"निर्माण" टैग से संबंधित शब्द
"निर्माण" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
अकोहर
(वनस्पतिविज्ञान) अकोहर, यह बड़े क्षुप या छोटे वृक्ष के रूप में पाया जाता है, इसके तने की मोटाई 2.5 फुट होती है तथा यह भूरे रंग की छाल से ढका रहता है, पुराने वृक्षों के तने तीक्ष्णाग्र होने से काँटेदार या कंटकीभूत होते हैं
अंजुम जाली
पत्थर लकड़ी आदि में तारे की तरह की छः कोने बनी हुई जाली
अटाल बनाना
(तामीर) आलीशान इमारत खड़ी करना
अद्धे का बस्ता
गोलार्ध रूपी डाट, गोल डाट, अद्धे की डाट
अद्धा
किसी वस्तु का आधा भाग; आधी नाप या तौल
अमला
भवन के निर्माण में लगा हुआ मसाला: ईंट, चूना, पत्थर, लकड़ी आदि
आख़िरी-गैह
(निर्मान) किसी इमारत के आगे पीछे बनने हुए दर्जों में पिछला दर्जा
आटकी
(तामीर) तामीर मसाले के किसी वज़नी अदद को बेलन पर दख़ील कर ले जाने का औसत दर्जे का चार पाँच फ़ुट लंबा बिल्ली का टुकड़ा जिस को अटका कर भारी अदद को आगे सरकाया जाये
आमनी का बस्ता
(तामीर) मांगदार उल्टे आम की वज़ा का बस्ता
आवेज़ा
ताज, छतरी, हाथी या घोड़े आदि की लगाम या काठी में लटका हुआ बुंदा, लटकन
आहक
अस्तरकारी का मसाला, चिपकने वाली चीज़
इलीन
(तामीरात) दाला नन के पाखों से मिला कर लगाए जाने वाले सतून के उधय, बग़ली सतून, पखवाई दर
इस्फ़ीन
पचर, फनी, दख़ील (जो किसी सूराख़ या दराड़ को बंद करने के लिए ठोकी जाये)
इहकाम
(शाब्दिक) मज़बूत करना, (निर्माण) वह स्तंभ आदि जो भवन के किसी भाग को स्थिर और मज़बूत करने के लिए बनाया जाए
इहकामी
(तामीर) वो सलाख या पत्थर वग़ैरा जो इमारत को मुहकम और मज़बूत करने की ग़रज़ से लगाई जाती है
उछाला
रुक, 'आ छालना' जिस का ये इस्म-ए-कौफ़ीयत है
उछाला बाँधना
(निर्माण) किसी चीज़ से बाँध कर उछालना, शहतीर या पत्थर की बीम के किसी एक सिरे के नीचे दबने से दुसरे सिरे का ऊपर उठना
उतार
उतरने या ऊपर से नीचे आने का प्रक्रिया
ऐंठ
द्वेष, विरोध, हठ, दुराग्रह
कत्तल
मिट्टी के बर्तन का मदो्वर और बारीक टुकड़ा जिस को लड़के हवा में उछालते हैं
कमान-टेका
(तामीरात) पीलपाया जिस पर कमान (डाट) का सब से निचला सिरा टिकता है
कस्नी
कसने की क्रिया या भाव। (दे० ' कसना ') उदा०-कसनी दै कंचन किया ताप लिया ततकार। कबीर।
कामिल-ढाँचा
(तामीरात) वो ढांचा जिस में सलाखों की तादाद लदाओ की तादील के मुताबिक़ हो
काशी-कार
(तामीर) काशी का काम करने वाला नीज़ जिस पर चीनी का काम बना हुआ हो (ईंट), इमारत वग़ैरा
ख़ालिस-फ़स्ल
(तामीरात) पल या दूसरी इमारतों की तामीर में एक ख़ास दूरी रखने का पैमाना
चश्मा
ऐनक, चश्मा, उपनेत्र ऐनक, आँखों पर लगाया जानेवाला धातु आदि का एक प्रकार का प्रसिद्ध ढाँचा या कमानी जिसमें लगे हुए शीशों की सहायता से वस्तुएँ अधिक स्पष्ट दिखाई पड़ती हैं
ज़ाग़-बंदी
(तामीरात) मूठी का पत्थ्াर लगाना, तोड़ा लगाना
टप्पा
(मूसीक़ी) एक किस्म का गाना या गीत
डाट
दीवार या ऐसी ही किसी और चीज को गिरने से बचाने या रोकने के लिए सामने या बेड़े बल में लगाई जानेवाली चांड़ या रोक।
तमक्कुन
(निर्माण) बोझ, दबाव, बिठाव
तस्मा
वो डोरी जो बाअज़ जूतों को बान में इस्तिमाल होती है चमड़े के इलावा सूती या नाइलान वग़ैरा की भी होती है
तागड़ी
(तागों वग़ैरा) का बटा हुआ डोरा जो बिन्दू या गंवार या उन के बच्चे लँगोटी अटकाने के लिए नाफ़ से नीचे बांधते हैं
तोड़ा
(तामीरात) छच्े की छाओं को सहारने या उठाए रखने वाला मुसल्लसी शक्ल का बना हुआ पत्थर जो मुनक़्क़श, सादा, छोटा और बड़ा हर किस्म का होता है
दीवार
ईंट, मिट्टी आदि की बनी हुई ऊँची भित्ति; दीवाल; भीत
दीवार-दासा
जो कड़ियाँ छत का चौबीना बैठाने के लिए दीवार पर रखी जाती हैं
नरिया
खपरैल जिस की छत बिछाई जाती है और उमूमन खुली नाली की शक्ल की होती है
निकाल देना
۷۔ अपनी तरफ़ से कोई चीज़ किसी को दे देना
पखाड़ी
छत या छत के पुलिंदा में दो राफ्टर्स को जोड़ने वाली एक क्षैतिज बीम
पटका
(तामीरात) एण्ट गारे की चुनाई के चंद रद्दों के दरमयान रेखते का रिदा जो चिनाई की मज़बूती के लिए चंद रदों के बाद लगाया जाता है
पट्टी
(बनाई) ताना बनने का अड्डा
पठार
(ज़राअत) ऐसा क़ताह-ए-आराज़ी जिस की सतह की मिट्टी के क़रीब चट्टान हो और बड़ा दरख़्त ना लग सके
पन-आड़
(राजगीरी) सीसे की चादरें जो मकान के दूसरे हिस्से में पानी के चढ़ने के शक को रोकने के लिए लगाई जाएँ
पेश-चादर
(तामीरात) पेश चादर (apron) सीसे की चादर का एक टुकड़ा होता है जिसका ऊपरी भाग मोड़ कर बिठा दिया जाता है और शेष भग मोड़ कर लटकता हुआ छोड़ दिया जाता है
पंसाल में करना
(तामीर) मुसत्तह या हमवार करना (आले की मदद से हमवारी की जांच करना
पहाड़ी-दार
(तामीर) एण्ट या पत्थर की एक ख़ास वज़ा की चिनाई जो ख़ुसूसी शक्ल में नाहमवार होती है
पाकिवाड़ी
(निर्माण) छोटा स्तर अथवा निचला किवाड़
पाखा
(ख़ैयाती) उचकन की चोली में सामने के रुख़ का वो हिस्सा जिस में बटन टाँकते या काज बनाते हैं
पाड़
(कारगाह के पास) जहां बुटई (कारीगर) बैठ कर रेशम बटने का काम करता है
पाैना
(तामीर) क़रीब एक चौथाई हिस्सा टूटी हुई एण्ट जो सालिम एण्ट के साथ चिनाई में लगाई जा सके
पाया
सीढ़ी के डंडे या तख़्ते या ज़ीने का वह भाग जिस पर पाँव रख कर चढ़ते उतरते हैं
फ़िशार-बंदी
(निर्माण कार्य) छत को सहारा देने के लिए तिरछी लकड़ी लगाना, आड़ी बल्ली खड़ी करना
फ़िशारी
(राजगीरी) रोक, दबाव से मुताल्लिक़, दबाव का
बुख़ार
पानी वग़ैरा को जोश खाने या गर्म होने से ऊपर इटने वाले अबख़रात, भाप
बझावट
दो बोर्डों के बीच एक जोड़, आपसी पकड़ के लिए दोनों तरफ पकड़ वाला एक जोड़ ताकि वे एक साथ जुड़ जाएंँ
बेड़ी
बंदियों के पाँव में डाली जाने वाली ज़ंजीर
बर-आवेख़्ता
(निर्माण) लटका हुआ, नीचे की तरफ़ झुका हुआ, लटकाया हुआ
बर्ग
रुक : बर्क, पत्ता, पत्ती, पात
बर्गा
(तामीर) मोटी लक्कड़ी जो भारी चीज़ को सरकाने के लिए इस के नीचे तूल में डाली जाती है, बिरंगा
बेलन की पाड़
(तामीर) ऐसे मौक़ा पर जहां रपटे के पाड़ के लिए गुंजाइश ना हो भारी सामान चढ़ाने और मामूली मसाला पहुंचाने के लिए दो रुख़ी पाड़ बांध कर इस पर बेलन (चर्ख़ीयाँ) बांधते हैं और उन के ज़रीये रस्सीयों से भारी अश्या ऊपर खींचते हैं, इस पाड़ को ईस्तलाहन बेलन की पाड़ कहते हैं
बहरा
(निर्माण) एक या दो खूँटियाँ जो चौखट की भुजाओं के चिनाई वाले हिस्से से जुड़ी होती हैं जिन्हें चिनाई में दबाया जाता है ताकि चौखट को मजबूती से पकड़कर रखें
बेहरी-बंदी
सड़कों की मुरम्मत के लिए चंदा
बागड़ी
बागड़ का, बागड़ का रहने वाला
बाड़
(ख़ैयाती) टोपी वग़ैरा की दीवार
बादामी-पख़
(राजगिरी) बादाम के ख़ोल की तरह धनुष की बनावट का कोना
बिठाव
(तामीरात) भराई के बाद पानी पड़ने या किसी दूसरी वजह से मिट्टी की सतह दब जाने की कैफ़ीयत
बिना पड़ना
बुनियाद रखी जाना, आधारशिला स्थापित होना
मुत्तका
(मामारी) संगीन जंगले की सिलों का खम की वज़ा का टीका जो दो सिलों के जोड़ के दरमयान हर कोने पर क़ायम किया जाये
मियाना-पुल
(तामीरात) वो पल जिस में बोझ गर्डरों की निचली कवर पर पड़ते हैं (अंग : Through Bridge)
यक-रुख़ी-नक़्शा
(तामीरात) एक ज़ावीए से किसी इमारत वग़ैरा का नक़्शा, यक रखा मंज़र या शबिया
राबिता-कारी
संबंध पैदा करना, मेल-मिलाप बनाना, सिलसिला जोड़ना, मेल-मिलाप
श'री-'अमल
(निर्माण) बारीक नसों या नालियों के अवशोषित एवं निकासी का कार्य
संग-ए-बासी
(हजरयात) एक किस्म का परतदार पत्थ्াर जो सुरख़ और ज़रदी या सफेदी माइल सुर्ख़ होता है जिसे संग-ए-सुरख़ भी कहते हैं (तामीरात में मुस्तामल)
सग-पा
(निर्माण) एक प्रकार की लकड़ी की सीढ़ी
सद्र-ए-दरवाज़ा
(तामीरात) मकान का असली और बड़ा दरोज़ा जो बड़े मकानों में आम तौर से ख़ुशनुमा ताजदार बनाया जाता है
सद्र-ए-दालान
(तामीरात) दुहरे यानी दालान दर दालान का पिछला दालान जहां मस्नद तकिया लगाया जाये या सदर के बैठने की जगह हो
सिक़्ली-तराश
(तामीरात) सकली बंद (रुक) की तर्ज़, वज़ा
सिक़्ली-बंद
(तामीरात) पुख़्ता बंद की एक क़िस्म जिस में दबाओ और फ़िशार का ख़्याल रखा जाता है
हवाई-कोठी
(निर्माण कार्य) पानी में बुनियाद डालने के लिए एक बड़ा आब बंद डिब्बा जो हवा को रोकने के काम आता है, एक धाती कमरा
हवा-तना
(राजगिरी) हवा बाहर निकलने की नाली
हवा-ताला
(तामीरात) कुँवें वग़ैरा की खुदाई में इस्तिमाल किया जाने वाला हुआ बंद हलक़ा जिस की वजह से पानी के पाइप या पंप में हुआ बस्तगी पैदा हो जाती है
हवा-बुझाई
(निर्माण) भट्टे में कुचली हुई खड़िया और मिट्टी को गर्मी पहुँचाने के बाद उसके चूर्ण को सुखी जगह पर फैला कर कुछ दिनों तक ठंडा करने की प्रक्रिया जिसके बाद सिमेंट फूलता नहीं