"दुःख" टैग से संबंधित शब्द
"दुःख" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
अंगारों पर लोटना
(दुख, क्रोध, ईर्ष्या या चिंता की आग में) जलना, तड़पना, बेचैन होना
अर्दब
(शतरंज) किसी मुहरे का मुख़ालिफ़ शहि रोकने के लिए बादशाह की सुपर बिन जाना और हरकत करने के काबिल ना रहना , हल ना सकने की कैफ़ीयत , माज़ूरी, पेचा रगी , रोक, आड़
आप को दे दे मारना
(दुख या तकलीफ़ में) पछाड़ें खाना, तड़पना
आब-आब
पसीने में नहाया हुआ, पसीने से भीगा (लज्जा और प्रायश्चित), लज्जित
'आलम गुज़रना
कैफ़ीयत तारी होना, विचित्र अवस्था होना, मस्ती या नशा छाना
आँसू पीना
(ग़म तकलीफ़ या सदमे की हालत में) आँसूओ आंख से बाहर ना निकलने देना, ज़बत करना, सब्र-ओ-तहम्मुल से काम लेना
ईरा
आग जलाना, चिमटे से आग निकालना
उतरना
पहनी हुई चीज़ का जिस्म से जुदा होना
उतारना
(किसी इबारत को) एक जगह से दूसरे जगह नक़ल या मुंतक़िल करना
उलझना
लड़ना झगड़ना, मुक़ाबला करना, बहस, तकरार या हुज्जत करना, टोकना
क़ैद-ए-शश्दरी
(शतरंज) मोहरे का घर में बंद हो जाना, मोहरे को बाहर निकलने का रास्ता न मिलन
खुलना
अलग या जुदा होना, अलैहदा होना
घर बचे तो सब घर रचे
(शतरंज) या चूसो वग़ैरा के खेल में जब कोई मोहरा या गोट किसी ख़ाने में हर तरफ़ से घर जाती है और उसे बचाने का रास्ता नहीं मिलता तो खिलाड़ी चाल सोचते में फ़िक़रा कहता है, मुतरादिफ़: इस घर पर मोहरा या गोट बच जाये तो समझो बाज़ी जीत ली
चार-ख़ाना
कपड़े में बनावट या रंगाई या कढ़ाई आदि से बना हुआ चौकोर ख़ाने
चार-जोग
(शतरंज) फ़रीक़ैन के बादशाह और एक एक मुहरे के साथ खेल क़ायम हो जाये और हार जीत किसी को ना हो, चार चौक, चार चोग
जुड़ाना
ठंडा करना, मुतमइन करना, सुकून दिलाना, ख़ामोश करना, ख़ुश करना
जिगर पाश-पाश होना
(सांकेतिक) (दुख एवं पीड़ा से) कलेजे के टुकड़े होना, बहुत अधिक आहत होना
जोशिश
उभार, उठान, उफ़ान, अधिकता, बहुतात
ढाई-घर
(शतरंज) बिसात पर घोड़े की तय चाल दो सीधी चालें और एक दाएँ या बाएँ आड़ी चाल
ताबा-सराह
(अरबी का दुआइया जुमला उर्दू में राइज) मुक़द्दस और परहेज़गार मरहूमीन के लिए ताज़ीमन मुस्तामल . ख़ुदा ताला इन की ख़ाक को पाक रखे (रंज-ओ-ग़म और अज़ाब से)
तीमार
۔(फ) बर वज़न बीमार-ए-ग़म खाना। ग़म) मुज़क्कर। १।ईलाज। मुआलिजा।
२। मरीज़ की ख़बरगीरी। ग़मख़ारी
नझ़न्द
۔(फ। बफ्ता अव्वल वदोम) सिफ़त। सुरंगों ।ग़मगीं ।ख़फ़ा। पस्त ।ख़ार।
नय्यर-निज
जादू, तिलिस्म, इंद्रजाल, माया-कर्म अथवा जादू का खेल
ना'रा खींचना
(दुख, पीड़ा या उत्साह से) जयजयकार करना, जयजयकार ऊँचा करना, हुँकार मारना
निकल जाना
۲۱۔ तालीम या सबक़ में बढ़ जाना
पैदल-पसंद
(शतरंज) वह बाज़ी जिसमें शातिर प्रतिद्वंद्वी की इच्छा पर पैदल मुहरे से मात देदे
पैदली
(शतरंज) पैदल (रुक) से मुताल्लिक़ (बाज़ी, मात, चाल, वग़ैरा)
पिटना
(मजाज़न) झुक, नागवार ख़ातिर काम या बात का ज़िक्र , रोना
पील
एक प्रकार का काँटेदार वृक्ष जो दक्षिण भारत में अधिकता से होता है। इसकी पत्तियां ओषधि के काम आती हैं।
पील बंद डालना
(शतरंज) पेल और प्यादे के ज़ोर की सूरत पैदा करना, (जन) चाल चलना, दान मारना, वार करना
फ़रज़ीन बनाना
(शतरंज) पैदल को हरीफ़ के वज़ीर या बादशाह के मख़सूस ख़ाने तक पहुंचा कर फ़र्ज़ीं बनाना, पैदल का आख़िरी ख़ाने में पहुंच कर वज़ीर बन जाना, प्यादे को फ़र्ज़ीं के दर्जे पर पहुंचाना
फ़रज़ीन-बंद
(शतरंज) वो मात जो फ़र्ज़ीं के ज़रीये दी जाये, जिस वक़्त फ़र्ज़ीं पियादा की तक़वियत से जो इस के पीछे होता है शाह के मुहरे को आगे ना बढ़ने दे तो उसे फ़र्ज़ीं बंद कहते हैं
फ़ील-बंदी
शतरंज: हाथी से घेरा वाली चाल चलना, शतरंज की चाल जिसमें हाथी से घेराबंदी की जाती है
बच खेलना
अपने मुहरे की सुरक्षा करते हुए चाल चलना, अपने को बचाते हुए काम करना
बंद करना
मनवा लेना, निरुत्तर करना, चुप करना, बोलने न देना
बलग़म
लेसदार फ़ासिद माद्दा जो सीने में जमा होजाता है और खांसी के साथ ख़ारिज होता है, नाक, मुंह आदि में से निकलने वाला एक तरह का लसीला गाढ़ा पदार्थ, एक धातु, श्लेष्मा, कफ़
बाज़ी बुर्द होना
(शतरंज) खेल में बादशाह का अकेला रह जाना जिसे आधी मात माना जाता है
बाल तोड़ना
(सर के) बाल नोचना (पीड़ा और दर्द के कारण)
भरना
(रिक्त पद का) ख़ाली न रहना
मुनफ़्फ़िस
दूर करने वाला (ग़म वग़ैरा); (लाक्षणिक) तसल्ली देने वाला
मुँह पर तमांचे मारना
गालों पर हाथों से ज़रब लगाना (ग़म-ओ-गुस्से या नदामत की इंतिहा होना)
मुहरा
(मूसीक़ी) गति और परन की तरह तबले से निकलने वाले बोल जो खड़ताल से भी निकाले जाते हैं
मुहरा-ए-शशदर
(शतरंज) वो मोहरा जो ज़च हो जाये
लहू पानी एक करना
۱. काम में सख़्त मेहनत उठाना, जद्द-ओ-जहद करना
लोट-पोट
۔(ह। लूथ कपोथ। थक कर। चोॗर। बेहोश। बदहवास) सिफ़त। १।आशिक़। फ़रेफ़्ता। वो जाली लूट के रूमाल जिन पर दिल लोटपोट है। २।मुज़्तरिब। बेक़रार। (बहनसी से या रंजोग़म से) वो अपनी जगह पर जा कर तो मारे हंसी के लोटपोट होगए होंगे
विषाद
हलाहल विष पीने वाले शिव, शंकर
शह
‘शाह’ का लघु, बादशाह, सुलतान
शह खाना
(शतरंज) हार जाना, मात खाना
शह डालना
(शतरंज) मोहरे को ऐसी जगह बिठाना कि प्रतिद्वंदी का बादशाह उस की चपेट में आ जाए, मात देना
शह-रुख़ी
(शतरंज) बादशाह को ऐसे घर में बैठाना कि रुख़ की शह पड़ती हो (संकेतात्मक) सामने की चोट
सर फोड़ना
खोपड़ी को चोटिल करना या किसी वस्तु पर दे मारना
सीने का थाल बैठना
(दुख से) निढाल होना, (भय से) हिम्मत, साहस ख़त्म होना
हाज़िर-बाज़ी
(शतरंज) वो बाज़ी जो आमने सामने बैठ कर बिसात बिछा कर मुहरों की चाल चल कर खेली जाये (ग़ायब बाज़ी के बिलमुक़ाबिल कि वो नक़्शों की मदद से खेली जाती है)