खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"गोंदपंजीरी" शब्द से संबंधित परिणाम

पंजीरी

(हिंदू) पंजीरी प्रसूता स्त्री कि लिये भी बनती है ओर पठावे में भी भेजी जाती है, जिसे घी में भुनी हुई सूजी, चीनी, पिसी हुई सोंठ, छुहारे, भुनी हुई गोंद और मखाने आदि मिला कर तैय्यार की जाती है, इस से दूध बढ़ता है

पाँजरा

वह मल्लाह जो मल्लाही में अनाड़ी हो, डंडा, कोली

पंजेरा

बरतन झालने का काम करनेवाला, बरतन में टाँके आदि देकर जोड़ लगानेवाला

पिंजरा

पक्षी पालने के लिए तीलियों से बनाया जाने वाला घर, दरबा

पंजरी

पसली, पंजर

पिंजरा

धातु, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ बक्स की तरह का वह आधान जिसमें पक्षी, पशु आदि बंद करके रखे जाते हैं, प्रतीकात्मक: इंसानी शरीर का ढाँचा, ऐसा स्थान जहाँ से किसी का बाहर निकलना प्राय, असंभव या दुष्कर हो

पिंजारा

= पिंजारा (धुनिया)

पिंजरी

छोटा पिंजरा

पिंजारी

त्रायमाणा नाम की लता जो औषधि आदि में उपयोग होती है

पंजूरी

(गाड़ी बानी) छकड़े या ठेले की फेड़ के दोनों तरफ़ बराबर बराबर जुड़ी हुई आवश्यकतानुसार लम्बी लकड़ियों (या लोहे) की बाड़ जो सामान की रोक की बग़ली आड़ का काम देती है, पा जोड़ी

पिंजाड़ी

رک : پنجارن.

पंजड़ी

चौसर अर्थात पचीसी का एक दाँव, (चौसर) जब दो पाँसे दो दो संख्या के और एक पाँसा एक का पड़े, (पच्चीसी) जब पाँच कौड़ियाँ चित पढ़ें

पिंजड़ा

रुक, पिंजरा

गोंदपंजीरी

गोंद मिली हुई पंजीरी जो प्रसूता स्त्रियों को खिलाई जाती है

सोंठ-पंजीरी

a caudle of dry ginger (given to puerperal women)

पिंजरे की खड़ी खोल देना

۔ (مجازاً) آزادی دینا۔ آزاد کرنا۔؎

पंजा-ए-दु'आ

ہاتھ جو دعا کے لیے پھیلایا جائے.

पिंजरे की खिड़की खोल देना

आज़ादी देना, आज़ाद करना

कया मुँह में पंजीरी भरी है

बोलते क्यों नहीं, क्यों चुप हो

क्या मुँह में पंजीरी भरी है

बोलते क्यूँ नहीं, चुप क्यूँ हो

पढ़ो तो पढ़ो नहीं पिंजरा ख़ाली करो

काम करना है तो करो नहीं तो जाओ

मियाँ मिट्ठू पढ़ो तो पढ़ो नहीं पिंजरा ख़ाली करो

काम करना है तो करो नहीं तो जाओ

बोलो तो बोलो, नहीं पिंजरा ख़ाली करो

तोते को कहा जाता है कि यदि बातें न करोगे तो निकाल देंगे

बोलो तो बोलो, नहीं पिंजड़ा ख़ाली करो

तोते को कहा जाता है कि यदि बातें न करोगे तो निकाल देंगे

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में गोंदपंजीरी के अर्थदेखिए

गोंदपंजीरी

go.nd-panjiiriiگوند پَنجیری

स्रोत: हिंदी

वज़्न : 21222

टैग्ज़: चिकित्सा विज्ञान औषधि

गोंदपंजीरी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • गोंद मिली हुई पंजीरी जो प्रसूता स्त्रियों को खिलाई जाती है

English meaning of go.nd-panjiirii

Noun, Feminine

  • a strengthening preparation given to lying-in women (and also distributed among her female relations and friends)

گوند پَنجیری کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مؤنث

  • گوند ملی ہوئی پنجیری جو زچہ کو کھلاتے ہیں

Urdu meaning of go.nd-panjiirii

  • Roman
  • Urdu

  • guund milii hu.ii panjiirii jo zachcha ko khilaate hai.n

गोंदपंजीरी के पर्यायवाची शब्द

खोजे गए शब्द से संबंधित

पंजीरी

(हिंदू) पंजीरी प्रसूता स्त्री कि लिये भी बनती है ओर पठावे में भी भेजी जाती है, जिसे घी में भुनी हुई सूजी, चीनी, पिसी हुई सोंठ, छुहारे, भुनी हुई गोंद और मखाने आदि मिला कर तैय्यार की जाती है, इस से दूध बढ़ता है

पाँजरा

वह मल्लाह जो मल्लाही में अनाड़ी हो, डंडा, कोली

पंजेरा

बरतन झालने का काम करनेवाला, बरतन में टाँके आदि देकर जोड़ लगानेवाला

पिंजरा

पक्षी पालने के लिए तीलियों से बनाया जाने वाला घर, दरबा

पंजरी

पसली, पंजर

पिंजरा

धातु, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ बक्स की तरह का वह आधान जिसमें पक्षी, पशु आदि बंद करके रखे जाते हैं, प्रतीकात्मक: इंसानी शरीर का ढाँचा, ऐसा स्थान जहाँ से किसी का बाहर निकलना प्राय, असंभव या दुष्कर हो

पिंजारा

= पिंजारा (धुनिया)

पिंजरी

छोटा पिंजरा

पिंजारी

त्रायमाणा नाम की लता जो औषधि आदि में उपयोग होती है

पंजूरी

(गाड़ी बानी) छकड़े या ठेले की फेड़ के दोनों तरफ़ बराबर बराबर जुड़ी हुई आवश्यकतानुसार लम्बी लकड़ियों (या लोहे) की बाड़ जो सामान की रोक की बग़ली आड़ का काम देती है, पा जोड़ी

पिंजाड़ी

رک : پنجارن.

पंजड़ी

चौसर अर्थात पचीसी का एक दाँव, (चौसर) जब दो पाँसे दो दो संख्या के और एक पाँसा एक का पड़े, (पच्चीसी) जब पाँच कौड़ियाँ चित पढ़ें

पिंजड़ा

रुक, पिंजरा

गोंदपंजीरी

गोंद मिली हुई पंजीरी जो प्रसूता स्त्रियों को खिलाई जाती है

सोंठ-पंजीरी

a caudle of dry ginger (given to puerperal women)

पिंजरे की खड़ी खोल देना

۔ (مجازاً) آزادی دینا۔ آزاد کرنا۔؎

पंजा-ए-दु'आ

ہاتھ جو دعا کے لیے پھیلایا جائے.

पिंजरे की खिड़की खोल देना

आज़ादी देना, आज़ाद करना

कया मुँह में पंजीरी भरी है

बोलते क्यों नहीं, क्यों चुप हो

क्या मुँह में पंजीरी भरी है

बोलते क्यूँ नहीं, चुप क्यूँ हो

पढ़ो तो पढ़ो नहीं पिंजरा ख़ाली करो

काम करना है तो करो नहीं तो जाओ

मियाँ मिट्ठू पढ़ो तो पढ़ो नहीं पिंजरा ख़ाली करो

काम करना है तो करो नहीं तो जाओ

बोलो तो बोलो, नहीं पिंजरा ख़ाली करो

तोते को कहा जाता है कि यदि बातें न करोगे तो निकाल देंगे

बोलो तो बोलो, नहीं पिंजड़ा ख़ाली करो

तोते को कहा जाता है कि यदि बातें न करोगे तो निकाल देंगे

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (गोंदपंजीरी)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

गोंदपंजीरी

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone