अधिक खोजे गए शब्द
सहेजे गए शब्द
अधिक खोजे गए शब्द
क़हर ढाना
किसी के लिए संकट पैदा करना, संकटग्रस्त बनाना, किसी पर कोई आफ़त लाना, ज़ुल्म करना, क़हर तोड़ना
मज़दूर
शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर
हुस्न-ए-तलब
माँगने का अच्छा ढंग, कोई चीज़ इशारे इशारे में माँगना, ऐसे ढंग से चीज़ माँगना कि देने वाला देते हुए ख़ुशी महसूस करे
"शियावाद" टैग से संबंधित शब्द
"शियावाद" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
'ईद-ए-मुबाहला
अरबी साल के अंतिम महीने (ज़िल-हिज्जा) का 24 दिनांक ख़ुशी और उत्साह का दिन है, इसी तारीख़ को पैग़म्बर मोहम्मद साहब ने ईश्वर की आज्ञा पर अपनी बेटी फ़ातिमा, दामाद अली, नवासे हसन और हुसैन को अपने साथ ले कर नजरान के ईसाइयों से मुबाहला (एक-दूसरे को अभिशाप देना) करने वहाँ पहुँचे, इन पाँचों लोगों को देख कर ईसाइयों ने मबाहला नहीं करने का निर्णय लिया और जिज़्या (कर) देना स्वीकार किया, इस विजय की ख़ुशी में शीआ लोग उत्सव मनाते हैं, इसी घटना के संदर्भ में 'पंजतन-पाक' की परिभाषा चलन में आई
ता'ज़िया
इमाम हसन और इमाम हुसैन (पैग़म्बर मोहम्मद साहब के नवासे) की तुर्बतों की नक़ल जो काग़ज़ और बाँस के हौदों में मुहर्रम के दिनों में दस दिन तक उनका शोका मनाया जाता है और मातम किया जाता है और उनकी अत्मा की शांति के लिए प्राथनाएँ आदि की जाती हैं, अमीर तैमूर लंग को कुछ तबर्रुकात (संतों या पूर्वजों के अवशेष जो पुण्य और शुभ होने की दृष्टि से रखे जाएं) मिल गए थे, वह उनको हौदों में सेना के आगे रखता था, जब कभी आपत्ति और कर्बला की घटनाओं को सुनता तो हौदों को तख़्तों पर आगे रखवा लेता, इसी कारण ताज़ीए प्रायः हौदों के समान होते हैं
निकाह-ए-मुत'आ
(अहल इतशीअ) ऐसा निकाह जो किसी ख़ास वक़्त तक के लिए किया जाये और जिस में महर वाजिब का ताय्युन लाज़िम है गवाह की शर्त नहीं होती, निकाह मता में लफ़्ज़ मता बोलना लाज़िम है, आरिज़ी निकाह
मुक़ल्लद
जिसकी अनुसरण किया जाए, जिसकी पैरवी की जाये, (शीआ) धार्मिक विषयों में विवेकपूर्ण निर्णय करने वाला, शी'आ सम्प्रदाय का आलिम या धर्मगुरु
मुक़ल्लिद
तक्लीद करनेवाला, अनुकारी, अनुकरण करनेवाला, अनुयायी, पैरौ, शिष्य, चेला, मुरीद, मुसल्मानों का वह समुदाय जो खुदा और रसूल के अतिरिक्त चारों इमामों को भी मानता है
मरजा'-ए-तक़लीद
(अहल-ए-तशीअ) वो मुज्तहिद आज़म जिस को आलम मान लिया गया हो और दूसरे उलमा भी इस की तक़लीद करें, आलम वक़्त
मोमिन
ज़बान से इस्लाम का कलिमा पढ़ने और मन और कर्म से प्रमाणित अथवा सिद्ध करने वाला, ख़ुदा और रसूलों पर और आख़िरत पर ईमान लाने वाला, इस्लाम का पालन करने वाला सच्चा और पक्का मुसलमान
वसायत
शाब्दिक: जो कुछ कि आज्ञा किया गया, वसीयत, फ़िक़्ह: वकालत, अवयस्क की अभिभावकता, अभिभावक होना (शी'आ), वसी (हज़रत अली) का पद
Delete 44 saved words?
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा