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"लख़्त-ए-जिगर" शब्द से संबंधित परिणाम
हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में लख़्त-ए-जिगर के अर्थदेखिए
लख़्त-ए-जिगर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- जिगर का टुकड़ा, कलेजे का टुकड़ा, अर्थात: बेटा-बेटी
- (लाक्षणिक) प्रिय पुत्र या पुत्री के लिए प्रचलित, प्यारा बेटा
शे'र
ऐ अब्र क़सम है तुझे रोने की हमारे
तुझ चश्म से टपका है कभू लख़्त-ए-जिगर भी
लख़्त-ए-जिगर से है रग-ए-हर-ख़ार शाख़-ए-गुल
ता चंद बाग़-बानी-ए-सहरा करे कोई
तब नाज़-ए-गिराँ माइगी-ए-अश्क बजा है
जब लख़्त-ए-जिगर दीदा-ए-ख़ूँ-बार में आवे
English meaning of laKHt-e-jigar
Noun, Masculine
- a piece of (one's) liver or heart, a darling child, my darling
- (Metaphorically) a dear child
لَختِ جِگَر کے اردو معانی
- Roman
- Urdu
اسم، مذکر
- جگر کا ٹکڑا
- مراد: بیٹا، بیٹی، اولاد یا ذرَیّت کا کوئی فرد
- (مجازاً) پیارا بیٹا یا پیاری بیٹی کے لیے مستعمل، عزیز اور محبوب اولاد
Urdu meaning of laKHt-e-jigar
- Roman
- Urdu
- jigar ka Tuk.Daa
- muraadah beTaa, beTii, aulaad ya zarayyat ka ko.ii fard
- (majaazan) pyaaraa beTaa ya pyaarii beTii ke li.e mustaamal, aziiz aur mahbuub aulaad
खोजे गए शब्द से संबंधित
हम भी हैं पाँचवें सवारों में
जिस की कुछ वास्तविक्ता न हो और वो स्वयं को ख़्वाह-मख़्वाह बड़े लोगों में शामिल करे
हम भी हैं पाँचों सवारों में
जिस की कुछ वास्तविक्ता न हो और वो स्वयं को ख़्वाह-मख़्वाह बड़े लोगों में शामिल करे
हम ने भी तुम्हारी आँखें देखी हैं
ہم بھی تمہاری طرح ہوشیار ہیں، اپنی بھی تعریف اور مخاطب کی بھی تعریف اور خوشامد
हम तो डूबे हैं सनम तुम को भी ले डूबेंगे
हम ख़ुद तो फँसे हैं तुम को भी फँसाएगे, इसका उपयोग तब किया जाता है जब यह कहा जाता है कि एक व्यक्ति स्वयं मुसीबत में है और दूसरों को भी मुसीबत मे डालेगा
चमगादड़ के घर मेहमान आए, हम भी लटकें तुम भी लटको
जैसे व्यक्ति के घर जाओगे वैसा ही सम्मान पाओगे, समाज जैसा करे वैसा ही करो
चमगादड़ों के घर मेहमान आए, हम भी लटकें तुम भी लटको
जैसे व्यक्ति के घर जाओगे वैसा ही सम्मान पाओगे, समाज जैसा करे वैसा ही करो
साजन हम तुम ऐक हैं देखत के हैं दो, मन से मन को तौल दो मन कदी न हो
हम तुम असल में एक हैं भले ही दो दिखाई देते हैं
तोता पढ़े मैना पढ़े , कहीं आदमी के बच्चे भी पढ़ते हें
ये व्यंग्य करते हुए उन योग्य बच्चों के बारे में कहा जाना है जो पढ़ने-लिखने से जी चुराते हैं और अपना पूरा मन नहीं लगाते आशय यह है कि जब पक्षी पढ़ सकते हैं तो मनुष्य के लिए पढ़ना क्या कठिन है
दुधार गाय की दो लातें भी पड़ती हैं
लाभ पहुँचाने वाले की घुड़कियाँ भी सही जाती हैं, काम करने वाले या कमाऊ व्यक्ति की दो कड़वी बातें भी सही जाती हैं
दुधार गाय की दो लातें भी सहनी पड़ती हैं
लाभ पहुँचाने वाले की घुड़कियाँ भी सही जाती हैं, काम करने वाले या कमाऊ व्यक्ति की दो कड़वी बातें भी सही जाती हैं
ओढ़नी चादर हुई बराबर, मैं भी शाह की ख़ाला हूँ
थोड़े से सामाजिक मान पर इतराना, बिना कारण किसी बड़े आदमी से संबंध ज़ाहिर करना
ओढ़ी चादर हुई बराबर, मैं भी शाह की ख़ाला हूँ
थोड़ी सी जमा-पूँजी और सामर्थ्य पर घमंड, थोड़ी आर्थिक सामर्थ्य पर इतराना
ज़रूरत के वक़्त गधे को भी बाप बना लेते हैं
विवशता में हर किसी की चापलूसी करनी पड़ती है, लाचारी की स्थिति में आदमी को सब कुछ करना पड़ता है, विवशता के समय अपने से निम्न व्यक्ति की भी चापलूसी करना पड़ती है
ग़रज़ को लोग गधे को भी बाप बनाते हैं
संकट या आवश्यकता के समय नीच और घटिया आदमी की भी चापलूसी करनी पड़ती है
वहाँ फ़रिश्तों के भी पर जलते हैं
उस जगह कोई नहीं जा सकता, उनका इतना रौब है कि वहाँ जाने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता
अपनी ग़रज़ पर लोग गधे को भी बाप बनाते हैं
संकट या आवश्यकता के समय नीच और घटिया आदमी की भी चापलूसी करनी पड़ती है
उत दाता देवे ऐसे जो ले दाता नाम, इत भी सगरे ठीक हों उस के करतब काम
जो ईश्वर को याद करे ईश्वर उसे ख़ूब देता है और उसके काम संवर जाते हैं
उत दाता देवे उसे जो ले दाता नाम, इत भी सगरे ठीक हों उस के करतब काम
जो ईश्वर को याद करे ईश्वर उसे ख़ूब देता है और उसके काम संवर जाते हैं
यहाँ हज़रत जिब्राईल के भी पर जलते हैं
यहां तक ही रसाई थी (मेराज के वाक़िया की तरफ़ इशारा है, हज़रत जबराईलऑ पैग़ंबर सिल्ली अल्लाह अलैहि वालही वसल्लम के हमराह थे एक मौक़ा पर जा के उन्हों ने कहा कि वो इस से आगे नहीं जा सकते पैग़ंबर सिल्ली अल्लाह अलैहि वालही वसल्लम आगे तन्हा रवाना हुए
दीवार के भी कान हैं
दीवार भी कान रखती है, दीवारों के भी कान होते हैं, यह एक कहावत हैं जिसका अर्थ होता है “सतर्क रहना”, कोई आप की बात सुन सकता है, जहां गोपनीयता रखनी जरूरी समझे वहां इस मुहावरे को प्रयोग में लाया जाता है
सौ बरस बा'द कूड़े घूरे के दिन भी बहोरते फिरते हैं
कोई शैय सदा एक हाल पर नहीं रहती, बुरे दिनों के बाद भले दिन भी आते हैं
ज़रूरत में गधे को भी साला करते हैं
विपत्ति के समय नीच लोगों की भी चापलूसी करनी पड़ती है, विपत्ति के समय सब कुछ करना पड़ता है, मजबूरी में सब कुछ करना पड़ता है
ज़रूरत में गधे को भी बाप बना लेते हैं
विपत्ति के समय नीच लोगों की भी चापलूसी करनी पड़ती है, विपत्ति के समय सब कुछ करना पड़ता है, मजबूरी में सब कुछ करना पड़ता है
यहाँ फ़रिश्तों के भी पर जलते हैं
उस जगह कोई नहीं जा सकता, उनका इतना रौब है कि वहाँ जाने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता
माया के भी पाँव होते हैं, आज मेरे कल तेरे
धन किसी के पास सदैव नहीं रहता, आज एक के पास है तो कल दूसरे के पास
सब कोई झूमर पहिरे लंगडी कहे हम-हूँ
हर एक को देख कर वो भी जिसे किसी चीज़ की आवश्यकता न हो रेस करे तो कहते हैं
दुधैल गाय की दो लातें भी सही जाती हैं
जिस से नफ़ा पहुंचता है इस की नाज़ बर्दारी बुरी नीहं मालूम होती फ़ायदे के लिए तकलीफ़ उठाना बुरा नहीं लगता
दमड़ी की हाँडी लेते हैं तो उसे भी ठोंक बजा कर लेते हैं
कोई साधारण वस्तु भी लो तो अच्छी तरह जाँच कर लो, हर काम सोच समझ कर करना चाहिए
संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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faraamosh
फ़रामोश
.فَراموش
forgetfulness
[ Zindagi ke bahut sare waqiat qabil-e-faramosh hote hain ]

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shujaa'at
शुजा'अत
.شُجَاعَت
bravery, valour, chivalry
[ Umar ki shujaa'at ki kahani abhi bhi yaad ki jati hai ]

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fariiq
फ़रीक़
.فَرِیق
party, company, body
[ Wakil ne mukhalif fariq ke gawah ko apni taraf mila liya hai ]

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izaafa
इज़ाफ़ा
.اِضافَہ
increase, augmentation
[ Barsat ke dinon mein nadiyon ki rawani mein izafa ho jata hai ]

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afraa-tafrii
अफ़रा-तफ़री
.اَفْرا تَفْری
hurly-burly, uproar, chaos
[ Rustam ke kaman ki jhankar sun kar mukhalifon ki saf mein afra-tafri mach gayi ]

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qadGan
क़दग़न
.قَدْغَن
prohibition, ban, restriction
[ Dahshat-gardi par qadghan lagane ke liye Hindustan ko sakht qanun banane chahiye ]

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inkishaaf
इंकिशाफ़
.اِنْکِشاف
disclosure, exposure, revelation
[ Janch ke baad ye inkishaf hua ki Raju ke upar laga ilzam puri tarah se be-buniyad hai ]

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mutavaqqe'
मुतवक़्क़े'
.مُتَوَقِّع
expectant, anticipating
[ Jaise suluk ki tum dusron se mutawaqqe ho waisa hi suluk tum bhi auron se karo ]

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hadaf
हदफ़
.ہَدَف
a mark, butt, bull's-eye (for archers)
[ Kaman se nikla teer sidhe hadaf par ja kar laga ]

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tamGaa
तम्ग़ा
.تَمْغا
medal
[ Akram ne nishane-bazi mein kaanse ka tamgha jita ]

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