खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"कुँवारी" शब्द से संबंधित परिणाम

बियाही

married

बियाही बेटी पड़ोसन दाख़िल

ब्याह करने के पश्चात बेटी पर कुछ अधिकार नहीं रह जाता केवल उतना ही संबंध रहता है जितना पड़ोसन से

बियाही आना

میکے سے رخصت ہو کر سسرال میں آنا، شادی ہونا .

ब्याही-थाई

بیاہا تیاہا (رک) کی تانیث

ब्याही-त्याही

بیاہا تیاہا (رک) کی تانیث

ब्याही-थ्याई

بیاہا تیاہا (رک) کی تانیث

ब्याही बेटी का रखना हाथी का बाँधना है

शादी करने के बाद बेटी का अपने घर रखना मसारिफ़ वग़ैरा के लिहाज़ से इतना ही भारी है जितना हाथी पालना मुश्किल होता है

ब्याही न बरात चढ़ी डोली में बैठी न चूँ-चूँ हुई

अभी तक शादी ही नहीं हुई, जिस बात को देखा ही नहीं, उसका पता ही क्या हो

बे-ब्याही खाए रोटियाँ, ब्याही खाए बोटियाँ

ब्याही हुई स्त्री अधिक आनंद उठाती है

बे-ब्याही खाए रोटियाँ और ब्याही खाए बोटियाँ

ब्याही हुई स्त्री अधिक आनंद उठाती है

अनब्याही

जिसका विवाह न हुआ हो, कुँवारी, अन-ब्याही, अविवाहित, कुँवारी (अनब्याया का स्त्रीलिंग)

ब्याँ-ब्याही

شادی شدہ

बिन-ब्याही

بن بیاہا (رک) کی تانیث

निकाही-बियाही

वो औरत जिसे निकाह या शादी करके घर लाया जाये, सम्मानपूर्वक ब्याह कर लाई हुई औरत, मनकूहा अर्थात शादीशुदा औरत

बे-बियाही

अविवाहित स्त्री, ग़ैर शादीशुदा औरत

कुँवारी खाए रोटी ब्याही खाए बोटी

कुँवारी से ब्याही की सम्मान ज़्यादा होती है

कुवारी खाए रोटी , ब्याही खाए बोटी

कुंवारी बेटी से ब्याही का ख़र्च ज़्यादा बढ़ जाता है

कुँवारी खाए रोटियाँ, ब्याही खाए बोटियाँ

कुंवारी लड़की का ख़र्च कम होता है, परंतु शादी कर देने पर माता-पिता को बहुत ख़र्च करना पड़ता है

कुँवारी करे अरमान, ब्याही हो पशेमान

अविवाहित हो तो शादी की इच्छा करती है और विवाहित हो तो पछताती है, जिसने किया वह भी पछताया जिसने न किया वह भी पछताया

कुँवारी अरमान , ब्याही पशेमान

कुँवारी अरमान, ब्याही पशेमान

अविवाहित हो तो शादी की इच्छा करती है और विवाहित हो तो पछताती है, जिसने किया वह भी पछताया जिसने न किया वह भी पछताया

कुवारी को अरमान , ब्याही पशेमान

बावजूद कामयाब होने के कुछ नफ़ा ना उठाना, कुवारी को हवस कि ऐश करूं ब्याही को पछतावा कि बला में फंसी

कुँवारी करे अरमान , ब्याही हो पशेमान

निकाही न बियाही नहरो बहू कहाँ से आई

किसी अप्रिय व्यक्ति के बिना कारण किसी से व्यवहारिक हो जाने पर या बिना कारण रिश्तेदारी जताने पर कहते हैं

एक तो कानी ब्याही, दूसरे पूछने वालों ने जान खाई

एक तो ग़लती और उस पर लोगों ने छेड़ना आरम्भ किया, लज्जित होने वाली बात पर लोगों के प्रश्नों से अधिक अपमान एवं दुख होता है

निकाही न बियाही, मुंडो बहू कहाँ से आई

किसी अप्रिय व्यक्ति के बिना कारण किसी से व्यवहारिक हो जाने पर या बिना कारण रिश्तेदारी जताने पर कहते हैं

एक तो कानी बेटी ब्याही, दूसरे पूछने वालों ने जान खाई

एक तो ग़लती और उस पर लोगों ने छेड़ना आरम्भ किया, लज्जित होने वाली बात पर लोगों के प्रश्नों से अधिक अपमान एवं दुख होता है

जब तक बहू रही कुँवारी सास रही वारी , जब बहू गई ब्याही पड़ गई ख़ुवारी

जब तक शादी नहीं हो जाती सास बहू की बहुत ख़ातिरदारी करती है शादी के बादहू क़दर नहीं रहती

जूता पहले साई का , बड़ा भरोसा ब्याही का ,जूता पहने नरी का , क्या भरोसा करी का

साई का जूता और ब्याही बीवी काबिल-ए-एतिबार होती है बाज़ारी जूती और आश्ना औरत का कोई एतबार नहीं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कुँवारी के अर्थदेखिए

कुँवारी

ku.nvaariiکُنواری

स्रोत: हिंदी

वज़्न : 122

कुँवारी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • अविवाहिता, अपरिणीता, कुमारी, कुँआरी
  • (लाक्षणिक) अछूती, अपर्युक्त, ग़ैर-इस्तेमालशुदा

शे'र

English meaning of ku.nvaarii

Noun, Feminine

  • maid, damsel, lass
  • (metaphorical) maiden, virgin

کُنواری کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مؤنث

  • بن بیاہی، ناکتخدا
  • (مجازاً) اچھوتی، غیر استعمال شدہ

Urdu meaning of ku.nvaarii

  • Roman
  • Urdu

  • bin byaahii, naakataKhdaa
  • (majaazan) achhuutii, Gair istimaal shuudaa

कुँवारी से संबंधित कहावतें

संपूर्ण देखिए

खोजे गए शब्द से संबंधित

बियाही

married

बियाही बेटी पड़ोसन दाख़िल

ब्याह करने के पश्चात बेटी पर कुछ अधिकार नहीं रह जाता केवल उतना ही संबंध रहता है जितना पड़ोसन से

बियाही आना

میکے سے رخصت ہو کر سسرال میں آنا، شادی ہونا .

ब्याही-थाई

بیاہا تیاہا (رک) کی تانیث

ब्याही-त्याही

بیاہا تیاہا (رک) کی تانیث

ब्याही-थ्याई

بیاہا تیاہا (رک) کی تانیث

ब्याही बेटी का रखना हाथी का बाँधना है

शादी करने के बाद बेटी का अपने घर रखना मसारिफ़ वग़ैरा के लिहाज़ से इतना ही भारी है जितना हाथी पालना मुश्किल होता है

ब्याही न बरात चढ़ी डोली में बैठी न चूँ-चूँ हुई

अभी तक शादी ही नहीं हुई, जिस बात को देखा ही नहीं, उसका पता ही क्या हो

बे-ब्याही खाए रोटियाँ, ब्याही खाए बोटियाँ

ब्याही हुई स्त्री अधिक आनंद उठाती है

बे-ब्याही खाए रोटियाँ और ब्याही खाए बोटियाँ

ब्याही हुई स्त्री अधिक आनंद उठाती है

अनब्याही

जिसका विवाह न हुआ हो, कुँवारी, अन-ब्याही, अविवाहित, कुँवारी (अनब्याया का स्त्रीलिंग)

ब्याँ-ब्याही

شادی شدہ

बिन-ब्याही

بن بیاہا (رک) کی تانیث

निकाही-बियाही

वो औरत जिसे निकाह या शादी करके घर लाया जाये, सम्मानपूर्वक ब्याह कर लाई हुई औरत, मनकूहा अर्थात शादीशुदा औरत

बे-बियाही

अविवाहित स्त्री, ग़ैर शादीशुदा औरत

कुँवारी खाए रोटी ब्याही खाए बोटी

कुँवारी से ब्याही की सम्मान ज़्यादा होती है

कुवारी खाए रोटी , ब्याही खाए बोटी

कुंवारी बेटी से ब्याही का ख़र्च ज़्यादा बढ़ जाता है

कुँवारी खाए रोटियाँ, ब्याही खाए बोटियाँ

कुंवारी लड़की का ख़र्च कम होता है, परंतु शादी कर देने पर माता-पिता को बहुत ख़र्च करना पड़ता है

कुँवारी करे अरमान, ब्याही हो पशेमान

अविवाहित हो तो शादी की इच्छा करती है और विवाहित हो तो पछताती है, जिसने किया वह भी पछताया जिसने न किया वह भी पछताया

कुँवारी अरमान , ब्याही पशेमान

कुँवारी अरमान, ब्याही पशेमान

अविवाहित हो तो शादी की इच्छा करती है और विवाहित हो तो पछताती है, जिसने किया वह भी पछताया जिसने न किया वह भी पछताया

कुवारी को अरमान , ब्याही पशेमान

बावजूद कामयाब होने के कुछ नफ़ा ना उठाना, कुवारी को हवस कि ऐश करूं ब्याही को पछतावा कि बला में फंसी

कुँवारी करे अरमान , ब्याही हो पशेमान

निकाही न बियाही नहरो बहू कहाँ से आई

किसी अप्रिय व्यक्ति के बिना कारण किसी से व्यवहारिक हो जाने पर या बिना कारण रिश्तेदारी जताने पर कहते हैं

एक तो कानी ब्याही, दूसरे पूछने वालों ने जान खाई

एक तो ग़लती और उस पर लोगों ने छेड़ना आरम्भ किया, लज्जित होने वाली बात पर लोगों के प्रश्नों से अधिक अपमान एवं दुख होता है

निकाही न बियाही, मुंडो बहू कहाँ से आई

किसी अप्रिय व्यक्ति के बिना कारण किसी से व्यवहारिक हो जाने पर या बिना कारण रिश्तेदारी जताने पर कहते हैं

एक तो कानी बेटी ब्याही, दूसरे पूछने वालों ने जान खाई

एक तो ग़लती और उस पर लोगों ने छेड़ना आरम्भ किया, लज्जित होने वाली बात पर लोगों के प्रश्नों से अधिक अपमान एवं दुख होता है

जब तक बहू रही कुँवारी सास रही वारी , जब बहू गई ब्याही पड़ गई ख़ुवारी

जब तक शादी नहीं हो जाती सास बहू की बहुत ख़ातिरदारी करती है शादी के बादहू क़दर नहीं रहती

जूता पहले साई का , बड़ा भरोसा ब्याही का ,जूता पहने नरी का , क्या भरोसा करी का

साई का जूता और ब्याही बीवी काबिल-ए-एतिबार होती है बाज़ारी जूती और आश्ना औरत का कोई एतबार नहीं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (कुँवारी)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

कुँवारी

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone