"राजगीरी" टैग से संबंधित शब्द
"राजगीरी" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
संदला
वास्तु-कला: अस्तरकारी के ऊपर और चिकनी तह चढ़ाने को सफेदी में मिला कर बारीक तैय्यार किया हुआ चूना, संदल की जैसा बारीक पिसा हुआ चूना जिससे उकेरने का काम भी क्या जाता है
संदली
(मामारी) मख़रूती शक्ल की चू रुख़ी सीढ़ी (ज़ीना) जिस के सिरे पर काम करने वाले बैठने को एक मुरब्बा तख़्ता जुड़ा होता है, बला सहारे हर जगह खड़ा कर के काम किया जा सकता है
अगरैया
(राजगीरी) सीधा-सादा निर्माण का काम करने वाला हिंदू राजगीर, आगरे और आसपास का राजगीर
अटाल बनाना
(तामीर) आलीशान इमारत खड़ी करना
अद्धे का बस्ता
गोलार्ध रूपी डाट, गोल डाट, अद्धे की डाट
'अर्ज़ा
एक बार ज़ाहिर करना, एक बार सामने रखना।।
'अर्ज़ा-जोड़
(मामारी) इन पत्थरों को कहते हैं जो जोड़ों के दो मुत्तसिल सिलसिलों में होते हैं
'अर्शा-बंदी
(मामारी) बालाई सतह की तामीर
अलंगा
(मामारी) संगीन चिनाई की रूकार दे का मामूल से बड़ी नाप का घड़ा हुआ पत्थर, चेहरा बना हुआ पत्थर
आड़
ओट, पर्दा, वो चीज़ जिसके पीछे छुप रहें, रुकावट, बाधा,विघ्न, पीछे, बचने या छुपने के लिए.
आब-तराज़ू
(राजगीरी) पानी का बहाव ठीक करने के लिए सतह नापने का औज़ार
आमनी चुग्गे का बस्ता
(निर्माण) आधे की डाट का बस्ता जिसका चुग्गा आम की आकृति का हो
इकराम
(राजगीरी) लोहे का हलक़ा अर्थात गोल कुंडा जिसमें सिटकिनी फँसा कर दरवाज़ा बंद करते हैं
इहकामी
(तामीर) वो सलाख या पत्थर वग़ैरा जो इमारत को मुहकम और मज़बूत करने की ग़रज़ से लगाई जाती है
ईंट बिठाना
(मामारी) चिनाई में रद्दे के अंदर ईंट जमाना
उपरौटा
(राजगीरी) ऊपर की मंज़िल, कोठा, अटारी
उस्तरी
(मामारी) डाट के नीचे की चिनाई, महिराब का पाया
कगारा
(मामारी) रुक: कगर मानी (३)
कच्ची-छत
(राजगीरी) वह छत जिसके ऊपर चूने की परत न लगाई गई हो अर्थात पक्की न की गई हो, मिटटी डाल कर सतह बराबर बराबर कर दी गई हो (पक्की छत से विपरीत)
कचा-हतोड़ा
(मामारी) मम्बत कारी का काम करने का हतोड़ा, इस के मुँह की थाप खोकली होती है, इस में सीसा भर दिया जाता हैता कि नाज़ुक काम और मुनब्बतकारी की घड़ाई में तकले पर नरम ज़रब पड़े और सीसा हतोड़े की ज़रब की सख़्ती को पी जाये
क़ैंची
कतरनी, कपड़ा काटने का यंत्र
कछौटा
धोती पहनने का वह ढंग जिसमें दोनों लाँगें घुटनों तक चढ़ाकर और कसकर पीछे की ओर खोंसी जाती हैं
कजक
(मामारी) नाज़ुक किस्म की मुनब्बतकारी की घुटाई (चिकनाने का अमल) करने का बारीक मुँह का करनी की क़सम का औज़ार, कजरात
कुटकी-गुल
(राजगीरी) अष्टकोणीय आकार का एक फूल जो मर्ग़ूल के माथे पर बनाया जाता है
कड़ा
(पदार्थ) जिसके कणों, तंतुओं, संयोजक अवयवों आदि की बनावट या संघात इतना घना, ठोस या दृढ़ हो कि उसे काटा, तोड़ा, दबाया या लचाया न जा सके और इसीलिए जिसमें कुछ गड़ाना या घसाना बहुत कठिन हो। कठोर। सख्त। ' कोमल ' या ' मुलायम ' का विपर्याय। जैसे-कड़ी जमीन, कड़ा तख्ता, कड़ा लोहा
कड़ी तख़्ते की छत
(मामारी) चोबी छत यानी कड़ी तख़्ते पाट कर बनाई हुई छत
कन्नी
वो धज्जी जो पतंग के किनारे की तरफ़ काँप में बांधी जाती है ताकि पतंग भार में बराबर हो कर सीधी उड़े
कमर-गाह
(मामारी) किसी इमारत या क़िले की दरमयान की ऐसी जगह जहां कमर किसी जा सके, कमर बस्ता होने का ठिकाना
कमरा
आवास, कमरा, झोपड़ी, जहाज़ या रेल का केबिन, कक्ष, कम्पार्टमेंट
कमांदार-पस्ली
(मामारी) इमारत में इस्तिमाल होने वाली मुड़ी हुई सलाख
कमान-कारी
(मामारी) महिराब बनाने या तामीर करने का अमल
कमान-शाना
(मामारी) कमान की पुश्त जो मोटी और मज़बूत बनाई जाती है
करनी
वह जो कुछ किया गया हो। कर्म। कार्य। कार्य करने की कला, विद्या या शक्ति। उदा०-उन्ह सौं मैं पाई जब करनी। जायसी। ३. बोल-चाल में, अनुचित या हीन आचरण या व्यवहार। ४. अन्त्येष्टि क्रिया। ५. राजगीरों का एक प्रसिद्ध उपकरण जिससे वे गारा या मसाला उठाकर दीवारों आदि पर थोपते, पोतते या लगाते हैं।
कुलूख़
ढेला, मट्टी का टुकड़ा, पक्की ईंट या पत्थर का टुकड़ा, मिट्टी का कठोर ढेला
कश्ती
सर में तेल डालने की नौका सदृश प्याली, तेल-फुलेल की प्याली
कश्ती की छत
(मामारी) डाट की चुनाई की वज़ा पर ती्यार की हुई रेखते की छत, डाट की छत, लदाई की छत
कश्ती की डाट
(मामारी) मुस्तक़ीम या हमवार डाट, पटाओ की डाट
कस्का
(मामारी) बुनियाद या पा यह-ए-दीवार की चिनाई का दीवार के आसार से ख़ारिज क्या हुआ हिस्सा, कुछ, ज़ह
क़ाइद
फ़ौज का सरदार, सेनाध्यक्ष
क़ालिब
आकार, रूप, किसी वस्तु का ढांचा, सांचा, टीन या लकड़ी का वह गोल ढांचा जिस पर चढ़ाकर टोपियाँ दुरुस्त की जाती हैं
कील
वो मेख़ जो जूते के तले मैन लगाई जाती है ताकि फसल॒ने से बच जाये (अंग: Spike)
कोना-पत्थर
(मामारी) इमारत का बैरूनी कोना, वो ख़ास एण्ट या पत्थर जिस से ये कोना तैय्यार किया जाये
कोबा
(राजगीरी) थापी, कूटने का उपकरण, मोगरी
खड़ी-ईंट
(मामारी) ईंट जो चिनाई में पहलू के बिल रखी जाये (पिट या पड़ी एण्ट के मुक़ाबिल)
खड़ी-सलामी
(मामारी) धाल या फीलवां सलामी जो बालाई पहलू दीवार को सतही नक़्शे में ४५ दर्जे में दीदी जाती है, अमूदी ज़ावीया (नशीबी झुकाओ के मुक़ाबिल)
खपरैल
खपड़े से छाई हुई छाजन, खपरों से बनी हुई छत, वो मकान जिस को खपरों से पाटा गया हो, खपरों की छत वाला मकान
खम
स्तंभ जो भार उठाए रहता है, थम
खरंजा
वह ईंट जो बहुत अधिक पकने के कारण जल गई गो, झाँवाँ
खींचना
किसी को अपने साथ लेते हुए आगे बढ़ना। जैसे-घोड़ा गाड़ी खींचता है।
खोंट
(बिनोद) देवी देवता पर चढ़ाने की रोटियां
गंग-छुत
(राजगीरी) वह छत जिसमें आवाज़ न गूँजे
गुज़र-बलंदी
(मामारी) गुज़रने के रास्ते की बुलंदी, सीढ़ी की ऊंचाई
गुंजीली-छत
(राजगिरी) आवाज़ गूँजने वाली छत, बादल गरज छत
गट्टी
जहाज या नाव में पाल बांधने के खंभे के नीचे की चूल। (लश०)
गुंड-चुनाई
(मामारी) पत्थ्াर की चुनाई
गढ़-गुज
(मामारी) फ़सील की चुनाई में फैल पा की शक्ल बाबर को निकली हुई तामीर जो तोप लगाने और दूसरी फ़ौजी जरूरतों के लिए बनाई जाती है
गूनिया
एक तिकोना यंत्र जिससे राज और बढ़ई इमारत की सीध नापते हैं
गूनिया
(मामारी) रुक : गोनया, गुनया
गुंबदी-छत
(मामारी) ऐसी लदाओ की छत जो मामूल से ज़्यादा मुदव्वर यानी निस्फ़ या निस्फ़ से कम दायरे की शक्ल की हो जैसी गिरजा या बाअज़ पड़े हाल की बनाई जाती है, इस किस्म की छत बग़ली दीवारों के आसारों पर क़ायम की जाती है
गुमक
(मामारी) उभरवां यानी मुदव्वर शक्ल की चुनाई
गुम्बदी-डाट
(मामारी) निस्फ़ गनबद की शक्ल की बनी हुई डाट, इस डाट की गहराई को ईस्तलाहन शिकम कहते हैं
गर्दना
(क़स्साब) मज़बोहा बिक्री या भीड़ वग़ैरा की गर्दन का गोश्त
गुर्सी
(घोसी) दूध रखने का बर्तन, झा कड़ी
गुलकार
जिस पर बेल-बूटे बने हुए हों, वो चीज़ जिस पर बेल-बूटे बने हों, गुल-दोज़
ग़लताँ
लुढ़कता हुआ, लुढ़कने की स्थिती में, लुढ़कने वाला या वाली, घूमने वाला, घूमता हुआ, लोटने वाला, लोटता हुआ, लंठायमान
गुल-नाव
(मामारी) मरगोल के हाशीए पर लमबोतरी और मुदौ्वर सुरों की बनी हुई बिंत कारी या जाली
गलाई
कुएं के गोले को अंदर धंसाने का अमल
गलाना
इन्दर धंसाना जैसे कुँवें में गोला गलाना
गारा बनाना
(मामारी) चुनाई के लिए मिट्टी में पानी मिला कर नरम या लोचदार बनाना
गिरमाला
राज की करनी जिससे वह प्लास्टर चढ़ाता है
गिलई-चुनाई
(राजगिरी) वह चिनाई जिसकी ईंट या पत्थर के रद्दे चूने के स्थान पर गारे से जमाए जाएँ
गिल-ख़ंदक़
(मामारी) पुशते की भराई में मिट्टी भरने या गुल बंदी की जगह
गिल-बंदी
(मामारी) तैय्यार की हुई चिकनी मिट्टी से दर्ज़ें वग़ैरा बंद करने का अमल
गिल-माला
राज की करनी जिससे वह प्लास्टर चढ़ाता है
गोंधे की चुनाई
(राजगीरी) मिट्टी के लोंदों की चुनाई जिसमें ईंट पत्थर न हो
गोंधे की दीवार
(राजगीरी) मिट्टी के लोंदों की बनी हुई दीवार
गोल-डाट
(मामारी) निस्फ़ दायरे की शक्ल की डाट जिस को ईस्तलाहन गोल डाट कहते हैं, उधय की डाट
गोल-बस्ता
(मामारी) महिराब के दहन में लगाने को चोबी संगीन या धात का जालीदार बनाया हुआ पिट जिस की शक्ल महिराब की शक्ल जैसी होती है और महिराब के नाम से मौसूम किया जाता है, अधै का बस्ता
घूँघट
साड़ी, दुपट्टे या किसी ओढ़ने वाले कपड़े का वह हिस्सा जिससे स्त्रियाँ अपने चेहरे को ढक लेती है, चादर का मुँह पर पड़ा हुआ कपड़ा, औरतें दोपट्टे को पर्दे के लिए सर पर से आगे झुका लेती हैं ताकि मुँह न दिखाई दे इसको भी घूँघट कहते हैं, चादर का किनारा जिसको दुलहन अपने मुँह पर डाल लेती है, बुर्क़ा, नक़ाब, पर्दा\
घूड़या
(वास्तुकला) एक खास आकार का पत्थर जो भारी तूफ़ान को झेल सकता है
घुमेरी-ज़ीना
(राजगिरी) लाट या मीनार के अंदर बना हुआ गोल ज़ीना, चक्करदार ज़ीना चाहे वह इमारत के अंदर हो जैसे लाट आदि के अंदर बना होता है या अलग बना हुआ हो
घेर
रने की क्रिया या भाव। जैसे-घेर-घार
घर-भरूनी
(मामारी) नए घर में आबाद होने और रहने बसने की रस्म जो आम तौर से मकान में आने से क़बल ग़रीबों को मकान में जमा करके और खाना वग़ैरा खिला कर अदा की जाती है
चुक्का
मिट्टी का छोटा पियाले जैसा बर्तन जो शराब पीने के काम आती है, कुल्हिया
चुग्गे की डाट
(मामारी) वो डाट जिस का वसती हिस्सा मांग नुमा यानी ऊपर को उठा हुआ नुकीला हो बरख़िलाफ़ अद्ध्াे की डाट के जो निस्फ़ दायरे की शक्ल होती है, आमनी डाट
चुग्गा
चोंच से उठाया हुआ, छिद्रा, जो घुन्ना ना हो, पुतला, थोड़ा
चंगेर
(मामारी) सदर ताक़ के लब के नचीए और गुलदस्ता की शक्ल की बनी हुई मन कारी
चपटी-कमान
(मामारी) चपटी कमान ख़िश्त कारी का एक शहतीर जो ऐसी एण्टों से बनाया जाता है जिन का रुख़ एक वाहिद मर्कज़ की जानिब होता है गोया इस में एक क़तई कमान शामिल होती है
चेहरा-ए-'इमारत
(मेमारी) इमारत में सामने बना हुआ काम, पेश इमारत, सामने या बैरूनी ख़ुशनुमा काम, रूकार
चाली-चुनाई
(मामारी) सीधी सादी मामूली मुक़र्ररा तरीक़े की चिनाई
चिकट
(तेल रोगन आदि का) मैल-कुचैल, कीट
चीरना
कहीं से कोई चीज निकाल लेना।। मुहा०-माल चीरना = अनुचित रूप से बहुत अधिक आर्थिक लाभ करना
चोबी-छत
(मामारी) वो छत जो कड़ी तख़्ते पाट कर तैय्यार की जाये हर ख़िलाफ़ की छत के
चोबी-बद्दा
(मामारी) रुक : था ही, मोगरी
छे मास की डाट
(मामारी) दायरे के मुहीत के छिटे हिस्से की गोलाई की शक्ल की डाट, बादामी डाट
छज्ली
छज्जे के आकार की वह वास्तु-रचना जो प्रायः दीवार के ऊपरी भाग में कुछ आगे या बाहर की ओर निकली हुई होती है, छोटा और पतला छज्जा
छत-क़ैंची
(मामारी) दो पुलियायाँ छेरिया खपरैल के पाए और मगरी की लक्कड़ी को सहारने और उठाए रखने वाली लक्कड़ी की बनी हुई चलीपाई आड़
छल्ले की चुनाई
(मामारी) इकहरे रद्दे की मुदव्वर चिनाई जो अद्ध्াे की डाट (गोल महिराब) या कुँवें की कोठी में की जाती है
जवाबी-काम
(मामारी) किसी इमारत में एक ही किस्म की आमने सामने बनी हुई सनअत कारी, रुक अम्मार त
जाली की चुनाई
(मामारी) हुआ और की आमद के लिए कटवां रदों की चिनाई जो जाली की शक्ल बिन जाये
जिला'
(क़ानून) इस लफ़्ज़ से अदालते दीवानी दर्जा-ए-आला मजाज़ साअत इबतिदाई और अदालत हाईकोर्ट मामूली इख़्तयारात समाअत इबतिदाई मुराद है
जोड़-साज़
(मामारी) दायरे की शक्ल का लोहे का टुकड़ा जो चिनाई के जोड़ पर खेन जाता है
झेकी
(राजगीरी) सफ़ेद पत्थर या संगमरमर का बुरादा
झंझरी
लोहे आदि की कोई जालीदार चादर जो प्रायः खिड़कियों या बरामदों में लगाई जाती है, झरोखा, गवाक्ष, गौखा, चिलमन
झुमरी
वास्तुकला: अस्तरकारी के चूने को ठिकाने का थापी की शक्ल का लकड़ी का औज़ार, दीवार का पलस्तर आदि पीटने की काठ की छोटी मुंगरी, काठ की, मोंगरी, पटना, छत
झिलमिली-दार-किवाड़
(मामारी) वो किवाड़ जिस का दिला झिलमिलीदार बना हुआ हो
ठाड़
ज़ीने की हर सीढ़ी की बुलंदी या ऊंचाई
ठाड़-पट
(मामारी) ज़ीने की सीढ़ी की बुलंदी को ठाड़ और इस के ऊपर पैर रखने की मुसत्तह जगह पिट कहलाती है और दोनों को मिला कर ठाड़ पुट कहते हैं, ख़ाली
ठोकर
ठेस, पाँव किसी चीज़ से टकरा जाना, किसी तरह का अनिष्टकारी आघात, ऐसी चीज़ जिससे चोट लग सकती हो, धक्का, रोड़ा, सड़क में उभरा हुआ पत्थर, पैर से किया गया आघात, ज़रब, धक्का, सदमा, सीधे रास्ते से बहकने का अमल, नाचने वाले का नाचने में क़दम मारने का अंदाज़, माशूक़ की नाज़ुक चाल
डटयाना
(मकान बनाना) खाली दीवार को चिनाई करके भरना
डंडा उठाना
(मामारी) पर्दे की दीवार बनाना या किसी जगह की आड़ करना
डब्रा
(मामारी) मामूली इन घड़त पत्थ्াर जो अदना किस्म के पत्थ्াर की चिनाई और भर्ती के काम में आएं, पत्थर का ऐसा मामूली टुकड़ा जिस का कोई रुख़ सीधा और चौरस ना हो
डलाई-मिट्टी
(मामारी) वो मिट्टी जो किसी गढ़े को भरने के लिए डाली जाती है
डाट
दीवार या ऐसी ही किसी और चीज को गिरने से बचाने या रोकने के लिए सामने या बेड़े बल में लगाई जानेवाली चांड़ या रोक।
डाट की छत
(मामारी) डाट की चिनाई की वज़ा पर तैय्यार की हुई रेखते की छत, लदाओ की छत
डाट बाँधना
(मामारी चारों तरफ़ से लक्कड़ीयों की रुकावट खड़ी करके सान बनाना
डाटिया
(मामारी) डाटीए ख़ाना नुमा बलॉक होते हैं जिन से कमान बनती है
डाड़ा
(राजगीरी) दीवार की तैयारी के लिए ईंट या गढ़े हुए पत्थर की चूने या गारे के साथ तले ऊपर तह तह करके सही प्रकार से रोक
डाढ़ा
(मामारी) दीवार की चुनाई के लिए घड़े-ए-होई पत्थर की चूओने या गारे के साथ तले ऊपर तहा बह तहा बाक़ायदा बंदिश
डाढ़ा फटना
(मामारी) चुनाई का जोड़ अलैहदा होजाना, जोड़ में नुक़्स आजाना
डाढ़ा मिलाना
(राजगिरी) चिनाई के छूटे हुए रद्दों को आगे की चिनाई के रद्दों से जोड़ना
डोरा
(पटवा गिरी) ज़ेवर में डाला हुआ रेशमी या सोओती तागे का हिंद जिस की विजय से ज़ेवर गले में या कलाई में पहना जा सके
डोरी-रद्दा
(मामारी) डाइयों के हर एक रद्दे के जोड़ मुसलमल रखे जाते हैं, हर एक रद्दे को डोरी रिदा कहते हैं
डौलाना
(मामारी) पत्थ्াर पर फूओल बूओटे डोला ने और सतह खोद कर पत्ते पतियों की शक्ल सतह पर उभारने और नुमायां करने को कंधा खोलना कहते हैं
डौलोमाइट
(मामारी) चूओने और मैग्नीशिया के मुसावी तनासुब का मुरक्कब
ढूला
(मामारी) डाट का क़ालिब, गुमक, कैंडा जो डाट के दहन की वज़ा का गारे मिट्टी का बना लिया जाता है
ढाँक-तख़्ती
(मामारी) वो तख़्ती जो कौर के टुकड़े को ढाँकने के लिए इस पर लगाई जाती है
तेज़ करना
चिनाई में रद्दे की ईंट को जो किसी क़दर अन्दर को दबी हुई हो आगे को लाना ताकि दूसरी ईंटों के साथ एक सीध में हो जाए, ईंट को रद्दे की सीध से थोड़ा निकलता रखना
तजाई
(मामारी) चौखट की रूकार के चारों तरफ़ दरवाज़े की चिनाई का बक़दर दो तीन इंच बतौर हाशिया बाहर को दिखाई देता हुआ हिस्सा, कोपरी
तरह फ़रमाना
(मामारी) नक़्शा बनाना, डिज़ाइन बनाना
तलैटी
तलहटी (तराई), पहाड़ के नीचे की भूमि
तूला-बंदिश
(मामारी) एण्ट की चिनाई का एक तरीक़-ए-कार जो निस्फ़ एण्ट की दीवारों में इस्तिमाल होता है इस में चेहरे की तमाम एण्टें तूलों की तरह लगाई जाती हैं
तह मिलाना
(पक्षियों का) जोड़ा लगाना, नर के साथ मादा को मिलाना
ताक़
दीवार में बना हुआ गड्ढा या खाली स्थान जो चीज वस्तु रखने के लिये होता है, आला, ताखा
तीख़
(मामारी) रैंच, तर छापन, कली नुमा टुकड़ा, अराज़ी जो नक्शे इमारत से ख़ारिज हो, बद गुनया
तोड़े पट्टी की चुनाई
(मामारी) तोड़ा पट्टी (रुक) के रदों की चिनाई
दाब
दबने या दबाने का भाव; दबाव, दबे होने की अवस्था, जैसे- वायुदाब, वाष्पदाब
दालान
(वस्तुकला) किसी भवन या मकान के अन्तर्गत वह लम्बी वास्तु रचना जिसके तीन ओर दीवारें, ऊपर छत और सामनेवाला भाग बिलकुल खुला होता है, मकान के बाहर लोगों के बैठने की छतदार खुली जगह, बेड़ा और लंबा कमरा जिसमें मेहराबदार दरवाजे होते हैं, या तिदरी होती है, ओसारा, बैठक
दासा देना
(मामारी) दो चुनाईओं के बीच में दासा लगाना
दियाफ़िराम
(मामारी) मुख़्तलिफ़ आमेज़ों से ती्यार करदा पन रोक पर्दा , पानी की रुकावट का मरुकब
दीवार फूलना
(राजगीरी) दीवार का छल (बाहरी सतह) का किसी आंतरिक दोष के कारण बाहर की ओर उठ जाना, पानी भरने और भराव ढीला हो जाने के कारण से दीवार फूल गई है अर्थात् दीवार बाहर निकल आई है
दो-साली-चौखट
(राजगीरी) दोहरी बनावट की चौखट जो किवाड़ के निशान को भरे अर्थात जैसी सामने के कवर पर हो वैसी ही पीछे के कवर पर भी हो
धुर्मुट
फ़र्श के ईंट रोड़े कूटने का एक औज़ार जिस में लोहे या लकड़ी की वज़नी मोटी और लंबी सलाख़ होती है जिस का नीचे का हिस्सा चिपटा और फैला हुआ होता है, क़िले की प्राचीर पर आक्रमण के समय फेंके जाने वाले लोहे के गोले, गदा
नुक्कड़
किसी सड़क या गली का वह स्थान जहाँ एक मार्ग समाप्त होता है और दूसरा शुरू होता है, कोना, किनारा, मोड़, सिरा, नाका
नक़्शा
आकृति, शक्ल, चेहरे की साख्त, मुखाकृति, ढंग, शैली, तर्ज, सज-धज, वज़ा क़ता, चेष्टा, हुलिया, किसी देश आदि का चित्र, मानचित्र, दशा, हालत, साँचा, क़ालिब, रेखाचित्र, खाक़ा, नमूना, आदर्श, छवि
नलिया
एक ज़ात (क़ौम) जिस का पेशा कंपा लगाकर परिंदे पकड़ना है नीज़ उस ज़ात का फ़र्द , चिड़ीमार, भील्या
नवात-ज़र्री
(मामारी) झिल्ली नुमा शक्ल की ईंटें
नहला
ताश का वह पत्ता जिसमें नौ बूटियाँ बनी होती हैं
नाग
अमरीका के बाशिंदे जिन्हें पाताल लोक के बाशिंदे कहते थे
नाबदान
पानी निकलने की नाली, पानी के निकास की मोरी, मकान की मोरी, वह नाली जिससे होकर घर का गलीज, मैला पानी आदि बाहर बहकर जाता है, पनाला, नरदा, गटर
नाब-दार
(मामारी) सतून के ऊपर के टुकड़े की शक्ल का, मख़रूती
नासिक
ईश्वराराधना करनेवाला, इबादतगुज़ार, बलिदान करनेवाला, कुर्बानी करनेवाला।
नासिक बाँधना
(मामारी) चिनाई के रद्दों में डाढ़ा ना छोड़ना और पाखे के इख़ततामी रद्दे लगाना
निम-चक
(राजगिरी) डाट बनाने के लिए लकड़ी का बनाया हुआ साँचा, ढाँचा
नीम-तना
(मामारी) जिस्म के बालाई हिस्से का बुत या मुजस्समा, बगै़र धड़ का मुजस्समा, बरतना (अंग : Bust)
नीला
आसमानी, लाजवर्दी, कबूद, आकाश या नील की तरह के रंग का, एक किस्म का कबूतर
पख़
(संग तराशी) सतून या लॉट के पत्थर का पहलू जिस के किनारों को तरह तरह से तराश कर ख़ुशनुमा बनाते हैं
पुख़्ता-छत
(राजगिरी) सीमेंट की छत, चूने कंकर की तह डाल कर तैयार की हुई छत
पख़्नी
(सर इफ्फी) सके का उल्टा रुख़ जिस पर तारीख़ अदद वग़ैरा कुंदा होता है , (मामारी) पाखा, दीवार या चिनाई का छोटा हिस्सा या अर्ज़ी रुख़
पनाला
परनाला, मोरी, नाली, पानी बहने का रास्ता, नाला
पव्वा
(मामारी) एण्ट का चौथाई टुकड़ा जो चिनाई के काम में ना आए
पेश
आगे, सामने, उर्दू में उ की आवाज़ के लिए प्रयोग होने वाला स्वर वर्ण
पंसाल में करना
(तामीर) मुसत्तह या हमवार करना (आले की मदद से हमवारी की जांच करना
पा-ए-पेशानी
दीवार छत आदि के प्लास्तर में सुंदरता के लिए वर्गाकार, आयताकार, अंडाकार चित्र ऊँचाई पर उकेरे होते हैं
पाकिवाड़ी
(निर्माण) छोटा स्तर अथवा निचला किवाड़
फेंट
(मामारी) दो एण्टों के दरमयान का फ़ासिला या खुला, दर्ज़, झुर्री
फन
रस्सी का गाँठदार फंदा। मुद्धी।
फ़र्श-बंदी
(राजगीरी) फ़र्श बनाना, ज़मीन को कंकर कूट कर या ईंटें बिछा कर बराबर बनाना
बंधन
पट्टी जो घाव आदि पर बाँदते हैं,
बुनियाद भरना
(राजगीरी) बुनियाद को पत्थर और मसाले आदि से भर कर ज़मीन के बराबर लाना
बस्तनी
(मामारी) चंद अजज़ा से मुरक्कब मसाला जैसे कन जमाने या उन पत्थर जोड़ने के लिए इस्तिमाल करते हैं, मसाला या गारा
बहरा
(निर्माण) एक या दो खूँटियाँ जो चौखट की भुजाओं के चिनाई वाले हिस्से से जुड़ी होती हैं जिन्हें चिनाई में दबाया जाता है ताकि चौखट को मजबूती से पकड़कर रखें
बादामी-पख़
(राजगिरी) बादाम के ख़ोल की तरह धनुष की बनावट का कोना
भराई
(मामारी) चेहरे और पुश्त का दरमयानी हिस्सा
मज़दूर
बोझ ढोने वाला मज़दूर, पल्लेदार, क़ुली
मंडी
बाज़ार, विपणि, वह बहुत बड़ा विक्रय स्थल जहाँ थोक माल बेचने की बहुत सी दुकानें हों, थोक बिक्री का बाज़ार, सब्ज़ी मंडी, बड़ा बाज़ार, बड़ा मेला जहां गाय घोड़े वग़ैरा बिकने या नुमाइश के लिए लाए जाए
मदत
अफ़यून और पान के पत्ते का एक नशा आवर मुरक्कब जो तंबाकू की तरह पिया जाता है, मदक
मंदी करना
(वास्तुकला) चुनाई में सीध से बाहर निकली हुई ईंट को अंदर की ओर करना
मुनफ़रिद
(कनाएৃ) पुख़्ता, हक़ीक़ी (ज़बान)
मुम्टी
(मामारी) ज़ीने का पटाओ जो सीढ़ीयों के चढ़ाओ के हिसाब से ऊपर को उठा हुआ बनाया जाता है
मे'मारी-गज़
(मामारी) मुअम्मारों का मुरव्वजा क़दीम गज़ जो अंग्रेज़ी गज़ से बक़दर ४ इंच छोटा यानी ३२ इंच का होता है
मर्ग़ूला-दार
(मामारी) कनगरेदार या डंडीदार महिराब वाला, मुदव्वर खमों वाला
मुर्दा-बोझ
(राजगीरी) इस्पात, गिट्टी, सीमेंट स्लीपरों इत्यादि के भार पर आधारित पुलों के निरंतर निर्माण का बोझ
मलबे
मलबा की परिवर्तित रूप, समास में प्रयुक्त, ध्वस्त मकान की ईंटें, मिट्टी, चट्टानें आदि
मुलब्बिन
(मामारी) ईंट बनाने वाला, पथेरा, ख़िश्त साज़
मलबा
ध्वस्त मकान या भवन आदि की मिट्टी, ईंट इत्यादि का ढेर, कूड़ा-कर्कट, कतवार
मुशा''
(मामारी) पानी या भाप के ज़रीये कमरा गर्म करने का साज़-ओ-सामान जिस में नलों के ज़रीये पानी गर्दिश करता रहता है, गर माला, इशआ कनुंदा
मुस्तक़िल-निशान
(मामारी) वो निशान जो किसी पाएदार मवाद जैसे पत्थर पर पैमाइश में सतह मालूम करने के लिए बनाया जाता है (अंग : Bench Mark Survey)
मुस्तवी
(मामारी) ऐसे तर्ज़ तामीर से मुताल्लिक़ जो डाटदार या महिराबी तर्ज़ से मुख़्तलिफ़ हो (Trabeata)
मसनू'ई-आबी-चूना
(राजगीरी) चूने की एक प्रकार जो शुध्द चूने में मिट्टी मिलाकर तैयार किया जाता है
मुसनद-तख़्ती
(मामारी) मशीन का वो पुरज़ा या हिस्सा जिस पर चूल, सलाख या ऐसी ही कोई शैय घूमती हो
मुसनदी
(मामारी) मस्नद (रुक) से ताल्लुक़ रखने वाला, सहारा बर्दाश्त करने वाला , पुख़्ता, मज़बूत
मसालह
कई अशीया का मुरक्कब या आमेज़ाह
मसाला-दार
(राजगीरी) मसाला देने वाला, ईंटें गारा पहुँचाने वाला, क़ुली, मज़दूर, बैलदार
मसालिहा
एक मुरक्कब जिस से बाल धोते हैं
महताबी
प्रासादों आदि के आगे का बाग के बीच का गोल चबूतरा जिस पर बैठकर चाँदनी का आनन्द लिया जाता है।
मुहरा
(मूसीक़ी) गति और परन की तरह तबले से निकलने वाले बोल जो खड़ताल से भी निकाले जाते हैं
मेहराब
द्वार के ऊपर का अर्धमंडलाकार बनाया हुआ भाग, डाट वाला गोल दरवाज़ा, ताक़, ताकचा, अर्धचन्द्र के आकार की कोई चीज़ या दीवार, कमान, युद्ध का स्थान, मस्जिद में बना कमान की भाँती वह स्थान जहाँ नमाज़ के समय इमाम खड़ा होता है
माइल-खम
(मामारी) झुकाओ वाला सतून (अंग : Raking Post (
मा'कूस-कमान
(मामारी) कमान की एक क़िस्म जो मामूली क़तई कमान से मुशाबेह होती है लेकिन नीचे की तरफ़ बनाई जाती है, ये कमान कुशादा जगह के नीचे बनाई जाती है ताकि वज़न ज़ीरीं तामीर पर या बुनियादों पर बराबर या मुसावी तौर पर पड़े, बाअज़ औक़ात ऐसी जगह भी उन का इस्तिमाल होता है जहां चश्मों का दबाओ ऊपर वारिद होता है
मांजना
कोई चीज अच्छी तरह साफ करने के लिए किसी दूसरी चीज से उसे अच्छी तरह मलना या रगड़ना। जैसे-बरतन मांजना।
मिट्टी खींचना
(मामारी) ख़ुदी हुई मिट्टी को फावड़े से समेट कर एक तरफ़ करना (अप-ओ-, १ :९०
मियाना
(चिनाई) किसी जगह को बीच से तक़सीम करने का अमल
मिरफ़ा'
(वास्तुशास्त्र) पानी ऊपर चढ़ाने (या नीचे लाने) की मशीन या उपकरण
मिलन की चुनाई
(मामारी) वो आम चुनाई जो मुक़र्ररा तामीरी उसोल पर की जाये, चाली से मुराद मुरव्वजा और मिलन से मक़सद चिनाई के रद्दों का बाहम इस तरह जमा कर लगाना है कि रद्दों की दर्ज़ें एक दूसरे की सीध में ना आएं (मिलन के टेप के मुक़ाबिल)
मिलाप-जोड़
(मामारी) अगर बंदिश बाक़ायदा की जाये या किसी दो ईंटों या पत्थरों के दरमयानी जोड़ उफु़क़ा यह अनतसाबा एक मुसलसल रास्त ख़त में ना रखे जाएं तो मिलाप जोड़ बिन जाता है
मोतिया
(मामारी) छत के आगे को निकला हुआ निचला किनारा, छज्जे का निचला किनारा, लबा, बाम, औलती
मोहकम-गीर
(वनस्पतिविज्ञान) अलजी का जुड़ा हुआ या संबद्ध अंग
मौज-दार-छत
(मामारी) लहरदार, ख़मदार, ऊंची नीची छत, नाहमवार छत (मुसत्तह छत के मुक़ाबिल
मौसम-सहार
(राजगीरी) जलवायु की कठोरता को सहन करने वाला, मौसम झेलने की क्षमता रखने वाला
रद्दा
दीवार में जुड़ाई की एक पंक्ति।
रद्दा उठाना
(राजगीरी) मिट्टी या ईंटों की एक परत के ऊपर दूसरी परत चढ़ाना
रद्दा छोड़ना
(राजगीरी) चिनाई में एक रद्दे का अंतराल छोड़ना
रद्दा तोड़ना
(राजगीरी) दोषों के कारण चिनाई की परत को हटाना
रद्दा मिलाना
(मामारी) चुनाई की ता कोता के साथ सही करना
रद्दा रखना
ईंटों या मिट्टी की एक प्रत पर दूसरी प्रत रखना, चुनाई के ऊपर चुनाई करना
रद्दा लगाना
(राजगीरी) चिनाई की तह जमाना, चिनाई में ईंटों की एक पंक्ति की बढ़ोत्तरी करना
रपटे की पाड़
(मामारी) वो पाड़ जिस के साथ रपटा बना हुआ हो
रप्टा
नगर, शिविर या दुर्ग की दीवार पर चढ़ने का ढलवाँ बना हुआ पक्का रास्ता जिस पर तोप और सवार आसानी से चढ़ जाए
रानी-खम
(मामारी) बड़े सतून जो इमारत के ढांचे में शामिल हूँ (जुज़वी या छोटे सतूनों के मुक़ाबिल)
राफ़ि'आ
रुक : राफ़े जिस का ये मनस् है
रोद-कशी
(मामारी) अस्तरकारी में फूओल पते बनाने का काम जो अस्तरकारी पर सफेदी की ता को छैल कर तैय्यार किया जाता है
रोंदा
(मामारी) उफ़की शहतीर जो हामिल (गाड़ी) के दो पहीयों के ज़रीया मचान के एक सिरे से दूओसरे सरिए तक जाता है, पत्थ्াर उठाने की एक कल
लंगर करना
लंगर डालना, समंदरी जहाज़ या कश्ती का ठहराना, ठहरना
लट्टू
(आतशबाज़ी) मिट्टी का गोला जिस के अंदर बारूद भरी होती है इस के सूराख़ में से एक फ़लीता निकला होता है जिस को आग दिखाने से वो घूम कर धमाके से पिठता है
लवा
(संगतराशी) खड़े पत्थर की सीध या सिल की तरह सतह की समतलता जाँचने का औज़ार, सूल
वाला
निसबत रखने वाला (किसी शहर या जगह से)
शु'आ'ई-बरंदा
(मामारी) खुली जगह पर नसब क्या हुआ कांटा या चर्ख़ी जो किसी चीज़ को हरकत देने या लाने ले जाने में मदद करे (उमूमन वज़न उठाने या लटकाने के लिए मुस्तामल)
शम्सा
छोटा सा फुंदना जो तस्बीह में लगाते हैं
शाक़ूल
राजों की सहावल, जिससे वह दीवार की सीध नापते है, साहौल, सिहावल, पंसाल
शागिर्दी
शागिर्द होने की अवस्था या भाव। शिष्यता
शो'ले का भट्टा
(राजगिरी) वह भट्टा जिसमें तेज़ आग जला कर ईंटें पकाई जाएँ
संग-ए-मरमर
एक प्रकार का पत्थर जो औषधीय विशेषताओं और महत्त के कारण औषधी में प्रयुक्त है
सजीली-कमान
(मामारी) ताजदार महिराब या दरवाज़ा
सूत
(पैमाना) एक इंच का आठवां हिस्सा
सत्ह-ए-जस्त
(राजगीरी) मेहराब की कमान के जोड़ों को संभालने वाले पाय आदि का ऊपरी हिस्सा
सत्ह-बंदी
(राजगीरी) ऊपरी हिस्से को समतल करने का काम, पिच बनाना, सतह बंदी जैसी भी विशेषीकरण किया गया हो कंकर के कुंदे, पत्थर या कंक्रीट की होगी
सुताई
(मामारी) अस्तर लगा कर किसी चिकने पट्टे से रगड़ना
सद्र-ए-'इमारत
(मामारी) इमारत का सब से बड़ा बेहतर और कुशादा बना हुआ हिस्सा, इमारत का ख़ास हिस्सा
सद्र-ए-ताक़
(मामारी) सदर दालान की दीवार के वस्त का बड़ा ताक़ जो दूसरे ताकों की निसबत बड़ा और ख़ुशनुमा बनाया जाता है, इस के नीचे मस्नद तकिया लगाया जाता है और सदर के बैठने की जगह होती है
सद्र-ए-दीवार
(मामारी) दालान की पिछेत् यानी पिछली बड़ी दीवार जो दालान के महिराबों के जवाब में होती है और जिस में पेशताक़ या सदर ताक़ होता है
सद्र-ए-रुख़
(मामारी) इमारत के सामने का रो कारी रुख़
सँदला फेरना
वास्तु-कला: अस्तरकारी करने के बाद सतह को चिकनाने के लिए बारीक चूने की पुताई कर के घटाई करना, संदला करना
सरबार
राजगिरी: जिस (दीवार) से ऊपर की तरफ़ मिट्टी का ढाल हो
साक़ूल
पंसाल जिस से मुअम्मार दीवार की सीध मालूम करते हैं
सिंज
(मामारी) एक ए-ए-युनिट के आसार की दीवार, धजी की दीवार
सिफ़ाल-पोशी
(मामारी) मिट्टी की ता चढ़ाना, मिट्टी थोपना, मिट्टी थुपाई
हवा-महल
कई दरवाज़ों, खिड़कियों वाला भवन या मकान जो बारादरी से बड़ा और विशाल होता है जिसमें हवा पूरे वेग से गुज़रती हैं (विशेषतः) जयपूर की प्रसिद्ध स्त्रियों का निवास स्थान जिसमें प्राकृतिक वायु के आवागमन का विशेष प्रबंध है