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जाए-जूई

رک : جائی جوئی .

जा-जा

दूर हो, चला जा (ग़ुस्से में कहते हैं)

जौ-जौ

ज़रा ज़रा, रत्ती रत्ती, हिसाब जो जो बख़शिश सौ सौ

जाए-जाए

جگہ جگہ ، ہر جگہ .

ju-ju

मग़रिबी अफ़्रीक़ा के बाअज़ लोगों का जादू टोना, तो हम।

जाई-जूई

رک : جاہی جوہی .

जू'

भूक, बुभुक्षा, हवस, लालच

जी-जी उठना

(अविर) बाग़ बाग़ होना, निहायत ख़ुश होना

जाए'

क्षुधातुर, भूखा

ज़ै'

नष्ट होना, मरना।

जा-बे-जा

अवसर पर या बिना अवसर

'इल्लत धोए धाए जाए, 'आदत कभो न जाए

बीमारी जाती रहती है मगर आदत नहीं बदलती

'इल्लत धोए धाए जाए, 'आदत क्योंकर जाए

रुक : इल्लत जाये आदत ना जाये

'इल्लत धोए धाए जाए, 'आदत कभी न जाए

बीमारी जाती रहती है मगर आदत नहीं बदलती

नट विद्या पाई जाए, जट विद्या न पाई जाए

जाट की धूर्तता नट की धूर्तता से भी अधिक होती है, जाट नट से भी अधिक चालाक होता है

नट बिद्दिया पाई जाए, जट बिद्दिया न पाई जाए

जाट की धूर्तता नट की धूर्तता से भी अधिक होती है, जाट नट से भी अधिक चालाक होता है

अल्लाह करे बांका पकड़ा जाए, लाल ख़ान के लड़के से जकड़ा जाए

श्राप, ईश्वर करे उसे कड़ा दंड मिले, उसे बेड़ी पहनाई जाए, ईश्वर उस अत्याचारी को नष्ट करे

ज़मीन शक़ हो जाए और मैं समा जाऊँ

अधिक कष्ट की स्थिति में कहते हैं

माई बाप के लातें मारे मेहरी देख जुड़ाय, चारों धाम जो फिरे आवे तबहूँ पाप न जाय

जो अपनी बीवी की ख़ातिर माता-पिता को मारे यदि वो सारी दुनिया के तीर्थ फिर आए फिर भी उसका पाप नहीं धुलेंगे

पापी का माल पराचत जाए, चोर पड़े या ठग ले जाए

गुनहगार का माल या तो क्षमा याचना में ख़र्च होता है या जुर्माना देने में या चोरी जाता है

कर खेती परदेस को जाए, वाको जनम अकारथ जाए

अगर कृषक परदेस को चला जाए तो आयु बर्बाद करता है

ज़ो'म-ए-बे-जा होना

अहं होना, घमंड होना

घर में जो शहद मिले तो काहे बन को जाएँ

अगर बगै़र मेहनत मशक्कत के रोज़ी मिले तो दौड़ धूप की ज़रूरत क्यों पड़े

नैना तोहे पटक दूँ दो टोक टोक हो जाए, पहले मुँह लगाए के पीछे अलग हो जाए

ए आँखों तुम्हें फेंक कर दो टुकड़े कुर्दों क्योंकि तुम पहले तो इशक़ पैदा करती हो फिर अलग हो जाती हो

मुक़ात'अ-जू'ई

भूख हड़ताल, किसी बात पर विरोध जताने अथवा अप्रसन्नता प्रकट करने के लिए भूखा रहना

ज़ाइ'

ظاہر ، آشکارا ؛ پھیلا ہوا ، اشاعت پذیر.

कर खेती परदेस को जाए, ताको जनम अकारत जाए

अगर कृषक परदेस को चला जाए तो आयु बर्बाद करता है

जहाँ जाएँ बाले मियाँ तहाँ जाए पूँछ

धनवानों की चापलूसी करने वाले हर जगह साथ जाते हैं

ज़ाए'

नष्ट, बरबाद, व्यर्थ, बेकार

ज़ै'अ

नष्ट होना, व्यापार, उद्योग, । खेती की भूमि।।

अनकर खेती अनकर गाय, वो पापी जो मारन जाय

पराया खेत, पराई गाय, वह मूर्ख है जो निकालने जाए

पर की खेती पर की गाय, वो पापी जो बरोधन जाय

पराया खेत, पराई गाय, वह मूर्ख है जो निकालने जाए

मुक़ात'अ-ए-जू'ई

hunger strike

आँधी आए बैठ जाए, मेंह आए भाग जाए

थोड़ा सा कष्ट जिसे सहन कर सको तो कर लो और अधिक हो तो परे हो जाओ

सम्धन का तकवा चुभ चुभ जा, हाथ का लपका कभी न जा

इंसान को जब कोई बुरी आदत पड़ जाती है तो चाहे उस की वजह से कैसी ही ज़िल्लत या तकलीफ़ हो वो आदत कभी नहीं जाती. चोरी की आदी एक औरत ने अपनी समधिन के घर से चरखे का तकुला चुरा कर अपने नेफ़े में रख लिया, वो तकुला चुभ चुभ जाता था जिस से वो बेकल थी और बार बार कहती समधिन का तकुला चुभ चुभ जा. मेरे हाथ का लपका कभी ना जा

आता आओ जाता जाओ, आता आए जाता जाए

जिसकी इच्छा है आए जिसकी इच्छा है जाए

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दुई बात का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

झुके जो कोई उस से झुक जाइए, रुके आप से उस से रुक जाइए

जो व्यक्ति अच्छी तरह मिले उस से अच्छी तरह मिलिए और जो न मिलना चाहे उस से दूर रहिए अर्थात जो अकड़े उस से अकड़ जाना चाहिए

जो बंदा-नवाज़ी करे जाँ उस पे फ़िदा है, बे-फ़ैज़ अगर यूसुफ़-ए-सानी है तो क्या है

जो व्यक्ति कृपा करे उस पर लोग जान न्योछावर करते हैं, अनुपकारी व्यक्ति किसी काम का नहीं होता

जा-ब-जा

जगह-जगह पर, हर जगह, हर स्थान और हर अवसर पर

जू-ब-जू

फा. वि. संपूर्ण, समग्र, पुरा।

हिसाब जौ-जौ बख़्शिश सौ-सौ

हिसाब तो एक-एक जौ का होना चाहिए भले ही इनाम में सैकड़ों रुपए मिल जाएं, यों इनआम देना हो तो चाहे जितना दे दे पर हिसाब ज़रा-ज़रा रक़म का भी करना चाहिए, आशय यह है कि सदा ईमानदार रहना चाहिए

न निगली जाए, न उगली जाए

रुक : ना निगले बनती है ना अगले

चोर चोरी से जाए, हेरा फेरी से न जाए

बुरी 'आदत नहीं जाती

सम्धन का तकला चुभ चुभ जा, हाथ का लपका कभी न जा

इंसान को जब कोई बुरी आदत पड़ जाती है तो चाहे उस की वजह से कैसी ही ज़िल्लत या तकलीफ़ हो वो आदत कभी नहीं जाती. चोरी की आदी एक औरत ने अपनी समधिन के घर से चरखे का तकुला चुरा कर अपने नेफ़े में रख लिया, वो तकुला चुभ चुभ जाता था जिस से वो बेकल थी और बार बार कहती समधिन का तकुला चुभ चुभ जा. मेरे हाथ का लपका कभी ना जा

पापी का माल पराचत जाए, डंड भरे या चोर ले जाए

गुनहगार का माल या तो क्षमा याचना में ख़र्च होता है या जुर्माना देने में या चोरी जाता है

खाएँ तो घी से नहीं जाएँ जी से

أمثل۔ ہو تو اچھا ہو نہیں تو بھوٗکا مرنا منظور ہے۔

आग लेने को जाएँ पयम्बरी मिल जाए

ऐसे समय पर बोलते हैं जब किसी व्यक्ति को आशा के विपरीत कोई चीज़ प्राप्त हो जाये

खाएँ तो घी से नहीं तो जाएँ जी से

ज़िद्दी और हटीले आदमी के मुताल्लिक़ कहते हैं, हो तो अच्छा हो नहीं तो भूका मरना मंज़ूर

सम्धन का तकला चुभ चुभ जा, चोरी का लपका कभी न जा

इंसान को जब कोई बुरी आदत पड़ जाती है तो चाहे उस की वजह से कैसी ही ज़िल्लत या तकलीफ़ हो वो आदत कभी नहीं जाती. चोरी की आदी एक औरत ने अपनी समधिन के घर से चरखे का तकुला चुरा कर अपने नेफ़े में रख लिया, वो तकुला चुभ चुभ जाता था जिस से वो बेकल थी और बार बार कहती समधिन का तकुला चुभ चुभ जा. मेरे हाथ का लपका कभी ना जा

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दो ही बातों का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

पीत तो ऐसी कीजिये जूँ हिन्दू की जोय, जीते जी तो संग रहे मरे पे सती होय

प्रेम तो ऐसी होनी चाहिये जैसे हिंदू की पत्नी कि जीते जी साथ रहती है और मरने पर सती होती है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में इस्तिक़्लाल के अर्थदेखिए

इस्तिक़्लाल

istiqlaalاِسْتِقْلال

स्रोत: अरबी

वज़्न : 2221

इस्तिक़्लाल के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दृढ़ता, मज़बूती, किसी बात पर अटल रहना, संयम एवं धैर्य से अपने विचारधारा पर जमे रहना, क़ायम रहना, डटे रहना
  • स्थिर, क़याम, क़रार, स्थिरता, स्थायित्व, नित्यता
  • इतमीनान, सुकून, चैन, तसल्ली, ठहराव, क़रार
  • (बिना किसी हस्तक्षेप के) किसी राष्ट या देश की स्थायी स्थित, स्वतंत्रता, संप्रभुता, आज़ादी, ख़ुदमुख़्तारी

    उदाहरण या ख़ुदा हम भी ये ख़ुश-ख़बरी कहीं जल्दी सुनें आज हिंदुस्तानियों का यौम-ए-ईस्तिक़लाल है

  • (किसी व्यक्ति या स्थित की) बिना किसी बाहरी मदद के व्यक्तिगत स्थित, व्यक्तिगत पहचान, स्वयं व्यक्तित्व

शे'र

English meaning of istiqlaal

Noun, Masculine

  • firmness of mind, perseverance, steadiness, absoluteness, intrepidity
  • constancy, stability
  • self-rule, independence
  • absolute power or authority, sovereignty, supremacy

    Example Ya Khuda ham bhi ye khush-khabri jaldi sune aaj Hindustaniyon ka yaum-e-istiqlal hai

  • independence

اِسْتِقْلال کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • ثابت قدمی، پامردی، ضبط و تحمل سے اپنے موقف پر جمے رہنا، قائم رہنا، ڈٹے رہنا
  • قیام، قرار، ثبات، دوام
  • اطمینان، سکون، ٹھہراؤ
  • (بغیر کسی مداخلت کے) کسی قوم یا ملک کی مستقل حیثیت، آزادی خود مختاری

    مثال یا خدا ہم بھی یہ خوش خبری کہیں جلدی سنیں آج ہندستانیوں کا یوم استقلال ہے

  • (کسی شخص یا شے کی) بغیر کسی خارجی معاون کے انفرادی حیثیت، انفرادیت، تشخص ذاتی

Urdu meaning of istiqlaal

  • Roman
  • Urdu

  • saabit qadmii, paamardii, zabat-o-tahammul se apne mauqif par jame rahnaa, qaayam rahnaa, DaTe rahnaa
  • qiyaam, qaraar, sabaat, davaam
  • itmiinaan, sukuun, Thahraav
  • (bagair kisii mudaaKhilat ke) kisii qaum ya mulak kii mustaqil haisiyat, aazaadii KhudamuKhtaarii
  • (kisii shaKhs ya shaiy kii) bagair kisii Khaarijii mu.aavin ke infiraadii haisiyat, infiraadiyat, tashaKhKhus zaatii

इस्तिक़्लाल के पर्यायवाची शब्द

इस्तिक़्लाल के विलोम शब्द

इस्तिक़्लाल के यौगिक शब्द

खोजे गए शब्द से संबंधित

जाए-जूई

رک : جائی جوئی .

जा-जा

दूर हो, चला जा (ग़ुस्से में कहते हैं)

जौ-जौ

ज़रा ज़रा, रत्ती रत्ती, हिसाब जो जो बख़शिश सौ सौ

जाए-जाए

جگہ جگہ ، ہر جگہ .

ju-ju

मग़रिबी अफ़्रीक़ा के बाअज़ लोगों का जादू टोना, तो हम।

जाई-जूई

رک : جاہی جوہی .

जू'

भूक, बुभुक्षा, हवस, लालच

जी-जी उठना

(अविर) बाग़ बाग़ होना, निहायत ख़ुश होना

जाए'

क्षुधातुर, भूखा

ज़ै'

नष्ट होना, मरना।

जा-बे-जा

अवसर पर या बिना अवसर

'इल्लत धोए धाए जाए, 'आदत कभो न जाए

बीमारी जाती रहती है मगर आदत नहीं बदलती

'इल्लत धोए धाए जाए, 'आदत क्योंकर जाए

रुक : इल्लत जाये आदत ना जाये

'इल्लत धोए धाए जाए, 'आदत कभी न जाए

बीमारी जाती रहती है मगर आदत नहीं बदलती

नट विद्या पाई जाए, जट विद्या न पाई जाए

जाट की धूर्तता नट की धूर्तता से भी अधिक होती है, जाट नट से भी अधिक चालाक होता है

नट बिद्दिया पाई जाए, जट बिद्दिया न पाई जाए

जाट की धूर्तता नट की धूर्तता से भी अधिक होती है, जाट नट से भी अधिक चालाक होता है

अल्लाह करे बांका पकड़ा जाए, लाल ख़ान के लड़के से जकड़ा जाए

श्राप, ईश्वर करे उसे कड़ा दंड मिले, उसे बेड़ी पहनाई जाए, ईश्वर उस अत्याचारी को नष्ट करे

ज़मीन शक़ हो जाए और मैं समा जाऊँ

अधिक कष्ट की स्थिति में कहते हैं

माई बाप के लातें मारे मेहरी देख जुड़ाय, चारों धाम जो फिरे आवे तबहूँ पाप न जाय

जो अपनी बीवी की ख़ातिर माता-पिता को मारे यदि वो सारी दुनिया के तीर्थ फिर आए फिर भी उसका पाप नहीं धुलेंगे

पापी का माल पराचत जाए, चोर पड़े या ठग ले जाए

गुनहगार का माल या तो क्षमा याचना में ख़र्च होता है या जुर्माना देने में या चोरी जाता है

कर खेती परदेस को जाए, वाको जनम अकारथ जाए

अगर कृषक परदेस को चला जाए तो आयु बर्बाद करता है

ज़ो'म-ए-बे-जा होना

अहं होना, घमंड होना

घर में जो शहद मिले तो काहे बन को जाएँ

अगर बगै़र मेहनत मशक्कत के रोज़ी मिले तो दौड़ धूप की ज़रूरत क्यों पड़े

नैना तोहे पटक दूँ दो टोक टोक हो जाए, पहले मुँह लगाए के पीछे अलग हो जाए

ए आँखों तुम्हें फेंक कर दो टुकड़े कुर्दों क्योंकि तुम पहले तो इशक़ पैदा करती हो फिर अलग हो जाती हो

मुक़ात'अ-जू'ई

भूख हड़ताल, किसी बात पर विरोध जताने अथवा अप्रसन्नता प्रकट करने के लिए भूखा रहना

ज़ाइ'

ظاہر ، آشکارا ؛ پھیلا ہوا ، اشاعت پذیر.

कर खेती परदेस को जाए, ताको जनम अकारत जाए

अगर कृषक परदेस को चला जाए तो आयु बर्बाद करता है

जहाँ जाएँ बाले मियाँ तहाँ जाए पूँछ

धनवानों की चापलूसी करने वाले हर जगह साथ जाते हैं

ज़ाए'

नष्ट, बरबाद, व्यर्थ, बेकार

ज़ै'अ

नष्ट होना, व्यापार, उद्योग, । खेती की भूमि।।

अनकर खेती अनकर गाय, वो पापी जो मारन जाय

पराया खेत, पराई गाय, वह मूर्ख है जो निकालने जाए

पर की खेती पर की गाय, वो पापी जो बरोधन जाय

पराया खेत, पराई गाय, वह मूर्ख है जो निकालने जाए

मुक़ात'अ-ए-जू'ई

hunger strike

आँधी आए बैठ जाए, मेंह आए भाग जाए

थोड़ा सा कष्ट जिसे सहन कर सको तो कर लो और अधिक हो तो परे हो जाओ

सम्धन का तकवा चुभ चुभ जा, हाथ का लपका कभी न जा

इंसान को जब कोई बुरी आदत पड़ जाती है तो चाहे उस की वजह से कैसी ही ज़िल्लत या तकलीफ़ हो वो आदत कभी नहीं जाती. चोरी की आदी एक औरत ने अपनी समधिन के घर से चरखे का तकुला चुरा कर अपने नेफ़े में रख लिया, वो तकुला चुभ चुभ जाता था जिस से वो बेकल थी और बार बार कहती समधिन का तकुला चुभ चुभ जा. मेरे हाथ का लपका कभी ना जा

आता आओ जाता जाओ, आता आए जाता जाए

जिसकी इच्छा है आए जिसकी इच्छा है जाए

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दुई बात का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

झुके जो कोई उस से झुक जाइए, रुके आप से उस से रुक जाइए

जो व्यक्ति अच्छी तरह मिले उस से अच्छी तरह मिलिए और जो न मिलना चाहे उस से दूर रहिए अर्थात जो अकड़े उस से अकड़ जाना चाहिए

जो बंदा-नवाज़ी करे जाँ उस पे फ़िदा है, बे-फ़ैज़ अगर यूसुफ़-ए-सानी है तो क्या है

जो व्यक्ति कृपा करे उस पर लोग जान न्योछावर करते हैं, अनुपकारी व्यक्ति किसी काम का नहीं होता

जा-ब-जा

जगह-जगह पर, हर जगह, हर स्थान और हर अवसर पर

जू-ब-जू

फा. वि. संपूर्ण, समग्र, पुरा।

हिसाब जौ-जौ बख़्शिश सौ-सौ

हिसाब तो एक-एक जौ का होना चाहिए भले ही इनाम में सैकड़ों रुपए मिल जाएं, यों इनआम देना हो तो चाहे जितना दे दे पर हिसाब ज़रा-ज़रा रक़म का भी करना चाहिए, आशय यह है कि सदा ईमानदार रहना चाहिए

न निगली जाए, न उगली जाए

रुक : ना निगले बनती है ना अगले

चोर चोरी से जाए, हेरा फेरी से न जाए

बुरी 'आदत नहीं जाती

सम्धन का तकला चुभ चुभ जा, हाथ का लपका कभी न जा

इंसान को जब कोई बुरी आदत पड़ जाती है तो चाहे उस की वजह से कैसी ही ज़िल्लत या तकलीफ़ हो वो आदत कभी नहीं जाती. चोरी की आदी एक औरत ने अपनी समधिन के घर से चरखे का तकुला चुरा कर अपने नेफ़े में रख लिया, वो तकुला चुभ चुभ जाता था जिस से वो बेकल थी और बार बार कहती समधिन का तकुला चुभ चुभ जा. मेरे हाथ का लपका कभी ना जा

पापी का माल पराचत जाए, डंड भरे या चोर ले जाए

गुनहगार का माल या तो क्षमा याचना में ख़र्च होता है या जुर्माना देने में या चोरी जाता है

खाएँ तो घी से नहीं जाएँ जी से

أمثل۔ ہو تو اچھا ہو نہیں تو بھوٗکا مرنا منظور ہے۔

आग लेने को जाएँ पयम्बरी मिल जाए

ऐसे समय पर बोलते हैं जब किसी व्यक्ति को आशा के विपरीत कोई चीज़ प्राप्त हो जाये

खाएँ तो घी से नहीं तो जाएँ जी से

ज़िद्दी और हटीले आदमी के मुताल्लिक़ कहते हैं, हो तो अच्छा हो नहीं तो भूका मरना मंज़ूर

सम्धन का तकला चुभ चुभ जा, चोरी का लपका कभी न जा

इंसान को जब कोई बुरी आदत पड़ जाती है तो चाहे उस की वजह से कैसी ही ज़िल्लत या तकलीफ़ हो वो आदत कभी नहीं जाती. चोरी की आदी एक औरत ने अपनी समधिन के घर से चरखे का तकुला चुरा कर अपने नेफ़े में रख लिया, वो तकुला चुभ चुभ जाता था जिस से वो बेकल थी और बार बार कहती समधिन का तकुला चुभ चुभ जा. मेरे हाथ का लपका कभी ना जा

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दो ही बातों का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

पीत तो ऐसी कीजिये जूँ हिन्दू की जोय, जीते जी तो संग रहे मरे पे सती होय

प्रेम तो ऐसी होनी चाहिये जैसे हिंदू की पत्नी कि जीते जी साथ रहती है और मरने पर सती होती है

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