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"जो हो सो हो" शब्द से संबंधित परिणाम

जो हो सो हो

परिणाम कुछ भी हो, चाहे कुछ भी हो जाए, जब कोई कार्य परिणाम की परवाह किए बिना किया जाए तो बोलते हैं

जो हो

whatever happens, at all events, at any rate

हो सो हो

۔ चाहे जो कुछ हो। गुज़श्ता रासलवाৃ की जघ

जो होनी हो सो हो

रुक: जो हो सौ हो

हो जो हो

ख़ाह कुछ भी हो, पर्वा नहीं, देखी जाएगी

होनी हो सो हो

come what may

जो हुक्म हो

what you order (shall be done)

वक़्त पर जो हो जाए सो ठीक है

समय पर जो कुछ हो जाए बेहतर है क्यूँकि ऐसे समय पर मनुष्य घबरा जाता है

हाँडी में जो हो सो वही चमची में आवे है

जो दिल में होता है वही ज़बान पर आता है, दिल की बात मुँह से निकल ही जाती है , बात ज़ाहिर हो कर रहती है

हाँडी में जो हो सो वही डोई में आवे है

जो दिल में होता है वही ज़बान पर आता है, दिल की बात मुँह से निकल ही जाती है , बात ज़ाहिर हो कर रहती है

अल्लाह करे सो हो फ़क़ीर कहे सो हो

अल्लाह की इच्छा और फ़क़ीर के मुँह से निकली हुई बात पूरी होकर रहती है

जो कुछ हो

جسقدر ہو، جتنا ہو

हुआ सो हो गया

जो होना था हो गया, जो बनना था बिन गया

दर्द को वो समझे जो दर्दमंद हो

दूसरे की पीड़ा वही समझ सकता है जो स्वयं उसी पीड़ा से पीड़ित रहा हो, दूसरे की तकलीफ़ को वह आदमी समझ सकता है जो ख़ुद उसी तकलीफ़ में मुबतला रह चुका है

फ़रज़ंद वो है जो ख़लफ़ हो

धन्य पुत्र वास्तव में पुत्र ही होता है

जो हो वो थोड़ा है

जिस क़दर गति बने इस के काबिल हो

दर्द को वो समझते जो दर्द मंद हो

दूसरे की तकलीफ़ को वो आदमी समझ सकता है जो ख़ुद तकलीफ़ में मुबतला रह चुका हो

ख़्वाब सो ख़ोर हराम हो जाना

किसी तकलीफ़ या फ़िक्र के बाइस सोना और खाना पीना छूट जाना, किसी बात की धन या फ़िक्र में ज़रूरी से ज़रूरी काम को भी जी ना चाहना

होना हो सो हो

चाहे कुछ हो

हो सो हो चाहे

चाहे जो कुछ हो, गुज़श्ता रा सलात की जगह

खरी चारपाई पर सो के आए हो

۔جب کوئی شخص خواہ مخواہ بد مزاجی کی باتیں کرتاہے، اُس سے کہتے ہیں کہ کھری چارپائی پر سو کے تو نہیں آئے ہو یعنی یہ بد مزاجی بد خوابی کا نتیجہ تو نہیں ہے۔

ढाई अंछर प्रेम के पढ़े सो पंडित हो

उलफ़त और मुहब्बत के चंद हुरूफ़ हैं जो उन पर अमल करेगा वो आलिम फ़ाज़िल होजाएगा

साधू हो कर करे जो जारी , उस की हो दो जग में ख़्वारी

फ़क़ीर हो कर बदमाशी और बदकारी करे, दोनों जहां में ख़राब-ओ-ख़ार होगा

मुक़द्दर में जो कुछ है हो रहेगा

भाग्य में जो लिखा है ज़रूर होगा, टल नहीं सकता

बाज़ार की गाली जो खिझे उस को हो

जो मुबहम इल्ज़ाम का बुरा माने इस के सर चिपक जाता है

बिपत बराबर सुख नहीं, जो थोड़े दिन की हो

थोड़ी मुसीबत सुख-सम्पदा की क़दर का कारण हो जाती है

चाहे सो हो

अंजाम की पर्वा नहीं, कुछ भी क्यों ना हो

चूहिय्या को जो देना हो वो बिल्ली को दे दो

कोई ऐसा तरीक़ा जिस से नतीजा जल्दी निकले इख़तियार करने के मौक़ा पर कहते हैं

सुख से दुख भला जो थोड़े दिन का हो

दुख यदि थोड़े दिन का हो तो अच्छा है क्यूँकि इससे मनुष्य को आराम की महत्व का पता चलता है

कल जो होना है आज हो जाए

जो चीज़ कल पर निर्भर है वो आज ही हो जाए, काम को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए, किसी भी तरह देरी न की जाए, आशंका को जल्द से जल्द दूर कर लिया जाए

चाहे जो हो

चाहे जो कुछ भी हो, कितना ही बुरा परिणाम क्यों न हो, कितनी भी मुसीबत क्यों न उठानी पड़े

गुरू जो कि था वो तो गुड़ हो गया वले उस का चेला शकर हो गया

जब शागिर्द अऔसताद से बढ़ जाये उस वक़्त बोला करते हैं

लटे-पटे दिन काटिए रहिए घाम सो, वाके तले न बैठिए जा पेड़ पात न हो

तकलीफ़ में दिन काटना और गर्मी में सोए रहना बेहतर है लेकिन ऐसे पेड़ के नीचे जिस पर पत्ते न हूँ बिलकुल सोना नहीं चाहिए ऐसा पेड़ सूखा हुआ और खोखला होता है और उसके टूटने का डर होता है

तिरया तू है सोभा घर की, जो हो लाज रखावा नर की

जो स्त्री अपने पति का सम्मान एवं गौरव स्थापित रखे वो घर की शोभा है

घर में आई जो टेढ़ी पगड़ सीधी हो

ब्याह करने से सारी शेखी जाती रहती है

याद भली भगवान की और भली न को, राजा की कर चाकरी जो परजा ताबे' हो

ईश्वर की याद सब से बेहतर है इस से बेहतर और कुछ नहीं

जो कल होना है वो आज हो जाए

शीघ्रता के अवसर पर कहते हैं

साधू हो कर करे जो चोरी , उस का घर हे नरक की मोरी

जो साधूओ हो कर चोरी करे दोज़ख़ में जाएगा

तुरत मजूरी जो फड़कावे, वह का कार तुरत हो जावे

जो मज़दूरी तुरंत अदा कर दे उस का काम जल्द होता है

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो

प्रेम में भू-लोक एवं परलोक कहीं का होश नहीं रहता, मनुष्य बे-परवाह हो जाता है

वो राजा मरता भला जिसमें न्याव न हो, मरी भली वो स्त्री लाज न राखे जो

अन्याय करने वाला राजा और निर्लज्ज स्त्री का मर जाना बेहतर है

तुझ पड़े जो हादिसा दिल में मत घबरा जब साईं की हो दया काम तुरत बन जा

अगर मुसीबत पड़े तो घबराना नहीं चाहिए ईश्वर की कृपा हो तो सब काम बन जाएंगे

बिद्दिया वो माल है जो ख़र्चत दुगना हो राजा रवा चोर ताछीन न साके को

इलम ऐसा माल है जो (ख़र्च करे) सिखाने से ज़्यादा होता है और उसे राजा राव या चोर कोई नहीं छीन सकता

याद रखो इस बात को जो है तुम में कुछ ज्ञान, साईं जा को हो गया वा का सगर जहान

यदि तुम को ज्ञान है तो ये बात याद रखो कि ईश्वर जिस की तरफ़ है सारा संसार उसकी तरफ़ है

जिस का जो स्वभाव जाए ना उस के जी से, नीम न मीठा हो सींचो गुड़ और घी से

स्वभाव और बुरी 'आदत नहीं जाती चाहे कितना भी प्रयास किया जाए

साधू हो कर कपट जो राखे, वो तो मज़ा नरक का चाखे

वो जो साधू हो कर हसद और बुग़ज़ से काम ले दोज़ख़ में जाएगा

बाजरा कहे में हूँ अकेला दो मोसली से लड़ूँ अकेला जो मेरी ताजो खिचड़ी खाए तो तुरत बोलता ख़ुश हो जाए

एक कहावत जो बाजरे की प्रशंसा में प्रयुक्त, परयायवाची: यदि सुंदर स्त्री बाजरा खाए तो बहुत प्रसन्न हो

जो हो सकता है

what or whatever is possible or can be done

जो आज करना हो वो कल पर न छोड़ो

जो काम आज करना है उसे दूसरे वक़्त पर नहीं टालना चाहिए

मेरे उस के जो होना था सो हो गया

संभोग की सहमति हो गई

राँघर गूजर दो कुत्ता बिल्ली दो, ये चारों न हों तो खुले किवाड़ों सो

ये चारों चोरी के आदी हैं यदि ये न हों तो घरों के दरवाज़े बंद करने की आवश्यकता नहीं

जो बैरी हों बहुत से और तू होवे एक, मीठा बन कर निकस जा यही जतन है नेक

यदि दुश्मन बहुत हों और तू अकेला हो तो उन से मीठी बातें कर के स्वयं को बचा

जोंक हो के चिमटना

cling like a leech, pester

जोंक हो कर चिमटना

किसी के सर होजाना, पीछा ना छोड़ना

जोंक हो कर लिपटना

किसी के सर होजाना, पीछा ना छोड़ना

जोंक हो के लिपटना

cling like a leech, pester

साईं का रख आसरा और वाही का ले नाम, दो जग में भरपूर हों जो तेरे सगरे काम

ईश्वर पर भरोसा रख और उसी का नाम ले तो दोनों लोकों में तेरे काम पूरे होंगे

उत दाता देवे ऐसे जो ले दाता नाम, इत भी सगरे ठीक हों उस के करतब काम

जो ईश्वर को याद करे ईश्वर उसे ख़ूब देता है और उसके काम संवर जाते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में जो हो सो हो के अर्थदेखिए

जो हो सो हो

jo ho so hoجو ہو سو ہو

वाक्य

जो हो सो हो के हिंदी अर्थ

  • परिणाम कुछ भी हो, चाहे कुछ भी हो जाए, जब कोई कार्य परिणाम की परवाह किए बिना किया जाए तो बोलते हैं

English meaning of jo ho so ho

  • come what may, no matter what the consequences

جو ہو سو ہو کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • خواہ کچھ بھی نتیجہ نکلے، کچھ بھی ہوا کرے، ہرچہ بادا باد، جب کوئی کام نتیجے سے بے پروا ہو کر کیا جائے تو بولتے ہیں

Urdu meaning of jo ho so ho

  • Roman
  • Urdu

  • Khaah kuchh bhii natiija nikle, kuchh bhii hu.a kare, harche baada baad, jab ko.ii kaam natiije se beparva ho kar kiya jaaye to bolte hai.n

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जो हो सो हो

परिणाम कुछ भी हो, चाहे कुछ भी हो जाए, जब कोई कार्य परिणाम की परवाह किए बिना किया जाए तो बोलते हैं

जो हो

whatever happens, at all events, at any rate

हो सो हो

۔ चाहे जो कुछ हो। गुज़श्ता रासलवाৃ की जघ

जो होनी हो सो हो

रुक: जो हो सौ हो

हो जो हो

ख़ाह कुछ भी हो, पर्वा नहीं, देखी जाएगी

होनी हो सो हो

come what may

जो हुक्म हो

what you order (shall be done)

वक़्त पर जो हो जाए सो ठीक है

समय पर जो कुछ हो जाए बेहतर है क्यूँकि ऐसे समय पर मनुष्य घबरा जाता है

हाँडी में जो हो सो वही चमची में आवे है

जो दिल में होता है वही ज़बान पर आता है, दिल की बात मुँह से निकल ही जाती है , बात ज़ाहिर हो कर रहती है

हाँडी में जो हो सो वही डोई में आवे है

जो दिल में होता है वही ज़बान पर आता है, दिल की बात मुँह से निकल ही जाती है , बात ज़ाहिर हो कर रहती है

अल्लाह करे सो हो फ़क़ीर कहे सो हो

अल्लाह की इच्छा और फ़क़ीर के मुँह से निकली हुई बात पूरी होकर रहती है

जो कुछ हो

جسقدر ہو، جتنا ہو

हुआ सो हो गया

जो होना था हो गया, जो बनना था बिन गया

दर्द को वो समझे जो दर्दमंद हो

दूसरे की पीड़ा वही समझ सकता है जो स्वयं उसी पीड़ा से पीड़ित रहा हो, दूसरे की तकलीफ़ को वह आदमी समझ सकता है जो ख़ुद उसी तकलीफ़ में मुबतला रह चुका है

फ़रज़ंद वो है जो ख़लफ़ हो

धन्य पुत्र वास्तव में पुत्र ही होता है

जो हो वो थोड़ा है

जिस क़दर गति बने इस के काबिल हो

दर्द को वो समझते जो दर्द मंद हो

दूसरे की तकलीफ़ को वो आदमी समझ सकता है जो ख़ुद तकलीफ़ में मुबतला रह चुका हो

ख़्वाब सो ख़ोर हराम हो जाना

किसी तकलीफ़ या फ़िक्र के बाइस सोना और खाना पीना छूट जाना, किसी बात की धन या फ़िक्र में ज़रूरी से ज़रूरी काम को भी जी ना चाहना

होना हो सो हो

चाहे कुछ हो

हो सो हो चाहे

चाहे जो कुछ हो, गुज़श्ता रा सलात की जगह

खरी चारपाई पर सो के आए हो

۔جب کوئی شخص خواہ مخواہ بد مزاجی کی باتیں کرتاہے، اُس سے کہتے ہیں کہ کھری چارپائی پر سو کے تو نہیں آئے ہو یعنی یہ بد مزاجی بد خوابی کا نتیجہ تو نہیں ہے۔

ढाई अंछर प्रेम के पढ़े सो पंडित हो

उलफ़त और मुहब्बत के चंद हुरूफ़ हैं जो उन पर अमल करेगा वो आलिम फ़ाज़िल होजाएगा

साधू हो कर करे जो जारी , उस की हो दो जग में ख़्वारी

फ़क़ीर हो कर बदमाशी और बदकारी करे, दोनों जहां में ख़राब-ओ-ख़ार होगा

मुक़द्दर में जो कुछ है हो रहेगा

भाग्य में जो लिखा है ज़रूर होगा, टल नहीं सकता

बाज़ार की गाली जो खिझे उस को हो

जो मुबहम इल्ज़ाम का बुरा माने इस के सर चिपक जाता है

बिपत बराबर सुख नहीं, जो थोड़े दिन की हो

थोड़ी मुसीबत सुख-सम्पदा की क़दर का कारण हो जाती है

चाहे सो हो

अंजाम की पर्वा नहीं, कुछ भी क्यों ना हो

चूहिय्या को जो देना हो वो बिल्ली को दे दो

कोई ऐसा तरीक़ा जिस से नतीजा जल्दी निकले इख़तियार करने के मौक़ा पर कहते हैं

सुख से दुख भला जो थोड़े दिन का हो

दुख यदि थोड़े दिन का हो तो अच्छा है क्यूँकि इससे मनुष्य को आराम की महत्व का पता चलता है

कल जो होना है आज हो जाए

जो चीज़ कल पर निर्भर है वो आज ही हो जाए, काम को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए, किसी भी तरह देरी न की जाए, आशंका को जल्द से जल्द दूर कर लिया जाए

चाहे जो हो

चाहे जो कुछ भी हो, कितना ही बुरा परिणाम क्यों न हो, कितनी भी मुसीबत क्यों न उठानी पड़े

गुरू जो कि था वो तो गुड़ हो गया वले उस का चेला शकर हो गया

जब शागिर्द अऔसताद से बढ़ जाये उस वक़्त बोला करते हैं

लटे-पटे दिन काटिए रहिए घाम सो, वाके तले न बैठिए जा पेड़ पात न हो

तकलीफ़ में दिन काटना और गर्मी में सोए रहना बेहतर है लेकिन ऐसे पेड़ के नीचे जिस पर पत्ते न हूँ बिलकुल सोना नहीं चाहिए ऐसा पेड़ सूखा हुआ और खोखला होता है और उसके टूटने का डर होता है

तिरया तू है सोभा घर की, जो हो लाज रखावा नर की

जो स्त्री अपने पति का सम्मान एवं गौरव स्थापित रखे वो घर की शोभा है

घर में आई जो टेढ़ी पगड़ सीधी हो

ब्याह करने से सारी शेखी जाती रहती है

याद भली भगवान की और भली न को, राजा की कर चाकरी जो परजा ताबे' हो

ईश्वर की याद सब से बेहतर है इस से बेहतर और कुछ नहीं

जो कल होना है वो आज हो जाए

शीघ्रता के अवसर पर कहते हैं

साधू हो कर करे जो चोरी , उस का घर हे नरक की मोरी

जो साधूओ हो कर चोरी करे दोज़ख़ में जाएगा

तुरत मजूरी जो फड़कावे, वह का कार तुरत हो जावे

जो मज़दूरी तुरंत अदा कर दे उस का काम जल्द होता है

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

प्रीत डगर जब पग रखा होनी होय सो हो, नेह नगर की रीत है तन मन दीनो खो

प्रेम में भू-लोक एवं परलोक कहीं का होश नहीं रहता, मनुष्य बे-परवाह हो जाता है

वो राजा मरता भला जिसमें न्याव न हो, मरी भली वो स्त्री लाज न राखे जो

अन्याय करने वाला राजा और निर्लज्ज स्त्री का मर जाना बेहतर है

तुझ पड़े जो हादिसा दिल में मत घबरा जब साईं की हो दया काम तुरत बन जा

अगर मुसीबत पड़े तो घबराना नहीं चाहिए ईश्वर की कृपा हो तो सब काम बन जाएंगे

बिद्दिया वो माल है जो ख़र्चत दुगना हो राजा रवा चोर ताछीन न साके को

इलम ऐसा माल है जो (ख़र्च करे) सिखाने से ज़्यादा होता है और उसे राजा राव या चोर कोई नहीं छीन सकता

याद रखो इस बात को जो है तुम में कुछ ज्ञान, साईं जा को हो गया वा का सगर जहान

यदि तुम को ज्ञान है तो ये बात याद रखो कि ईश्वर जिस की तरफ़ है सारा संसार उसकी तरफ़ है

जिस का जो स्वभाव जाए ना उस के जी से, नीम न मीठा हो सींचो गुड़ और घी से

स्वभाव और बुरी 'आदत नहीं जाती चाहे कितना भी प्रयास किया जाए

साधू हो कर कपट जो राखे, वो तो मज़ा नरक का चाखे

वो जो साधू हो कर हसद और बुग़ज़ से काम ले दोज़ख़ में जाएगा

बाजरा कहे में हूँ अकेला दो मोसली से लड़ूँ अकेला जो मेरी ताजो खिचड़ी खाए तो तुरत बोलता ख़ुश हो जाए

एक कहावत जो बाजरे की प्रशंसा में प्रयुक्त, परयायवाची: यदि सुंदर स्त्री बाजरा खाए तो बहुत प्रसन्न हो

जो हो सकता है

what or whatever is possible or can be done

जो आज करना हो वो कल पर न छोड़ो

जो काम आज करना है उसे दूसरे वक़्त पर नहीं टालना चाहिए

मेरे उस के जो होना था सो हो गया

संभोग की सहमति हो गई

राँघर गूजर दो कुत्ता बिल्ली दो, ये चारों न हों तो खुले किवाड़ों सो

ये चारों चोरी के आदी हैं यदि ये न हों तो घरों के दरवाज़े बंद करने की आवश्यकता नहीं

जो बैरी हों बहुत से और तू होवे एक, मीठा बन कर निकस जा यही जतन है नेक

यदि दुश्मन बहुत हों और तू अकेला हो तो उन से मीठी बातें कर के स्वयं को बचा

जोंक हो के चिमटना

cling like a leech, pester

जोंक हो कर चिमटना

किसी के सर होजाना, पीछा ना छोड़ना

जोंक हो कर लिपटना

किसी के सर होजाना, पीछा ना छोड़ना

जोंक हो के लिपटना

cling like a leech, pester

साईं का रख आसरा और वाही का ले नाम, दो जग में भरपूर हों जो तेरे सगरे काम

ईश्वर पर भरोसा रख और उसी का नाम ले तो दोनों लोकों में तेरे काम पूरे होंगे

उत दाता देवे ऐसे जो ले दाता नाम, इत भी सगरे ठीक हों उस के करतब काम

जो ईश्वर को याद करे ईश्वर उसे ख़ूब देता है और उसके काम संवर जाते हैं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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