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कोइल के पादे का आम

رک : کوئل پَدّا آم

पके आम के टपकने का डर

۔ مثل۔ سِن رسیدہ آدمی کی زندگی کا اعتبار نہیں۔

आम के टपकने का डर है

बूढ़े आदमी की मौत का हर समय ख़तरा, बड़ी उम्र के आदमी की जीवन का भरोसा नहीं

पक्के आम के टपकने का डर

बूढ़े आदमी की मौत का हर समय ख़तरा, बड़ी उम्र के आदमी की जीवन का भरोसा नहीं

पक्के आम के टपकने का डर रहता है

बूढ़े आदमी की मौत का हर समय ख़तरा, बड़ी उम्र के आदमी की जीवन का भरोसा नहीं

पाल का आम

straw ripened mango

आम का मौर

آم کے باریک باریک پھول

आम का कुहर

آم کے باریک باریک پھول

आम (खाए) पाल का ख़रबूज़ा (खाए) डाल का (पानी पिए ताल का)

یعنی آم پال کا پکا ہوا اچھا ہوتا ہے، خربوزہ جو کھیت میں سے توڑ کر کھایا جائے، اور پانی جو زمین کی نچلی تہ سے نکلا ہوا ہو

आम खाए पाल का , ख़रबूज़ खाए दाल का , पानी पिये ताल का

आम पाल और ख़रबूज़े ताजे तोड़े जाने पर अच्छे होते हैं, और नदी का पानी सुखद होता है

आम मछली का साथ है

बहुत मित्रता है, एक दूजे के लिए बहुत आवश्यक हैं, अच्छा जोड़ मिला है

लू का मारा आम

وہ آم جسے لُو نے خشک کر دیا ہو ؛ (کنایۃً) سو کھا ، دُبلا یا جھریاں پڑا چہرہ یا بدن .

लू का मारा आम

۔ وہ آم جس لوٗ نے خشک کردیا ہو۔ ۲۔(کنایۃً سوکھے۔ دُبلے۔ جھُریاں پڑے ہوئے چہرے یا جسم انسان کو تشبیہ دیتے ہیں۔ ؎

आम इमली का साथ है

दो अनोखी बातें इकट्ठी हुई हैं, अनोखी बात है, आम और इमली विभिन्न मौसमों में फलते हैं

पक्का आम टपकने का डर

बूढ़े व्यक्ति के किए हमेशा मौत का ख़तरा बना रहता है

आम मछली का क्या साथ न होगा

जब कोई किसी को परेशान कर चल देता है या छुप रहता है तो परेशानी उठाने वाला कहता है कि 'आम मछली का क्या साथ न होगा' या'नी फिर कभी मुलाक़ात तो होगी उस वक़्त समझ लूँगा

टपके का आम

वो आम जो पक करअपने-आप ज़मीन गिर जाए

मोहब्बत का इन'आम

मोहब्बत का बदला, प्यार का बदला

पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

बुरे कर्म का परिणाम बुरा होता है, बुरे काम का नतीजा बुरा

आम के आम गुठलियों के दाम

आम खाएँ और कुसली बेच लें, दो प्रकार के लाभ, ऐसा व्यापार जिस में सब प्रकार से लाभ हो

ख़रबूज़ चाहे धूप को और आम चाहे मेंह, नारी चाहे ज़ोर को, और बालक चाहे नेह

ख़र बूज़ा धूओप से मज़े पर आता है और आम मीना से औरत ज़ोर आवर से ख़ुश होती है बच्चा प्यार से यानी हर शैय अपने मर्ग़ूब शैय को चाहती है

ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह, नारी चाहे ज़ोर को, और बालक चाहे नेह

ख़रबूज़ा धूप आम वर्षा स्त्री ज़ोर और बालक सनेह चाहते हैं

आँधी के आम

सस्ती वस्तु, मुफ़्त की वस्तु

काँटे बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

बुरा काम करके भलाई की आशा रखना, फ़ुज़ूल और मुर्खतापूर्ण क्रिया है, जैसा बोओगे वैसा काटोगे, जौ बोओ गे तो गेहूं कैसे काटोगे, जौ बोओगे तो जौ ही काटोगे

करनी करे तो क्यूँ करे और करके पछताए, पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

आमों की मिठास से दाँत खट्टे हो गए

آموں سے دل بھر گیا

अल्लाह आमीं का

बहुत चहेता, प्रार्थनाओं और मनोकामनाओं के साथ पाला हुआ

आम के आम गुठली के दाम

आम खाएँ और कुसली बेच लें, दो प्रकार के लाभ, ऐसा व्यापार जिस में सब प्रकार से लाभ हो

आम के आम गुठली के दाम

हर प्रकार से लाभ ही लाभ, हर स्थिति में मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा, दोहरा लाभ है

अल्लाह आमीं कर के

बड़े शौक़ से, चाव के साथ, लाड प्यार से, मन्नतों मुरादों या दुआओं के साथ

दरख़्त बोए थे आम के , हो गए बबूल

जब नफ़ाह की उम्मीद पर काम करने से नुक़्सान होजाए तो कहते हैं

आम इमली भेंट हो गई

दो ऐसे व्यक्तियों में संयोगवश मुलाक़ात हो जाना जो एक दूसरों से मिलना न चाहते हों

गढ़े पड़े वक़्त का टुकड़ा

۔ اس چیز کو کہتے ہیں جو مصیبت کے وقت کام آئے۔ دیکھو گرتا پڑتا۔ گرپڑنا۔

एक आम की दो फाँकें हैं

दोनों एक ही शक्ल-ओ-सूरत या नसल के हैं

भूईं पड़ी साह की दव्वानी

अमीर आदमी जो चाहे दावा करे सब बजा है

गिरे पड़े वक़्त का टुकड़ा

उस चीज़ को कहते हैं जो मुसीबत के वक़्त काम आए

अड़े दड़े क़ाज़ी के सर पड़े

मुसीबत किस की किस को उठाना पड़ा

अड़ी दड़ी क़ाज़ी के सर पड़ी

मुसीबत किस की किस को उठाना पड़ा

अड़ी धड़ी क़ाज़ी के सर पड़ी

पराई बला अपने सर पड़ी, दूसरे की परेशानी उठानी पड़ी, किसी काम की भलाई एवं बुराई मुख्य आदमी के सर आ कर पड़ती है

लंगट पड़े अघाड़ के पाले

दोनों एक जैसे हैं, दोनों एक समान हैं, दोनों यकसाँ हैं, जैसे को तैसा

बावा फ़रीद का पुड़ा

شادی کی بری یا ساچق حضرت فرید الدین گنجِ شکر یا مہنْدی کا بڑا مخروطی پڑا جس پر سنہرے اور روپہلے خول چڑھے ہوتے ہیں .

अंधे को अंधा कहा वो लड़ पड़ा

दोषयुक्त व्यक्ति को दोष की पकड़ बुरी लगती है, पर निर्दोष को नहीं

शाह का माल भूईं पड़े दूना

खेती से बादशाह की आमदनी अधिक होती है

आम मिस्री के कूज़े हैं

आम अत्यधिक मिठे हैं

अड़ी दड़ी सब क़ाज़ी के सर पड़ी

कठिनाई में किसकी किसको उठाना पड़ी

शाबाश बी बी तिरे धड़के को, पादे आप लगावे लड़के को

क्या हौसला है कि क़सूर आप करे और दूओसरे के सर थोपे

सख़ी के माल पर पड़े और सूम की जान पर पड़े

दानशील एवं उदार व्यक्ति के माल का नुकसान होता है और सूम अर्थात कंजूस की जान का

पड़ी के गवाह

वह गवाह जो किसी विशेष भुमि-मुक़दमे की बाबत गवाही दें या नंबरदार, ज़ेलदार, खेवटदार होते हैं जो विवादाग्रस्त भुमि के क़रीब रहते हैं

नमाज़ को गए रोज़ा गले पड़ा

एक चिंता, एक काम तो पहले ही सामने था अब दूसरा भी सामने आ गया

रोज़े को गए नमाज़ गले पड़ी

रुक : रोज़े छुराने गए नमाज़ गले पड़ी

गाँव में पड़ी मरी , अपनी अपनी सब को पड़ी

मुसीबत के वक़्त कोई किसी की मदद नहीं करता, सब को अपनी अपनी पड़ी होती है

न दौड़ के चले, न गिर पड़े

रुक : ना दौड़ चलो ना गिर पढ़ो

जूती को ग़रज़ पड़ी

रुक : जूती को क्या ग़रज़ (है)

मुसाबक़त की फ़ज़ा पैदा करना

श्रेष्ठ बनने का प्रयास करना

'अली की तैग़ पड़े

(कोसना) हज़रत अली का प्रकोप प्रकट हो, हज़रत अली का ग़ज़ब नाज़िल हो, मुख़ालिफ़ या विरोधी तबाह-ओ-बर्बाद हो

मुसाबक़त की फ़ज़ा पैदा होना

एक दूसरे से बढ़ चढ़ कर काम करने की कोशिश होना

पैदा हआ ना-पैद के वास्ते

जो पैदा हुआ उसे अवश्य मरना है

'अक़्ल के घोड़े दौड़ाना

बहुत चिंतन एवं मनन करना, विचारों का प्रदर्शन करना, दलीलें सोचना या प्रस्तुत करना

वक़्त पड़े पर गधे को बाप बना लेते हैं

लाचारी में अदना से अदना की ख़ुशामद करनी पड़ती है (मजबूरी के मौके़ पर बोलते हैं

गाँठ का दे दे, पर बीच में न पड़े

ज़ामिन होना अच्छा नहीं, ज़ामिन बनने से कुछ दे देना बेहतर है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कुंद के अर्थदेखिए

कुंद

kundکُنْد

कुंद के हिंदी अर्थ

फ़ारसी - विशेषण

  • मंद; भोथरा।
  • मंद, मूढ़, भोथरा, मंद, सुस्त, आलसी ।

फ़ारसी - विशेषण

  • मोटी धार वाला जिस की धार काटने के काबिल ना हो, मोथरा (तेज़ की ज़िद)
  • धार रहित हथियार, ठस

संस्कृत - संज्ञा, पुल्लिंग

  • कुंद1 (सं.)

शे'र

English meaning of kund

Persian - Adjective

  • blunt, dull, slow, obtuse
  • blunt, without a sharp edge
  • dull, slow

کُنْد کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فارسی - صفت

  • ۱. (i) موٹی دھاروالا جس کی دھار کاٹنے کے قابل نہ ہو، موتھرا (تیز کی ضد) .
  • (ii) ( دانتوں کے لیے ) ازکار رفتہ، ناکارہ، کمزور.
  • ۲. (طبیعت، ذہن، قویٰ وغیرہ) سُست، کاہل، بے کار، ٹھس (رواں کی ضد)
  • ۳. زاویۂ منفرجہ کی صورت کا.

سنسکرت - اسم، مذکر

  • ۱. جنگلی راۓ بیل کا نام جس کا پھول خوشبودار اور چن٘بلی سے مشابہ ہوتا ہے ( لاط : Tasminum Multiflorum ) .
  • ایک بیل جس کی جڑ پانی کے اندر ہوتی ہے، پتّا اس کا خرفے کے بڑے پتّے کی طرح ہے
  • ۲. نو کا عدد
  • (نباتیات) وہ پتا جس کا راس تقریباً گول ہو، بیضوی یا نکیلے (انگل : Obtuse).

فارسی - اسم، مذکر

  • رک : خصیہ.

Urdu meaning of kund

  • Roman
  • Urdu

  • ۱. (i) moTii dhaar vaala jis kii dhaar kaaTne ke kaabil na ho, mothraa (tez kii zid)
  • (ii) ( daa.nto.n ke li.e ) azkaar raftaa, naakaara, kamzor
  • ۲. (tabiiyat, zahan, quvaa vaGaira) susat, kaahil, be kaar, Thas (ravaa.n kii zid
  • ۳. zaavii-e-munafarijaa kii suurat ka
  • ۱. janglii re-e-bail ka naam jis ka phuul Khushbuudaar aur chamblii se mushaabeh hotaa hai ( laat ha Tasminum Multiflorum )
  • ek bail jis kii ja.D paanii ke andar hotii hai, pitaa is ka khurfe ke ba.De patte kii tarah hai
  • ۲. nau ka adad
  • (nabaatiiyaat) vo pata jis ka raas taqriiban gol ho, baizavii ya nukiile (ungal ha Obtuse)
  • ruk ha Khusiyaa

कुंद के यौगिक शब्द

खोजे गए शब्द से संबंधित

कोइल के पादे का आम

رک : کوئل پَدّا آم

पके आम के टपकने का डर

۔ مثل۔ سِن رسیدہ آدمی کی زندگی کا اعتبار نہیں۔

आम के टपकने का डर है

बूढ़े आदमी की मौत का हर समय ख़तरा, बड़ी उम्र के आदमी की जीवन का भरोसा नहीं

पक्के आम के टपकने का डर

बूढ़े आदमी की मौत का हर समय ख़तरा, बड़ी उम्र के आदमी की जीवन का भरोसा नहीं

पक्के आम के टपकने का डर रहता है

बूढ़े आदमी की मौत का हर समय ख़तरा, बड़ी उम्र के आदमी की जीवन का भरोसा नहीं

पाल का आम

straw ripened mango

आम का मौर

آم کے باریک باریک پھول

आम का कुहर

آم کے باریک باریک پھول

आम (खाए) पाल का ख़रबूज़ा (खाए) डाल का (पानी पिए ताल का)

یعنی آم پال کا پکا ہوا اچھا ہوتا ہے، خربوزہ جو کھیت میں سے توڑ کر کھایا جائے، اور پانی جو زمین کی نچلی تہ سے نکلا ہوا ہو

आम खाए पाल का , ख़रबूज़ खाए दाल का , पानी पिये ताल का

आम पाल और ख़रबूज़े ताजे तोड़े जाने पर अच्छे होते हैं, और नदी का पानी सुखद होता है

आम मछली का साथ है

बहुत मित्रता है, एक दूजे के लिए बहुत आवश्यक हैं, अच्छा जोड़ मिला है

लू का मारा आम

وہ آم جسے لُو نے خشک کر دیا ہو ؛ (کنایۃً) سو کھا ، دُبلا یا جھریاں پڑا چہرہ یا بدن .

लू का मारा आम

۔ وہ آم جس لوٗ نے خشک کردیا ہو۔ ۲۔(کنایۃً سوکھے۔ دُبلے۔ جھُریاں پڑے ہوئے چہرے یا جسم انسان کو تشبیہ دیتے ہیں۔ ؎

आम इमली का साथ है

दो अनोखी बातें इकट्ठी हुई हैं, अनोखी बात है, आम और इमली विभिन्न मौसमों में फलते हैं

पक्का आम टपकने का डर

बूढ़े व्यक्ति के किए हमेशा मौत का ख़तरा बना रहता है

आम मछली का क्या साथ न होगा

जब कोई किसी को परेशान कर चल देता है या छुप रहता है तो परेशानी उठाने वाला कहता है कि 'आम मछली का क्या साथ न होगा' या'नी फिर कभी मुलाक़ात तो होगी उस वक़्त समझ लूँगा

टपके का आम

वो आम जो पक करअपने-आप ज़मीन गिर जाए

मोहब्बत का इन'आम

मोहब्बत का बदला, प्यार का बदला

पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

बुरे कर्म का परिणाम बुरा होता है, बुरे काम का नतीजा बुरा

आम के आम गुठलियों के दाम

आम खाएँ और कुसली बेच लें, दो प्रकार के लाभ, ऐसा व्यापार जिस में सब प्रकार से लाभ हो

ख़रबूज़ चाहे धूप को और आम चाहे मेंह, नारी चाहे ज़ोर को, और बालक चाहे नेह

ख़र बूज़ा धूओप से मज़े पर आता है और आम मीना से औरत ज़ोर आवर से ख़ुश होती है बच्चा प्यार से यानी हर शैय अपने मर्ग़ूब शैय को चाहती है

ख़रबूज़ा चाहे धूप को और आम चाहे मेंह, नारी चाहे ज़ोर को, और बालक चाहे नेह

ख़रबूज़ा धूप आम वर्षा स्त्री ज़ोर और बालक सनेह चाहते हैं

आँधी के आम

सस्ती वस्तु, मुफ़्त की वस्तु

काँटे बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

बुरा काम करके भलाई की आशा रखना, फ़ुज़ूल और मुर्खतापूर्ण क्रिया है, जैसा बोओगे वैसा काटोगे, जौ बोओ गे तो गेहूं कैसे काटोगे, जौ बोओगे तो जौ ही काटोगे

करनी करे तो क्यूँ करे और करके पछताए, पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए

जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए

आमों की मिठास से दाँत खट्टे हो गए

آموں سے دل بھر گیا

अल्लाह आमीं का

बहुत चहेता, प्रार्थनाओं और मनोकामनाओं के साथ पाला हुआ

आम के आम गुठली के दाम

आम खाएँ और कुसली बेच लें, दो प्रकार के लाभ, ऐसा व्यापार जिस में सब प्रकार से लाभ हो

आम के आम गुठली के दाम

हर प्रकार से लाभ ही लाभ, हर स्थिति में मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा, दोहरा लाभ है

अल्लाह आमीं कर के

बड़े शौक़ से, चाव के साथ, लाड प्यार से, मन्नतों मुरादों या दुआओं के साथ

दरख़्त बोए थे आम के , हो गए बबूल

जब नफ़ाह की उम्मीद पर काम करने से नुक़्सान होजाए तो कहते हैं

आम इमली भेंट हो गई

दो ऐसे व्यक्तियों में संयोगवश मुलाक़ात हो जाना जो एक दूसरों से मिलना न चाहते हों

गढ़े पड़े वक़्त का टुकड़ा

۔ اس چیز کو کہتے ہیں جو مصیبت کے وقت کام آئے۔ دیکھو گرتا پڑتا۔ گرپڑنا۔

एक आम की दो फाँकें हैं

दोनों एक ही शक्ल-ओ-सूरत या नसल के हैं

भूईं पड़ी साह की दव्वानी

अमीर आदमी जो चाहे दावा करे सब बजा है

गिरे पड़े वक़्त का टुकड़ा

उस चीज़ को कहते हैं जो मुसीबत के वक़्त काम आए

अड़े दड़े क़ाज़ी के सर पड़े

मुसीबत किस की किस को उठाना पड़ा

अड़ी दड़ी क़ाज़ी के सर पड़ी

मुसीबत किस की किस को उठाना पड़ा

अड़ी धड़ी क़ाज़ी के सर पड़ी

पराई बला अपने सर पड़ी, दूसरे की परेशानी उठानी पड़ी, किसी काम की भलाई एवं बुराई मुख्य आदमी के सर आ कर पड़ती है

लंगट पड़े अघाड़ के पाले

दोनों एक जैसे हैं, दोनों एक समान हैं, दोनों यकसाँ हैं, जैसे को तैसा

बावा फ़रीद का पुड़ा

شادی کی بری یا ساچق حضرت فرید الدین گنجِ شکر یا مہنْدی کا بڑا مخروطی پڑا جس پر سنہرے اور روپہلے خول چڑھے ہوتے ہیں .

अंधे को अंधा कहा वो लड़ पड़ा

दोषयुक्त व्यक्ति को दोष की पकड़ बुरी लगती है, पर निर्दोष को नहीं

शाह का माल भूईं पड़े दूना

खेती से बादशाह की आमदनी अधिक होती है

आम मिस्री के कूज़े हैं

आम अत्यधिक मिठे हैं

अड़ी दड़ी सब क़ाज़ी के सर पड़ी

कठिनाई में किसकी किसको उठाना पड़ी

शाबाश बी बी तिरे धड़के को, पादे आप लगावे लड़के को

क्या हौसला है कि क़सूर आप करे और दूओसरे के सर थोपे

सख़ी के माल पर पड़े और सूम की जान पर पड़े

दानशील एवं उदार व्यक्ति के माल का नुकसान होता है और सूम अर्थात कंजूस की जान का

पड़ी के गवाह

वह गवाह जो किसी विशेष भुमि-मुक़दमे की बाबत गवाही दें या नंबरदार, ज़ेलदार, खेवटदार होते हैं जो विवादाग्रस्त भुमि के क़रीब रहते हैं

नमाज़ को गए रोज़ा गले पड़ा

एक चिंता, एक काम तो पहले ही सामने था अब दूसरा भी सामने आ गया

रोज़े को गए नमाज़ गले पड़ी

रुक : रोज़े छुराने गए नमाज़ गले पड़ी

गाँव में पड़ी मरी , अपनी अपनी सब को पड़ी

मुसीबत के वक़्त कोई किसी की मदद नहीं करता, सब को अपनी अपनी पड़ी होती है

न दौड़ के चले, न गिर पड़े

रुक : ना दौड़ चलो ना गिर पढ़ो

जूती को ग़रज़ पड़ी

रुक : जूती को क्या ग़रज़ (है)

मुसाबक़त की फ़ज़ा पैदा करना

श्रेष्ठ बनने का प्रयास करना

'अली की तैग़ पड़े

(कोसना) हज़रत अली का प्रकोप प्रकट हो, हज़रत अली का ग़ज़ब नाज़िल हो, मुख़ालिफ़ या विरोधी तबाह-ओ-बर्बाद हो

मुसाबक़त की फ़ज़ा पैदा होना

एक दूसरे से बढ़ चढ़ कर काम करने की कोशिश होना

पैदा हआ ना-पैद के वास्ते

जो पैदा हुआ उसे अवश्य मरना है

'अक़्ल के घोड़े दौड़ाना

बहुत चिंतन एवं मनन करना, विचारों का प्रदर्शन करना, दलीलें सोचना या प्रस्तुत करना

वक़्त पड़े पर गधे को बाप बना लेते हैं

लाचारी में अदना से अदना की ख़ुशामद करनी पड़ती है (मजबूरी के मौके़ पर बोलते हैं

गाँठ का दे दे, पर बीच में न पड़े

ज़ामिन होना अच्छा नहीं, ज़ामिन बनने से कुछ दे देना बेहतर है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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