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माह-ए-नौ

नया चाँद, नवचंद्र, बालेंदु

मह नौ मी शवद माह-ए-तमाम आहिस^ता आहिस^ता

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) नया चांद आहिस्ता आहिस्ता पूरा होजाता है, हर नाक़िस तरक़्क़ी करते करते कामिल हो जाता है, किसी को कमाल रफ़्ता रफ़्ता हासिल होता है

जाड़ा माह न पूह, जाड़ा हवा का हू

सर्दी उस वक़्त ज़्यादा होती है जब हुआ चले

मुँह दिखाने के क़ाबिल न छोड़ना

निहायत शर्मिंदा करना, निहायत ज़लील कर देना, नाक कटवा देना

मुँह में खील उड़ कर न पड़ना

खाने को कुछ ना मिलना, फ़ाक़ा होना

मुँह न पड़ना

कहने की हिम्मत न होना, कहने का साहस न होना, हौसला न होना, शर्म और भय के कारण कुछ न कह सकना

मुँह न मोड़ना

۱۔ मुँह ना फेरना, रुख ना फेरना

उड़ कर मुँह में दाना न जाना

कुछ ना खाना, भूका होना, बे ग़िज़ा रहना, बिल्कुल ना खाना

मुँह न चिढ़ाना

त्योरी पर बल न डालना, ग़ुस्सा न होना, ख़फ़ा न होना, मुँह टेढ़ा होना

मुँह न चिढ़ना

ख़फ़ा न होना, नाराज़ न होना

मुँह का थोबड़ा न हो जाए

ऐसा न हो कि पिट जावे

मुँह न तोह नाम चाँद ख़ाँ

جس صفت میں مشہور ہے اس کے خلاف صف سے متصف ہے، (کسی میں) شہرت کے مطابق صفت نہیں پائی جاتی بلکہ اس سے متضاد صفت پائی جاتی ہے

दवा का मुँह न देखना

दवाई न पीना, इलाज से पूर्ण रूप से बचना या नफ़रत करना

खेल का दाना उड़ कर मुँह में न जाना

रुक : खेल उड़ कर मुँह में ना जाना

उड़ के दाना भी मुँह में न जाना

be hungry, be starved

भेड़िया खाए तो न खाए तो मुँह लाल

डायन के मुँह से ख़ून तो लगा ही रहता है अथवा उसके चेहरे से भयानकता तो टपकती ही रहती है

डाइन खाए तो मुँह लाल न खाए तो मुँह लाल

डायन के मुँह से ख़ून तो लगा ही रहता है अथवा उसके चेहरे से भयानकता तो टपकती ही रहती है

शेर खाए तो मुँह लाल न खाए तो मुँह लाल

बदनाम आदमी पर सब इल्ज़ाम थुप जाते हैं, बदनाम करे तो बदनाम ना करे तो बदनाम

बाँदी के आगे बाँदी मेंह देखे न आँधी

कमीने एवं तुच्छ की सरकार ऐसी ही होती है वर्षा, आंधी का ख़्याल नहीं होता अपने काम से काम

सोते लड़के का मुँह चूमा न माँ ख़ुश न बाप ख़ुश

बगै़र इतलाइ के किसी के साथ नेकी करना रायगां है, छुपा कर मुहब्बत करना बे कार है

दिया तो चाँद था, न दिया तो मुँह माँद था

दान-पुण्य ही से नाम होता है वर्ना कोई वर्णन या बखान नहीं करता

मुँह दिखाने के लाइक़ न रहना

निहायत शर्मिंदा होना , निहायत ज़लील-ओ-रुस्वा होना

देखा खाया न मुँह पाँव जोगा

कंगाल है जो मिला खा लिया

मुँह में उड़ कर खील का दाना न जाना

पूरी तरह निराहार होना, कुछ भी न खाना

मुँह की मक्खी न उड़ा सकना

۔(کنایۃً) نہایت کمزور اور ناتواں ہونا۔

खेल तक उड़ कर मुँह में न जाना

get nothing to eat

मुँह की मक्खी न उड़ा सकना

निहायत कमज़ोर होना, नातवां होना , काहिल होना

खील उड़ कर मुँह में न जाना

کوئی چیز نہ کھانا ، کچھ مُن٘ہ میں نہ پڑنا .

मुँह में खील उड़ कर न जाना

खाने को कुछ ना मिलना, फ़ाक़ा होना

ख़ुदा मुँह न दिखाए

۔जिस की सूरत देखना नागवार होता है इस की निसबत कहते हैं कहे ख़ुदा इस का मुँह ना दिखाए।

मारा मुँह तबाक़ आगे धरा न खाए

मारे हुए आदमी का खाने को भी दिल नहीं चाहता

मुँह में दाँत न होना

पोपला होना

मुँह में दाँत न होना

۔ پوپلا ہونا۔ ؎

शेर खाए न खाए मुँह लाल

बदनाम आदमी पर सब इल्ज़ाम थुप जाते हैं, बदनाम करे तो बदनाम ना करे तो बदनाम

खील ऊड़ कर मुँह में न पहुँचना

کوئی چیز نہ کھانا ، کچھ مُن٘ہ میں نہ پڑنا .

खील उड़ कर मुँह में न पहुँचना

کوئی چیز نہ کھانا ، کچھ مُن٘ہ میں نہ پڑنا .

मुँह पर खील उड़ के न जाना

कुछ ना खाना, बिलकुल ना खाना, मुँह तक खाने की कोई चीज़ ना जाना

मुँह पे खील उड़ के न जाना

कुछ ना खाना, बिलकुल ना खाना, मुँह तक खाने की कोई चीज़ ना जाना

बड़े न बूड़न देत हैं जाकी पकड़ें बाँह, जैसे लोहा नाव में तिरत फिरे जल माँह

जिस प्रकार नाव के साथ लोहा तिर जाता है उसी प्रकार बड़े जिसकी सहायता करें वह सफल हो जाता है

झूटों मुँह न छुवाना

बिलकुल पुर्साने हाल ना होना, ज़ाहिरदारी भी ना करना , ज़रा बात ना पूछना, ख़ातिर में ना लाना

शेरों का मुँह किस ने धोया

कोई सोते से उठ कर बिना मुँह धोए खाने बैठ जाए तो उपहास में कहते हैं

पाप डुबोवे धर्म तिरावे, धर्मी कधै न मुँह दुख पावे

पाप आदमी को तबाह एवं बर्बाद कर देता है जबकि पुण्य बचाता है और दुख-तकलीफ़ नहीं होने देता

मुँह पर सफ़ाई न रहना

۔ منھ صاف نہ رہنا۔

मुँह पर सफ़ाई न रहना

मुँह साफ़ न रहना

मुँह में ऐक खील तक उड़ कर न जाना

निहायत फ़ाक़े से होना, बिलकुल कुछ खाया पिया ना होना

न मुँह में दाँत, न पेट में आँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

न मुँह में दाँत , न पेट में आँत

very old and decrepit person

न मुँह में दाँत न पेट में आँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

न मुँह में दाँत , न पेट में आँत

۔نہایت بوڑھے آدمی کی نسبت بولتے ہیں۔؎

रोते बनेगा न गाए , साहो फिरें मुँह दबाए

किसी नुक़्सान हो जाने की हालत में बोलते हैं कि सदमा हो तो ना रोया जा सकता है ना हिंसा, चप लग जाती है

ख़ुदा मुंह न दिखाए

बुरे आदमी की बारे में कहते हैं, जिससे मिलना नापसंद हो

आवाज़ मुँह से न निकालना

घिग्घी बंध जाना, डर या सदमा या कमज़ोरी से आवाज़ न निकाल सकना

खाए तो मुँह लाल, न खाए तो मुँह लाल

बदनाम व्यक्ति कोई अपराध करे या न करे इल्ज़ाम उसी पर आता है

मुँह से आवाज़ न निकलना

۔دیکھو آواز۔

मुँह से आवाज़ न निकलना

डर के मारे घिग्घी बँध जाना, बात न हो सकना

मुँह पर ख़ुशामद न करना

लगी-लिपटी ना कहना, रास्त बाज़ और साफ़ गो होना, पासदारी ना करना

मुँह पे ख़ुशामद न करना

लगी-लिपटी ना कहना, रास्त बाज़ और साफ़ गो होना, पासदारी ना करना

मुँह में दाँत न पेट में आँत

दीर्घायु होना, अतियंत बुढ़ापे की हद पर होना

पेट में आँत न मुँह में दाँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

पेट में आँत न मुँह में दाँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में माह-ए-कामिल के अर्थदेखिए

माह-ए-कामिल

maah-e-kaamilماہِ کامِل

वज़्न : 2222

माह-ए-कामिल के हिंदी अर्थ

फ़ारसी, अरबी - संज्ञा, पुल्लिंग

  • चौदहवीं का चाँद, पूरा चाँद, पूर्णचंद्र

शे'र

English meaning of maah-e-kaamil

Persian, Arabic - Noun, Masculine

  • the full moon

ماہِ کامِل کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فارسی، عربی - اسم، مذکر

  • ماہِ تمام ، پورا چامد چودھویں کا چاند؛ مراد : خوبصورت ترقی یافتہ

Urdu meaning of maah-e-kaamil

  • Roman
  • Urdu

  • maah-e-tamaam, puura chaamad chaudhvii.n ka chaand; muraad ha Khuubsuurat taraqqii yaaftaa

माह-ए-कामिल के पर्यायवाची शब्द

माह-ए-कामिल के विलोम शब्द

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माह-ए-नौ

नया चाँद, नवचंद्र, बालेंदु

मह नौ मी शवद माह-ए-तमाम आहिस^ता आहिस^ता

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) नया चांद आहिस्ता आहिस्ता पूरा होजाता है, हर नाक़िस तरक़्क़ी करते करते कामिल हो जाता है, किसी को कमाल रफ़्ता रफ़्ता हासिल होता है

जाड़ा माह न पूह, जाड़ा हवा का हू

सर्दी उस वक़्त ज़्यादा होती है जब हुआ चले

मुँह दिखाने के क़ाबिल न छोड़ना

निहायत शर्मिंदा करना, निहायत ज़लील कर देना, नाक कटवा देना

मुँह में खील उड़ कर न पड़ना

खाने को कुछ ना मिलना, फ़ाक़ा होना

मुँह न पड़ना

कहने की हिम्मत न होना, कहने का साहस न होना, हौसला न होना, शर्म और भय के कारण कुछ न कह सकना

मुँह न मोड़ना

۱۔ मुँह ना फेरना, रुख ना फेरना

उड़ कर मुँह में दाना न जाना

कुछ ना खाना, भूका होना, बे ग़िज़ा रहना, बिल्कुल ना खाना

मुँह न चिढ़ाना

त्योरी पर बल न डालना, ग़ुस्सा न होना, ख़फ़ा न होना, मुँह टेढ़ा होना

मुँह न चिढ़ना

ख़फ़ा न होना, नाराज़ न होना

मुँह का थोबड़ा न हो जाए

ऐसा न हो कि पिट जावे

मुँह न तोह नाम चाँद ख़ाँ

جس صفت میں مشہور ہے اس کے خلاف صف سے متصف ہے، (کسی میں) شہرت کے مطابق صفت نہیں پائی جاتی بلکہ اس سے متضاد صفت پائی جاتی ہے

दवा का मुँह न देखना

दवाई न पीना, इलाज से पूर्ण रूप से बचना या नफ़रत करना

खेल का दाना उड़ कर मुँह में न जाना

रुक : खेल उड़ कर मुँह में ना जाना

उड़ के दाना भी मुँह में न जाना

be hungry, be starved

भेड़िया खाए तो न खाए तो मुँह लाल

डायन के मुँह से ख़ून तो लगा ही रहता है अथवा उसके चेहरे से भयानकता तो टपकती ही रहती है

डाइन खाए तो मुँह लाल न खाए तो मुँह लाल

डायन के मुँह से ख़ून तो लगा ही रहता है अथवा उसके चेहरे से भयानकता तो टपकती ही रहती है

शेर खाए तो मुँह लाल न खाए तो मुँह लाल

बदनाम आदमी पर सब इल्ज़ाम थुप जाते हैं, बदनाम करे तो बदनाम ना करे तो बदनाम

बाँदी के आगे बाँदी मेंह देखे न आँधी

कमीने एवं तुच्छ की सरकार ऐसी ही होती है वर्षा, आंधी का ख़्याल नहीं होता अपने काम से काम

सोते लड़के का मुँह चूमा न माँ ख़ुश न बाप ख़ुश

बगै़र इतलाइ के किसी के साथ नेकी करना रायगां है, छुपा कर मुहब्बत करना बे कार है

दिया तो चाँद था, न दिया तो मुँह माँद था

दान-पुण्य ही से नाम होता है वर्ना कोई वर्णन या बखान नहीं करता

मुँह दिखाने के लाइक़ न रहना

निहायत शर्मिंदा होना , निहायत ज़लील-ओ-रुस्वा होना

देखा खाया न मुँह पाँव जोगा

कंगाल है जो मिला खा लिया

मुँह में उड़ कर खील का दाना न जाना

पूरी तरह निराहार होना, कुछ भी न खाना

मुँह की मक्खी न उड़ा सकना

۔(کنایۃً) نہایت کمزور اور ناتواں ہونا۔

खेल तक उड़ कर मुँह में न जाना

get nothing to eat

मुँह की मक्खी न उड़ा सकना

निहायत कमज़ोर होना, नातवां होना , काहिल होना

खील उड़ कर मुँह में न जाना

کوئی چیز نہ کھانا ، کچھ مُن٘ہ میں نہ پڑنا .

मुँह में खील उड़ कर न जाना

खाने को कुछ ना मिलना, फ़ाक़ा होना

ख़ुदा मुँह न दिखाए

۔जिस की सूरत देखना नागवार होता है इस की निसबत कहते हैं कहे ख़ुदा इस का मुँह ना दिखाए।

मारा मुँह तबाक़ आगे धरा न खाए

मारे हुए आदमी का खाने को भी दिल नहीं चाहता

मुँह में दाँत न होना

पोपला होना

मुँह में दाँत न होना

۔ پوپلا ہونا۔ ؎

शेर खाए न खाए मुँह लाल

बदनाम आदमी पर सब इल्ज़ाम थुप जाते हैं, बदनाम करे तो बदनाम ना करे तो बदनाम

खील ऊड़ कर मुँह में न पहुँचना

کوئی چیز نہ کھانا ، کچھ مُن٘ہ میں نہ پڑنا .

खील उड़ कर मुँह में न पहुँचना

کوئی چیز نہ کھانا ، کچھ مُن٘ہ میں نہ پڑنا .

मुँह पर खील उड़ के न जाना

कुछ ना खाना, बिलकुल ना खाना, मुँह तक खाने की कोई चीज़ ना जाना

मुँह पे खील उड़ के न जाना

कुछ ना खाना, बिलकुल ना खाना, मुँह तक खाने की कोई चीज़ ना जाना

बड़े न बूड़न देत हैं जाकी पकड़ें बाँह, जैसे लोहा नाव में तिरत फिरे जल माँह

जिस प्रकार नाव के साथ लोहा तिर जाता है उसी प्रकार बड़े जिसकी सहायता करें वह सफल हो जाता है

झूटों मुँह न छुवाना

बिलकुल पुर्साने हाल ना होना, ज़ाहिरदारी भी ना करना , ज़रा बात ना पूछना, ख़ातिर में ना लाना

शेरों का मुँह किस ने धोया

कोई सोते से उठ कर बिना मुँह धोए खाने बैठ जाए तो उपहास में कहते हैं

पाप डुबोवे धर्म तिरावे, धर्मी कधै न मुँह दुख पावे

पाप आदमी को तबाह एवं बर्बाद कर देता है जबकि पुण्य बचाता है और दुख-तकलीफ़ नहीं होने देता

मुँह पर सफ़ाई न रहना

۔ منھ صاف نہ رہنا۔

मुँह पर सफ़ाई न रहना

मुँह साफ़ न रहना

मुँह में ऐक खील तक उड़ कर न जाना

निहायत फ़ाक़े से होना, बिलकुल कुछ खाया पिया ना होना

न मुँह में दाँत, न पेट में आँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

न मुँह में दाँत , न पेट में आँत

very old and decrepit person

न मुँह में दाँत न पेट में आँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

न मुँह में दाँत , न पेट में आँत

۔نہایت بوڑھے آدمی کی نسبت بولتے ہیں۔؎

रोते बनेगा न गाए , साहो फिरें मुँह दबाए

किसी नुक़्सान हो जाने की हालत में बोलते हैं कि सदमा हो तो ना रोया जा सकता है ना हिंसा, चप लग जाती है

ख़ुदा मुंह न दिखाए

बुरे आदमी की बारे में कहते हैं, जिससे मिलना नापसंद हो

आवाज़ मुँह से न निकालना

घिग्घी बंध जाना, डर या सदमा या कमज़ोरी से आवाज़ न निकाल सकना

खाए तो मुँह लाल, न खाए तो मुँह लाल

बदनाम व्यक्ति कोई अपराध करे या न करे इल्ज़ाम उसी पर आता है

मुँह से आवाज़ न निकलना

۔دیکھو آواز۔

मुँह से आवाज़ न निकलना

डर के मारे घिग्घी बँध जाना, बात न हो सकना

मुँह पर ख़ुशामद न करना

लगी-लिपटी ना कहना, रास्त बाज़ और साफ़ गो होना, पासदारी ना करना

मुँह पे ख़ुशामद न करना

लगी-लिपटी ना कहना, रास्त बाज़ और साफ़ गो होना, पासदारी ना करना

मुँह में दाँत न पेट में आँत

दीर्घायु होना, अतियंत बुढ़ापे की हद पर होना

पेट में आँत न मुँह में दाँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

पेट में आँत न मुँह में दाँत

अत्यधिक बूढ़ा, वृद्ध, अधिक आयु के कारण बहुत दुर्बल एवं कमज़ोर

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