खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए" शब्द से संबंधित परिणाम

खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए

ऐसी वस्तु जो वास्तव में अच्छी न हो, पर उसे अच्छी समझकर सब पाने के लिए लालायित भी हों

बूर के लड्डू खाए सो पछताए, न खाए सो पछताए

ऐसा काम जिस के न करने में हसरत रहे और करने में पछतावा हो

डाइन खाए तो मुँह लाल न खाए तो मुँह लाल

डायन के मुँह से ख़ून तो लगा ही रहता है अथवा उसके चेहरे से भयानकता तो टपकती ही रहती है

खाए तो मुँह लाल, न खाए तो मुँह लाल

बदनाम व्यक्ति कोई अपराध करे या न करे इल्ज़ाम उसी पर आता है

शेर खाए तो मुँह लाल न खाए तो मुँह लाल

बदनाम आदमी पर सब इल्ज़ाम थुप जाते हैं, बदनाम करे तो बदनाम ना करे तो बदनाम

करनी करे तो क्यूँ करे और करके पछताए, पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

कहूँ तो माँ मारी जाए, न कहूँ तो बाप कुत्ता खाए

हर प्रकार से संकट है, न कहते बनता है न चुप रहते

अगर पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

वैसा ही तो को फल मिले जैसा बीज बोवाए, नीम बोय के निकले गाँडा कोई न खाए

जैसा करोगे वैसा भरोगे

जो कोसत बैरी मरे और मन चितवे धन होय, जल माँ घी निकसन लागे तो रूखा खाए न कोय

अगर कोसने से शत्रु मर जाए, इच्छा से धन प्राप्त हो और पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

लाए गा दारा तो खाए गी दारी, न लाए गा दारा तो पड़े गी ख़्वारी

पति कमा कर लाएगा तो पत्नी खाएगी, पति न कमाएगा तो फ़ाक़े होंगे

नाक न हो तो गू खाएँ

महिलाओं की निंदा में प्रयुक्त, अर्थात अगर इज़्ज़त की परवाह न हो तो ख़राब से ख़राब बैठें

रोज़ा रखे न नमाज़ पढ़े सहरी भी न खाए तो महज़ काफ़िर हो जाए

ये कहावत उन लोगों की है जो इंद्रियों के वश में रहते हैं, रोज़ा नमाज़ न सही मगर सहरी ज़रूर खानी चाहिए

नाक न हो तो गुह खाएँ

आबरू की पर्वा ना करें (औरतों की बद अकली के इज़हार के लिए मुस्तामल)

रोज़े रखें न नमाज़ पढ़ें, सहरी भी न खाएं तो काफ़िर हो जाएं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए के अर्थदेखिए

खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए

khaa.e to pachhtaa.e, na khaa.e to pachhtaa.eکھائے تو پَچھتائے، نَہ کھائے تو پَچھتائے

अथवा - खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए, खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए

कहावत

खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए के हिंदी अर्थ

  • ऐसी वस्तु जो वास्तव में अच्छी न हो, पर उसे अच्छी समझकर सब पाने के लिए लालायित भी हों
  • कोई कार्य जिसे कर के भी पछतावा हो और न कर के भी, किसी भी तरह मनुष्य को संतुष्टि न हो
  • किसी ऐसी वस्तु के बारे में कहा जाता है जिसे आदमी खा कर भी पछताता है और न खा कर भी
  • जैसे विवाह के बारे में कहते हैं कि जो करे वह पछताए जो न करे वह भी पछताए, किसी तरह से भी मनुष्य को सांत्वना नहीं होती है

    विशेष - किसी ठग ने गुड़ के शीरे में लकड़ी के बुरादे को पकाकर लड्डू बनाए और यह कहकर बेचना शुरू कर दिया कि ये दिल्ली के लड्डू हैं। नई चीज़ देखते-देखते बिक गई और ठग पैसा इकट्ठा करके घर चला गया। बाद में जो लोग ख़रीदने आए, वे लड्डू न पा सकने के कारण पछताते रहे और जिन्होंने खरीदे थे वो ठगे जाने के कारण पछता कर रह गए

English meaning of khaa.e to pachhtaa.e, na khaa.e to pachhtaa.e

  • one who marries regrets and one who does not regrets too

کھائے تو پَچھتائے، نَہ کھائے تو پَچھتائے کے اردو معانی

  • ایسی چیز جو حقیقت میں اچھی نہ ہو، لیکن اسے سب اچھی سمجھ کر پانے کے خواہشمند بھی ہوں
  • کوئی کام جسے کر کے بھی افسوس کرے اور نہ کر کے بھی، کسی طرح سے بھی انسان کو تسلّی نہ ہو
  • ایسی چیز کے بارے میں کہا جاتا ہے جسے انسان کھا کر بھی پچھتاتا ہے اور نہ کھا کر بھی
  • مثلاََ شادی بیاہ کے بارے میں کہتے ہیں، جو کرے وہ پچھتائے جو نہ کرے وہ بھی پچھتائے

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

खाए तो पछताए, न खाए तो पछताए

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone

Recent Words