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क्या का क्या समझना

और ही कुछ समझना, ग़लत मफ़हूम लेना, ग़लत मअनी पहनाना

समझी समझाई का क्या समझना

जो बात बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट हो उसमें शक की गुंजाइश नहीं होती

काई

एक जल्दी बीमारी जिस में जल्द पर खुजली बहुत होती है जो ख़ास किस्म के क्रम से पैदा होती है

आप को क्या कुछ दूर समझना

اپنے آپ کو عاقل و کامل سمجھنا، غرور کرنا

क्या का क्या होना

हालात का उलट पलट जाना, कुछ ना कुछ हो जाना, सूरत-ए-हाल में इन्क़िलाब रुनुमा हो जाना

किसी का क्या

किसी का दोष नहीं, किसी का हस्तक्षेप नहीं, किसी से कोई संबंध नहीं, किसी की ख़ता नहीं, किसी का दख़्ल नहीं, किसी से क्या ताल्लुक़ किसी से क्या वास्ता

क्या पिदड़ी, क्या पिदड़ी का शोरबा

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या पिदड़ी, क्या पिदड़ी का पुलाव

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या पिद्दी, क्या पिद्दी का पुलाव

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या पिद्दी, क्या पिद्दी का शोरबा

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या दर्ज़ी का कूच क्या क़याम

फ़क़ीरों की विशेषता रखने वाले व्यक्ति के लिए यात्रा एवं ठहराव सामान्य है

दर्ज़ी का क्या कूच क्या मक़ाम

जब चाहे उठ खड़ा हो या जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से कोई परेशानी न हो

क्या का क्या समझ लेना

और ही कुछ समझना, ग़लत मफ़हूम लेना, ग़लत मअनी पहनाना

क्या का क्या हो जाना

हालात का उलट पलट जाना, कुछ ना कुछ हो जाना, सूरत-ए-हाल में इन्क़िलाब रुनुमा हो जाना

अहीर का क्या जजमान, लप्सी का क्या पकवान

अहीर का जजमान होना बेकार है, जैसे सूखे टुकड़े का खाना कोई खाना नहीं

छोड़े गाँव का नाम क्या

जिस स्थान या काम को छोड़ दिया उस से क्या वास्ता, जिस से कोई संबंध नहीं रहा उस के बारे में बात करना व्यर्थ है

हार का न्याव क्या

नुक़्सान हो जाये तो फिर हाथ पांव मारने से कोई फ़ायदा नहीं होता, नुक़्सान के बाद कोशिश फ़ुज़ूल है

ज़िंदगी का क्या भरोसा

जीवन का कोई भरोसा नहीं

घूँसों का उधार क्या

घूओंसों में मारने की जगह फ़ौरन मारना चाहे तवक्कुफ़ अच्छा नहीं, इंतिक़ाम फ़ौरन लेना चाहिए, जुर्म की सज़ा फ़ौरन मिलनी चाहिए

घूँसों का क्या उधार

घूओंसों में मारने की जगह फ़ौरन मारना चाहे तवक्कुफ़ अच्छा नहीं, इंतिक़ाम फ़ौरन लेना चाहिए, जुर्म की सज़ा फ़ौरन मिलनी चाहिए

क्या सोवे राजा का पूत, क्या सोवे जोगी का अबधूत

आराम से या तो राजा का बेटा सविता है या फ़क़ीर का क्योंकि उन को कोई फ़िक्र नहीं होती

ज़िंदगी का ए'तिबार क्या

दुनिया के जीवन का भरोसा नहीं, जीवन कुछ दिनों का है

तले पड़ी का मोल क्या

जो वस्तु अपने अधिकार में होती है उस का कोई मूल्य नहीं होता

क्या सोवे राजा का पूत, क्या सोवे जोगी का अवभूत

आराम से या तो राजा का बेटा सविता है या फ़क़ीर का क्योंकि उन को कोई फ़िक्र नहीं होती

क्या मुँह का निवाला है

लंबे समय तक याद रखेंगे या कृपालु रहेंगे, मुद्दत तक याद रखेंगे या एहसानमंद रहेंगे

चोर का क्या दिल

चोर का दिल कितना

दम का क्या भरोसा

जीवन का कुछ भरोसा नहीं

बाज़ारी आदमी का क्या ए'तिबार

कमीने और अपमानित व्यक्ति का भरोसा नहीं हो सकता

क्या मुँह का निवाला है

क्या कोई आसान काम है, ये काम मुश्किल है देर तलब है, ये काम कुछ आसान नहीं है

झूटे के साथ दोस्ती क्या लंगड़े का साथ क्या, बहरे का बोलना क्या गूँगे की बात क्या

इन बातों का कोई लाभ नहीं

क्या साँप का पाँव देखा है

जब कोई असंभव बात हो तो व्यंग में कहते हैं

गंगा मदार का साथ क्या

दो मुतज़ाद चीज़ें यकजा नहीं होतीं

लुटे गाँव का क्या नाम

जो राज फ़ना हो कर तहस नहस हो गया इस का क्या नाम-ओ-निशान बताया जाये, जो मिट गया इस का ज़िक्र ही किया

क्या ज़िंदगी का भरोसा है

ज़िंदगी का कुछ एतबार नहीं

शुग़्ल बेहतर है 'इश्क़-बाज़ी का, क्या हक़ीक़ी व क्या मजाज़ी का

इश्क़ करना बहुत अच्छा है, चाहे वह किसी क़िस्म का हो

लड़ाई और आग का बढ़ाना क्या

लड़ाई और आग तेज़ करना मुश्किल नहीं है

जोगी की क्या मीत और क़लंदर का क्या साथ

इन दोनों की दोस्ती का कोई विश्वास नहीं

जान का क्या भरोसा

ज़िंदगी का क्या एतबार

अपस का क्या पाना

अपने किए को पाना, जैसी करना वैसी भरना

किसी का क्या है

किसी का क्या इजारा है

नेक सलाह का पूछना क्या

۔نیک بات میں صلاح ومشورےکی ضرورت نہیں۔فارسی میں درکار خیر حاجت ۔ہیچ استخارہ نیست ہے۔

क्या जाने गँवार, घूँगटवा का यार

गंवार किया जाने इशक़बाज़ी कैसे होती है

बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद

साधारण व्यक्ति उत्तम की वस्तुओं का महत्व नहीं जानता, साधारण पहचान वाले को मुल्यवान वस्तु की क्या पहचान हो सकती है

क्या दाल भात का निवाला है

आसान काम नहीं है, कोई मामूली बात नहीं है

तुम्हारे बाप का क्या

तुम दख़ल देने वाले कौन? तुम्हें क्या वास्ता

क्या गूँगे का गुड़ खाया है

क्यूँ नहीं बोलते, क्यूँ चुप्पी साध ली है, किस लिए गूँगे से बन गए हो

हस्ती का क्या भरोसा

ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं, किसी भी समय मौत आ सकती है

नेक सलाह का क्या कहना

नेक काम फ़ौरन कर देना चाहिए

बावा का क्या इजारा है

किसी को भी हमारे कार्यों को रोकने का अधिकार नहीं है

क्या दम का भरोसा है

ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं है

बंदर क्या जाने अदरक का भाव

साधारण व्यक्ति उत्तम की वस्तुओं का महत्व नहीं जानता, साधारण पहचान वाले को मुल्यवान वस्तु की क्या पहचान हो सकती है

बंदर क्या जाने अदरक का मज़ा

साधारण व्यक्ति उत्तम की वस्तुओं का महत्व नहीं जानता, साधारण पहचान वाले को मुल्यवान वस्तु की क्या पहचान हो सकती है

आप का क्या लेता हूँ

आप को क्या आपत्ति है, आप का क्या नुक़्सान या हानि होता है, आप को क्यों अप्रिय है

ख़ुदा का करना क्या हुआ

(आवामी) अचानक कोई बात होना

गिरे का क्या गिरेगा

जो पहले ही नष्ट हो चुका हो उस का और क्या नष्ट होगा

झूटे की क्या दोस्ती , लंगड़े का क्या साथ , बहरे से क्या बोलना , गूँगे की क्या बात

ये सब बातें फ़ुज़ूल हैं

आप का इस में क्या बिगड़ता है

आपका क्या नुक़्सान है

मिज़ाज का ठिकाना ही क्या

मनोदशा में स्थिरता नहीं है

पैदल और सवार का क्या साथ

अमीर और ग़रीब का क्या मुक़ाबला

लुटे गाँवों का क्या नाम

जो राज फ़ना हो कर तहस नहस हो गया इस का क्या नाम-ओ-निशान बताया जाये, जो मिट गया इस का ज़िक्र ही किया

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में समझी समझाई का क्या समझना के अर्थदेखिए

समझी समझाई का क्या समझना

samjhii samjhaa.ii kaa kyaa samajhnaaسَمْجھی سَمْجھائی کا کیا سَمَجْھنا

वाक्य

समझी समझाई का क्या समझना के हिंदी अर्थ

  • जो बात बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट हो उसमें शक की गुंजाइश नहीं होती

سَمْجھی سَمْجھائی کا کیا سَمَجْھنا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جو بات بالکل صاف اور واضح ہو اس میں شک کی گنجائش نہیں.

Urdu meaning of samjhii samjhaa.ii kaa kyaa samajhnaa

  • Roman
  • Urdu

  • jo baat bilkul saaf aur vaazih ho is me.n shak kii gunjaa.ish nahii.n

खोजे गए शब्द से संबंधित

क्या का क्या समझना

और ही कुछ समझना, ग़लत मफ़हूम लेना, ग़लत मअनी पहनाना

समझी समझाई का क्या समझना

जो बात बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट हो उसमें शक की गुंजाइश नहीं होती

काई

एक जल्दी बीमारी जिस में जल्द पर खुजली बहुत होती है जो ख़ास किस्म के क्रम से पैदा होती है

आप को क्या कुछ दूर समझना

اپنے آپ کو عاقل و کامل سمجھنا، غرور کرنا

क्या का क्या होना

हालात का उलट पलट जाना, कुछ ना कुछ हो जाना, सूरत-ए-हाल में इन्क़िलाब रुनुमा हो जाना

किसी का क्या

किसी का दोष नहीं, किसी का हस्तक्षेप नहीं, किसी से कोई संबंध नहीं, किसी की ख़ता नहीं, किसी का दख़्ल नहीं, किसी से क्या ताल्लुक़ किसी से क्या वास्ता

क्या पिदड़ी, क्या पिदड़ी का शोरबा

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या पिदड़ी, क्या पिदड़ी का पुलाव

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या पिद्दी, क्या पिद्दी का पुलाव

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या पिद्दी, क्या पिद्दी का शोरबा

बेहक़ीक़त और बेहैसियत शैय के लिए बोलते हैं, इंतिहाई कम हैसियत, इंतिहाई बेहक़ीक़त

क्या दर्ज़ी का कूच क्या क़याम

फ़क़ीरों की विशेषता रखने वाले व्यक्ति के लिए यात्रा एवं ठहराव सामान्य है

दर्ज़ी का क्या कूच क्या मक़ाम

जब चाहे उठ खड़ा हो या जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से कोई परेशानी न हो

क्या का क्या समझ लेना

और ही कुछ समझना, ग़लत मफ़हूम लेना, ग़लत मअनी पहनाना

क्या का क्या हो जाना

हालात का उलट पलट जाना, कुछ ना कुछ हो जाना, सूरत-ए-हाल में इन्क़िलाब रुनुमा हो जाना

अहीर का क्या जजमान, लप्सी का क्या पकवान

अहीर का जजमान होना बेकार है, जैसे सूखे टुकड़े का खाना कोई खाना नहीं

छोड़े गाँव का नाम क्या

जिस स्थान या काम को छोड़ दिया उस से क्या वास्ता, जिस से कोई संबंध नहीं रहा उस के बारे में बात करना व्यर्थ है

हार का न्याव क्या

नुक़्सान हो जाये तो फिर हाथ पांव मारने से कोई फ़ायदा नहीं होता, नुक़्सान के बाद कोशिश फ़ुज़ूल है

ज़िंदगी का क्या भरोसा

जीवन का कोई भरोसा नहीं

घूँसों का उधार क्या

घूओंसों में मारने की जगह फ़ौरन मारना चाहे तवक्कुफ़ अच्छा नहीं, इंतिक़ाम फ़ौरन लेना चाहिए, जुर्म की सज़ा फ़ौरन मिलनी चाहिए

घूँसों का क्या उधार

घूओंसों में मारने की जगह फ़ौरन मारना चाहे तवक्कुफ़ अच्छा नहीं, इंतिक़ाम फ़ौरन लेना चाहिए, जुर्म की सज़ा फ़ौरन मिलनी चाहिए

क्या सोवे राजा का पूत, क्या सोवे जोगी का अबधूत

आराम से या तो राजा का बेटा सविता है या फ़क़ीर का क्योंकि उन को कोई फ़िक्र नहीं होती

ज़िंदगी का ए'तिबार क्या

दुनिया के जीवन का भरोसा नहीं, जीवन कुछ दिनों का है

तले पड़ी का मोल क्या

जो वस्तु अपने अधिकार में होती है उस का कोई मूल्य नहीं होता

क्या सोवे राजा का पूत, क्या सोवे जोगी का अवभूत

आराम से या तो राजा का बेटा सविता है या फ़क़ीर का क्योंकि उन को कोई फ़िक्र नहीं होती

क्या मुँह का निवाला है

लंबे समय तक याद रखेंगे या कृपालु रहेंगे, मुद्दत तक याद रखेंगे या एहसानमंद रहेंगे

चोर का क्या दिल

चोर का दिल कितना

दम का क्या भरोसा

जीवन का कुछ भरोसा नहीं

बाज़ारी आदमी का क्या ए'तिबार

कमीने और अपमानित व्यक्ति का भरोसा नहीं हो सकता

क्या मुँह का निवाला है

क्या कोई आसान काम है, ये काम मुश्किल है देर तलब है, ये काम कुछ आसान नहीं है

झूटे के साथ दोस्ती क्या लंगड़े का साथ क्या, बहरे का बोलना क्या गूँगे की बात क्या

इन बातों का कोई लाभ नहीं

क्या साँप का पाँव देखा है

जब कोई असंभव बात हो तो व्यंग में कहते हैं

गंगा मदार का साथ क्या

दो मुतज़ाद चीज़ें यकजा नहीं होतीं

लुटे गाँव का क्या नाम

जो राज फ़ना हो कर तहस नहस हो गया इस का क्या नाम-ओ-निशान बताया जाये, जो मिट गया इस का ज़िक्र ही किया

क्या ज़िंदगी का भरोसा है

ज़िंदगी का कुछ एतबार नहीं

शुग़्ल बेहतर है 'इश्क़-बाज़ी का, क्या हक़ीक़ी व क्या मजाज़ी का

इश्क़ करना बहुत अच्छा है, चाहे वह किसी क़िस्म का हो

लड़ाई और आग का बढ़ाना क्या

लड़ाई और आग तेज़ करना मुश्किल नहीं है

जोगी की क्या मीत और क़लंदर का क्या साथ

इन दोनों की दोस्ती का कोई विश्वास नहीं

जान का क्या भरोसा

ज़िंदगी का क्या एतबार

अपस का क्या पाना

अपने किए को पाना, जैसी करना वैसी भरना

किसी का क्या है

किसी का क्या इजारा है

नेक सलाह का पूछना क्या

۔نیک بات میں صلاح ومشورےکی ضرورت نہیں۔فارسی میں درکار خیر حاجت ۔ہیچ استخارہ نیست ہے۔

क्या जाने गँवार, घूँगटवा का यार

गंवार किया जाने इशक़बाज़ी कैसे होती है

बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद

साधारण व्यक्ति उत्तम की वस्तुओं का महत्व नहीं जानता, साधारण पहचान वाले को मुल्यवान वस्तु की क्या पहचान हो सकती है

क्या दाल भात का निवाला है

आसान काम नहीं है, कोई मामूली बात नहीं है

तुम्हारे बाप का क्या

तुम दख़ल देने वाले कौन? तुम्हें क्या वास्ता

क्या गूँगे का गुड़ खाया है

क्यूँ नहीं बोलते, क्यूँ चुप्पी साध ली है, किस लिए गूँगे से बन गए हो

हस्ती का क्या भरोसा

ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं, किसी भी समय मौत आ सकती है

नेक सलाह का क्या कहना

नेक काम फ़ौरन कर देना चाहिए

बावा का क्या इजारा है

किसी को भी हमारे कार्यों को रोकने का अधिकार नहीं है

क्या दम का भरोसा है

ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं है

बंदर क्या जाने अदरक का भाव

साधारण व्यक्ति उत्तम की वस्तुओं का महत्व नहीं जानता, साधारण पहचान वाले को मुल्यवान वस्तु की क्या पहचान हो सकती है

बंदर क्या जाने अदरक का मज़ा

साधारण व्यक्ति उत्तम की वस्तुओं का महत्व नहीं जानता, साधारण पहचान वाले को मुल्यवान वस्तु की क्या पहचान हो सकती है

आप का क्या लेता हूँ

आप को क्या आपत्ति है, आप का क्या नुक़्सान या हानि होता है, आप को क्यों अप्रिय है

ख़ुदा का करना क्या हुआ

(आवामी) अचानक कोई बात होना

गिरे का क्या गिरेगा

जो पहले ही नष्ट हो चुका हो उस का और क्या नष्ट होगा

झूटे की क्या दोस्ती , लंगड़े का क्या साथ , बहरे से क्या बोलना , गूँगे की क्या बात

ये सब बातें फ़ुज़ूल हैं

आप का इस में क्या बिगड़ता है

आपका क्या नुक़्सान है

मिज़ाज का ठिकाना ही क्या

मनोदशा में स्थिरता नहीं है

पैदल और सवार का क्या साथ

अमीर और ग़रीब का क्या मुक़ाबला

लुटे गाँवों का क्या नाम

जो राज फ़ना हो कर तहस नहस हो गया इस का क्या नाम-ओ-निशान बताया जाये, जो मिट गया इस का ज़िक्र ही किया

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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