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जान को जान न समझना

जान का ख़याल न करना, जान को अज़ीज़ न समझना, निहायत मेहनत और मशक़्क़त करना

जान को जान समझना

जान की परावह करना, जान प्यारी होना, किसी काबिल जानना

जान से ज़्यादा 'अज़ीज़ समझना

बहुत प्यारा समझना

जान को निकालना

जान लेना, मार डालना

जान को पीटना

बहुत क्रोधित होना, झल्लाना

जान को पटख़ना

आपा पीटना, जान खोना

जान को छुपाना

रुक : जान छुपाना

जान न पहचान दिल-ओ-जान क़ुर्बान

अंजान से मोहब्बत करते समय यह कहते हैं

की जान को रोना

to curse

जान को आज़ार होना

रोग लगना, मुसीबत में फँसना, जीवन नीरस हो हो जाना

जान न छोड़ना

रुक: पीछा ना छोड़ना

जान को दु'आएँ देना

कोसना, श्राप देना

जान को 'अज़ाब लगाना

मुसीबत मोल लेना

दुखड़ा जान को लगना

हरवक़त तकलीफ़ या मुसीबत होना, जान मुसीबत में होना

जान को दुखड़े लगना

डर होना, अंदेशा होना,भय होना, दुखड़ पकड़ होना

मुर्ग़ी जान से गई खाने वाले को मज़ा न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

फटे न फूटे जी जान न छूटे

किसी प्रकार इस वस्तु अथवा बात से छुटकारा नहीं होता

फटे न फूटे जिउ जान न छूटे

किसी प्रकार इस वस्तु अथवा बात से छुटकारा नहीं होता

अपनी जान को रोना

मुसीबत भरना, जैसी पड़े वैसी भुगतना

जान को प्यारा करना

अपनी जान प्यारी समझना, जान अज़ीज़ रखना

जी जान को घटाना

स्वयं को दुख में डालना, ख़ुद को मुसीबत में डालना, खपाना

जान को घुन लगना

जान को रोग लगना

जान को ग़म लगना

रुक : जान को रोग लगना

रूपया को रूपया न समझना

रुपया की परवाह न करना, रुपया अधिक मात्रा में ख़र्च करना

मुर्ग़ी अपनी जान से गई खाने वाले को स्वाद न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

मुर्ग़ी अपनी जान से गई खाने वाले को मज़ा न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

दुश्मनों की जान को रोना

दुश्मनों की शिकायत करना

बकरी जान से गई, खाने वालों को मज़ा न आया

एक व्यक्ति दूसरे के लिए कोशिश एवं परिश्रम करता मर गया परंतु उसने सम्मान नहीं दिया

बुरों की जान को रोना

दुश्मनों को कोसना, विरोधियों को बुरा कहना (उपचारात्मक कार्य संभव न होने के अवसर पर प्रयुक्त)

जान को जोखों में डालना

रुक : जान जो खों में डालना

आबरू को जान का सदक़ा किया

जान बचाने के लिए सम्मान खो दिया

न जान न पहचान, बड़ी ख़ाला सलाम

किसी से ख़्वाह-मख़्वाह सहमति एवं एकचित्तता जताना या संबंध ज़ाहिर करना

जान को आना

परेशान करना, (किसी के) पीछे पड़ना

जान को रोना

किसी से तकलीफ़ उठा कर उसे कोसना, बददुआ देना, सब्र कर बैठना, इंतिज़ार में तकलीफ़ उठाना

रूपे को रूपय्या न समझना

रुपय की क़दर ना करना, रुपय की हक़ीक़त ना जानना

ख़ुदा को जान देनी है

अल्लाह को मुना दिखाना है, मर कर इसी के हुज़ूर पहुंचना है

बुरे की जान को रोना

दुश्मन को बुरा कहना, कोसना

जान को ख़तरे में डालना

रुक : जान जोखों में डालना

जान सब को प्यारी है

जीवन से हर व्यक्ति को प्रेम होता है, कोई मरना गवारा नहीं करता

हमारी जान को जल्लाद है

हम पर ज़ुलम करता है , हमारे लिए जल्लाद की मिसल है

अल्लाह को जान देनी है

प्रलय के दिन ईश्वर का सामना और हिसाब-किताब हुआ तो क्या उत्तर होगा (अपराध से स्वयं या दूसरे को छुटकारे का विश्वास दिलाने के लिए प्रयुक्त)

नाहक़ जान न छोड़ो

बेफ़ाइदा क्यों गम करते या घबराते हो

ख़ुदा को जान देना है

अल्लाह को मुना दिखाना है, मर कर इसी के हुज़ूर पहुंचना है

जान जाए माल न जाए

कंजूस व्यक्ति के लिए बोलते हैं

दिन को दिन रात को रात न समझना

हरवक़त मेहनत करना, ख़िदमत या मेहनत में अपने आराम या तकलीफ़ की पर्वा ना करना, दिन रात काम करना

रात को रात दिन को दिन न समझना

सख़्त मेहनत करना, बहुत सुई-ओ-कोशिश करना

जान न पहचान, बड़ी ख़ाला सलाम

किसी से ख़्वाह-मख़्वाह सहमति एवं एकचित्तता जताना या संबंध ज़ाहिर करना

जान न पहचान ना-ख़्वाँदा मेहमान

रुक : जान ना पहचान बड़ी ख़ाला सलाम

जान को हथेली पर रखना

रुक: जान हथेली पर रखना

दिमाग़ जान को मु'अत्तर करना

मन को सुगंध से महका देना

मुर्ग़ी अपनी जान से गई, खाने वालों को स्वाद न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

मुर्ग़ी अपनी जान से गई, खाने वालों को मज़ा न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

जान से गई खाने वाले को मज़ा न मिला

इस शख़्स के लिए मस्तसमल जो किसी की ख़िदमत में जान की बाज़ी लगा दे फिर भी इस की क़दर ना हो

मुर्ग़ी तो जान से गई, खाने वालों को मज़ा न आया

रुक : मुर्ग़ी अपनी जान से गई खाने वालों को मज़ा ना आया

जान न पहचान ख़ाला सलाम

(अवामी) जब कोई किसी अपरिचित के साथ बहुत उत्साह से मिलता है या चतुराई से अपनी मित्रता दिखा कर अपना मतलब निकालना चाहते हैं तो कहते हैं

बनिया मारे जान को, ठग मारे अंजान को

बनिया ठग से भी बढ़ कर लुटेरा है वो तो अपरिचित को लूटता है और बनिया परिचित को

जान को हारना

जान देदीना

जान को कोसना

रुक : जान को रोना

जान को तरसाना

इच्छा पूरी न करना

जान को कलपना

۔بد دعا دینا۔ کسی بدخواہ یا دشمن سے تکلیف اٹھاکر اسے کوسنا۔ صبر کر بیٹھنا۔ ؎ ۔

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में जान को जान न समझना के अर्थदेखिए

जान को जान न समझना

jaan ko jaan na samajhnaaجان کو جان نَہ سَمَجْھنا

मुहावरा

मूल शब्द: जान

जान को जान न समझना के हिंदी अर्थ

  • जान का ख़याल न करना, जान को अज़ीज़ न समझना, निहायत मेहनत और मशक़्क़त करना

جان کو جان نَہ سَمَجْھنا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جان کا خیال نہ کرنا ، جان کو عزیز نہ سمجھنا ؛ نہایت محنت اور از حد مشقت کرنا.

Urdu meaning of jaan ko jaan na samajhnaa

  • Roman
  • Urdu

  • jaan ka Khyaal na karnaa, jaan ko aziiz na samajhnaa ; nihaayat mehnat aur az had mashaqqat karnaa

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जान को जान न समझना

जान का ख़याल न करना, जान को अज़ीज़ न समझना, निहायत मेहनत और मशक़्क़त करना

जान को जान समझना

जान की परावह करना, जान प्यारी होना, किसी काबिल जानना

जान से ज़्यादा 'अज़ीज़ समझना

बहुत प्यारा समझना

जान को निकालना

जान लेना, मार डालना

जान को पीटना

बहुत क्रोधित होना, झल्लाना

जान को पटख़ना

आपा पीटना, जान खोना

जान को छुपाना

रुक : जान छुपाना

जान न पहचान दिल-ओ-जान क़ुर्बान

अंजान से मोहब्बत करते समय यह कहते हैं

की जान को रोना

to curse

जान को आज़ार होना

रोग लगना, मुसीबत में फँसना, जीवन नीरस हो हो जाना

जान न छोड़ना

रुक: पीछा ना छोड़ना

जान को दु'आएँ देना

कोसना, श्राप देना

जान को 'अज़ाब लगाना

मुसीबत मोल लेना

दुखड़ा जान को लगना

हरवक़त तकलीफ़ या मुसीबत होना, जान मुसीबत में होना

जान को दुखड़े लगना

डर होना, अंदेशा होना,भय होना, दुखड़ पकड़ होना

मुर्ग़ी जान से गई खाने वाले को मज़ा न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

फटे न फूटे जी जान न छूटे

किसी प्रकार इस वस्तु अथवा बात से छुटकारा नहीं होता

फटे न फूटे जिउ जान न छूटे

किसी प्रकार इस वस्तु अथवा बात से छुटकारा नहीं होता

अपनी जान को रोना

मुसीबत भरना, जैसी पड़े वैसी भुगतना

जान को प्यारा करना

अपनी जान प्यारी समझना, जान अज़ीज़ रखना

जी जान को घटाना

स्वयं को दुख में डालना, ख़ुद को मुसीबत में डालना, खपाना

जान को घुन लगना

जान को रोग लगना

जान को ग़म लगना

रुक : जान को रोग लगना

रूपया को रूपया न समझना

रुपया की परवाह न करना, रुपया अधिक मात्रा में ख़र्च करना

मुर्ग़ी अपनी जान से गई खाने वाले को स्वाद न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

मुर्ग़ी अपनी जान से गई खाने वाले को मज़ा न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

दुश्मनों की जान को रोना

दुश्मनों की शिकायत करना

बकरी जान से गई, खाने वालों को मज़ा न आया

एक व्यक्ति दूसरे के लिए कोशिश एवं परिश्रम करता मर गया परंतु उसने सम्मान नहीं दिया

बुरों की जान को रोना

दुश्मनों को कोसना, विरोधियों को बुरा कहना (उपचारात्मक कार्य संभव न होने के अवसर पर प्रयुक्त)

जान को जोखों में डालना

रुक : जान जो खों में डालना

आबरू को जान का सदक़ा किया

जान बचाने के लिए सम्मान खो दिया

न जान न पहचान, बड़ी ख़ाला सलाम

किसी से ख़्वाह-मख़्वाह सहमति एवं एकचित्तता जताना या संबंध ज़ाहिर करना

जान को आना

परेशान करना, (किसी के) पीछे पड़ना

जान को रोना

किसी से तकलीफ़ उठा कर उसे कोसना, बददुआ देना, सब्र कर बैठना, इंतिज़ार में तकलीफ़ उठाना

रूपे को रूपय्या न समझना

रुपय की क़दर ना करना, रुपय की हक़ीक़त ना जानना

ख़ुदा को जान देनी है

अल्लाह को मुना दिखाना है, मर कर इसी के हुज़ूर पहुंचना है

बुरे की जान को रोना

दुश्मन को बुरा कहना, कोसना

जान को ख़तरे में डालना

रुक : जान जोखों में डालना

जान सब को प्यारी है

जीवन से हर व्यक्ति को प्रेम होता है, कोई मरना गवारा नहीं करता

हमारी जान को जल्लाद है

हम पर ज़ुलम करता है , हमारे लिए जल्लाद की मिसल है

अल्लाह को जान देनी है

प्रलय के दिन ईश्वर का सामना और हिसाब-किताब हुआ तो क्या उत्तर होगा (अपराध से स्वयं या दूसरे को छुटकारे का विश्वास दिलाने के लिए प्रयुक्त)

नाहक़ जान न छोड़ो

बेफ़ाइदा क्यों गम करते या घबराते हो

ख़ुदा को जान देना है

अल्लाह को मुना दिखाना है, मर कर इसी के हुज़ूर पहुंचना है

जान जाए माल न जाए

कंजूस व्यक्ति के लिए बोलते हैं

दिन को दिन रात को रात न समझना

हरवक़त मेहनत करना, ख़िदमत या मेहनत में अपने आराम या तकलीफ़ की पर्वा ना करना, दिन रात काम करना

रात को रात दिन को दिन न समझना

सख़्त मेहनत करना, बहुत सुई-ओ-कोशिश करना

जान न पहचान, बड़ी ख़ाला सलाम

किसी से ख़्वाह-मख़्वाह सहमति एवं एकचित्तता जताना या संबंध ज़ाहिर करना

जान न पहचान ना-ख़्वाँदा मेहमान

रुक : जान ना पहचान बड़ी ख़ाला सलाम

जान को हथेली पर रखना

रुक: जान हथेली पर रखना

दिमाग़ जान को मु'अत्तर करना

मन को सुगंध से महका देना

मुर्ग़ी अपनी जान से गई, खाने वालों को स्वाद न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

मुर्ग़ी अपनी जान से गई, खाने वालों को मज़ा न आया

जब कोई किसी की तन-मन से सेवा करे और वो उसकी सेवा से संतुष्ट न हो तो कहते हैं

जान से गई खाने वाले को मज़ा न मिला

इस शख़्स के लिए मस्तसमल जो किसी की ख़िदमत में जान की बाज़ी लगा दे फिर भी इस की क़दर ना हो

मुर्ग़ी तो जान से गई, खाने वालों को मज़ा न आया

रुक : मुर्ग़ी अपनी जान से गई खाने वालों को मज़ा ना आया

जान न पहचान ख़ाला सलाम

(अवामी) जब कोई किसी अपरिचित के साथ बहुत उत्साह से मिलता है या चतुराई से अपनी मित्रता दिखा कर अपना मतलब निकालना चाहते हैं तो कहते हैं

बनिया मारे जान को, ठग मारे अंजान को

बनिया ठग से भी बढ़ कर लुटेरा है वो तो अपरिचित को लूटता है और बनिया परिचित को

जान को हारना

जान देदीना

जान को कोसना

रुक : जान को रोना

जान को तरसाना

इच्छा पूरी न करना

जान को कलपना

۔بد دعا دینا۔ کسی بدخواہ یا دشمن سے تکلیف اٹھاکر اسے کوسنا۔ صبر کر بیٹھنا۔ ؎ ۔

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