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आठ बार नौ त्योहार

सुख-सुविधा और आराम का शौक़ या लगन ऐसा बढ़ा हुआ है कि युग और समय उसको अल्प व्यय नहीं करने देता

चमनिस्तान

ऐसा बाग़ जहाँ फूल ही फूल हों, ऐसी जगह जहाँ दूर तक फूल ही फूल और हरा भरा नज़र आए, वाटिका, चमन, बाग़

'औरत

जाया, भार्या, पत्नी, जोरू

ताग़ूत

शैतान, अत्यन्त निर्दय और अत्याचारी व्यक्ति

मन-भावन

मन को भाने या अच्छा लगने वाला

दादरा

संगीत में एक प्रकार का चलता गाना (पक्के या शास्त्रीय गानों से भिन्न), एक प्रकार का गान, एक ताल

मज़दूर

शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर

ख़ैर-अंदेश

भलाई की बात सोचने वाला, वह शख़्स जो किसी की भलाई चाहे, शुभचिंतक

दूध-शरीक बहन

ऐसी बालिका जो किसी ऐसी स्त्री का दूध पीकर पली हो जिसका दूध पीकर और कोई बालिका या बालक भी पला हो, धाय संतान, दूधबहिन, दूधबहन

रिसाई

दुख और मौत से संबंधित, शोकयुक्त

ज़र्फ़

बर्तन

तिहाई

किसी वस्तु के तीन समान भागों में कोई एक भाग, तीसरा अंश, भाग या हिस्सा, तीसरा हिस्सा

ला'नत

धिक्कार, फटकार, भर्त्सना, अभिशाप, शाप

क़हर ढाना

किसी के लिए संकट पैदा करना, संकटग्रस्त बनाना, किसी पर कोई आफ़त लाना, ज़ुल्म करना, क़हर तोड़ना

चले न जाए आँगन टेढ़ा

काम में कुशल न होने पर दूसरे पर आरोप मढ़ना

आगे नाथ न पीछे पगा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

साहिर

जादूगर, वह व्यक्ति जो जादू दिखाता हो

कुड़माई

शादी के पूर्व रिश्ता पक्का करने के लिए की जाने वाली रस्म, सगाई, शादी तै करना, रिश्ता करना

नज़र-भर देखना

पूरी तरह से देखना, ध्यान से देखना

ख़्वाजा-ताश

एक स्वामी के दास, जो आपस में ख्वाजःताश कहलाते हैं

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बंदोर

ग़ुलाम स्त्री

'अक़्ली-आ'माल

(मनोविज्ञान) सचेत क्रिया सिद्धांत

'अक़्ली-निज़ाम

लिम्बिक सिस्टम मस्तिष्क की संरचनाओं का एक समूह है जो ब्रेनस्टेम के ऊपर स्थित होता है और कोर्टेक्स के नीचे दब जाता है

'अक़्ली-फ़े'ल

(मनोविज्ञान) सचेत क्रिया

'अजूबा-ए-ख़याली

जागते हुए में सपने देखना, दिमाग़ में अजीब विचार उत्पन्न होना

'अताहत

मनोभ्रंश, बुद्धि का कम होना, मन और स्नायुओं का धीरे-धीरे कमजोर होना

'अताहत-ए-मुतबादर

(नफ़सियात) इंशिक़ाक़ अलज़हन, एक मर्ज़ जिस में बे इलतिफ़ाती और सुस्त ज़हनी का ग़लबा होता है और माहौल से दिलचस्पी उमूमन घट जाती है

'आदत-ए-तारीकी

पुर्किंज पाली, अंधेरे अनुकूलन

आलाई जारहिय्य्त

नैमित्तिक आक्रामकता

आलाई-ख़ता

मापयंत्रीय त्रुटि

इख़्तिबात

दीवानगी, किसी भ्रम का मन पर हावी होना, दिल वो दिमाग में समाया हुआ उन्माद, ग़लत बात का यक़ीन

इख़्तिलाल

कुव्यवस्था, अस्त-व्यस्तता, गड़बड़ी, विघ्न, विकार, अव्यवस्था, अवरोध

इख़्वानी

(नफ़सियात) जो नौ इंसान के हर फ़र्द से ऐसी मुहब्बत रखता हो जैसी अपनी ज़ात से, जो अपनी जान माल सेहत वग़ैरा सब कुछ हम जिंसों पर क़ुर्बान करदे

इदराक-ए-मुरक्कब

(नफ़सियात) समझने या जानने का वो अमल जिस में कई हवास बरुएकार आते हैं, और इस का हासिल उन के मजमूई अमल से पेश होता है :  इस मुरक्कब (इदराक) का तजज़िया इस के मुफ़रिदात (हिस) में नहीं किया जा सकता

इन'इकासी-'अमल

सहज क्रिया, स्वाभाविक क्रिया, आपसे आप होने वाली क्रिया

'इल्म-ए-इलाही

धर्मशास्र

'इल्लत-ए-बातिनी

(नफ़सियात) फे़अल का लाज़िम के फ़ाइल को इल्लत बातिनी कहते हैं

इहतिबास

(नफ़सियात) किसी एहसास या तकलीफ़देह याद को उम्दन हल्का-ए-शऊर से ख़ारिज कर देना, भला देना

इहतिसार

मनोविज्ञान: मनोग्रस्ति, ग्रस्तता, किसी मामले की अस्वस्थता की निश्चितता के बावजूद मन और विचार में बार-बार गुजरने और हावी होने की बीमारी

ईदाई

(नफ़सियात) नादानी या कम इलमी के बावजूद वो ग़ैरमामूली सोच या हाफ़िज़े की क़ुव्वत जो बाअज़ इंसानों में पाई जाती है (जिस के बाइस उन की फ़िक्र या याददाश्त हैरत में डाल देती है) तख़य्युल, हाफ़िज़ा

'उज़्वी-किरदार

(नफ़सियात) अज़वीह की माहौल से वो मुताबिक़त जो मुकम्मल तौर पर अज़वीह की साख़त से मुईन होती है

उत्तेजना

तहरीक, ख़ाहिश (नफ़सानी)

एहसास-ए-कमतरी

अन्‍य व्‍यक्तियों की तुलना में महत्व आदि की दृष्टि से अपने को हीन समझना, हीन भावना, हीनत्‍व

एहसास-ए-बरतरी

श्रेष्ठता की भावना, अपनी बात ऊँची रखने का जज़्बा

एहसास-ए-महरूमी

वंचित होना, अभाव में होना

क़ानून-ए-इख़्तिलाफ़

(नफ़सियात) वो क़ानून जिस के तहत इंसान उस वक़्त ज़ी शऊर होता है जब इस में फ़र्क़ या इख़तिलाफ़ का शऊर पैदा होता है

क़ानून-ए-तख़ालुफ़

(नफ़सियात) रुक : कानून-ए-इख़तिलाफ़

कार-दस्ताना

(मनोविज्ञान) व्यवहार का, इस्तिमाल का, फुर्ती का, अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बनाने का (कार्य का)

कार-दस्ती

(नफ़सियात) अपनी हाजतों के मुताबिक़ माहौल या चीज़ों का इस्तिमाल, कारस्तानी

किरदारियत

(नफ़सियात) वो नज़रिया जिस से इंसान के कुल आमाल किसी मुहीज की जवाबी हरकत की सूरत में ज़ाहिर होते हैं और इस किरदार के पूरे मुताले से इस के अमल के मुताल्लिक़ पेशगोई की जा सकती है (अंग : Behaviorism)

किरदारिया

(नफ़सियात) रुक : किरदारी (अंग : Behaviourists)

किरदारी

(नफ़सियात) नज़रिया-ए कर दारीयत का मानने वाला (अंग : Behaviourist)

ख़ुद-इत्मीनानी

अपने पर इत्मीनान होने का भाव, अपने मन को संतोष होने का भाव, अपने आप मुतमइन रहना

ख़ुद-कारी

स्वत: क्रिया

ख़ुद-जवाज़ी

(नफ़सियात), अज़ ख़ुद दरूस्तगी, मुवाफ़िक़त

ख़ुद-तन्वीम

(मनोविज्ञान) अपने ऊपर ख़ुद नींद हावी करना, एक प्रकार का इलाज

ख़ुद-तन्वीमी

स्वयं को प्रयास करके निद्रा की स्थिति में लाने का कार्य (मनोविज्ञान)

ख़ुद-तरग़ीबी

इलाज के सिलसिले में मरीज़ को स्वास्थ के प्रति जागरूक करना

ख़ुद-तलमीही

(नफ़सियात) नरम तवज्जही ईलाज या इस के मुताल्लिक़

ख़ुद-नवीसी

(मनोविज्ञान) आत्म लेखन की दशा, ख़ुदबख़ुद लिखने की कैफ़ियत, अचेतन प्रक्रिया, आत्म-विश्लेषण के माध्यम से एक उपचार

ख़ुद-पज़ीराई

(नफ़सियात) अपनी क़बूलीयत , इस्तिक़बाल , फ़र्द की बालिग़ होने के दौर की फ़ित्री तबदीली को तस्लीम करने का अमल

ख़ुद-परख

(नफ़सियात) अपनी इस्लाह आप करना, अपनी गलतीयां मालूम करना

ख़ुद-मुकतफ़िय्यत

(मनोविज्ञान) ख़ुद-मुकतफ़ी का संज्ञा, अपने मामलात को स्वयं निवारण करने की योग्यता, आत्मनिर्भरता

ख़ुद-मरकूज़

(मनोविज्ञान) आत्म केन्द्रित

ख़ुद-रौ

ख़ुदबख़ुद चलने वाली, स्वतः गतिशील

ख़ुद-शहवाई

(मनोविज्ञान) जिंसी जज़्बे की अपने आप संतुष्टि, स्वत: आनंदित

ख़ुद-हरकती

(नफ़सियात) तिब्बी और फ़ित्री तौर पर वजूद में आने वाला फे़अल या एहसास

ख़फ़ी-शु'ऊर

(नफ़सियात) छिपा हुआ एहसास

ख़ब्त

उन्माद, सनक, जुनून, दीवानगी

ख़याल-ए-मुतवाली

(नफ़सियात) मुसलसल तसव्वुर, ख़्याल बेहम

ख़्वाब-ए-बेदारी

(नफ़सियात) अमल तनवीम के वजह से मामूल पर मस्नूई ख़ाब की हालत तारी होना जिस में हवास-ए-ज़ाहिरी बहालत ख़ाब होते हैं मगर हवास-ए-बातिनी बेदार होते हैं, नीज़ इस हालत में ऐसे क़ौल-ओ-फे़अल का इर्तिकाब जो जागिए की हालत में सरर्द होते हैं

ख़्वाब-कारी

(नफ़सियात) वो लाशऊरी अमल जो ख़ाब के बातिनी मिश्नमलात को नस्बता मासूम और काबिल-ए-क़बूल सूरत में ढालना है

ख़ुश-बख़्ताना

(मनोविज्ञान) सही तौर पर, ठीक ढंग से

ख़ाकिस्तरी-माद्दा

(मनोविज्ञान) ख़ाकी रंग का एक पदार्थ जो जीवधारी के शरीर का विशेष अंग है तथा यही पदार्थ मस्तिष्क में भी अपने स्वच्छ रूप में उपस्थित होता है

ख़ाज़िनिय्यत

(मनोविज्ञान) महफ़ूज़ रखने की सलाहियत, चीज़ों को दिमाग़ में याद रखने की क्षमत, याददाश्त, स्मृति

ख़ारजी-इदराक

बाहरी अनुभूति

ख़ारिज-बीं

(नफ़सियात) अपनी ज़ात के बाहर अश्ख़ास-ओ-अश्या से ज़्यादा दिलचस्पी रखने वाला , जो अपनी ज़ात में घिरा हुआ ना हो. अंग : Extrovert का तर्जुमा

ख़ोशा

गुच्छा, अनाज की बाली, फलों का गुच्छा, गेहूँ या जौ की बाल, मंजरी

ग़ैर-नातिक़

गूँगा, जो बोल न सके, मूक, समझ, बुद्धि न रखने वाला

ग़ैर-मुतबाइन

गैर परस्पर विरोधी

ग्रह

मेषादि राशि

ग़ोली-जिबिल्लत

दलवृत्ति, झुंड में जीवन यापन करने की आद्त

चश्मा-ए-फ़िक्र

प्रतिबिंब और विचार का स्रोत

छेड़-छाड़

(नफ़सियात) हैजान, जोश

जुनूनी-बशाशत

(नफ़सियात) ख़ैर-ओ-आफ़ियत मुसर्रत और मुबालग़ा आमेज़ ख़ुद एतिमादी का ज़बरदस्त अय्यार ख़िलाफ़ी एहसास

जब्र

ज़ोर, ज़बरदस्ती, घृणा, अत्याचार

ज़बानी-हैजान

(नफ़सियात) लिसानी तहेज, बोली बोलने की क़ुदरती तहरीक

ज़मानी

(नफ़सियात) तनाज़री, ज़ाहिरी निसबत, ज़ाहिरी तनासुब (Perspective) का उर्दू तर्जुमा

ज़मानी-'अलाइक़

(मनोविज्ञान) सांसारिक बखेड़े, दुनिया के झंझट, सांसारिक झमेले

ज़मानी-'अलामत

(मनोविज्ञान) समय से जोड़कर देखने का निशान

ज़मानी-'उम्र

(नफ़सियात) माह-ओ-साल के एतबार से उम्र, तिब्बी उम्र (ज़हनी उम्र के मक़ुअबल)

ज़मानी-त'आक़ुब

(मनोविज्ञान) क्षणिक ज्ञान, आकस्मिक ज्ञान

ज़मानी-म'इय्यत

(नफ़सियात) आरिज़ी साथ, ग़ैर मुस्तकल हम आहंगी

जवाबी-अफ़'आल

(मनोविज्ञान) किसी उत्तेजना के जवाब में होने वाली क्रियाएँ

जवाबी-'अमल

(नफ़सियात) रुक : जवाबी अफ़आल

ज़ेहन-ए-तसल्लुत

(नफ़सीअत) कोई तकलीफ़देह या ग़ैर माक़ूल ख़्याल जो मुसलसल दिमाग़ पर मुसलत रहे

ज़ेहनी-नक़्शा

(नफ़सियात) ख़्याली ख़ाका, इस में मारूज़ात की वो हमा इक़साम यादें शामिल हो सकती हैं जिन का इदराक हम ने अपने चलने फिरने के दौरान कभी एक मर्तबा क्यू हो

ज़ेहनी-बुरादा

(मनोविज्ञान) चेतना के बहुत छोटे कण जिनसे संवेदनशील तत्व जुड़े होते हैं

ज़ेहनी-मवाद

(मनोविज्ञान) चेतना के बहुत छोटे कण जिनसे संवेदनशील तत्व जुड़े होते हैं

ज़ेहनी-सालिमात

(नफ़सियात) शऊर के सब से छोटे टुकड़े या नाक़ाबिल-ए-तहवील अनासिर

ज़ाहिरी-हरकत

(नफ़सियात) नुमायां ज़हनी तहरीक या हरकत

जिस्मानी-नफ़्सियात

शारीरिक मनोविज्ञान, ह शाखा व्यवहार के जैविक आधार का वर्णन करती है

जिंसियत-गुदाज़

(नफ़सियात) यकसाँ एहसास रखने वाला या हम आहंग होने वाला

जिंसियत-गुदाज़ी

(नफ़सियात) इदराक या शऊर की एक हरकी जवाबी कैफ़ीयत या अमल जैसे मुक्केबाज़ी देखते हुए किसी शख़्स का ख़ुद भी मक्का मारने का अमल या मूसीक़ी सुनते हुए जिस्म के किसी हिस्से का नग़मे की पैरवी करना , किसी शख़्स या शए के एहसास का दूसरे की रूह में समा जाने का अमल, हम एहसासी, मुकम्मल ज़हनी हम आहंगी (अंग : Empatty)

डरावना-काबूस

डरावना या अप्रिय सपना, दुःस्‍वप्‍न

त'अद्दुद का क़ानून

(नफ़सियात) आ सोज़िश में महारत बज़रीया मश्क़, मश्क़ का क़ानून

त'अय्युन-गर

(मनोविज्ञान) निश्चय करने वाला, स्थापित करने वाला, पक्का करने वाला

त'आरुज़

आमने-सामने होना, मुंह आना, बराबरी करना, हस्तक्षेप करना, इख़तिलाफ़, विघ्न डालना, उलझना, कलह, झगड़ा, लड़ाई, वाद-विवाद, हुज्जत

तक़ल्लुब

मुआमलात में तसर्रुफ़ करना

तकवीनी-तख़य्युल

(नफ़सियात) वो तख़य्युल जो तख़लीक़ से मुताल्लिक़ हो

तकवीनी-तरकीब

(नफ़सियात) पैदाइश या फ़ित्री तरकीब

तक़ाबुली-नफ़सियात

(नफ़सियात) अफ़राद वानो आ के ज़हन-ओ-किरदार के बाहमी इश्तिराक वाख़्तलाफ़ का मुताला और इलम

तंक़ीही-तफ़क्कुर

(नफ़सियात ऐसा तफ़क्कुर जिस के दौरान में मारूज़ात और दूसरे आलात तफ़क्कुर की कार दस्तियों का एक सिलसिला जारी होता है

तख़रीज

(नफ़सियात) एहसासात-ओ-जज़बात को निकालना . हैजान को दूर करना

तग़य्युर-ए-क़ल्ब

(नफ़सियात) ज़हनी तबदीली , रुजहान बदल जाना

तज्दीद-ए-मा'कूस

(नफ़सियात) उल्टी तबदीली

तज़बज़ुब

असमंजस, दुबिधा

तजरिबी-दौर

(नफ़सियात) रुक : तजुर्बा मानी नंबर २, अमली जांच का वो मुक़र्ररा वक़्त जो तजुर्बा गाह में सिर्फ़ हो

तबादुल

(नफ़सियात) एक दूसरे से जवाबी मेल रखने का अमल, अंग :Receprocit

तमसीली-मशीन

(नफ़सियात) इंसान की वो क़ुव्वत जो ख़्यालात-ओ-अफ़्क़ार वग़ैरा को मुशख़्ख़स करके पेश करती है, अंग : Ideational Mechanis

तरफ़्फ़ु'

(नफ़सियात) जज़्बे या जबात को फ़िरोतर से हटा कर बरतर मौज़ू वाबसते करने का अमल, तसईद

तलब

(सूफ़ीवाद) हक़ अर्थात ईश्वर या सत्य की खोज करने को कहते हैं

तल्बी-'अमल

(नफ़सियात) वो अमल जो इफ़ादी क़ुव्वत को बार बार काम में लाकर रग़बत या नफ़रत पैदा करे

तल्बी-फ़े'ल

(नफ़सियात) रुक : तलबी अमल

तलमीह

इशारा, संकेत अथवा कोई गूढ़ बात अथवा संकेत

तलाज़िमिय्या

तलाज़ुमी (रुक) से मंसूब, (नफ़सियात) तलाज़ुमी नफ़सियात (रुक) का क़ाइल मानने वाला (फ़िर्क़ा वग़ैरा)

तवज्जोह का बटना

(मनोविज्ञान) एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया जिसमें किसी केंद्र या विचार से ध्यान हटाया जाता है ताकि इसके प्रभाव दूर किए जा सकें

तवह्हुम

भ्रम में डालना, भ्रम में पड़ना, भ्रम, भ्रान्ति, वम, वहम में पड़ना

तवाफ़ुक़

(हयातयात) मुवाफ़िक़त या मुताबिक़त का वो इंतिख़ाबी अमल जिस का इन्हिसार कश्मकश हयात पर होता है जिस में हर नसल में बैरूनी हालात का असर कमज़ोर को नीस्त वनाबूद करके गोया लाशऊरी तौर पर इन अफ़राद को मुंतख़ब कर लेता है जो किसी मुफ़ीद तग़य्युर की वजह से ज़िंदा रहने के ज़्यादा अहल होते हैं

तवाफ़ुक़ का क़ानून

(नफ़सियात) मुसलसल इमतिदाद की सूरत मी तमाम रंगों का ख़ाकसतरी की तरफ़ रुजहान रखना या होना

तश्कील-ए-सीरत

(शाब्दिक) सीरत का शक्ल पज़ीर होना, (नफ़्सियात) ज़हन की बढ़त

तस'ईद

ऊँची जगह पर चढ़ना, बुलंद होना, चढ़ाव

तस'ईर

(नफ़सियात) रोशन होने या भड़कने का अमल यानी किसी जज़बे का उभरना जो तहरीक का सबब बने भड़काऊ

तस्वीक़

किसी को अपने काम का मालिक बनाना, ख़ुदमुख़तारी, (नफ़सियात) वो अंदरूनी तहरीक या उकसावा जो किसी काम की तरफ़ तवज्जा को मजबज़ोल-ओ-मर्कूज़ रखना है, ख़बत

तस्वीरी-तफ़क्कुर

(नफ़सियात) तख़य्युल में किसी चीज़ की तस्वीर इस शक्ल में क़ायम करना जिस में कि हम ने इस का अदारक किया है यानी उस को देखा सुना छुवा या किसी और तरह महसूस किया है

तहज़ीब

तरक़्क़ी, बेहतरी

तहत-उल-अहमर

(नफ़सियात) सुर्ख़ रंग की अम्वाज नूर से ज़्यादा तवील शुवाएं, तहत-ऊल-अहमर शुवाएं कहलाती हैं

तहफ़्फ़ुज़-ए-ज़ात

(नफ़सियात) इंसान का अपनी जान बचाने का वो फ़ित्री जज़बा जो दूसरे जज़्बों पर हावी होता है

तहरीक

वरग़्लाना, बहकाना

तह्लील-ए-नफ़्सी

ज़हनी अमराज़ के ईलाज का एक ख़ास तरीक़ा जिस में ज़हनों के हैजान का मुशाहिदा-ओ-तहक़ीक़ की जाती है

दुनियावी-क़ालिब

(नफ़सियात) दुनिया का जिस्म, दुनिया की ज़ाहिरी साख़त या ढान

दहलीज़

चौखट की दहल के नीचे पत्थर या लक्ड़ी की पट्टी, डेयुढ़ी

दहलीज़-ए-शु'ऊर

संवेदी दहलीज, सबसे कमजोर उत्तेजना जिसे एक जीव समझ सकता है

दाख़िल-बीन

अंदर देखने वाला , अपने को समझने वाला, रूओह के अंदर झांकने वाला

दाख़िली-इदराक

अंतःप्रज्ञा, सहजबुद्धि, अंतर्ज्ञान, मनोभाव या बुद्धि जो बिना तर्क किए किसी बात को सही माने

दाख़िली-तलाज़ुम

आंतरिक संसक्‍तता, आंतरिक संचारण

दिफ़ा'ई-मेकानियत

रक्षात्मक यांत्रिकता

दो-चश्मी

ऐसी तस्वीर जिस में पूरा चेहरा होता है

दो-जुज़ई

(नफ़सियात) रुक : दो जुज़ा

दौरानी

(नफ़सियात) शख़्सियत की एक क़िस्म जिस का हामिल दौरा दिमाग़ के सबब बैरूननी मुहीज का जवाबी अमल करने वाला और ना उस्तिवार मिज़ाजी कैफ़ीयत का हामिल होता है, मज़बूत, परागंदा दिमाग़, एक मरीज़ा ना कैफ़ीयत जिस में बारी बारी से इंबिसात-ओ-अफ़्सुर्दगी के दौरे पड़ते हैं

धुन

आवाज या शब्द करना।

नक़ाब-पोशी

(नफ़सियात) निक़ाब पोशी वो इस्तिलाही नाम है जो इस जाने पहचाने वाक़े को दिया गया है कि एक आवाज़ दूसरी आवाज़ को दबा देती है

नफ़्स-कोरी

(नफ़सियात) एक नफ़सियाती मर्ज़ जिस में मरीज़ बस्री अरतसामात से मुताल्लिक़ मानी समझने से क़ासिर रहता है ।।।।। जैसे हम चीनी ज़बान का छिपा हुआ काग़ज़ देखते हैं यानी अलफ़ाज़ तो हम को नज़र आते हैं मगर उन को समझ नहीं सकते

नफ़्स-तहलीली

(नफ़सियात) ज़हनी अमराज़ के ईलाज का एक ख़ास तरीक़ा जिस में ज़हनों के हैजान का मुशाहिदा-ओ-तहक़ीक़ की जाती है, तहलील नफ़सी-नफ़सी तहलील

नफ़्स-शा'इरा

(नफ़सियात) वो कैफ़यात जिन में इंसान अपने पूरे शऊर-ओ-इरादे से पूरा काम लेता है, नफ़स ज़ाती, शऊर, एहसास, इदराक

नफ़सियात-ए-इंशि'आबी

किसी अमल या सोरतहाल पर असर डालने वाले ज़हनी या नफ़सी अस्बाब का इलम, इलम-ए-नफ़्सीयात की एक शाख़

नफ़सियाती-उलझाव

मनोवैज्ञानिक जटिलता, मनोवैज्ञानिक बीमारी

नफ़्सियाती-तज्ज़िया

मनुष्य की मानसिक गतिविधियों और कामों की जाँच-पड़ताल; किसी लेख या भाषण की मनोवैज्ञानिक समीक्षा

नफ़सियाती-तहफ़्फ़ुज़

(नफ़सियात) ज़हनी मिज़्रात से बचाओ, कलबी इतमीनान

नफ़सियाती-तहलील

मनोविश्लेषण, मुख्यत: मानव के मानसिक क्रियाओं एवं व्यवहारों का अध्ययन

नफ़सियाती-दबाव

(मनोविज्ञान) बीमारी का ज़ोर, मानसिक दबाव

नफ़सियाती-पेचीदगी

दबे हुए ख़्यालात या एहसासात जो ग़ैरमामूली ज़हनी कैफ़यात या ग़ैरमामूली तर्ज़ अमल का सबब बिन जाएं, ज़हनी उलझन या मुश्किल, ज़हनी पेचाक (Psychological Complex)

नफ़सियाती-बसीरत

सहज बोध

नफ़सियाती-बीमारी

मानसिक विकार, मनोविकार

नफ़सियाती-म'आलिज

मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, माहिर-ए-नफ़सीयत

नफ़सियाती-लज़्ज़तिय्यत

(मनोविज्ञान) एक पुराना दृष्टिकोण जिसके अनुसार हर क्रिया का स्रोत या प्रेरणा आनंद और दुख होते हैं

नुमाइशियत

दिखाने या नुमायां करने की हरकत या अमल , ख़ुद को अपनी हरकात से नुमायां करना, ख़ुदनुमाई, आत्मा प्रदर्शन , (नफ़सियात) जिन्सी मरीज़ का बे सत्तर और सर-ए-आम जिस्मानी नुमाइश का मरीज़ा ना रुजहान (Exhibitionism

नर्गिसिय्यत

(मनोविज्ञान) स्वरूपकामुकता, आत्मरति, आत्ममोह

नवा

(नफ़सियात) थपकियों की आवाज़ नीज़ थपकियों से शऊर में पैदा होने वाली एक मुसलसल हालत का नाम

नाम-निहाद

नाम का, देखने का, दिखावटी अर्थात नक़ली, जिसकी बुनियाद केवल नाम पर हो

ना-शु'ऊरी

बिना चेतना के, अनजाने में

निज़ाम-ए-तनफ़्फ़ुस

श्वसन प्रणाली

नियम में बँधा होना

योग के दूसरे सिद्धांत (सेल्फ़ कंट्रोल) पर काम करना

निहादा

रखा हुआ।

नीम-इज़्तिरारी

(नफ़सियात) (ऐसे अफ़आल) जिन में जिबलत और इरादे का मुसावी दख़ल होता है

नौमियत

(नफ़सियात) एक तरीका-ए-ईलाज जिस में मामूल पर नींद की हालत तारी की जाती है ये हालत एक आमिल या माहिर-ए-नफ़सीयत अपनी मुकम्मल तवज्जा और असर आफ़रीनी से मामूल में पैदा करता है मौजूदा दौर में उसे नौमीयत या हपनाटज़म का नाम दिया जाता है लेकिन इस से पेशतर इस का नाम मसमरीज़म था, अमल तनवीम (अंग : Hypnotism

फ़ौक़-ए-अना

फ़्रायड की खोज के अनुसार आदमी का व्यक्तित्व तीन प्रकार से कार्य करता है, उनमें से एक (Super-ego) (मनोविज्ञान)

बँदोरी

कनीज़ (नफ़स अललग़)

बातिनी-तकल्लुम

आंतरिक संचार, आंतरिक भाषण

बातिनी-फ़े'ल

कल्पित क्रिया

मक़्सदी-फ़े'ल

(मनोविज्ञान) जान बूझ कर की गई हरकत जो किसी विशेष उद्देश्य के लिए हो

मक़्सदी-हरकात

(मनोविज्ञान) उपयोगी चाल, उद्देश्यपूर्ण गतिविधियाँ, कारामद हरकात, बामक़सद सरगर्मियाँ

मुंक़सिम-दिमाग़

(मनोविज्ञान) दो विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों में बंटा हुआ दिमाग़, अवरुद्ध मस्तिष्क

मेकानिकी-नफ़सियात

(नफ़सियात) इलम-ए-नफ़्सीयात की एक शाख़ जो ज़हनी आमाल की तवज्जीया ख़ालिसता मीकानिकी तरीक़े से करती है और इस में तबीअई और कीमियावी उसूल से मदद लेती है

मकानी-इज़ाफ़ात

(मनोविज्ञान) स्थान या जगह पर निर्भर, लगाव

मुख़ैख़

खोपड़ी के पिछले हिस्से के अंदर का मग़ज़, छोटा दिमाग़, मग़ज़ का सब से पिछला अंग

मुताल'अ-ए-औक़ात

(मनोविज्ञान) किसी विशिष्ट कार्य के लिए प्रदर्शन मानकों को निर्धारित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक या विधि

मैदान बनना

(मनोविज्ञान) क्षमता उत्पन्न होना, कार्यक्षेत्र अस्तित्व में आना

मंफ़ी-इंतिक़ाल

(मनोविज्ञान) जब एक कार्य का प्रशिक्षण दूसरे कार्य के प्रशिक्षण को कठिन बना देता है तो उसे नकारात्मक स्थानांतरण कहते हैं

मंफ़ी-तहरीस

(नफ़सियात) ऐसी फ़ालीत या सूरत-ए-हाल जो किसी शख़्स में मनफ़ी किरदार को उभारती और इस का रुख़ मुतय्यन करती है

मुवाज़ियत

बराबरी, मुसावात, मतावाज़ीत, (नफ़सियात) ये उसूल कि ज़हनी और जिस्मानी तरीक़ा हाय अमल लाज़िम-ओ-मल्ज़ूम होते हैं, एक बदलता है तो दूसरा भी इस के साथ बदलता है

मुश्किल-बच्चा

किसी न किसी को लगातार मुश्किल या घबराहट और परेशानी या झुंझलाहट में डालने वाला बच्चा, एक ऐसा बच्चा जिसका विशेष रूप से आत्म-नियंत्रण और विघटनकारी और असामाजिक व्यवहार की कमी के कारण, उठाना या शिक्षित करना मुश्किल हो

मशरूतिय्यत

क़ानून की पाबंद हुकूमत, जिस की पार्लीमैंट हो और जिस के उमूर में बाशिंदगान मुलक को दख़ल हो, पारलीमानी हुकूमत, आईनी हुकूमत

मसाकियत

मनोविज्ञान: एक प्रकार की लापरवाही (विशेषता यौन) जिसमें आदमी अपने आप को तकलीफ़ पहुंचा कर या अपमानित कर के स्वाद हासिल करता है

मुहर्रज़ात

(नफ़सियात) हैजा नात, तहेजात, तरंगें

मोहतसिब

मुफ्ती, क़ाज़ी, शेख़, कोतवाल, मजिस्ट्रेट, लोकपाल, अकाउंटेंट बाज़ार में नाप-तौल पर नज़र रखने वाला अधिकारी, जांच करने वाला अधिकारी, वह जो लोगों के सदाचार आदि पर विशेष ध्यान रखता हो

यक-'ऐनी-बसारत

(नफ़सियात) एक आँख से देखना, एक आँख की बसारत या देखने की क़ुव्वत (अंग : Monocular Vision)

रुख़ी

चेहरे वाला, पहलू, दिशा

रचाव

रचने की क्रिया

रज'अत

(तसव्वुफ़) रजत कहते हैं बसबब-ए-कहर-ए-इलहा के मुक़ाम-ए-वसूल से बितरीक़-ए-इन्क़िता फिर जाना

रज'ई-'अमल

(नफ़सियात) अमल-ए-बाज़गश्त, ज़हन में किसी गुज़री हुई चीज़ का बार बार आना

रबती

रब्त-ओ-ज़बत वाला , (नफ़सियात) जोड़, ताल्लुक़, मिले हुए होने की कैफ़ीयत

रूहानी-ज़ात

(नफ़सियात) इंसान की बातिन तरीन ज़ात जो उस की इजतिमाई ज़ातों के लियए मर्कज़ की हैसियत रखती है

राग़िबा

रुक : राग़िब जिस का ये मूओंस है , (नफ़सियात) वो चीज़ जो रग़बत रखती हो , हुसूल की ख़ाहिश, तलब

रि'आयत-ए-ज़ात

(मनोविज्ञान) अपने आप से प्यार

लंगर-बंदी

(नफ़सियात) ठहराने या रोकने का अमल

ला-शु'ऊरियत

(नफ़सियात) नफ़सियात का ये तसव्वुर कि बहुत सी बातें इंसान के लाशऊर में पिनहां या महफ़ूज़ होती हैं, शऊर ना होने की हालत इलम ना होने की सूरत

वुक़ूफ़-ए-मुंक़सिम

(नफ़सियात) बटा हुआ इदराक, एहसास के एक ना होने की हालत

वलदी-रक़ाबत

सहोदर स्पर्धा, भाई-बहनों के बीच एक प्रकार की प्रतिस्पर्धा या दुश्मनी

वहदियत

वहदत की हालत, एक होने की स्थिति, यक्ता अर्थात एक होने का भाव, यगानगत अथवा (दर्शनशास्त्र) यह दृष्टिकोण कि हक़ीक़त बुनियादी तौर पर एक ही है और पदार्थ का प्रकट होना कोवल आँखों का धोखा है (कसरतियत का विलोम)

वहम

भ्रम,वस्वसा, शक, कल्पना, डर, ख़ौफ़, भय, शंका, संदेह, भ्रांति, मिथ्या, सोच, विचार, राय, समझ, एहतिमाल, गुमान

वाहिमा

भ्रम, भ्रांति, वम, कल्पना शक्ति

शुऊन

(नफ़सियात) फ़ित्रत, ख़सलत, जिबलत

शु'ऊर

किसी काम की विशेषज्ञता

शु'ऊर की रौ

(नफ़सियात) ख़्यालात-ओ-एहसासात का तसलसुल और इस की लहर

शु'ऊर-ए-ज़ात

स्वचेतना

शु'ऊर-ए-मुतलक़

(नफ़सियात) कुल्ली शऊर, लाशऊर और तहत अलशावर का मजमूआ

शु'ऊरी-आगही

(नफ़सियात) पेशबीनी , ख़ाहिशात-ओ-मुहर्रिकात का एहसास, क़बल अज़ वक़्त कोई बात मालूम होना

शु'ऊरी-इब्तिज़ाल

(नफ़सियात) फ़ित्री पस्ती, एहसास-ए-कमीनगी, आदत की ख़राबी

शक़्क़-ए-ज़ेहनी

(तिब्ब-ओ-नफ़सियात) एक ज़हनी मर्ज़ जिस में ख़्यालात, एहसासात और आमाल के दरमयान रब्त टूट जाता है और मरीज़ अक्सर वहमों में मुबतला रहता है

शक्ल-पज़ीरी

(नफ़सियात) मुकम्मल सूरत में सामने आना

शग़ली

(मनोविज्ञान) पेशे से, रोज़गार से संबंधित अनुभव

शग़ली-सिलसिला

(मनोविज्ञान) मुलाज़िमती, रोज़गार से मुताल्लिक़, तजुर्बाती, बलिहाज़ पेशा

शबीहिय्यत

एकरूपता, कल्पनाजनित समानता, आकृति

शरह

(नफ़सियात) शहवत परस्ती

शरह-ए-इर्तिबात

(मनोविज्ञान) मेल-जोल या मेल-मुलाक़ात का विवरण

शरह-ए-ज़िहानत

वह अंक जो सामान्‍य बु‍द्धि के के अनुपात में किसी व्‍यक्ति विशेष की बुद्धि सूचित करे, बुद्धिलब्धि

शहादत

साक्षी, गवाही, प्रमाण, सुबूत

शा'इर

कवि, शा'इरी करने वाला, वो व्यक्ति को किसी भावना, विचार या घटना पर प्रभावित तरीक़े से काव्य करने वाला

स'अत

(मनोविज्ञान) विस्तार, फैलाव

सत्वत-ए-ज़ाती

(नफ़सीअत) फ़र्द का वक़ार, ख़ू दारी, इन्फ़िरादियत

सफ़ाई

साफ़ होने की अवस्था या भाव, स्वच्छता, निर्मलता, मेल कुचैल दूर करना या होना, साफ़ करना या होना, झाड़ पूंछ, सुथरापा, कूड़े-करकट, मैल आदि से रहित करने या होने की अवस्था या भाव, जैसे-कपड़े, बरतन या मकान की सफाई

सब्ज़-कोर

(मनोविज्ञान) एक रोग जिसमें रोगी को आमतौर पर हरा रंग दिखाई नहीं देता

सरक आना

(दर्शन शास्त्र) बुद्धि में आ जाना, किसी विचार का फिर से लैटना

सर्द-कामी

(चिकित्सा और मनोविज्ञान) सेक्स कमज़ोरी, कामेच्छा भावना की कमी

सैलाब-रुख़ी

(नफ़सियात) पानी के बहाओ की तरस रुख़ करने का रुजहान, बहाओ के साथ बहना

साबित-तसव्वुरात

(नफ़सियात) अंग्रेज़ी Fixed ideas का उर्दू मुतरादिफ़, ग़ैर मुतग़य्यर तसव्वुरात, ज़हन में जमे हुए ख़्यालात

हैजानी-सबात

भावनात्मक स्थिरता, भावनात्मक प्रतिक्रियाओं में स्थिरता, तेजी से मूड परिवर्तन की अनुपस्थिति के साथ

हुमक़

(मनोविज्ञान) मानसिक विक्षेप

हरकत-ए-रज'ई

(नफ़सियात) वो ग़ैर शऊरी और ग़ैर इरादी हरकात या आमिल जो मुनासिब मुहीज मिलने पर ख़ुदबख़ुद सादर होते हैं, इज़तिरारी या इनइकासी हरकात, जैसे पलक का झपकना

हरकत-ए-रज'ई

(नफ़सियात) रुक : हरकात रजई (जिस का ये वाहिद है)

हरकी-नफ़सिय्यात

गतिकीय मनोविज्ञान, एक मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण जो उपचार स्तर पर कारकों से संबंधित है और सैद्धांतिक स्तर पर प्रेरणा के साथ

हरकी-निज़ाम

इन आसाब-ओ-अज़लात वग़ैरा का मजमूआ जिन का ताल्लुक़ जिस्मानी हरकत से होता है, मुतहर्रिक निज़ाम

हरकी-निहादा

(नफ़सियात) जवाबी हरकत के लिए आमादगी

हैसिय्यत-ए-हिसी

(नफ़सियात) एहसास की ख़ासी्यत या हालत

हालिय्यत

(क़वाइद) ज़माना-ए-हाल में होने की कैफ़ीयत

हिफ़्ज़-ए-नफ़्स

(मनोविज्ञान) अपनी ज़ात की सलामती या बक़ा (स्व-संरक्षण), व्यक्तिगत सुरक्षा

हिस्सियत

भाव की क्षमता

हिस्सियात

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