्तिंशाक़
नाक से हवा या पानी खींचना, नाक के ज़रिए साँस खींचने का अमल, हवा को अंदर की तरफ़ खींचना, सूँघना
इस्तिहसाफ़
(लफ़ज़न) ख़ुशक ख़ारिश होना, (तिब्ब) वो बबूस्त या ख़ुशकी जो मुसामात के बंद होजाने से पैदा होती है
इहतिराक़
(तिब्ब) हरारत वहदत के बाइस किसी ख़लत के अजज़ए लतीफ़-ओ-रक़ीक़ का नहलील-ओ-फ़ना होना और साबिकी का इस क़दर कसीफ़ होजाना कि वो ख़लत अपनी जिन्स से ख़ारिज हो जाये (और सूदए ग़ैर तिब्बी बिन जाये) ना ये कि जल कर ख़ाकसतर होजाए, ख़लत की जिन्स का इस्तजाला (बेशतर ख़लत या ख़ून वग़ैरा के साथ मुस्तामल)
इहतिराक़ी
(तिब्ब) आँखों की एक बीमारी जिस में तबक़ा क़रनीया की बैरूनी सतह पर सफ़ैद ऊन का टुकड़ा सा रखा हुआ और इस की शाख़ें चारों तरफ़ फैली हुई नज़र आती हैं
उजूद
(चिकित्सा) टूटी हुई हड्डी को टेढ़ा बाँधने की क्रिया अथवा टूटी हुई हड्डी का जुड़ जाने के बाद टेढ़ा हो जाना, बेहतरीन
'उताश
प्यास की बीमारी, वह रोग जिसमें प्यास अधिक लगे,जिसमें मरीज़ को बार बार प्यास लगती है और जितना भी पानी पिया जाये प्यास नहीं बुझती
'उरूक़-उल-'उरूक़
(चिकित्सा) रगों की रगें, वो बारीक रगें जो किसी बड़ी रग की पालन-पोषण के लिए उसकी दीवार में फैलती हैं
'उरूक़-ए-जाज़िबा
(चिकित्सा) वह छोटी नालिकाएँ जो आंतों से वसा, लसिका और दूसरे शुद्ध एवं स्वच्छ तरल पदार्थ को सारे शरीर से अवशोषित और संग्रहित करके रक्त में पहुँचाती हैं
'उरूक़-ए-ज़ारिबा
(चिकित्सा) फड़कने वाली नसें, परेशान रहने वाली नसें, धमनियाँ हर समय सिकुड़ती और फैलती रहती हैं इस कारण उनको 'उरूक़-ए-जाज़िबा अर्थात मारने वाली रगें कहा जाता है
'उरूक़-ए-मासारीक़ा
(चिकित्सा) छोटी-छोटी सुक्षम और कठोर रगें जो छोटी आँत और अकसर आंतोंं से लगी हुई हैं और लसिका को पेट और आंतों से अवशोष करके हृदय और यकृत वाले भाग की तरफ़ ले जाती हैं जहां से वो यकृत में अवशोषित हो जाता है
'उरूक़-ए-लिम्फ़
(चिकित्सा) वो उरूक़-ए-जाज़िबा जो तमाम शरीर और आंतरिक अंगोंं से लसिका आदि तरल पदार्थ को अवशोष करती हैं
'उरूक़-ए-शा'रिया
(चिकित्सा:) बाल की भांती महीन नसें, वो सुक्ष्म नसेंं जो आँत और यकृत के मध्य में हैं तथा वो सुक्ष्म नसें जो शरीर के अंगोंं को रक्त पहुँचाती हैं
'उसय्या
छोटा असा, (तिब्ब) सलाख की शक्ल का जरसूमा, ख़ुसूसन वो जो नसीजयात में दाख़िल होकर मर्ज़ का बाइस बनता है
'उसय्या-ए-क़ूलूनी
(तिब्ब) रोदा पंजुम या ख़मदार आंत में दाख़िल होने वाला असेह जिस से इलतिहाब मरारा या पत्ते की सूजन का मर्ज़ लाहक़ होता है
औज़ीमा
(चिकित्सा) एक प्रकार का वरम जिसमें सूजन नहीं होती लेकिन कभी कभी हल्का सा दर्द महसूस होता है, हल्का वरम
कुज़ाज़
(तिब्ब) गर्दन और सीने के जोड़ों का तनाव और दर्द (जो ठंड की अधिकता से उत्पन्न होती है), ऐंठन का दर्द, किसी अंग का अकड़ना, तनाव
कमंद-बाई
(चिकित्सा) एक प्रकार का ऐंठन का रोग जो गर्दन और कंठ के पास पैदा हो कर उनको लम्बाई में आगे, पीछे या दोनों दिशा में खींचता या ऐंठता है
कम-बेशी
रुक : कमी बेशी , (तबीअयात) हसब ज़रूरत कम ज़्यादा करना, घटाना बढ़ाना, उतारना चढ़ाना, ख़ुरूज पैमा की मुतनासिब तबदीली का अमल (अंग : Modulation)
कैमूस
(चिकित्सा) खाये हुए अन्न का वह रस जो जिगर के दूसरे पाक में बनता है, वह नमी जो पेट में खाना पचने के बाद उत्पन्न हो, भोजन का वह रूप जो दूसरे पाचन के मध्य में साफ़ पानी के रूप में प्रकट होती है तथा वह वस्तु जो कलेजे और नसों में पक कर दूध के झाग का रूप ग्रहण कर लेती है।
कुर्री
(तब) चबनी हड्डी, ग़ज़रोफ़, ये एक सफ़ैद शैय है जो हड्डी से नबसतन नरम और मुड़ने वाली लेकिन जिस के बाक़ी तमाम आज़ा से सख़्त होती है ये हड्डी और गोश्त वग़ैरा नरम आज़ा के दरमयान क़ायम रह कर नरम आज़ा को सख़्त आज़ा की रगड़ और मुज़र्रत से महफ़ूज़ रखती है
क़ूलंज
(चिकित्सा) उदरशूल, पसलियों के नीचे होने वाला दर्द, आँतों की एक पीड़ा जो कभी-कभी घातक सिद्ध होती है, मनुष्यों और घोड़ों आदि के पेट का तीव्र दर्द
क़ूलून-ए-नाज़िल
(तब) कोलोन का तीसरा हिस्सा जो तली से नीचे की तरफ़ जाकर बाएं जानिब से कूल्हे के गढ़े में पहुंचता है
क़ूलून-ए-सा'इद
(तिब्ब) कोलोन का ऊपर चढ़ने वाला हिस्सा, कोलोन का पहला हिस्सा जो दाएं जानिब के कूल्हे से ऊपर की तरफ़ जिगर तक चढ़ता है
क़ल्ब-पैमा
(तब) दल के हजमी तग़य्युरात और ज़रबात क़लब की सात वग़ैरा जांचने का एक आला जो एक रौज़नदार कर्वी शक्ल का शीशे का ज़र्फ़ होता है जिस के साथ और चीज़ें भी जोड़ी जाती हैं
क़ल्बी-दौर
(तब) दल के इन्क़िबाज़ की हर मौज या मद-ए-तहरीक के बाद राहत की एक मुद्दत होती है और ये दोनों मिल कर कलबी दूर बनाती हैं
क़लम-नुमा
आंख का नेत्रपटल दृष्टि के लिए जिन संवेदनशील कोशिकाओं पर नियंत्रित होता है उनका वो प्रकार जो क़लम की शक्ल का होता है (अंग: Rods), दूसरा प्रकार शंकु आकार कहलाता है
कुल्लाबिया
(चिकित्सा) हुक नुमा कीड़ा,वो पेट का कीड़ा जो आधा इंच, और धागे की तरह पतला होता है और छोटी आंत के ऊपरी हिस्सों की झिल्ली में बहुत गहराई में चिमटा और चिपका रहता है
क़ुव्वत
गतिविधि करने और क्रियाशील रहने की पात्रता, शक्ति, शारीरिक बल, सत्ता, अधिकार, मुश्किल कामों को करने की योग्यता या सामर्थ्य, शक्ति, सामर्थ्य, बल, नियंत्रण (काम कर सकने की योग्यता का नाम संशोधित रूप में शक्ति है ), ताक़त, ज़ोर, शक्तिशाली होना, बली होना, बलशाली होना
क़ुव्वत-ए-दाफ़ि'आ
लड़ने की शक्ति, निवारण-शक्ति, उत्केंद्रक-शक्ति, शरीर का बल जो रोग को दूर करता है, वह बल जो शरीर से अपशिष्ट को बाहर निकालता है
क़ुव्वत-ए-नामिया
उगने और बढ़ने की क़ुव्वत, वो क़ुव्वत जो जिस्म की लंबाई, चौड़ाई और मोटाई को तिब्बी तनासुब के मुताबिक़ ग़िज़ा पहुंचा कर बढ़ाती है ताकि वो जिस्म अपने नशो-ओ-नाम की हद तक पहुंच जाये, ज़ी हयात जिस्म की ग़िज़ा को जुज़ु बदन बनाने, उगने, पनपने बढ़ने की फ़ित्री क़ुव्वत
कुव्वत-ए-बासिरा
देखने की शक्ति, नेत्रशक्ति, दृष्टिशक्ति, वह क़ुव्वत जिस से रंगों और सूरतों की तमीज़ की जाती है, बसारत, बीनाई देखने की क़ुव्वत
क़ुव्वत-ए-मुतख़य्यिला
वो क़ुव्वत जो महसूस चीज़ों की सूरतों को ज़हन में महफ़ूज़ रखती है, दिमाग़ी क़ुव्वत जिस से इंसान ग़ैर हाज़िर चीज़ों का नक़श-ए-दिल में बनाता है, वहम, ख़्याल, ज़हन की तख़लीक़ी क़ुव्वत
क़ुव्वत-ए-मासिका
ठहराने वाली क़ुव्वत, रोकने वाली क़ुव्वत, वो क़ुव्वत जो ग़िज़ा को मादे में महफ़ूज़ रखती है इसी क़ुव्वत से ग़िज़ा मादा-ओ-उमा-ए-में कई घंटे तक रुकी रहती है
क़ुव्वत-ए-हैवानी
(तब) तिब्ब की रो से वो क़ुव्वत जिस पर हयात जिस्मानी का मदार है वो जिस्मानी क़ुव्वतें जो कल हैवानात में मुश्तर्क हैं, इन कवाय ज़हनी से मुतमय्यज़ जो इंसान से मख़सूस हैं, वो क़ुव्वत जिस से आज़ा में ज़िंदगी क़ायम रहनी है ये क़ुव्वत दिल में होती है और इस से बज़रीया शराईन तमाम आज़ा में पहुंचती है और उन को ज़िंदा रखती है
कवार-गंदल
(चिकित्सा) एक पौधा जिसकी पत्तियाँ लंबी होती हैं और उनकी रतूबत लेसदार होती है, इसका उपयोग आमतौर पर दवा में किया जाता है
क़ानून-ए-जुमूद
(तबीअयात) वो क़ानून जो ये ज़ाहिर करता है कि हर जिस्म अपनी सुकून की हालत को या एक ख़त-ए-मुस्तक़ीम में यकसाँ हरकत की हालत को बरक़रार रखता या रखने की कोशिश करता है बशर्तिके इस पर ख़ारिजी असर अमल ना कररहे हूँ
क़ानून-ए-तजाज़ुब
(तबीअयात) न्यूटन का क़ानून जिस के मुताबिक़ कायनात में हर जिस्म हर दूसरे जिस्म को ऐसी क़ुव्वत से कशिश करता है जो इन की कमीयतों के हासिल-ए-ज़र्ब के रास्त मुतनासिब और उन के दरमयानी फ़ासले के मुरब्बा के बिलअकस मुतनासिब होती है
क़ानून-ए-हरकत
वह नियम जिसके अनुसार किसी पिंड की गतिशीलता में परिवर्तन की दर (भौतिकी) उस पिंड पर कार्य करने वाले बल के अनुपात में होती है और यह उसी दिशा में होती है जिसमें वह बल कार्य कर रहा हो
का'बी-तशाकुल
(तबीअयात) किसी चीज़ वग़ैरा का तूल-ओ-अर्ज़-ओ-दबाज़त में यकसाँ या हमशकल होना (अंग: Cubic Symmetry)
कार-आमद-भाप
(भौतिक विज्ञान) वह भाप जिस का दबाव और तापमान बहुत बढ़ा हुआ होता है और इस में काम करने की बहुत ज़्यादा ऊर्जा पाई जाती है, ज़िंदा भाप
काली-वबा
(चिकित्सा) एक बीमारी जिसमें उल्टी के साथ ख़ून आता है और साँस के रुकने से शरीर पर काले धब्बे पड़ जाते हैं
कावी
(चिकित्सा) वह दवा जो अपनी अत्यधिक गर्मी और शुष्कता के कारण घाव की सतह की त्वचा को जलाए और दाग़ी कर दे और इस कारण से अख़्लात और पीप का आना इस ओर बंद हो जाए, कास्टिक
कासात
(तिब्ब) एक बूटी जिस के पत्ते पियालानुमा ख़मदार होते हैं जो मुख़्तलिफ़ अमराज़ में काम आती है, सदाबहार
कॉपी उधरना
(छपाई) (पत्थर या प्लेट पर) कापी के जमने में ख़राबी आ जाना, दाब में कापी का मिस्क जाना जिसके कारण पत्थर पर अक्षर साफ़ नहीं जमते और प्रूफ़ में कटे कटे और फैले फैले हुए उतरते हैं और कहीं दोहरे बन जाते हैं
ख़ुत्मी
गुलखेरू जाति का पौधा जो दवा बनाने का काम आता है, जिसकी पत्तियों और फूलों का उपयोग, हकीमी दवाओं में होता है
ख़ून
किसी व्यक्ति की इस प्रकार की जानेवाली हत्या कि उसका शरीर लहू-लुहान हो जाय। मुहा०-खून सिर पर चढ़ना या सवार होना = किसी को मार डालने अथवा कोई अनिष्ट या भीषण कार्य करने पर उतारू होना। पद-खून खराबा, खून खराबी = मार-काट। रक्तपात।
ख़ून की कमी
(तिब्ब) एक मर्ज़ जिस में जिस्म इंसानी में मयार के मुताबिक़ ख़ून की पैदाइश बहुत कम हो जाती है, निकर अंदम, कम ख़ूनी
ख़म्ल-ए-मे'दा
(तिब्ब) मादा की चंटीं जो ख़ाली मादा में इस की अंदरूनी ल्लाहदार झिल्ली के तबीक में पाई जाती हैं
ख़ुरम
(तब) हज़म ह् और ज़ के साथ भी जायज़ है और ख-ओ-रुके साथ भी सही है इसके मानी इस दवा के हैं जो पोस्त बैज़ा मुर्ग़ से तैय्यार की जाती है
खरल
पत्थर का कूंडा जो दवा पीसने के काम आता है, पत्थर या लोहे आदि का वह पात्र जिसमें कोई वस्तु रखकर पत्थर, लकड़ी या लोहे के डंडे से कूटी या महीन की जाती है, ऐसा पात्र जिसमें दवाइयाँ पीसकर उसका चूर्ण बनाया जाता है
ख़ल'
(चिकित्सा) किसी अंग को अपने स्थान से विचलित हो जाना या शरीर के किसी जोड़ का स्थान से हटना (विशेषतः हड्डी)
ख़्वाब-ए-शफ़क़ी
(तिब्ब) जुज़वी अदम हस्ीत जिस के ज़रीए ज़चगी की तकलीफ़ कम की जाती है (अंग : Twilight Sleep)
ख़ुश्क-तक्मीद
(तिब्ब) पानी के बगै़र सींग जो थैलीयों को गर्म भूस्त, नमक,रीत या गुल हाईवना से भर को की जाये, इस में पानी से भरी गर्म बातिलों हो भी फ़लालीन या पुरानी तिरुवेल् जवाबें लपेट ली जाती म्यों (Dry Fomentation)
ख़ाफ़िज़
ईश्वर का एक नाम, जिसका अर्थ है, अत्याचारियों को अपमानित करने वाला, नीचे लाने वाला, पस्त करने वाला
ख़ामा-सूक़ी
(तिब्ब) ज़मीन इंजीर, एक रोईदगी है ना इस में डंडी होती है ना फूल लगता है छोटी छोटी शाख़ें निकल कर ज़मीन पर फैल जाती हैं अरब जमहूरीया मिस्र ऐन अश्शम्स के मुक़ाम पर कसरत से मिलती है
खौलाव का दर्जा
उष्मा का वह स्तर जिस पर तरल (विशेष रूप से जल) उबलना प्रारंभ होता है, क्वथनांक (भौतिक-विज्ञान), (अंग्रेज़ी-Boiling Point)
गज-पुट
धातुओं के फूंकने की एक रीति जिस में सवा हाथ लंबा सवा हाथ चौड़ा और इसी क़दर गहरा गढ़ा खोदते हैं और इस में गोबर बुझा कर आग देते हैं, वो गढ़ा जो इस तरीक़े के लिए खोदा जाता है
ग़ुदूद-ए-दरक़िय्या
चिकित्सा: एक ढाल की शक्ल की गिल़्टी जो फेफड़े की नाली के ऊपरी भाग के सामने स्थित है, इस ग़ुदूद की कोई नाली नहीं होती, घेघा की बीमारी इसी ग़ुदूद के बढ़ जाने से हो जाती है
ग़ुद्दा-ए-नकफ़िय्या
(चिकित्सा) कान के नीचे का गिल्टी ये दो गिल्टी होती है, हर एक गिल्टी कान की लौ के नीचे और सामने स्थित है और थूक पैदा करता है, कनफेर का रोग इसी गिल्टी की सूजन के कारण से होती है, कर्णमूलीय ग्रंथि
ग़ुद्दा-ए-नुख़ामिय्या
(चिकित्सा) मस्तिष्क के मूल में स्थित हार्मोन-उत्पादक लघु अवयव, पीयूष ग्रंथि या पीयूषिका ग्रंथि
ग़ुद्दा-ए-सनौबरी
(चिकित्सा) मटर के बराबर शंक्वाकार रूपी और लाल रंग की ग्रंथि जो मष्तिस्क के चार योगिक अंगों के ऊपर और मध्य या तृतीय गर्भ से मिला होता है
गेमा-शु'आ'
(जीव-विज्ञान) रेडियोधर्मी, एटमों की तोड़-फोड़ के कारण निकलने वाली किरण या विद्युत, चुंबकीय लहर जिसकी लंबाई छोटी होती है
गर्दन तोड़ बुख़ार
एक प्रकार का संक्रामक और सांघा तिक ज्वर, मस्तिष्कावरण शोथ, मैनिन्जाइटिस, एक प्रकार का बुखार जिसमें गर्दन सख्त हो जाती है
गुल-ए-सफ़ेद
(चिकित्सा) सामूश मिट्टी को सफ़ेद मिट्टी भी कहते हैं, कूफ़ा और हिजाज़ (अरब द्वीप का उत्तर-पश्चिमी भाग जिसमें मक्का, मदीना एवं ताएफ़ आदी हैं) के कुछ क्षेत्रों में भी मिलती है, भारत में भी इसी तरह की एक चिकनी मिट्टी होती है इसकी सभी विशेषताएँ, गुण और प्रभाव ख़ुर
गलजँद्रा
गले में लटकाई जाने वाली कपड़े की वह पट्टी जो चोट खाये हुए हाथ को सहारा देने के लिए बाँधी जाती है और जिसकी लपेट में हाथ या कलाई रहती है
गुवारिश
(चिकित्सा) ओषधियों का चूर्ण जिसका प्रयोग पाचन के लिये किया जाए, हज़्म होने का भाव, पचन, जवारिश
गाइन
एक उपकरण जो तेज़ आवाज़ उत्पन्न करती है और इसका उपयोग ध्वनि प्रयोगों (और सूचित करने के लिए) में किया जाता है, यह विभिन्न आकृतियों से बना होता है
गाने वाला शो'ला
(भौतिकी) तीस सेंटीमीटर लंबी और तीन दशमलव पाँच सेंटीमीटर चौड़ी शीशे की एक टयूब ली जिसके दोनों मुँह खुले हुए हों और उसे धीमे-धीमे गैस के आग की लपट (लौ) पर नीचे लाया जाये और जब ज्वाला टयूब के वस्त में पहुंच जाये तो ज्वाला गतिमान हो जाता है और इससे सुरीला स्वर उतपन्न होने लगता है, उसे गाने वाला शोला कहते हैं
ग़ाशिया
चादर जिसे ता कर के एक ख़ास अंदाज़ से कंधों पर डाल लेते हैं कि इस के ज़रदोज़ी के किनारे और रहते हैं
गिल-ए-कर्मी
(चिकित्सा) एक काली मिट्टी जो झाईं और खुजली से मुक्ति दिलाती है इसके लगाने से पुराने और नए फोड़े और घर भर जाते हैं
गिल-ए-ख़ुरासानी
(चिकित्सा) खुरासान से संबंधित एक सफेद, चिकनी और सुगंधित मिट्टी जो पेट, मेदा को मज़बूत करती है, इसे गिले नेशापुरी और गिले इस्फ़हानी भी कहा जाता है
गिल-ए-फ़ारसी
(चिकित्सा) एक मिट्टी जो पीलापन लिए सफ़ेद एवं सुगंधित होती है, कुछ लोग उसको 'गुल-ए-इसफ़हानी', कुछ लोग 'गुल-ए-नीशापूरी', कुछ लोग 'गुल-ए-ख़ुरासानी' के नाम से जानते हैं, कुछ लोग कहते हैं कि ये 'मुलतानी मिट्टी' है
गिल-ए-मुस्तगी
(चिकित्सा) एक प्रकार की मिट्टी जो आग से जले हुए घाव पर लगाने पर लाभदायक होती है, घाव का गोश्त पैदा करती है
गिल-ए-मिस्री
(चिकित्सा)एक मिट्टी जो खुशकी एवं कब्ज पैदा करती है, चिपकने वाली चीज़ है जो रक्त के दस्त को रोकती है
गिल-ए-सब्ज़
(चकित्सा) हरी मिट्टी जो पानी में भीगने पर चिपचिपी हो जाती है, ईरानी महिलाएँ इसे तलकर खा लेती हैं और दिल की घबराहट के लिए उपयोगी मानी जाती है
गिल-ए-हिकमत करना
(तिब्ब) कपुर वटी करना, कुशता करने या मख़सूस ख़ासीयत पैदा करने के लिए मिट्टी के बर्तन में कोई चीज़ बंद कर के मिट्टी कपड़े या गुँधे हुए आते से बर्तन का मुँह बंद करना कि भाप बाहर ना निकल सके
चेचक
विषाणु से होने वाली एक संक्रामक और घातक बीमारी जिसमें ज्वर के साथ शरीर पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं, माता या शीतला नामक रोग, खस्रा, मसूरिका
चूरन
(चिकित्सा) विभिन्न प्रकार के नमक काली मिर्च और दूसरी अवषधियों का पाउडर पाचन क्रिया की चिकित्सा के लिए वैद्य तैयार करते है, फिटकी, चिटकी
चर्बा
a copy of a picture, writing, or image that is made by placing a transparent, thin piece of paper on top of a stone, etc., and its original mark.
चार-तुख़्म
हैज़ मस्टर्ड, राई, वीही और लसोड़ा के बीजों के मिश्रण से बनाया गया माजून या अवलेह जो दस्तावर, मृदु विरेचक और सीने के बलग़म को कम करने के लिए प्रयुक्त होता है
छेप
(ज़र बाफ़ी) दो शाख़ा आहनी मेख़ जिस के अंदर से तार गुज़र कर नहाई पर आता है ये मेख़ नहाई के बराबर लगी होती है
छिकुर
(चिकित्सा) सफेद कीकर जिसका पेड़ बड़ा और पत्ते छोटे होते हैं, फली लगती है जिसे सांगर और सांगरी बोलते हैं
ज़ग़्ता
(तिब्ब) अमराज़-ए-चशम में से एक मर्ज़ का नाम जिस में मरीज़ आँख की तिव्बत-ए-जलीद ये के अंदर इस किस्म का दर्द महसूस करता है जैसे उस को चारों तरफ़ से दबाया जा रहा है
जुद्रीन
(तिब्ब) किसी बीमारी ख़ुसूसन चेचक का ख़ास तदबीर से तैय्यार किया हुआ ज़हरीला माद्दा जिस का टीका लगा ने से इंसान इस बीमारी से महफ़ूज़ रहता है
जुमूद
अ. पु. जमना, जम जाना (पानी आदि का), खिन्नता, मलिनता, अफ़सुर्दगी, ठप हो जाना, गत्यावरोध, हैडलाक । जा
जमहूरी
प्रजातांत्रिक, लोकतांत्रिक, लोकतंत्र या प्रजातंत्र संबंधी, अवामी, जिसका संबंध संपूर्ण राष्ट्र या सभी लोगों से हो, सार्वजनिक
ज़रूर-ए-अहमर
(चिकित्सा) घाव पर लगाने वाली लाल अवषधि, एक प्रकार की पिसी हुई सूखी अवषधि जो आँख के उपचार में प्रयोग होती है
जराती
(तब्बाख़ी) पानी या ख़ार से निकाला हो एनिमिक जिसे तीसरी मर्तबा साफ़ किया गया हो और जिस में मिट्टी की कसाफ़त या इस के अजज़ा बिलकुल ना रहे हूँ, रस
जुल्लाब
यह संभावना है कि फ़ारसी के संज्ञा 'गुलाब उद्धृत हैं, यह शब्द हिंदुस्तान में इसी अर्थ में प्रचलित हो गया है, जबकि वास्तव में यह 'गुलाब' का अरबीकृत है
ज़लालत-लौनी
(तबीअयात) रंगों का इन्हिराफ़, मुख़्तलिफ़ रंगों की रोशनी की शुवाओं का मुख़्तलिफ़ मिक़दार में मुनातिफ़ होना
ज़ैली-सुर
(तबीअयात) निहायत मदहम आवाज़ जो आम हालत में ना सुनी जा सकती हो ख़फ़ीफ़ आवाज़ (बुनियादी सुर के मुक़ाबिल)
ज़ात-उल-'अर्ज़
(तब) एक बीमारी का नाम जिस में रीढ़ की हड्डी के एलाय हिस्से के मुहरों से मुत्तसिल वर्म आ जाता है
ज़ातुर्रिया
(चिकित्सा) फेफड़ों की सूजन, जिसमें बुखार गंभीर होता है और सांस की तकलीफ की शिकायत होती है, फेफड़े की सूजन, निमोनिया
जान का छाड़
(चिकित्सा) गर्भाशय की सिलवट झाड़ की तरह पेचीदा है इस कारण इसे जान का झाड़ या मिरगानी का झाड़ भी कहते हैं
ज़िद्द-ए-'उक़्दा
(तबीअयात) मरनाश जिस्म के वो नुक़्ते जहां इर्तिआश सब से ज़्यादा होता है, मुक़र्ररा लहरों के तसलसुल में ज़्यादा से ज़्यादा हटाओ के नुक़्ते, अंग : Antinodes
ज़िनबा
(तिब्ब) फुंसियां या दाने जो अक्सर चेहरे और नाक में मादा सिल से पीद होते हैं और जल्द बढ़ते और फैलते हैं
जिस्म-ए-सनोबरी
(तिब्ब) ये स्याह रंग का एक छोटा जिस्म है तक़रीबन शाह दाना की गुठली के बराबर है और वसती दिमाग़ के ज़ुहरी रुख़ पर दोनों अर्शों के पिछले सुरों के दरमयान वाक़्य है
जिस्म-ए-सफ़्नी
सख़्त शरीर (चिकित्सा) वह सफ़ेद आड़ा सख़्त क़िस्म का बंद जो दिमाग़ के हर दो आधे हिस्सों अर्थात दाएँ और बाएँ हिस्सों को आपस में मिलाता है
जोग-वाही
(चिकित्सा) एक शैली जिसके द्वारा औषधियों का मिश्रण किया जाता है, घुलनशील, विलयक, रासायनिक मिश्रण; पारा, पारद
जोश-ए-ख़ून
माता-पिता का स्नेह, भाई-बिरादरी के खून की मोहब्बत, नस्लवाद का जोश, मातापिता या वंशवाद की मोहब्बत और जोश
जोशाँदा
(औषधि) यूनानी चिकित्सा पद्धति से जड़ी-बूटियों को उबालकर बनाया गया काढ़ा, हुई दवाओं का पानी, नज़ला खांसी की दवा, क्वाथ, काढ़ा, काढ़ा, (सरदी या कफ़ रोगों के लिए)
ठेका लेना
कोई काम करने के लिए दो या कई पक्षों में होने वाला, विशेषकर लिखित एवं कानून द्वारा प्रवर्तनीय ठहराव या निश्चय, हक़ ख़रीदना, ज़िम्मा लेना, मैंने तुम्हारी शिक्षा का ठेका नहीं लिया है, कुछ धन आदि के बदले में किसी का कोई काम पूरा करने या कराने का ज़िम्मा लेना
ठोकना
किसी चीज को किसी दूसरी चीज के अन्दर गड़ाने, जमाने, धंसाने, बैठाने आदि के लिए उसके पिछले भाग पर हथौड़े आदि से जोर से आघात करना। जैसे-जमीन में खूटा या दीवार में कील ठोकना।
ठोकर
ठेस, पाँव किसी चीज़ से टकरा जाना, किसी तरह का अनिष्टकारी आघात, ऐसी चीज़ जिससे चोट लग सकती हो, धक्का, रोड़ा, सड़क में उभरा हुआ पत्थर, पैर से किया गया आघात, ज़रब, धक्का, सदमा, सीधे रास्ते से बहकने का अमल, नाचने वाले का नाचने में क़दम मारने का अंदाज़, माशूक़ की नाज़ुक चाल
डेढ़ी
वह लेन-देन या व्यवहार जिसमें उधार ली हुई वस्तु डेढ़ गुनी मात्रा में चुकानी या वापस करनी पड़ती है
तक़र्रुह-उल-क़तात
(तिब्ब) ढढी का ज़ख़मी होना, ज़ख़म बिस्तरी, वो ज़ख़म जो अर्से तक बिस्तर बीमारी पर पड़ा रहने से ढढी में होजाता है
तक्सीर
(तावीज़ नवीसी) किसी इस्म के अदद को नक़्श के ख़ानों पर इस तरह तक़सीम करना कि हर तरफ़ से बराबर उतरें जिधर से शुमार करें
तख़्तीत-ए-क़ल्ब
(तिब्ब) मशीन के ज़रीये दिल की हरकत के नशेब-ओ-फ़राज़ का लकीरी नक़्शा जिस से दिल की धड़कन की कैफ़ीयत का अंदाज़ा लगा कर मर्ज़ की तशज़ीस की जाती है
तग़्ज़िया
(तिब्ब) ग़िज़ाई माद्दा का जज़ब होना और बदन की ज़ूरत में सिर्फ़ हो कर बिलआख़िर तबीअई तौर पर ख़ारिज होना, ग़िज़ा देना, (जिस्म को) परवरिश करना
तज़ाद-उल-'अमल
(शाब्दिक) प्रभाव में एक दूसरे के विपरीत होना; (चिकित्सा) एक दवा के असर को किसी दवा के असर से कमज़ोर कर देना या रोक देना
तद्ख़ीन
चिकित्सा: तदख़ीन (धूमन) वाष्प या धुंआ बन कर उड़ जाने वाली औषधि स्थानीय या सामान्य स्नान, गंधक और पारा इस अभिप्राय के लिए विशेष तौर पर उपयोगित हैं
तंदुरुस्ती
तंदुरुस्त या स्वस्थ होने की अवस्था या भाव, निरोग होने की अवस्था, शारिरिक स्थिति, अच्छी सेहत, नीरोगिता, सेहतमंदी, स्वास्थ्य
तदाख़ुल
(तारीख़) किसी ज़माना मुद्दत मज़हब या तहज़ीब का दूसरे ज़माना मुद्दत या तहज़ीब से इबतिदाई मिलाप या टुकड़ाऊ
तनज़्ज़ुल
नीचे उतरना, नीचे आना, घटाओ, कमी, गिराव, अवनति, पतन, पदोन्नति, पद ह्रास, तनख्वाह में कमी होना, ह्रास, कमी, अपदस्थता
तनफ़्फ़ुस-ए-इंतिसाबी
(तिब्ब) दमा की एक बुरी क़सम जिस में मरीज़ को बिस्तर पर लेटना दुशवार होता है कीवनका जब तक मरीज़ सीधा ना हो और गर्दन सीधी ना करे सांस नहीं ले सकता, इंतिसाब उल-नफ़स, अंग : Orthopnoe
तनफ़्फ़ुस-ए-तिफ़्ली
(तिब्ब) बचपन का तनफ़्फ़ुस, इस में तनफ़्फ़ुस की आवाज़ ज़रा ऊंची और लंबी होती है जैसा कि बच्चों में देखा जाता है, अंग : Purile Respiratio
तनफ़्फ़ुसी-ख़ित्ता
(चिकित्सा) श्वासोच्छ्वास तंत्र' में सांस संबंधी अंग जैसे नाक, स्वरयंत्र, श्वासनलिका और फुफ्फुस आदि शामिल हैं, श्वसन तंत्र
तनफ़्फ़ुसी-तबादिला
(तिब्ब) सांस की आमदो रफ़त में तबदीली, सांस का एक हालत से दूसरी हालत में बदल जाने का अमल
तनफ़्फ़ुसी-निज़ाम
(तिब्ब) सांस की आमदो रफ़त और इस की दुरुस्ती वग़ैरा का सिलसिला या तरीक़ा वग़ैरा, अंग : Respiratory Syste
तेनीला
(चिकित्सा) कदमा, कदमी (चोट लगने से त्वचा का मलिनकिरण) तरफ़ा (जिसमें आँख में एक लाल बूंद पड़ जाती है) (सूक्ष्म परीक्षण में संकेतों या प्रभावों की जाँच)
तप-ए-क़िर्मिज़ी
एक मुतअद्दी मर्ज़ है इस की इमतियाज़ी ख़ुसूसीयात बुख़ार, हलक़ की सोज़िश, जलद पर एक चमकदार सुर्ख़ सोरान और बाअज़ पेचीदगीयों का मीलान है, इन पेचीदगीयों में सब से ज़्यादा अहम हादालतबाब गर्दा और इलतिहाब उज़्न वसती हैं
तैफ़
(तबीअयात) मुख़्तलिफ़ रंगीन धारियों का एक सिलसिला जो किसी मंशूर से सफ़ैद रोशनी गुज़रने से पैदा हो, पर्दे या दीवार पर मुख़्तलिफ़ रंगों की तर्तीब (अंग : Spectrum
तबक़ा-ए-क़र्निय्या
(तिब्ब) आंख का दूसरा पर्दा जो शफ़्फ़ाफ़ मगर सींग की मानिंद सख़्त और तहा बह तहा होता है ये शफ़्फ़ाफ़ होने की वजह से बिज़ाता कोई रंग नहीं रखता अलबत्ता तबका-ए-इनबीया के रंग से रंगीन नज़र आता है
तबक़ा-ए-मशीमिय्या
(चिकित्सा) आँख का वह पर्दा जिसमें अत्यधिक नसें होती हैं, यह आँख का छटा पर्दा है जिसमें नसें बहुत होती हैं यह आँख के पाँचवें पर्दे पर ऐसे आस्रित होता है जैसे आँख का छटा पर्दा अर्थात झिल्ली जिसमें नवजात लिपटा रहता है
तबक़ा-ए-शब्किय्या
(चिकित्सा) आँख का जालदार पर्दा, यह आँख का पाँचवा कक्ष है जो आँवल के सामने होता है और सभी चीज़ों का प्रतिबिंब इसी पटल पर प्रतिबिंबित होता है, आँख के कोए पर की झिल्ली, आँख का पर्दा
तबक़ा-ए-सुल्बिय्या
(चिकित्सा) आँख का कठोर और मोटा पर्दा जो तिरछी या आड़ी तंतु से बनता है ये आँख का सबसे पिछला अर्थात सातवाँ पर्दा है जो आँख के वर्तुल पर केंद्रित है
तबाए'-ए-बसीता
(चिकित्सा) (दवा) दो सक्रिय और दो गैर-सक्रिय तत्वों से युक्त तत्व, अर्थात ऊष्मा, ठंडक, आद्रता और शुष्कता
तबारीद
चिकित्सा: तबरीद का बहु., वो ठंडाई (ठंडा सिरप या दवा) जो ग्रीष्म ऋतू की गर्मी से राहत देने के लिए प्रयोग किया जाता है
तमज़्ज़ुक़
(लफ़ज़न) फट जाना, पारापारा होजाना, कपड़े का फट जाना, (तिब्ब) किसी उज़ू का फट जाना या शक़ होजाना, तशकक, अंग : Ruptur
तमद्दुद-ए-ग़ैर-कामिल
(तिब्ब) पैदाइश के वक़्त बच्चे के फीपड़ों का पूरे तौर पर कुशादा ना होना और इस का बख़ूबी सान ना लेना, अंग : Atelectasi
तल्वीन-ए-दम्वी
(तिब्ब) ख़ूनी रंगत, ख़ून के सुर्ख़ जर्रात से मुताल्लिक़ रंग, अंग्रेज़ी : Haematogenous pigmantatio
तलाफ़ीफ़
तलफ़ीफ़(रुक)की जमा, (तिब्ब) किसी उज़ू के पेच या लिपट बिलख़सूस दिमाग़ के उभरे हुए पेच या लपेट अंग :Convolution
तूली फैलाओ का मे'यार
(भौतिकी) किसी चीज़ की एक सेंटी-मीटर लंबाई को एक दर्जा सेंटी-ग्रेड तक गर्म करने से उसकी लम्बाई में जो बढ़ोतरी होती है उसको कहते हैं
तूली-बिगाड़
(तबीअयात) वो बिगाड़ जो किसी जिस्म में बैरूनी क़ुव्वत के असर से तूल की तबदीली की सूरत में वाक़्य हो
तवातुर
(लफ़ज़न) किसी बात या वाक़िया को बहुत से लोगों का नक़ल करना या कसरत और तसलसुल से नक़ल किया जाना कि बाइस यक़ीन हो
तशरीह
(चिकित्सा) वह क्षेत्र जिसमें मानव और पशु अंगों को संश्लेषित किया जाता है और घटकों को चीर-फाड़ आदि के माध्यम से विच्छेदित किया जाता है, शरीर के अंगों, नसों, हड्डियों आदि का विवरण
तूसा
(तिब्ब) एक किस्म का सुर्ख़ स्याही माइल ढीला गोश्त जिस की शक्ल शहतूत की मानिंद होती है ये गोश्त उमूमन ज़ीरीं पपोटे पर लटका रहता है लेकिन बाअज़ औक़ात बालाई पपोटे से भी मुत्तसिल होता है गाहे ये खोना होता है जिस से हमेशा सुर्ख़ स्याही माइल ख़ून बहा करता है और गाहे अंदा होता है जिस से किसी किस्म का ख़ून ख़ारिज नहीं होता उस की पैदाइश फ़ासिद और जले हुए ख़ून से होती है
तहज्जुर-ए-मफ़ासिल
(तिब्ब) पत्थर की तरह पट्ठों और जोड़ों की सख़्ती, पट्ठों और जोड़ों का जमूद, जोड़ों के जमाओ की बीमारी
ता'नीन
चिकित्सा: नपुंशक होना, क़ानूनन और धर्म शास्त्र में नपुंसकता माना जाना, तबीब या क़ाज़ी का किसी पर नामर्दी का हुक्म देना, नामर्द क़रार देना, जादू से किसी को नामर्द करदेना
ताँबे का कुश्ता
(तिब्ब) तांबे को मुक़र्रर तरीक़े से फूंक कर बनाया हुआ कुशता, जला हो तांबा, (उस को तांबे की राख भी कहते हैं
तालू की दर्ज़-बंदी
(तिब्ब) एक बीमारी जिस में बच्चे अक्सर तालू में बारीक ख़ला के साथ पैदा होते हैं जो बाद को ऑप्रेशन के ज़रीया अक्सर ठीक किया जाता है
तालमखाना
गीली ज़मीन या दलदलों के आस-पास होने वाला एक पौधा जिसकी पत्तियों का साग बनता है, एक प्रकार का पौधा जिसके बीज गोल तथा सफ़ेद होते हैं
तालिब-उल-मरकज़
(तबीअयात) दायरे के मर्कज़ में जो क़ो्व-ए-जाज़िबा होती है वो हमेशा जिस्म को अपनी तरफ़ खींचती है इस का नाम तालिब उलमर्कज़ है
तोता-रोग
(चिकित्सा) एक छुआ छीत की बीमारी जो पक्षी विशेष रूप से तोतों से इंसान को भी लग जाता है और एक प्रकार का निमोनिया हो जाता है
तौज़ी'
(क़ानून) लगान का हिसाब किताब, जमाबंदी, फ़र्द हिसाब (जिस में ज़र मुतालिबा, तहसील वसूल और बाक़ी दर्ज हो)
दूई-तीके
(तब) एक दरख़्त है बे साक, साखें उस की लंबी होती हैं और जड़ में से निकलती हैं कंकरे दार पत्ते, दस्तों को बंद करता है ज़ियाबितस को मुफ़ीद है, जड़ उस की तक़ज़ीर-ए-बोल को नाफ़े है, पते सुफ़रा बढ़ाते हैं
देग का कवाब
(तब्बाख़ी) हंडिया में बतौर सालन पकाया हुआ कवाब जो सीख पर भूओनने के बजाय खासतौर से देगची में भूओन कर ती्यार किया जाता है और यही उस की वजह तसमीया है
देग-चून
(चिकित्सा) ताँबे के कण जो गर्म ताँबे को कूटने से प्राप्त होते हैं और औषधियों में प्रयोग होते हैं
दंदानी-पोस्त
दांत के ऊपर का भाग कुछ अवधि के लिए एक झिल्ली से ढका होता है जिसको दांत की त्वचा या दन्दानी पोस्त कहते हैं
दूध की खाँड
(तिब्ब) वो शुक्र जो दूध को फाड़ने के बाद इस के बच्चे हुए पानी को ख़ुशक करने से हासिल-ए-होती है
दलील
कोई ऐसी पूर्ण उक्ति या विचार जिससे किसी बात या मत का यथेष्ट समर्थन या खंडन होता हो। यक्ति, तर्क,वाद-विवाद, बहस, प्रमाण, सुबूत, अपने पक्ष में सोच-विचार कर रखा जाने वाला तर्क
देव-गंदुम
(काशतकारी-ओ-तिब्ब) गंदुम स्याह री, दुबला, दैविक, बादनज, तलफा, अनाज की क़सम जो शराब और अदवियात में भी इस्तिमाल होती है. गंदुम दीवाना, शलीम. (Ergot of Rye
दस्त-पाक
वो कपड़ा जिससे हाथ पोंछते हैं, वह कपड़ा जिससे भोजन के बाद मुँह-हाथ पोंछते हैं, तौलिया, रूमाल
दहलीज़-ए-दहन
(तब) दहलीज़ दहन (Vestibule of the mouth) एक झुर्री नुमा फ़िज़ा है जो बाहर की तरफ़ से लबों और रुख़सारों से और अंदर मसूड़ों और दाँतों से महिदूद है
दाउर्रक़्स
(तिब्ब) मर्ज़-ए-रक़्स, एक बीमारी जिस में मरीज़ के जिस्म के एक या दोनों जानिब के इख़तियारी अज़लात में बला इरादा ग़ैर मुंतज़िम हरकात वाक़्य होती हैं, इर्तिआश, राशा
दा-उल-कल्ब
(चिकित्सा) बावले कुत्ते की बीमारी, एक घातक और छुवा-छूत की बीमारी जो इंसान में बावले कुत्ते वग़ैरा के काटने से हो जाती हो
दाग़ना
(तब) दाग़ का निशान, दाग़, अगर ऐसे शख़्स (बरगी का मरीज़) के नज़दीक बुलंद आवाज़ से कहीं कि खोलता पानी इसपर डालो या दाग़ने वग़ैरा लगाओ तो बसाऔक़ात नौबत दफ़्फ़ातन इंसिराम पाती है
दानियाली-ख़ाना
(भौतिकी) प्रोफ़ेसर जॉन फ्रेडरिक दानियाल से संबंधित एक औज़ार (वोल्टाई ख़ाना) की बदली हुई शक्ल
दाब-चूक
अधूरी छपाई, (प्रिंटिंग) छपाई के समय पत्थर पर पूरा पृष्ठ फिट नहीं बैठने के कारण काग़ज़ ख़ाली रह जाता है
दौरी-ए-बुहर
(तब) वो दौरा जिस में सांस भारी चलती है, शद-ए-दमकशी, इआदा-ए-ज़ैक़ उल-नफ़स, अंग: (PaRoXYSmal DSYPnoea)
दौरी-दस्त
(तब) बारी के दस्त जो लगे बंधे वक़्फ़ों से आते हैं बशर्तिके ग़िज़ा की मिक़दार और खाने के वक़्त में कोई इख़तिलाफ़ पैदा ना हो, इस्हाल, दूरी
धक्के वाली क़ुव्वत
(तबीअयात) ऐसी क़ुव्वत जो मुख़्तसर वक़फ़े के लिए अमल करती है और जिस के लिए हासिल-ए-ज़र्ब Fxot सही मालूम हो, धक्के वाली क़ुव्वत Impulsive Force कहलाती है
नक़ू'
चिकित्सा: भीगा हुआ मेवा, वह पानी जिसमें दवाएँ या मेवा-जात भिगोये जायँ, भिगोई हुई दवा का पानी तथा वो औषधि जो पानी या अर्क़ में भिगोई जाये और फिर छानकर इस्तिमाल की जाये
नुक़्ता
(तसव्वुफ़) ज़ात इबहत और मर्तबा-ए- सल्ब इसफ़ात को कहते हैं जो मुनक़ते अलाशारा है और इस को नुक्ता-ए-ज़ात कहते हैं कि नुक्ता-ए- बाइ बिसमिल्लाह से ज़ात मुराद लेते हैं
नुक़्ता-ए-इज्तिमा'
(तबीआत) रोशनी या किरणों के यकजा होने का मर्कज़, वो मुक़ाम जहां रोशनी की तमाम शुवाएं पढ़ें
नुक़्ता-ए-इन'इताफ़
(भौतिक विज्ञान) वो स्थान जहाँ से झुकाव शुरू हो जाए, झुकाव या टेढ़ेपन की चरम सीमा, किर्णों के झुकने या मुड़ने की चरम सीमा, किसी तरंग का एक माध्यम से दुसरे माध्यम में प्रवेश करते हुए मार्ग को बदलने की प्रक्रिया
नुक़्ता-ए-इश्ति'आल
(भौतिक विज्ञान) तापमान और खौलने का वह शीर्ष बिंदु जिस पर आग भड़क उठे, अंतः ज्वलन या आंतरिक दहन वाले इंजन में सलिंडर के अंदर घुलनशील पदार्थ को भड़काने का बिंदु, प्रज्वलन बिंदु (Ignition Point)
नुक़्ता-ए-उबाल
(भौतिक विज्ञान) तापमान का वो बिंदु जिस पर कोई द्रव पदार्थ उबलने लगे है, वो तापमान जिस पर कोई शुद्ध द्रव से गैस में परिवर्तित हो जाता है (उदाहरण के रूप में सेंटीग्रेड) जिस पर कोई द्रव पदार्थ किसी रुकावट के बिना उबलना शुरू करदे, उबाल का बिंदू (Boiling Point
नुक़्ता-ए-ता'लीक़
(भौतिक विज्ञान) किसी उपकरण के बीच का वह भाग (चिह्न) या चिह्न जिससे उपकरण की संरचना धुर्रे से इस प्रकार जुड़ी होती है कि यह उसके गतिमान होने पर झटका सहने का काम करता है
नुक़्ता-ए-फ़ासिल
(भौतिक विज्ञान) गैस का वह तापमान बिंदु जिससे ऊपर दबाव चाहे कितना ही अधिक क्यों न हो उसे पतला नहीं बना सकता
नुक़्ता-ए-मग़्लूबिय्यत
(भौतिकविज्ञान) वह बल जिसमें अधिक बढ़ोतरी से कोई चीज़ अपनी लचक खो दे और बल हटाने से अपनी मूल अवस्था पर वापस न आए (Yield Point)
नुक़्ता-ए-मासिका
(फोटोग्राफी) कैमरे का वो मर्कज़ी हिस्सा जिस पर अगर वो चीज़ जिस की तस्वीर लेनी है ठीक आजाए तो तस्वीर साफ़ और दरुस्त आएगी
नुक़ात-मासिक
(भौतिक विज्ञान) वह बिंदु जिस पर परावर्तित एवं प्रतिबिंबित होने के बाद किरणें एकत्रित होती हैं, वे बिंदु जहाँ से किरणें निकलती हुई प्रतीत होती हों
नक़ाता
(तिब्ब) वो आला जिस के ज़रीये किसी दवा वग़ैरा के क़तरात टपकाते हैं (Dropper) (मख़ज़न इलजवा हर) । ] ए [
नज़ला-ए-मे'अविया
(तिब्ब) आंतों का नज़ला, इस किस्म का नज़ला आंतों की अंदरूनी झिल्ली (ग़शा मुख़ाती) के मुतवर्रिम होने से पैदा होता है इसी चालित को वर्म बातिन उमा-ए-से भी ताबीर करते हैं
नफ़्ख़
फूंक मारना, फूंकना, दम करना, फूलना, विशेषतः पेट फूलना, पेट का फूलन, बादी होना, हांपना, मुँह की फूंक से कोई बाजा बजाना
नब्ज़
नाड़ी, शिरा, रोग निदान के लिए देखी जानेवाली नाड़ी, चिकित्कसा: लाई की वो रग जो हरकत करती रहती है, नाड़ी, नाड़ी की हरकत या गति, दिल की धड़कन या ख़ून की हरकत,
नमक-ए-सुलैमानी
(तिब्ब) एक किस्म का मुरक्कब जिस में कई इक़साम के नमक (नमक हिन्दी, नमक ताम, नमक स्याह-ओ-सुर्ख़ वग़ैरा) शामिल किए जाते हैं, दिवान मुस्तामल
नमकीन-ग़ुस्ल
(चिकित्सा) समुद्र में नहाना या पानी की एक विशेष मात्रा में समुद्री या पहाड़ी नमक मिला कर नहाना जो सारी मांसपेशियों की कमज़ोरियों में लाभदायक इलाज समझा जाता है, समुद्र के पानी से स्नान
नम-दार-भाप
(भौतिक विज्ञान) भाप जो पानी को मामूल के मुताबिक़ सौ दर्जे सेंटीग्रेड पर उबालने से पैदा होती है
नम्माम
बहुत चुगु़ली खाने वाला, पिशुन, लुतरा, इधर की उधर करने वाला, निंदक, गुप्तचर अथवा भेदिया, कानाफूसी करने वाला
नम्ला
चिकित्सा: त्वचा रोग, एक छोटी खुजली वाली फूँसी जिसमें थोड़ी सूजन भी होती है जो ज़ख़म बन कर बढ़ती है और फैलती जाती है, पहलू की फुंसियां तथा फोड़ा
नुमाइंदा-शीशा
(तबीअयात) एक किस्म का मुस्तवी आईना जो आला-ए-सुदस के मुतहर्रिक बाज़ू पर नसब होता है और इस के साथ घूमता है (Index glass
नूरी-नस्ता'लीक़
(तबाअत) कम्पयूटर की मदद से तरसीमों को जोड़ कर ख़त-ए-नसतालीक़ में बनाया गया उर्दू कम्पू ज़ंगी का निज़ाम जिस की बुनियाद मोनू फ़ोटो निज़ाम पर रखी गई है, मशीनी किताबत
नूरी-साल
प्रकाश वर्ष, बहुत अधिक दूर के आकाशस्थ पिडों या तारों की दूरी मापने का एक मान जो प्रकाश की गति के विचार से स्थिर किया गया है और जो उतनी दूरी का सूचक है जितना प्रकाश एक वर्ष में पार करता है
नवासीर-ए-नाफ़िज़
(चिकित्सा) एक प्रकार का नासूर,गुदा का एक पुराना घाव जिससे थोड़ा थोड़ा ख़ून निकलता रहता है
नस्ज
आधुनिक चिकित्सा: अंग ऊतक और संरचना, टिशू, विभिन्न कण और फाइबर जो शरीर के विभिन्न अंगों को बनाते हैं
नसमा
(चिकित्सा) वह शक्ति जिस पर भौतिक जीवन की धुरी है, वह शारीरिक शक्तियाँ जो सारे प्राणियों में सम्मिलित हैं
नाफ़ टाल देना
(चिकित्सा) नाभि को उस की जगह से हटा देना, कठिन परिश्रम या अधिक भार उठाने से ऐसा होता है
निक़रिस
अंगूठे के दर्द का नाम, एक तरह का गठिया, वो दर्द जो पांव के अंगूठे में होता है, कमर की जड़ से अँगूठे तक पूरे पाँव में होनेवाला एक दर्द
निस्बत-ए-हरकत
वो हरकत जिस का ताय्युन बाहमी निसबत से हो , (तिब्बयात) किसी शैय के हालत इसकोन या हालत इहरकत में होने का ताय्युन इस बात से करना कि इस का फ़ासिला इस के इर्दगिर्द की अश्या से तबदील होरहा है या नहीं (अंग : Relative Movement)
नीम का ग़ुस्ल
(चिकित्सा) नीम के पत्तों को पानी डाल कर गर्म करना और इस कम गर्म पानी से नहलाना जो चमड़े की रोग में लाभदायक होता है
नौ'ई-हज्म
(भौतिक विज्ञान) किसी वस्तु के आयतन के भार का मानक किसी अन्य वस्तु के समान आयतन का अनुपात मानक स्वीकार कर लिया गया हो
प्रूफ़ उठाना
(मुद्रण) प्रतिलिपि को छापने के लिए पत्थर पर जमा कर उसकी दूसरी प्रति पत्थर से नए कागज़ पर लेना, आजकल पत्थर का छापा प्रचलन से बाहर है लेकिन प्रूफ़ अब भी उठाते हैं और उसकी वर्तनी शुद्ध करते हैं
प्रलेप
किसी गीली दवा को पीड़ित अंग पर चढ़ाने की क्रिया, अंग पर कोई गीली दवा छोपना या रखना, घाव या फोड़े पर चढ़ाने का मरहम
पानी की सर्सराहट
(खाना बनाना) वह आवाज़ जो खाना पकते वक़्त पतीली से आती है जिससे ये अंदाज़ा होता है कि गोश्त या तरकारी भुनने के लिए तैयार है या पक कर तैयार है
पारे का काफ़ूर
(तिब्ब) सफ़ैद बेमज़ा पाउडर जो तिब्ब में बतौर मुस्हिल मुस्तामल है अंग : Calomel (फ़ेलुन)
पित्ती
एक रोग जो पित्त के प्रकोप से रक्त में बहुत अधिक उष्णता होने के कारण होता है तथा जिसमें शरीर के विभिन्न अंगों में छोटे-छोटे ददोरे निकल आते हैं जिन्हें खुजलाते- खुजलाते रोगी विकल हो जाता है
पीप
(चिकित्सा) पके हुए घाव या फोड़े के अन्दर से निकलने वाला वह सफेद लसदार पदार्थ जो दूषित रक्त का रूपान्तर और विषाक्त होता है, घाव का मवाद, पीब
फ़ज़ाई-शुआएँ
(भौतिक विज्ञान) बाह्य अंतरिक्ष से पृथ्वी तक पहुँचने वाली किरणें, उनमें से कुछ साधारण और अहानिकर होती हैं
फ़े'लियाती-मु'आलिज
वो मुआलिज जो मर्ज़ का ईलाज दवाओं के बजाय मालिश, सीनकाई, वरज़िश वग़ैरा के ज़रीये करता है
फ़साद-ए-हज़्म
हाज़मे अथवा पाचन-शक्ति की खराबी, अजीर्ण, अपच, हाज़मा का ख़राब हो जाना, हज़म में फ़ुतूर आ जाना, खाना अच्छी तरह हज़म न होना, बदहज़मी
फ़िज़्ज़िय्यित
(तिब्ब) चांदी की बीमारी नीज़ इस का असर, ये मर्ज़ चांदी या इस के मुरक्कबात के ज़्यादा अर्से इस्तिमाल करने से पैदा हो जाती है, इस में जल्द की रंगत नीलगूं या स्याही माइल हो जाती है, लबों, नथनों और आँख के पपोटों का रंग भी नीला हो जाता है
फीका
बदरंग, मानद, धुँदला, बिना नमक का, बिना स्वाद, कम मीठा, चीनी रहित, स्वादहीन, कांतिहीन, जिस में उमंग गर्मी और जोश ना हो, सुस्त, पोच, लचर, उदास, मलिन; धूमिल, बेरौनक
बंदाल
देवदाली (एक लता जो देखने में तुरई की बेल से मिलती जुलती होती है), एक बेल जो किसी पेड़ पर पान के पत्ते की तरह उगती है, डोंगर फल
बर्द-अतराफ़
(चिकित्सा) मृत्यु की ठंड जिसमें बीमार के अन्तिम समय में उसके हाथ-पाँव का ठंडा हो जाते हैं
बुरूदत-ए-महज़
(तबीअयात) वो क़ुव्वत या बुख़ारात की कशिश जो मिक़्यास अलहरारत में पारे को ऊपर चढ़ाने का बाइस होती है
बलग़म
लेसदार फ़ासिद माद्दा जो सीने में जमा होजाता है और खांसी के साथ ख़ारिज होता है, नाक, मुंह आदि में से निकलने वाला एक तरह का लसीला गाढ़ा पदार्थ, एक धातु, श्लेष्मा, कफ़
बलेला
बड़े माज़ू के बराबर इस से किसी क़दर बड़ा फल जिस का रंग ज़र्द या मटियाला और ज़ायक़ा तल्ख़ और कसैला होता है, इस फल का पोस्त बतौर दवा इस्तिमाल होता है उमूमन चूर्ण वग़ैरा में, बहेड़ा
बहरी-रुसूब
(भूवैज्ञानिक) वह मिट्टी, पत्थर आदि जिनको नदियों के बाढ़ की तीव्र धाराएँ या तेज़ हवाएँ भूमि की ऊपरी परत से हटा कर समुद्रों में पहुँचा देती हैं
बाज़ी-जाई
एक जगह पर होने की हालत , (तबीअयात) तमाम अतराफ़ में यकसाँ ख़वास रखने की हालत, हम जाईत, नज़ीरीत
बाव-गोला
पेट की एक बीमारी जिस में रयाह गोले की शक्ल में मुजतमा हो कर पेट में हर तरफ़ गर्दिश करती है और मरीज़ दर्द की शिद्दत से बेताब होजाता है, दर्द-ए-क़ूलंज
बाहूर
(चिकित्सा) रोग की गंभीरता के कारण मन उत्पन्न होने वाला मानसिक विकार या उत्तेजना, बोहरान, बोहरान का दिन
भारी-पानी
आधुनिक रसायनशास्त्र में पानी की तरह का एक मिश्रित पदार्थ जो आक्सीजन और भारी हाइड्रोजन के योग से बनता है और जिसका उपयोग परमाणुओं के विस्फोट में होता है, (हेवी वाटर)
म'अद
(चिकित्सा) शानों का गोश्त; पैग़ंबर मोहम्मद के पूर्खों में से एक जो अदनान के बेटे थे अथवा कई क़बीलों का नाम
मु'अर्रक़ात
(तिब्ब) वो चीज़ें या दवाएं जो अपनी क़ुव्वत तासीर से जल्द के मुसामात से पसीना जारी करती हैं (Diaphoraties)
मु'आविन-ग़ुदूद
(तिब्ब) वो ग़दूद जो दूसरे ग़दूद से मिले होते हैं और उन के अमल में मदद देते हैं (Accessory Glands)
मूक़
आँख का नाक से मुत्तसिल गोशा, आँख का बायां कोया , (तिब्ब) आँख का अंदरूनी कोया, लिहाज़ का मुक़ाबिल (Canthus
मुकम्मल-पैदाइशी
(तिब्ब) किसी बीमारी के मौरूसी असरात जो अगरचे पैदाइश के वक़्त ना हूँ मगर ज़िंदगी में किसी वक़्त भी नमूदार होसकते हैं (Complete Congenital)
मेक-रेडी करना
(मुद्रण) मुद्रण शुरू करने से पहले मुद्रण मशीन के हिस्सों (डैम्पर, रोलर आदि) को समायोजित करना
मुंक़लिब
पलटने वाला, उलटने वाला, उलटा, औंधा, जिस का मुँह या सर नीचे और पुश्त या पांव ऊपर हो, अस्त-व्यस्त, उथल-पुथल, फिर जाने वाला, बदलने वाला, बदला हुआ, फिरा या पलटा हुआ
मुकस्सिफ़
गाढ़ा करने वाला , यकजा करने वाला , बर्क़ी क़ुव्वत को ज़ख़ीरा करने वाला आला : Condenser , (तिब्ब) वो दवा जो किसी चीज़ के अजज़ा को इस क़दर समेटे या अखटा करे कि इस की मिक़दार छोटी हो जाये, कसीफ़ बनाने वाली दवा, मुलत्तिफ़ की ज़िद
मुखड़ा
चेहरा, मुँह, रुख़, मनुष्य का वह अंग जिसमें दोनों आँखें, नाक, गाल, माथा, मुंह, ठुड्डी आदि अवयव होते हैं, बहुत ही सुन्दर मुख के लिए प्रशंसा और प्रेम का सूचक शब्द, प्यारा चेहरा, गीत की पहली पंक्ति
मुख़द्दिर
चिकित्सा: सुन्न कर देने वाली दवा, जो सुन्न हो गया हो, सुन्न किया हुआ, सुलाया हुआ, सुस्त और सुन्न शरीर, नींद लाने वाली औषधि
मख़्नूक़
चिकित्सा: श्वासरोध का रोगी, सांस की रूकावट, आंत या नस आदि में रकावट या बाधा पड़ना, रुकावट पड़ जाना, नस आदि के दबने से रक्त की प्रवाह प्रभावित होना
मुख़न्नस
किन्नर, हिजड़ा, जो न मर्द हो न स्त्री, वो औरत जिसमें पुर्ष के गुण भी हों, मरदाना और औरतों वाले दोनों गुण एक व्यक्ति में हों
मुख़श्शिन
(चिकित्सा)रूखापन या खुर्दरापन पैदा करनेवाली दवा, वो दवा जो अपनी शक्ति और सुखेपन से अंग की ऊपरी सतह को खुर्दरा कर दे जैसे राई
मुख़ाती-अज़ीमा
(तिब्ब) मुख़ाती ख़ुमरा, ख़ाती चंबल, लुआबदार, चिपचिपा चंबल, दाद और ख़ारिश की तरह का एक चिपचिपा जल्दी मर्ज़
मुग़ज़्ज़ी
(चिकित्सा) पौष्टिक आहार पहुँचाने वाला, आहार के ऐसे अंश देने वाला जिससे शरीर को बल मिले तथा वह अंश या पौष्टिक तत्त्व जो शक्ति पहुँचाएँ
मुग़र्री
(चिकित्सा) वह दवा जिसमें इस प्रकार का लेस हो जो नसों के मुँह पर चिपक कर उन्हें बंद कर दे और मुँह सिल जाए, चिपकने वाली या लेसदार दवा
मुग़ली
बच्चों को होनेवाला पसली का रोग जिसमें उनके हाथ पैर ऐंठ जाते हैं और वे बेहोश हो जाते हैं, पसली का रोग
मग़्स
चिकित्सा: पेट का अत्यधिक दर्द और मरोड़ जिसमें तनाव न हो, इसमें कब्ज़ का होना भी ज़रूरी नहीं, वो दर्द जो छोटी आंतों में हो और बड़ी आंत में न हो, बड़ी अंत का दर्द
मछ-पट्टी-तुंकी
(चिकित्सा) एक जंगली पेड़ है, शाख़ें और पत्ते तेंदू की तरह होते हैं, फूल और फल भी तेंदू की तरह हैं, इस पेड़ की छाल ड्रॉप्सी रोग में लाभदायक है
मज़्ज़ा
(चिकित्सा) जिसको बहुत मज़ी (एक लेस जो काम वेग के समय निकलता है, यौन उत्तेजना में पुरुषों में पारदर्शी निर्वहन,) आती हो
मुजन्ना
(चिकित्सा) वह आदमी जिसके कंधे गोश्त से ख़ाली हों और पीछे की तरफ़ निकले हुए हों और छाती तंग हो,ऐसे लोग अधिकतर तपेदिक बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं
मुजम्मिद
जमा देने वाला , (तिब्ब) जमा देने वाली (दवा), वो दवा जो अपनी बुरूदत और क़ुव्वत क़बज़ से अख़्लात-ए-रक़ीक़ह-ए-साइला को मुंजमिद और बस्ता कर दे
Delete 44 saved words?
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा