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बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरा

बेहुनर, जिसे कोई हुनर या कला न आती हो

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ज़िक्र-ए-जली के अर्थदेखिए

ज़िक्र-ए-जली

zikr-e-jaliiذِکْرِ جَلی

स्रोत: अरबी

वज़्न : 2212

टैग्ज़: सूफ़ीवाद

ज़िक्र-ए-जली के हिंदी अर्थ

संज्ञा

  • तसव़्वुफ: ज़बान या दिल या सांस से अल्लाह का नाम लेना और कलमा-ए-तय्यबा को पढ़ना, ऊंचे स्वर में ईस्व्हर की प्रशंसा या की हमद-ओ-सना करना

English meaning of zikr-e-jalii

Noun

  • recital of the praise and names of God loudly

ذِکْرِ جَلی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم

  • تصوّف: زبان یا دل یا سان٘س سے اللہ کا نام لینا اور کلمۂ طیّبہ کو پڑھنا، بلند آواز سے اللہ کی حمد و ثنا کرنا، ذکر خفی کا ضد

Urdu meaning of zikr-e-jalii

  • Roman
  • Urdu

  • tasavvuphah zabaan ya dil ya saans se allaah ka naam lenaa aur kalmaa-e-tiiXyabaa ko pa.Dhnaa, buland aavaaz se allaah kii hamad-o-sanaa karnaa, zikr Khafii ka zid

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बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरा

बेहुनर, जिसे कोई हुनर या कला न आती हो

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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