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नहीं नहीं कर के

تھوڑا تھوڑا کر کے ، کم کرتے کرتے نیز بڑی مشکل سے ، بہت انکار کے بعد

लाइक़ क़ुबूल के नहीं

मानने के क़ाबिल नहीं

मुँह के लाइक़ नहीं

इस योग्य नहीं कि उससे बात की जाये, आप की हैसियत के मुताबिक़ नहीं

आबरू जा के नहीं आती

सम्मान व्यर्थ होकर फिर प्राप्त नही होता, इज़्ज़त ज़ाए होकर फिर होसिल नहीं होती

लड़कन के भगवा नहीं, बिलाई के गाती

दूसरों पर ख़र्च करता है अपनों को कुछ नहीं देता

वित्र के आगे सज्दा नहीं

हर वस्तु की एक सीमा होती है, उससे आगे नहीं बढ़ना चाहिए (किसी वस्तु या क्रिया के असीमित करने के अवसर पर प्रयुक्त)

आँख उठा कर नहीं देखता

शर्मीला है, लज्जाशील है

वक़्त जा कर नहीं आता

मौक़ा हाथ से निकल जाये तो फिर नहीं मिलता, जो पल या अवधि गुज़र जाती है फिर नहीं आती

हिल कर पानी नहीं पीना

۱۔ अपने हाथ से कोई काम ना करना , निहायत आरामतलब होना

घुस कर लगाने को नहीं

(something) to be scarce or rare

वक़्त जा कर नहीं आता

मौक़ा हाथ से निकल जाए तो फिर नहीं मिलता, जो समय या घड़ी गुज़र जाती है फिर नहीं आती

मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता

برداشت

लिखतम के आगे बकतम नहीं चलती

लेखन का अधिक विश्वास है, लिख कर दी हुई गवाही कह कर दी हुई गवाही से अधिक विश्वासपूर्ण होती है

शामत कह के नहीं आती

मुसीबत या विपत्ति अचानक प्रकट हो जाती है

वित्र के आगे सज्दा नहीं

किसी वस्तु या क्रिया के असीमित होने के लिए प्रयुक्त है

आबरू जा के नहीं आई

इज़्ज़त खो जाए तो फिर नहीं मिलती

दूध के दाँत नहीं टूटे

कम उम्र है, नादान है

दवा के लिए मयस्सर नहीं

is not available even in small quantity (said of something extremely rare)

झूट के पाँव नहीं होते

झूट बहुत जल्द खुल जाता है, झूट बहरहाल खुल कर रहता है

कोढ़ी के जूँ नहीं होती

मरे हुए को कोई नहीं मारता, जो स्वयं दुखियारा है उस पर क्या आपदा या आफ़त आएगी

ज़बान के आगे ख़ंदक़ नहीं

कोई किसी की ज़बान बंद नहीं कर सकता, नहीं पकड़ सकता

ज़बान के आगे लगाम नहीं

पूर्णतया अनियंत्रित है बकता रहता है

मुँह के आगे ख़ंदक़ नहीं

۔ بڑا بکّی ہے۔ زبان نہیں رُکتی۔

मुँह के आगे ख़ंदक़ नहीं

बहुत बकबक करता है, बोलने लगे तो रुकता ही नहीं, बड़ा बिकी है, ज़बान रुकती नहीं

झूट के पाँव नहीं होते

a lie is discovered soon

झूटे के पाँव नहीं होते

झूटे आदमी में दिलेरी नहीं होती, झूटा आदमी जल्द घबरा जाता है

कौड़ी कफ़न के वास्ते नहीं

۔نہایت محتاج اور مفلوک ہے۔ ؎

कौड़ी के काम का नहीं

۔بالکل نکمّا اور بے مصرف ہے۔ ؎

बे भई के प्रीत नहीं

जब तक किसी से ख़ौफ़ या अंदेशा नहीं होता इस से मुहब्बत नहीं होती

सूरदास जनम के नहीं आँधर

सूरदास अंधा पैदा नहीं हुआ था

कर तो कर नहीं तो ख़ुदा के ग़ज़ब से डर

۔مثل۔ جب کسی بے گناہ پر کوئی الزام ہو تو یہ مثل بولتےہیں۔ یعنی خدا تعالیٰ سے ہر وقت پناہ مانگنا چاہئے۔

कर तो कर , नहीं तो ख़ुदा के ग़ज़ब से डर

रुक : कर तो डरना तो डर

आँख में घिस कर लगाने को नहीं

ये वस्तु इतनी भी नहीं कि आँख में सुरमे की तरह लगाई जा सके, ज़र्रा भर भी नहीं, कुछ भी नहीं

मैं उस के जूती भी नहीं मारता

मैं उसकी परवाह नहीं करता, मैं उसका ज़रा लिहाज़ नहीं करता

बंद के जाए बंद में नहीं रहते

दुख सदैव नहीं रहता, क़ैदी आज़ाद भी हो जाते हैं

राँड से बढ़ कर कोसना नहीं

रुक : रांड से प्रिय अलख

साँप नहीं जो मिट्टी कर रहें

हर शख़्स अपनी ही ख़ुराक खा सकता है, इस में सर्फ़ा नामुमकिन है

ख़ुदा लाठी ले कर नहीं मारता

रुक : ख़ुदा की लाठी बे आवाज़ है

पैसा नहीं पास, चले नवाब के साथ

निर्धन हो कर धनवानों का साथ अपनाना

मा के पेट से ले कर कोई नहीं आता

सीखा सिखाया कोई पैदा नहीं होता (कम शौक़ की तवज्जा, दिलचस्पी और हौसलाअफ़्ज़ाई के लिए कहा जाता है)

'आशिक़ को ख़ुदा ज़र दे, नहीं कर दे ज़मीन के पर्दे

प्रेमी को धनी होना चाहिए नहीं तो मर जाना अच्छा है

कर तो डर नहीं , ख़ुदा के ग़ज़ब से डर

रुक : कर तो डर ना कर तो डर

माँ के पेट से सीख कर कोई नहीं आता

सीखा सिखाया कोई नहीं पैदा होता, काम सीखने ही से आता है

जनम के साथी हैं कर्म के साथी नहीं

गो एक ही वक़्त पैदा होने हैं मगर क़िस्मत एक जैसी नहीं

लाला के नौकर हैं भाँड के नौकर नहीं

आक़ा अथवा स्वामी के वचन की पुष्टि और आज्ञा का पालन प्राथमिक है

देने के नाम किंवाड़ दे के नहीं सोता

जहां देने का मौक़ा आए तो कुछ भी ना देना, (निहायत बख़ील आदमी की निसबत बतौर मुबालग़ा कहते हैं)

ज़मीन पाँव के नीचे नहीं ठहरती

बुरा ज़माना है, कोई किसी का नहीं, अधिक घबराहट है

गाओ बजाओ मियाँ के वही नहीं

(ओ) बड़ा पस्तहिम्मत है , लाख कहो सुनो इस पर कुछ असर नहीं होता

दूध के दाँत अभी नहीं टूटे

is still callow, is still inexperienced

देने के नाओं दरवाज़ा नहीं देते

بخیل اور کنجوس سے مراد ہے

तक़दीर के आगे तदबीर नहीं चलती

क़िस्मत ख़राब हो तो उसका कोई ईलाज नहीं

चमार के कोसे ढोर नहीं मरते

बद्दुआ देने से किसी को नुक़सान नहीं होता

काले के आगे चराग़ नहीं जलता

कहा जाता है कि साँप के सामने चराग़ बुझ जाता है

ज़र के आगे ज़ोर नहीं चलता

रुपये-पैसे वाले के सामने शक्तिशाली आदमी कुछ नहीं कर सकता

मरते के साथ मरा नहीं जाता

मौत में कोई किसी का साथ नहीं देता

चमारों के कोसे ढोर नहीं मरते

श्राप देने से किसी की हानि नहीं होती

ज़ोर के आगे ज़ुल्म नहीं चलता

शक्तिशाली पर दुरुपयोग नहीं किया जा सकता, ताक़तवर के सामने सब बेकार है

कबाड़ी के छप्पर पर फूस नहीं

अपनी देख-रेख की तरफ़ ध्यान नहीं होता, अपनी त्रुटि दूर करने की ओर ध्यान नहीं होता

कुँवाँ प्यासे के पास नहीं जाता

جو چیز مطلوب ہو وہ طالب کے پاس نہیں پہنچتی بلکہ طالب خود اس کے پاس پہنچتا ہے ، ضرورت پوری کرنے کے لیے ضرورت مند ہی کو زحمت اُٹھانی پڑتی ہے.

ज़ोर के आगे ज़र्ब नहीं चलती

शक्तिशाली आदमी पर साधारण प्रहार का असर नहीं होता, शक्तिशाली आदमी चोट नहीं खाता, शक्तिशाली पर कोई दांव नहीं चलता

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नहीं नहीं कर के के अर्थदेखिए

नहीं नहीं कर के

nahii.n nahii.n kar keنَہِیں نَہِیں کَر کے

نَہِیں نَہِیں کَر کے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فعل متعلق

  • تھوڑا تھوڑا کر کے ، کم کرتے کرتے نیز بڑی مشکل سے ، بہت انکار کے بعد

Urdu meaning of nahii.n nahii.n kar ke

  • Roman
  • Urdu

  • tho.Daa tho.Daa kar ke, kam karte karte niiz ba.Dii mushkil se, bahut inkaar ke baad

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नहीं नहीं कर के

تھوڑا تھوڑا کر کے ، کم کرتے کرتے نیز بڑی مشکل سے ، بہت انکار کے بعد

लाइक़ क़ुबूल के नहीं

मानने के क़ाबिल नहीं

मुँह के लाइक़ नहीं

इस योग्य नहीं कि उससे बात की जाये, आप की हैसियत के मुताबिक़ नहीं

आबरू जा के नहीं आती

सम्मान व्यर्थ होकर फिर प्राप्त नही होता, इज़्ज़त ज़ाए होकर फिर होसिल नहीं होती

लड़कन के भगवा नहीं, बिलाई के गाती

दूसरों पर ख़र्च करता है अपनों को कुछ नहीं देता

वित्र के आगे सज्दा नहीं

हर वस्तु की एक सीमा होती है, उससे आगे नहीं बढ़ना चाहिए (किसी वस्तु या क्रिया के असीमित करने के अवसर पर प्रयुक्त)

आँख उठा कर नहीं देखता

शर्मीला है, लज्जाशील है

वक़्त जा कर नहीं आता

मौक़ा हाथ से निकल जाये तो फिर नहीं मिलता, जो पल या अवधि गुज़र जाती है फिर नहीं आती

हिल कर पानी नहीं पीना

۱۔ अपने हाथ से कोई काम ना करना , निहायत आरामतलब होना

घुस कर लगाने को नहीं

(something) to be scarce or rare

वक़्त जा कर नहीं आता

मौक़ा हाथ से निकल जाए तो फिर नहीं मिलता, जो समय या घड़ी गुज़र जाती है फिर नहीं आती

मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता

برداشت

लिखतम के आगे बकतम नहीं चलती

लेखन का अधिक विश्वास है, लिख कर दी हुई गवाही कह कर दी हुई गवाही से अधिक विश्वासपूर्ण होती है

शामत कह के नहीं आती

मुसीबत या विपत्ति अचानक प्रकट हो जाती है

वित्र के आगे सज्दा नहीं

किसी वस्तु या क्रिया के असीमित होने के लिए प्रयुक्त है

आबरू जा के नहीं आई

इज़्ज़त खो जाए तो फिर नहीं मिलती

दूध के दाँत नहीं टूटे

कम उम्र है, नादान है

दवा के लिए मयस्सर नहीं

is not available even in small quantity (said of something extremely rare)

झूट के पाँव नहीं होते

झूट बहुत जल्द खुल जाता है, झूट बहरहाल खुल कर रहता है

कोढ़ी के जूँ नहीं होती

मरे हुए को कोई नहीं मारता, जो स्वयं दुखियारा है उस पर क्या आपदा या आफ़त आएगी

ज़बान के आगे ख़ंदक़ नहीं

कोई किसी की ज़बान बंद नहीं कर सकता, नहीं पकड़ सकता

ज़बान के आगे लगाम नहीं

पूर्णतया अनियंत्रित है बकता रहता है

मुँह के आगे ख़ंदक़ नहीं

۔ بڑا بکّی ہے۔ زبان نہیں رُکتی۔

मुँह के आगे ख़ंदक़ नहीं

बहुत बकबक करता है, बोलने लगे तो रुकता ही नहीं, बड़ा बिकी है, ज़बान रुकती नहीं

झूट के पाँव नहीं होते

a lie is discovered soon

झूटे के पाँव नहीं होते

झूटे आदमी में दिलेरी नहीं होती, झूटा आदमी जल्द घबरा जाता है

कौड़ी कफ़न के वास्ते नहीं

۔نہایت محتاج اور مفلوک ہے۔ ؎

कौड़ी के काम का नहीं

۔بالکل نکمّا اور بے مصرف ہے۔ ؎

बे भई के प्रीत नहीं

जब तक किसी से ख़ौफ़ या अंदेशा नहीं होता इस से मुहब्बत नहीं होती

सूरदास जनम के नहीं आँधर

सूरदास अंधा पैदा नहीं हुआ था

कर तो कर नहीं तो ख़ुदा के ग़ज़ब से डर

۔مثل۔ جب کسی بے گناہ پر کوئی الزام ہو تو یہ مثل بولتےہیں۔ یعنی خدا تعالیٰ سے ہر وقت پناہ مانگنا چاہئے۔

कर तो कर , नहीं तो ख़ुदा के ग़ज़ब से डर

रुक : कर तो डरना तो डर

आँख में घिस कर लगाने को नहीं

ये वस्तु इतनी भी नहीं कि आँख में सुरमे की तरह लगाई जा सके, ज़र्रा भर भी नहीं, कुछ भी नहीं

मैं उस के जूती भी नहीं मारता

मैं उसकी परवाह नहीं करता, मैं उसका ज़रा लिहाज़ नहीं करता

बंद के जाए बंद में नहीं रहते

दुख सदैव नहीं रहता, क़ैदी आज़ाद भी हो जाते हैं

राँड से बढ़ कर कोसना नहीं

रुक : रांड से प्रिय अलख

साँप नहीं जो मिट्टी कर रहें

हर शख़्स अपनी ही ख़ुराक खा सकता है, इस में सर्फ़ा नामुमकिन है

ख़ुदा लाठी ले कर नहीं मारता

रुक : ख़ुदा की लाठी बे आवाज़ है

पैसा नहीं पास, चले नवाब के साथ

निर्धन हो कर धनवानों का साथ अपनाना

मा के पेट से ले कर कोई नहीं आता

सीखा सिखाया कोई पैदा नहीं होता (कम शौक़ की तवज्जा, दिलचस्पी और हौसलाअफ़्ज़ाई के लिए कहा जाता है)

'आशिक़ को ख़ुदा ज़र दे, नहीं कर दे ज़मीन के पर्दे

प्रेमी को धनी होना चाहिए नहीं तो मर जाना अच्छा है

कर तो डर नहीं , ख़ुदा के ग़ज़ब से डर

रुक : कर तो डर ना कर तो डर

माँ के पेट से सीख कर कोई नहीं आता

सीखा सिखाया कोई नहीं पैदा होता, काम सीखने ही से आता है

जनम के साथी हैं कर्म के साथी नहीं

गो एक ही वक़्त पैदा होने हैं मगर क़िस्मत एक जैसी नहीं

लाला के नौकर हैं भाँड के नौकर नहीं

आक़ा अथवा स्वामी के वचन की पुष्टि और आज्ञा का पालन प्राथमिक है

देने के नाम किंवाड़ दे के नहीं सोता

जहां देने का मौक़ा आए तो कुछ भी ना देना, (निहायत बख़ील आदमी की निसबत बतौर मुबालग़ा कहते हैं)

ज़मीन पाँव के नीचे नहीं ठहरती

बुरा ज़माना है, कोई किसी का नहीं, अधिक घबराहट है

गाओ बजाओ मियाँ के वही नहीं

(ओ) बड़ा पस्तहिम्मत है , लाख कहो सुनो इस पर कुछ असर नहीं होता

दूध के दाँत अभी नहीं टूटे

is still callow, is still inexperienced

देने के नाओं दरवाज़ा नहीं देते

بخیل اور کنجوس سے مراد ہے

तक़दीर के आगे तदबीर नहीं चलती

क़िस्मत ख़राब हो तो उसका कोई ईलाज नहीं

चमार के कोसे ढोर नहीं मरते

बद्दुआ देने से किसी को नुक़सान नहीं होता

काले के आगे चराग़ नहीं जलता

कहा जाता है कि साँप के सामने चराग़ बुझ जाता है

ज़र के आगे ज़ोर नहीं चलता

रुपये-पैसे वाले के सामने शक्तिशाली आदमी कुछ नहीं कर सकता

मरते के साथ मरा नहीं जाता

मौत में कोई किसी का साथ नहीं देता

चमारों के कोसे ढोर नहीं मरते

श्राप देने से किसी की हानि नहीं होती

ज़ोर के आगे ज़ुल्म नहीं चलता

शक्तिशाली पर दुरुपयोग नहीं किया जा सकता, ताक़तवर के सामने सब बेकार है

कबाड़ी के छप्पर पर फूस नहीं

अपनी देख-रेख की तरफ़ ध्यान नहीं होता, अपनी त्रुटि दूर करने की ओर ध्यान नहीं होता

कुँवाँ प्यासे के पास नहीं जाता

جو چیز مطلوب ہو وہ طالب کے پاس نہیں پہنچتی بلکہ طالب خود اس کے پاس پہنچتا ہے ، ضرورت پوری کرنے کے لیے ضرورت مند ہی کو زحمت اُٹھانی پڑتی ہے.

ज़ोर के आगे ज़र्ब नहीं चलती

शक्तिशाली आदमी पर साधारण प्रहार का असर नहीं होता, शक्तिशाली आदमी चोट नहीं खाता, शक्तिशाली पर कोई दांव नहीं चलता

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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