تلاش شدہ نتائج

محفوظ شدہ الفاظ

"چِت" کے متعقلہ نتائج

رَوضَہ

باغ، باغیچہ، سبزہ زار

رَوضات

روضہ کی جمع، باغ، باغات

رَوضَۂ اَطْہَر

رک : روضۂ رسول صلی اللہ علیہ وسلم.

رَوضَۂ اَقْدَس

رک : روضۂ رسول اکرم صلی اللہ علیہ وسلم.

رَوضَہ دار

کسی مزار کا مجاور ، نگہبان ، پاسبان.

رَوضَہ خواں

وہ شخص جو محرم کی مجلس میں صرف واقعات کربلا اور مصائب اہل بیت سادے انداز میں بیان کرے (ابتدا میں کتاب روضۃ الشہدا پڑھ کر سنائی جاتی تھی اس لیے پڑھ کر سنانے والے کو روضہ خواں کہنے لگے)

رَوضَۂِ جَنَّت

رَوضَۂ رَسُول

رسولِ خُدا ، حضرت محمد مصطفیٰ صلی اللہ علیہ و آلہٖ وسلم کا مزارِ مبارک جو مدینۂ منورہ میں واقع ہے.

رَوضَہ والِیاں

وہ عورتیں جو سیربین کے ذریعہ مُختلف مقاماتِ مُقَدَّسہ کی تصویریں دِکھاتی پھرتی ہیں اور صدا لگاتی ہیں ”روضہ حضرت بی بی کا ، سب مرادیں حاصل ، یا نبی رسولؐ اللہ“.

روضۂ رِضْواں

بہشت کے دربان کا باغ ؛ مراد : باغِ بہشت ، جنَت.

رَوضَۂ طَیَّبَہ

رک : روضۂ رسولؐ.

رَوضَہ کی جالی

اکثر روضوں کے تین جانب یا دو جانب دروازے کی جگہ روزن دار دِیوار بناتے ہیں اس قدر حصَے کو جس میں وزن ہوتے ہیں جالی کہتے ہیں.

رَوضَۂِ مُبارَک

رَوضَۂ رِضْوان

جنت، جنت کا باغ

رَوضَۂ فِیروزَہ رَن٘گ

(مجازاً) آسمان.

تاج بی بی کا رَوضَہ

رک : تاج محل

اردو، انگلش اور ہندی میں چِت کے معانیدیکھیے

چِت

chitचित

اصل: سنسکرت

وزن : 2

موضوعات: پہلوانی

چِت کے اردو معانی

اسم، مذکر

  • پشت کے بل پڑا ہوا ، اس طرح لیٹا ہوا کہ رخ اوپر ہو ؛ پٹ کا اُلٹ .
  • دل ، من ، نیت ، خیال ، دھیان ، ضمیر
  • داغ ، دھبا ؛ عیب ، رک : چِت پِت
  • سمجھ ، عقل ، دماغ ، دانائی ، شعور : ادراک
  • افقی طور پر پڑا ہوا
  • ذہن ، حافظہ ، یادداشت
  • (کُشتی) پچھڑا ہوا ، شکست خوردہ

اسم، مؤنث

  • نظر ، نگاہ ، جتون

شعر

English meaning of chit

Noun, Feminine

Adjective

चित के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • अंतःकरण की चार वृत्तियों में से एक जो अंतरिद्रिय के रूप में मानी गई है और जिसके द्वारा धारण, भाबना आदि की क्रियाएँ सम्पन्न होती है। जी। दिल। मुहा०-चित्त उचटना = किसी काम, बात या स्थान से जी विरक्त होना या हटना। दिल को भला न लगना। चित्त करना = जी चाहना। इच्छा होना। जैसे-उनसे मिलने को मेरा चित्त नहीं करता। चित्त चढ़ना = दे० “ चित्त पर चढ़ना '। चित्त चिहुँटना-प्रेमासक्त होने के कारण मन में कष्टदायक स्मृति होना। उदा०-नहिं अन्हाय नहि जाय घर चित चिहुँठयो तकि तीर। बिहारी। चित्त चुराना = मन को मोहित करना। चित्त देना ध्यान देना। मन लगाना। उदा० चित्त दै सुनो हमारी बात।-सूर। चित्त घरना = (क) किसी बात पर ध्यान देना। मन लगाना। (ख) कोई बात या विचार मन में लाना। उदा०-हमारे प्रभु औगुन चित न धरौ-सूर। चित्त पर चढ़ना = (क) मन में बसने के कारण बार-बार ध्यान में आना। (ख) स्मृत्ति जाग्रत होना। याद आन, या पड़ना। चित्त बॅटना = एक बात या विषय ओर ध्यान रहने की दशा में कुछ समय के लिए दूसरी ओर ध्यान जाना जो बाधा के रूप में हो जाता है। चित्त में जमना, धंसना या बैठना = अच्छी तरह हृदयंगम होना। दृढ़ निश्चय के रूप में मन में बैठना। चित्त में होना या चित्त होना = इच्छा होना। जी चाहना। चित्त लगना = किसी काम या बात में मन की वृत्ति लगना। ध्यान लगना। जैसे-चित्त लगाकर काम किया करो। चित्त से उतरना = (क) व्यान में न रहना। भूल जाना। जैसे-वह बात हमारे चित्त मे उतर गई थी। (ख) पहले की तरह आदरणीय या प्रिय न रह जाना। जैसे-अब तो वह हमारे चित्त से उतर गया है। चित्त से न टलना ध्यान में बराबर बना रहना। न भूलना।
  • नृत्य में, शृंगारिक प्रसंगों में अनुराग, प्रसन्नता आदि प्रकट करने वाली चितवन या दृष्टि। + वि० चित।
  • दिल
  • -प्रसादन-पुं० [प० त०] योग में चित्त का एक संस्कार जो करुणा, मैत्री, हर्ष आदि के उपयुक्त्त व्यवहार द्वारा होता है

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • चेतना। जान।
  • चिंतन।
  • चिंता।
  • सोची, विचारी या अनुभूत की हुई कोई बात। विचार। अनुभूति।

विशेषण

  • (व्यक्ति) जिसे कोई चिंता न हो। फलतः निश्चित या बेफिक्र
  • चुनकर इकट्ठा किया हआ। ढेर के रूप में लगाया हुआ।
  • जिसका चितन न हो सके।
  • ढका हुआ। आच्छादित। वि० [सं० चित्र] इस प्रकार जमीन पर लंबा पड़ा हुआ कि पीठ या CA पीछे की ओर के सब अंग जमीन से लगे हों और छाती, पेट, मुंह आदि ऊपर हों। पीठ के बल सीधा पड़ा हआ। ' औंधा ' या ' पट ' का विपर्याय। विशेष-प्राचीन काल में चित्र प्रायः कपड़ों पर बनाये जाते थे। इसी लिए उन्हें चित्र-पट कहते थे। जिस ओर चित्र बना रहता था उस ओर का भाग चित्र कहलाता था, और उसके विपरीत नीचेवाला भाग पट (कपड़ा) कहलाता था। इसी चित्र-पट में के चित्र और पट शब्द से विशेषण रूप में ' चित ' और ' पट ' शब्द बने हैं। मुहा०-(किसी को) चित करना = कुश्ती में पछाड़कर जमीन पर सीधा पटकना जो हराने का सूचक होता है। चित होना = बेसुध होकर या और किसी प्रकार सीधे पड़ जाना। जैसे-इतनी भाँग में तो तुम चित हो जाओगे। पद-चारों खाने (या शाने) चित = (क) हाथ-पैर फैलाये बिलकुल पीठ के बल पड़ा हुआ। (ख) लाक्षणिक रूप में, पूरी तरह से परास्त या हारा हुआ। क्रि० वि०पीठ के बल। जैसे-चित गिरना या लेटना। पुं० [हिं० चितवन] चितवन। दृष्टि। नजर। पुं० = चित्र।
  • पीठ के बल सीधा पड़ा हुआ; जिसका मुँह-पेट ऊपर की ओर हो।

حوالہ جات: ریختہ ڈکشنری کی ترتیب میں مستعمل مصادر اور مراجع کی فہرست دیکھیں ۔

رائے زنی کیجیے (چِت)

نام

ای-میل

تبصرہ

چِت

تصویر اپلوڈ کیجیے مزید جانیے

نام

ای-میل

ڈسپلے نام

تصویر منسلک کیجیے

تصویر منتخب کیجیے
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)
بولیے

Delete 44 saved words?

کیا آپ واقعی ان اندراجات کو حذف کر رہے ہیں؟ انہیں واپس لانا ناممکن ہوگا۔

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone