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आगा पीछा

(समय का) आगा एवं पीछा

आगा पीछा देखना

आगा पीछा सोचना

आगा-पीछा करना

हिचकिचाना, हिचकना, सोच विचार करना

आगा-पीछा लेना

आँगे पिछे

एक दूसरे के बाद, एक का बाद दूसरा, एक के पीछे एक, लगातार

आगा देखा न पीछा

अंजाम या नतीजे पर ग़ौर ना किया, बुरा भला कुछ ना सोचा

न आगा, न पीछा

जो यतीम और लावारिस हो, जिस पर किसी की परवरिश का बोझ ना हो , जिस की सिफ़ारिश करने वाला कोई ना हो

सेह बंदी के प्यादे का आगा पीछा बराबर है

चंद रोज़ा हाकिम की कोई इज़्ज़त और रोब-ओ-दबदबा नहीं होता, ना पाएदार का अदम-ए-वजूद बराबर है

फ़ौज का आगा बरात का पीछा भारी होता है

सेना के आक्रमण का रोकना और शादी के बाद व्यय का प्रबंध करना और इन दोनों कार्यों को समापन पर पहुँचाना बहुत कठिन है

आगे पीछे कोई नहीं

कोई वारिस नहीं, कोई सरपस्त या अभिभावक नहीं, कोई उत्तराधिकारी नहीं

आगे पीछे फिरना

चापलूसी करना, ख़ुशामद में लगा रहना, लालच में या और किसी ग़रज़ से किसी के साथ मौजूद रहना

आगे दौड़ पीछे

एक काम ख़त्म नहीं हुआ कि लालच में दूसरा शुरू कर दिया, व्यर्थ लालच के लिए प्रयुक्त

आगे का क़दम पीछे पड़ना

बढ़ने के स्थान से उल्टा हटना, विकास के स्थान पर अवनति करना

न आगे अगाड़ी , न पीछे पछाड़ी

रुक : ना आगे नाथ ना पीछे पघा

लड़तों के पीछे , भागतों के आगे

आगे जो क़दम रखता हूँ पीछे पड़ता है

छोड़कर जाने को दिल नहीं चाहता

आगे कुँआँ पीछे खाई

काम करने में भी ख़राबी और न करने में भी, हर तरह ख़तरा या नुक़्सान

आगे पग रखे पत बढ़े पाछे पग रखे पत जाए

प्रयत्नशील के संबंध में बोलते हैं

कोई आगे न कोई पीछे

पिताहीन, निःसन्तान, अनाथ, जिसका कोई उत्तराधिकारी न हो उसके बारे में कहते हैं

आगे मार पीछे सँवार

लड़ाई या लड़ाई की क्रिया के आरंभ पश्चात प्रतिशोध या रोकथाम कठिन है

आगे का क़दम पीछे हटना

बढ़ने के स्थान से उल्टा हटना, विकास के स्थान पर अवनति करना

क़ाज़ी जी अपना आगा तो ढाँको पीछे किसी को नसीहत करना

बड़ा आदमी पहले अपनी नैतिकता और आचरण की सुधार करे फिर दूसरे को सीख दे

आगे आगे राजा पीछे पीछे पर्जा

प्रजा शासक के आचरण का अनुसरण करती है

आगे आगे गुरू पीछे पीछे चेला

जहाँ किसी अच्छे बुरे काम में कोई अपने बड़े या प्रिय या मित्र का अनुसरण करता है तो कहते हैं कि आगे आगे गुरु पीछे पीछे चेला, अर्थात उन के बड़े ही ऐसा करते हैं तो ये क्यों न ऐसा करें

आगे के दिन पाछे गए हर से किया न हीत, अब पछताए क्या हुवत जब चिड़ियाँ चुग गईं खेत

समय पर काम न करने के पश्चात पछताना व्यर्थ है

आगे देखना न पीछे

परिणाम पर चिंता न करना, सोच समझ से काम ना लेना, आदर-सम्मान न करना

आगे ल'आ न पीछे पत्ता

बेसर-ओ-सामानी और निहायत तंगदस्ती और इफ़लास के इज़हार में मुस्तामल

भागतों के आगे , मारतों के पीछे

कायर मनुष्य अवसर मिलने पर भाग जाने में पहल करता है और लड़ने में सब से पीछे रहता है (ऐसे कायर आदमी के लिए प्रयुक्त जो निडर बनता है)

आगे चलते हैं पीछे की ख़बर नहीं

लाभ पर नज़र है और हानि के बारे में नहीं सोचते

मारते के पीछे भागते के आगे

बुज़दिल के लिए मुस्तामल, बुज़दिल आदमी लड़ाई में पीछे रहता है और भागने वालों में आगे होता है

भागते के आगे मारते के पीछे

कायर व्यक्ति जो बहादुर होने का दावा करता है

आगे हाथ पीछे पात

जिसके तन ढकने के लिए कपड़ा भी उपलब्ध न हो, ग़रीब

आगे नाथ न पीछे पगा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

आगे पत्ता न पीछे लत्ता

जिसे तन ढकने के लिए कपड़ा भी न मिले, कंगाल

आगे पूत न पीछे पगा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

आगे के हाथ पीछे होना

क़ैद हो जाना

न आगे नाथ, न पीछे पघा

जब किसी के आगे पीछे कोई न हो, अकेला हो और कोई ज़िम्मेदार न हो तो उसके मुताल्लिक़ कहते हैं

न आगे लत्ता , न पीछे पत्ता

कंगाल, मुफ़लिस के मुताल्लिक़ कहते हैं

राजा आगे राज, पीछे छलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

आगे तेरे गंगा पीछे तेरे गय्या

तुझे क़सम है कि सच सच बोलियो या तुझे क़सम है कि झूट न बोलियो

आगे रोक पीछे ठोक, ससुरा सरके न जाए तो क्या हो

आगे जा नहीं सकता पीछे से डंडा पड़ता है, करे तो क्या करे, जहाँ किसी ओर रास्ता न मिले तो बिना-साहस हो जाता है

आगे जाते घुटने टूटें पीछे देखते आँखें फूटें

उस अवसर पर प्रयुक्त जहाँ करने में भी नुक़्सान हो और न करने में भी

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बहर-ए-ख़फ़ीफ़ के अर्थदेखिए

बहर-ए-ख़फ़ीफ़

bahr-e-KHafiifبَحْرِ خَفِیف

स्रोत: अरबी

वज़्न : 22121

टैग्ज़: काव्य शास्त्र छंदशास्त्र

बहर-ए-ख़फ़ीफ़ के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • इसकी शाखाएँ प्रचलित हैं, (सगु + जगु -सगु=॥5,5+ISI,5+॥s,s) शेर में दो बार।।

Roman

بَحْرِ خَفِیف کے اردو معانی

اسم، مؤنث

  • (عروض) کلام منظوم، یا شعر کا وہ آہن٘گ جس کا ہر مصرع، فاعِلاتُن مُسْ تَفْعِ لُن فاعِلاتُن، کے وزن پر ہو (زیادہ تر زحاف کے ساتھ مستعمل)

Urdu meaning of bahr-e-KHafiif

  • (uruuz) kalaam manjuum, ya shear ka vo aahang jis ka har misraa, faa.ailaatun mus॒ taf॒i lun faa.ailaatun, ke vazan par ho (zyaadaa tar zahaaf ke saath mustaamal

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आगा पीछा

(समय का) आगा एवं पीछा

आगा पीछा देखना

आगा पीछा सोचना

आगा-पीछा करना

हिचकिचाना, हिचकना, सोच विचार करना

आगा-पीछा लेना

आँगे पिछे

एक दूसरे के बाद, एक का बाद दूसरा, एक के पीछे एक, लगातार

आगा देखा न पीछा

अंजाम या नतीजे पर ग़ौर ना किया, बुरा भला कुछ ना सोचा

न आगा, न पीछा

जो यतीम और लावारिस हो, जिस पर किसी की परवरिश का बोझ ना हो , जिस की सिफ़ारिश करने वाला कोई ना हो

सेह बंदी के प्यादे का आगा पीछा बराबर है

चंद रोज़ा हाकिम की कोई इज़्ज़त और रोब-ओ-दबदबा नहीं होता, ना पाएदार का अदम-ए-वजूद बराबर है

फ़ौज का आगा बरात का पीछा भारी होता है

सेना के आक्रमण का रोकना और शादी के बाद व्यय का प्रबंध करना और इन दोनों कार्यों को समापन पर पहुँचाना बहुत कठिन है

आगे पीछे कोई नहीं

कोई वारिस नहीं, कोई सरपस्त या अभिभावक नहीं, कोई उत्तराधिकारी नहीं

आगे पीछे फिरना

चापलूसी करना, ख़ुशामद में लगा रहना, लालच में या और किसी ग़रज़ से किसी के साथ मौजूद रहना

आगे दौड़ पीछे

एक काम ख़त्म नहीं हुआ कि लालच में दूसरा शुरू कर दिया, व्यर्थ लालच के लिए प्रयुक्त

आगे का क़दम पीछे पड़ना

बढ़ने के स्थान से उल्टा हटना, विकास के स्थान पर अवनति करना

न आगे अगाड़ी , न पीछे पछाड़ी

रुक : ना आगे नाथ ना पीछे पघा

लड़तों के पीछे , भागतों के आगे

आगे जो क़दम रखता हूँ पीछे पड़ता है

छोड़कर जाने को दिल नहीं चाहता

आगे कुँआँ पीछे खाई

काम करने में भी ख़राबी और न करने में भी, हर तरह ख़तरा या नुक़्सान

आगे पग रखे पत बढ़े पाछे पग रखे पत जाए

प्रयत्नशील के संबंध में बोलते हैं

कोई आगे न कोई पीछे

पिताहीन, निःसन्तान, अनाथ, जिसका कोई उत्तराधिकारी न हो उसके बारे में कहते हैं

आगे मार पीछे सँवार

लड़ाई या लड़ाई की क्रिया के आरंभ पश्चात प्रतिशोध या रोकथाम कठिन है

आगे का क़दम पीछे हटना

बढ़ने के स्थान से उल्टा हटना, विकास के स्थान पर अवनति करना

क़ाज़ी जी अपना आगा तो ढाँको पीछे किसी को नसीहत करना

बड़ा आदमी पहले अपनी नैतिकता और आचरण की सुधार करे फिर दूसरे को सीख दे

आगे आगे राजा पीछे पीछे पर्जा

प्रजा शासक के आचरण का अनुसरण करती है

आगे आगे गुरू पीछे पीछे चेला

जहाँ किसी अच्छे बुरे काम में कोई अपने बड़े या प्रिय या मित्र का अनुसरण करता है तो कहते हैं कि आगे आगे गुरु पीछे पीछे चेला, अर्थात उन के बड़े ही ऐसा करते हैं तो ये क्यों न ऐसा करें

आगे के दिन पाछे गए हर से किया न हीत, अब पछताए क्या हुवत जब चिड़ियाँ चुग गईं खेत

समय पर काम न करने के पश्चात पछताना व्यर्थ है

आगे देखना न पीछे

परिणाम पर चिंता न करना, सोच समझ से काम ना लेना, आदर-सम्मान न करना

आगे ल'आ न पीछे पत्ता

बेसर-ओ-सामानी और निहायत तंगदस्ती और इफ़लास के इज़हार में मुस्तामल

भागतों के आगे , मारतों के पीछे

कायर मनुष्य अवसर मिलने पर भाग जाने में पहल करता है और लड़ने में सब से पीछे रहता है (ऐसे कायर आदमी के लिए प्रयुक्त जो निडर बनता है)

आगे चलते हैं पीछे की ख़बर नहीं

लाभ पर नज़र है और हानि के बारे में नहीं सोचते

मारते के पीछे भागते के आगे

बुज़दिल के लिए मुस्तामल, बुज़दिल आदमी लड़ाई में पीछे रहता है और भागने वालों में आगे होता है

भागते के आगे मारते के पीछे

कायर व्यक्ति जो बहादुर होने का दावा करता है

आगे हाथ पीछे पात

जिसके तन ढकने के लिए कपड़ा भी उपलब्ध न हो, ग़रीब

आगे नाथ न पीछे पगा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

आगे पत्ता न पीछे लत्ता

जिसे तन ढकने के लिए कपड़ा भी न मिले, कंगाल

आगे पूत न पीछे पगा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

आगे के हाथ पीछे होना

क़ैद हो जाना

न आगे नाथ, न पीछे पघा

जब किसी के आगे पीछे कोई न हो, अकेला हो और कोई ज़िम्मेदार न हो तो उसके मुताल्लिक़ कहते हैं

न आगे लत्ता , न पीछे पत्ता

कंगाल, मुफ़लिस के मुताल्लिक़ कहते हैं

राजा आगे राज, पीछे छलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

आगे तेरे गंगा पीछे तेरे गय्या

तुझे क़सम है कि सच सच बोलियो या तुझे क़सम है कि झूट न बोलियो

आगे रोक पीछे ठोक, ससुरा सरके न जाए तो क्या हो

आगे जा नहीं सकता पीछे से डंडा पड़ता है, करे तो क्या करे, जहाँ किसी ओर रास्ता न मिले तो बिना-साहस हो जाता है

आगे जाते घुटने टूटें पीछे देखते आँखें फूटें

उस अवसर पर प्रयुक्त जहाँ करने में भी नुक़्सान हो और न करने में भी

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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