"अश्लील" टैग से संबंधित शब्द
"अश्लील" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
आख़्ता करना
अंडकोष निकालना, बधिया करना, नपुंषक बनाना
'इल्लत-ए-मशाइख़
वह बीमारी जिसमें त्वचा के कारण कुछ वृद्ध लोगों के मलद्वार में खुजली उतपन्न हो कर उन्हें गुदा-मैथुन कराने का आदी बनाती है, बवेस
कच्ची-छिनाल
निम्न श्रेणी की रंडी, टकहाई (पक्की छिनाल का विलोम)
कुस-मराना
(फ़हश, बाज़ारी) चूओत मिराना, ज़िना कराना
ख़ुत्के से
(ओ) उमूमन औरतें अंगूठा दिखा कर इज़हार-ए-बेपर्वाई करती हैं, बला से, हमें क्या, कुछ पर्वा नहीं
गंड़
(फ़हश) गानड़ (रुक) का मुख़फ़्फ़फ़, तराकीब में मुस्तामल
गंड़-पुत्र
(फ़हश बाज़ारी) गानड़ से जना हुआ लड़का जो ख़िलाफ़-ए-क़ियास और नामुमकिन अमर है
गंड़ेल
(अशलील) गांडू, बोदा, डरपोक, बुज़दिला
गाँड़
किसी चीज के नीचे का भाग। तल्ला। पेंदी।
गांडू
(अश्लील) गुदा-भंजन कराने वाला, गुदा मैथुन करने वाला, जिसे गाँड मराने की लत हो, समाज में अश्लील माना जाने वाला एक शब्द, गाली
गाँड़ कटाना
(फ़ुहश , बाज़ारी) मुख़न्नस हो जाना
गाँड़ कलेजे झगड़ा पड़ना
(फ़ुहश , बाज़ारी) मुसीबत में फंस जाना, जान ज़ैक़ में होना
गाँड़ काटना
(अश्लील ; बाज़ारू) ख़तना करना, मुसलमानी करना, सुन्नत करना
गाँड़ की ख़बर न रहना
(फ़ुहश , बाज़ारी) निहायत ग़ाफ़िल हो कर सो जाना
गाँड़ की ख़बर न होना
(अश्लील, बाज़ारी) पूर्णरूप से अनजान और बेहोश होना, कुछ सुध-बुध न रहना, मदहोश होना, बिलकुल ग़ाफ़िल होना
गाँड़ की चुल
(अश्लील; बाज़ारी) भोग विलास की इच्छा
गाँड़ की सुध न रहना
(फ़ुहश , बाज़ारी) रुक : गाँड़ की ख़बर ना रहना
गाँड़ गंजिफ़ा खेलना
(अश्लील; बाज़ारू) जान पर आन पड़ना
गाँड़ गर्दन ऐक हो जाना
۱. (फ़ुहश , बाज़ारी) थक कर चूओर हो जाना, सर पैर की ख़बर ना रहना, मेहनत करते करते थक जाना
गाँड़ गर्दन का होश न रहना
(फ़ुहश , बाज़ारी) रुक : गाँड़ की ख़बर ना रहना
गाँड़ गले में आ जाना
۱. (फ़ुहश , बाज़ारी) आँतें गले में आ जाना , अपने हाथों आप आफ़त या मुसीबत में फंस जाना
गाँड़ ग़लत होना
۱. (फ़ुहश , बाज़ारी) क़ाफ़िया तंग होना, बात ना बनना, आजिज़ आना
गाँड़ ग़ुलामी करना
(अश्लील, बाज़ारी) ग़ुलामों की तरह पीछे लगे रहना, बहुत आज्ञाकारी होना, बहुत फ़रमांबरदारी करना
गाँड़ घिस्वाना
۱. (फ़ुहश , बाज़ारी) ख़ुशामद दरआमद कराना, मिन्नत समाजत कराना
गाँड़ चुराना
(फ़ुहश , बाज़ारी) दुम दबाना, ख़ौफ़ की वजह से गुरेज़ करना
गाँड़ चलना
दस्त आना, अतिसार होना, पतला पाख़ाना होना, शौच
गाँड़ छुपा कर भागना
(फ़ुहश , बाज़ारी) दुम दबा कर भागना, डर कर भागना
गाँड़ जलना
(अश्लील; बाज़ारी) बुरा लगना; मिर्ची लगना; जलन होना, ईर्ष्या होना
गाँड़ तवे पर रगड़ना
अत्यधिक प्रयास करना, अत्यंत परिश्रम से काम करना, एक पल भी आराम न करना
गाँड़ धोना
(फ़हश , बाज़ारी) मब्रज़ को पानी से साफ़ करना, आब-ए-दस्त लेना, बड़ा इस्तिंजा करना
गाँड़ धोना न आना
(अश्लील; बाज़ारू) पूरी तरह से अशिष्ट होना, ज़रा भी समझ न होना, ज़रा भी सलीक़ा न होना; मामूली काम से परिचित न होना
गाँड़ फट कर हौज़ हो जाना
(फ़ुहश , बाज़ारी) हद दर्जा ख़ौफ़-ज़दा हो जाना, बहुत ज़्यादा ख़ौफ़-ज़दा होना
गांड़ फटना
अत्यधिक डरना, भय बैठना, डर से जान निकलना, अत्यधिक भयभीत होना
गाँड़ फाड़ना
(अश्लील) डराना, ख़ौफ़ दिलाना, धमकाना
गाँड़ में उँगली करना
(फ़ुहश , बाज़ारी) दिक़ करना, सताना
गाँड़ में गूह भी नहीं
(फ़हश , बाज़ारी) कोड़ी पास नहीं, निहायत मुफ़लिस है
गाँड़ में घुस जाना
(अश्लील, बाज़ारी) जाता रहना, दूर होना, निकल जाना, ख़त्म होना
गाँड़ में घुसा जाना
(फ़ुहश , बाज़ारी) निहायत ख़ुशामद करना, लल्लू पतो करना
गाँड़ में घुसा रहना
(फ़ुहश , बाज़ारी) हर-दम साथ रहना, ख़ुशामद के मारे हरवक़त किसी के पास रहना, ख़ुशामद के लिए साथ साथ लगे फिरना
गाँड़ में चुनचुने लगना
۲. चुल मिटवाने को जी चाहना
गाँड़ में थूक लगाना
(अश्लील; बाज़ारी) अपमानित करना, शर्मिंदा करना; धोखा देना
गाँड़ में थूकना
(अश्लीलता; बाज़ारी) अत्यंत अपमानित करना, शर्र्मिंदा करना
गाँड़ में पतंगे लगना
(अश्लीलता, बाज़ारी) अत्यंत अप्रिय होना, बहुत बुरा लगना, मिर्च जैसा लगना
गाँड़ में मिर्चें लगना
(अश्लील; बाज़ारी) बहुत अखरना, अत्यधिक बुरा लगना; चिढ़ना; बहुत नाराज़ होना, झल्लाना, क्रोधित होना
गाँड़ मारना
(फ़ुहश , बाज़ारी) इग़लाम करना , ख़िलाफ़-ए-वज़ा फ़ित्री काम करना , सताना, दिक़ करना, हैरान करना
गाँड़ रगड़ना
कठोर परिश्रम करना करना, अत्यधिक प्रयत्न करना, ख़ूब ज़ोर लगाना
गाँड़ लुपलुपाना
(अश्लील; बाजारू) गुदा-मैथुन कराने की इच्छा होना; चाहना, ललचाना; डरना, भय करना
गाँड़ से गुल कतरना
(फ़ुहश , बाज़ारी) चूतड़ों से उत्तो करना , नामुमकिन अलोक़वा अमर के लिए बेफ़ाइदा मेहनत करना , कोई अनोखा अजीब और मुशकल काम करना, करतब दिखाना, नामुमकिन बात करना , अज़हद कोशिश करना
गाँड़ से घोड़ा खोलना
(फ़ुहश , बाज़ारी) रुक : गाँड़ से गुल कुतरना
गाँड़-झप
(फ़हश , बाज़ारी) अपने क़ौल से फिर जाने वाला, मुतलव्विन मिज़ाज, बात का कच्चा
गाँड़-मरानी
(अशलील, बाज़ारी, गाली) चरित्रहीन महिला, कुल्टा, व्यभिचारिणी, स्वैरिणी, पांसुला, बंधकी, असती, पुंश्चली, बदकारा, चुड्डो
गीला
जो अभी सूखा न हो। जैसे-गीला रंग, भीगा हुआ
चुड्डो
एक प्रकार की गाली जो स्त्रियों को दी जाती है, छिनाल
चूत
(बाज़ारी, अश्लील) औरत का गुप्तांग, भग, योनि, किसी मादा का गुप्तांग
चूत मारना
(अशलील) व्यभिचार करना, किसी औरत से अवैध शारीरिक संबंध बनाना, चोदना
चूत-मार
(फ़हश, बाज़ारी) गाली , ज़ना कार मर्द, ज़ानी
चूत-सलामी
एक रस्म और उसमें सुहाग-रात को पति द्वारा पत्नी को दिया जानेवाला उपहार
चुदक्कड़
(बाज़ारि गाली) बहुत अधिक चोदने वाला, अतिकामी, अत्यधिक संभोग या मैथुन करने वाला, जिसे संभोग की लत हो
चुद्दो
(फ़हश, बाज़ारी, दुश्नाम) हरामज़ादी क़हबा, ज़न बदकार, फ़ाहिशा
चुदना
(बाज़ारी) स्त्री का पुरुष के द्वारा चोदा जाना, पुरुष द्वारा संभोग किया जाना, समागम करना।
चुदवाई
चुदाई, संभोग, मैथुन, संभोग की क्रिया या भाव, वेश्यावृत्ति की मज़दूरी
चुदवाना
स्त्री का पुरुष से संभोग कराना, मैथुन कराना
चुदाई
(बाज़ारी गाली) चोदने की क्रिया या भाव, संभोग करने या कराने के बदले मिलने वाला धन, संभोग की क्रिया, स्त्री-प्रसंग, मैथुन
चुदाना
स्त्री का पुरुष से प्रसंग या संभोग कराना
चुदानी
(अशलील) स्त्री का गुप्तांग, योनि, भग; चुदक्कड़
चुदास
संभोग की प्रबल इच्छा, कामेच्छा, यौन आग्रह, वासना, कामुकता
चुदासा
(अशलील) वह पुरुष जिसे स्त्री-प्रसंग करने की प्रबल इच्छा या कामना हो
चपटी
चपटा का स्त्रीलिंग, चौड़ी-चकली, बैठी हुई, पिचकी हुई
चपटी-बाज़
(अश्लील) चपटी खेलने वाली, योनि से योनि लड़ाने वाली
चपटी-बाज़ी
(अश्लील) स्त्रियों का आपस में आलिंगन करना
चीरा उतारना
कुँवारापन मिटाना, कुँवारापन तोड़ना, असम्मानित करना, आबरू लेना, सम्मान लेना
चोद-चाद
(बाज़ारी, फ़हश) चौदना चादना (रुक) की कैफ़ीयत-ओ-हालत, जमा, हमबिसतरी, मुबाशरत, औरत और मर्द का जिन्सी मिलाप
चोदन
(बाज़ारी, फ़हश) चौदना (रुक) का इस्म-ए-मसदर , चिदाई चौदाई
चोदना
पुरुष का स्त्री के साथ संभोग करना, सहवास करना, पुरुष और महिला के साथ सेक्स करना, औरत और मर्द का जिन्सी मिलाप करना, मेल-जोल
छिनाल
व्यभिचारिणी; कुलटा, जिसका संबंध बहुत से पर-पुरुषों से हो
झुटैल
दुराचारी, कदाचारी (स्त्री)
डंडा
परिंदे के परों की वो नाज़ुक हड्डी जो इस के जिस्म से जुड़ी होती है
दुप्दुपाना
(फ़हश, बाज़ारी) डरना, ख़ौफ़ महसूस होना , (मख़सूस मुक़ाम का) खुलना और बंद हाना, दप्पर दप्पर करना
दुपर-दुपर करना
(फ़ख़्श , बाज़ारी) ख़ौफ़ के मारे मख़सूस मुक़ाम का खुलना और बंद होना
नंबर लगना
नंबर लगाना का अकर्मक, क्रमवार होना, अर्थात बारी होना
बाज़ारन
वो (औरत) जो जिन्स बाज़ार हो, बाज़ारी औरत, बदकार, रंडी
भोसड़ी का
एक प्रकार की बहुत भद्दी और घृणित गाली
मतलब करना
मुद्दा हासिल या प्राप्त करना; (अश्लील, बाज़ारी) संभोग करना, मिलन करना, वस्ल करना
मतलब पूरा होना
(फ़हश, बाज़ारी) जमा होना, वस्ल होना
मर्द-ए-रौग़न
(फ़हश , बाज़ारी) मादा-ए- मनी, नुतफ़ा, आब पुश्त
मर्द-बाज़
कई मर्दों से संबंध रखने वाली, पुंश्चली, जारिणी (स्त्री)
मरवाना
वध या हत्या कराना, किसी का क़त्ल करवाना, किसी को मारने-पीटने का काम किसी दूसरे से कराना
लगाम देना
घोड़े के मुँह में लोहे की नाल चढ़ाना
लंड
(फ़हश, बाज़ारी) पुरुष की जननेंद्रिय; पुरुष का जनन अंग, लिंग, शिश्न, एक प्रकार की अश्लील गाली
लंड पर मारना
(फ़ुहश) बेवुक़त समझना, ग़ैर अहम गर्दानना, कुछ एहमीयत ना देना
लंड होना
(अश्लील) बेवक़ूफ़ होना, कमअक़्ल होना
लोड़ा
(फ़हश , बाज़ारी) मर्दाना-ए-आला-ए-तनासुल, ज़िक्र, क़ज़ीब, लिंग, लुंड
लोड़ा दिखाना
(अश्लील) शिष्न का तनाव अथवा सख़्त होने की दशा में दिखाना; टहला देना
लोड़ा पकड़ के रह जाना
(फ़ुहश) मायूस हो जाना, कुछ बस ना चलने के महल पे मुस्तामल
लोड़ा पकड़ने की तमीज़ न होना
अश्लील) कोई कार्य नियमानुसार न करना, शिष्टाचार न होना, योग्यता न होना
लोड़ा पेला करना
(फ़ुहश) गाली ग्लोच बिकना, फ़ुहश बिकना, मुग़ल्लज़ात बिकना, बदज़ुबानी करना
सहक़
महिलाओं के जननांगों को रगड़कर यौन सुख प्राप्त करने की प्रक्रिया, स्त्रियों को परस्पर चपटी लड़ाना
हतेली टेकना
(अश्लील; बाज़ारी) दुराचार करवाना; अनैतिक काम करने को तैयार होना
हतेली-टेक
(फ़हश) इल्लत अबीना में मुबतला शख़्स, फ़ेअले बद कराने वाला, मफ़ऊल, गानडो , ज़नाना , बवीसया, औंधा, बैला
हथेली टेकना
(अश्लीलता) बुरा काम करने के लिए औंधा पड़ना, गुदमैथुन करना
हथेली पर फ़लानी रखना
(फ़ुहश) औरत का हर एक मर्द से मुजामअत पर आमादा रहना , रुक : हथेली पर लिए फिरना
हथेली पर रखे फिरती है
(व्यभिचार) हमेशा संभोग के लिए तैयार होती है, हर पुरुष के साथ संभोग करने को तैयार है
हथेली पर रखना
(फ़हश) निहायत फ़ाहिशा होना , छनाल होना, औरत का जमा के लिए हरवक़त तैय्यार रहना
हथेली पर लिए फिरना
۲۔ कोई चीज़ लुटाने या खोने के लिए तैयार रहना
हथेली से हथेली मलना
(फ़हश) जलक़ करना , तबक़ ज़नी करना
हथेली-टेक
(फ़हश) गानडो, बवीसया, माबून, औंधा शख़्स, अलती
हरामी-पिल्ला
हराम का बच्चा, दोशला, जारज, वर्णसंकर, धूर्त, खबीस
हँसली बढ़ाना
(वेश्याओं की प्रथा) कुँवारापन दूर करना, कुँवारी रंडी से पहली बार किसी ग्राहक का संभोग करना
हाथ पर लिये फिरना
(फ़ुहश) औरत का जिन्सी फे़अल के लिए हरवक़त आमादा रहना , रुक : हथेली पर लिए फिरना