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"चलो सखी वहाँ चलें जहाँ बसें बृज राज, गौ-रस बेचत हरि मिलें एक पंथ दो काज" शब्द से संबंधित परिणाम

सखी

सहेली; संगिनी

सख़ी

दान करने वाला, बड़े दिल वाला, मुक्तहस्त, वदान्य, दाता, फैयाज़, दानशील, दानी

सिखी

जिसे सुख की अनुभूति हो रही हो

सेखी

= शेखी

शेख़ी

डींग, हेकड़ी, शान, रोब, झूठी शान, अकड़, घमंड, अभिमान, डींगें मारना, अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना, घमंड करना 

सख़ी-दिल

دریا دل ، فراخ حوصلہ ، فیّاض ، کُشادہ قلب.

सख़ी की नाओ पहाड़ चढ़े

दानी हमेशा सफल रहता है

सख़ी का बेड़ा पार है

सखी की मुश्किल आसान है , सखी की आक़िबत सुधर जाती है

सख़ी देवे और शरमावे बादल बरसे और गरमावे

उदार व्यक्ति अपनी उदारता प्रकट नहीं करता, जिस तरह बादल चुपके से बारिश बरसाता है

सख़ी देवे और शर्मावे बादल बरसे और गर्मावे

फ़ी्याज़ आदमी, दे कर एहसान नहीं जताता मगर बादल बरसता है और गरजता भी है, सखी की सख़ावत एहसान रखने के लिए नहीं होती

सख़ी दे और शर्माए बादल बरसे और गर्माए

फ़ी्याज़ आदमी, दे कर एहसान नहीं जताता मगर बादल बरसता है और गरजता भी है, सखी की सख़ावत एहसान रखने के लिए नहीं होती

सख़ी से राह नहीं दलिद्दर से क्यों तोड़िए

अगर ज़्यादा फ़ायदा नहीं तो थोड़ा ही सही- बड़े से मुलाक़ात ना की छोटे ही से कर ली

सख़ी सख़ावत से फलता है 'अदू 'अदावत से जलता है

उदार व्यक्ति सदैव सुखी रहता है और शत्रु हमेशा जलता रहता है

सख़ी से शूम भला जो जल्दी दे जवाब

इंतज़ार में रखने से इनकार कर देना बेहतर है

सख़ी के माल पर पड़े और सूम की जान पर पड़े

दानशील एवं उदार व्यक्ति के माल का नुकसान होता है और सूम अर्थात कंजूस की जान का

सख़ी से भेट नहीं दलिद्दर से क्यों तोड़िए

अगर ज़्यादा फ़ायदा नहीं तो थोड़ा ही सही- बड़े से मुलाक़ात ना की छोटे ही से कर ली

सख़ी से शूम भला जो तुरत दे जवाब

इंतज़ार में रखने से इनकार कर देना बेहतर है

सख़ी से राह नहीं सूम से क्यूँ तोड़ियो

अगर अच्छे से मुलाक़ात नहीं तो बुरे से विरोध नहीं कुछ तो फ़ायदा हो ही रहेगा

सख़ी-दाता

बहुत अधिक उदार और दानी प्रवृत्ति का, बड़ा उदार और दानी

सख़ी की दूर बला

फ़ी्याज़ या क्रीम-उन-नफ़स आदमी आफ़तों से महफ़ूज़ रहता है

सख़ी की बला दूर

फ़ी्याज़ या क्रीम-उन-नफ़स आदमी आफ़तों से महफ़ूज़ रहता है

सख़ी का बेड़ा पार और सूम की मिट्टी ख़राब

दानी सफल रहता है, सूम लोगों की नज़रों में गिरा रहता है

सख़ी का भला

(गदागरी) गदागरों का तकिया-ए-कलाम-ओ-सदा, मुराद : नेक काम में ख़र्च करने वालों की ख़ैर है

सख़ी बन जाना

दरिया दिल होना, बहुत दानी होना, दयालु होना

सख़ी की कमाई में सब का साझा

उदार या दानी सब को देता है

सख़ी से सूम भला जो तुरत दे जवाब

सख़ी का सर बलंद है

उदारता से बड़ा सम्मान है

सख़ी का ख़ज़ाना कभी ख़ाली नहीं होता

उदार व्यक्ति के पास हमेशा रुपया रहता है

सख़ी सूम साल भर में बराबर हो जाते हैं

फ़ी्याज़ और दरिया दिल आदमी का बख़शिश-ओ-सख़ावत के ज़रीये और बख़ील आदमी का बेजा सिर्फ़ के बाइस साल भर में हिसाब बराबर हो जाता है, फ़ी्याज़ आदमी का माल सही जगह सिर्फ़ होता है और बख़ील का ग़लत जगह

सखी हो हम हों राज कुमार

जब कोई शेखी मारे तो उसे बतौर तंबीया कहते हैं

सख़ी का सर बुलंद, मूज़ी की गोर तंग

उदार व्यक्ति का हमेशा सम्मान होता है मूज़ी हमेशा दुख एवं तकलीफ़ में होता है

सखीरी

सहेली, हमजोली

सख़ीन

गाढ़ा, गफ़, दृढ़, मज्बूत, पुष्ट, कठोर, सख्त ।

सख़ीफ़

कमज़ोर बोदा, निर्बल, कमज़ोर

सूखा

अकाल, वर्षा ना होने के कारण उपज ना होना, दुबला पतला, निर्बल

सूखे

dry, withered

सीखा

विद्या, अनुभव या शिक्षा आदि की प्राप्ति

शाखा

शाखा, डाल, टहनी

सूखी

dry, thin, frail

शाखू

बाँस या शहतीर का बना हुआ एक प्रकार का अस्थायी पुल

शाख़ी

پنجہ جس سے اناج صاف کرتے ہیں .

शाख़ा

वृक्षों आदि के तने से इधर-उधर निकले हुए अंग। टहनी। डाल, टहनी, डाली शाख़

सिखा

learn

शोख़ी

निडरता, उद्दंडता,ढिठाई, अशिष्टता, धृष्टता, निर्लज्जता

सिखाई

शिक्षा, उपदेश, अध्यन, बताना, पढ़ाना, धमकाना, दंड देना, ताड़ना

शेख़ी सेठ के, धोती भाड़े की

शेखी तो बहुत है पास कुछ नहीं

सखा

ऐसा व्यक्ति जो सदा साथ साथ रहता हो। साथी। संगी।

शेख़ी झड़ना

अहंकार टूटना, ग़ुरूर टूटना, घमंड जाता रहना

शेख़ी झाड़ना

डींग मारना, अपनी प्रशंसा स्वयं करना, इतराना

सख़ा

दानशीलता, वदान्यता, सख़ावत

शेख़ी झड़ जाना

घमंड जाता रहना, अपमान या अनादर होना

शेख़ी चढ़ जाना

ज़िद में आ जाना

शेख़ी घुसड़ जाना

(ओ) घमंड जाता रहना, ग़रूर ख़त्म होना

शेख़ी बग़ल में

जब कोई बरख़ूद ग़लत आदमी नुक़्सान उठाए तो कहते हैं कि चलो शेखी तो बग़ल में है

शेख़ी का मुँह काला

घमंड का सर नीचा

शैख़ी ख़ोरे से कहा तेरा घर जला है, कहा बला से मेरी शैख़ी तो मेरे पास है

नुक़्सान के बावजूद शेखी मारने वाले की निसबत कहते हैं

शैख़ी ख़ोरे से कहा तेरा घर जलता है, कहा बला से मेरी शैख़ी तो मेरे पास है

नुक़्सान के बावजूद शेखी मारने वाले की निसबत कहते हैं

शेख़ी हाँकना

रुक : शेखी मारना, डींग मारना

शेख़ी में आना

इतराना, फूलना

शेख़ी नज़र आना

शेख़ी करने वाले की सच सामने आ जाना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में चलो सखी वहाँ चलें जहाँ बसें बृज राज, गौ-रस बेचत हरि मिलें एक पंथ दो काज के अर्थदेखिए

चलो सखी वहाँ चलें जहाँ बसें बृज राज, गौ-रस बेचत हरि मिलें एक पंथ दो काज

chalo sakhii vahaa.n chale.n jahaa.n base.n barj raaj, gau-ras bechat hari mile.n ek pa.nth do kaajچَلو سَکھی وَہاں چَلیں جَہاں بَسیں بَرج راج، گؤ رس بیچَت ہرَی ملیں ایک پَنتھ دو کاج

अथवा : चली सखी चलिये वहाँ जहाँ बसें बृज-राज, गौ-रस बेचत हरि मिलें एक पंथ दो काज

कहावत

चलो सखी वहाँ चलें जहाँ बसें बृज राज, गौ-रस बेचत हरि मिलें एक पंथ दो काज के हिंदी अर्थ

  • स्त्रियों का कथन है कि वहाँ अर्थात मथुरा जाने से दूध भी बिक जाता है और कृष्ण जी का दर्शन भी हो जाता है
  • ऐसा काम अच्छा है जिस में दो फ़ायदे हूँ

    विशेष इस दोहे की अंतिम अर्ख़ाली 'एक पंथ...' ही कहावत के रूप में प्रयुक्त होती है।

چَلو سَکھی وَہاں چَلیں جَہاں بَسیں بَرج راج، گؤ رس بیچَت ہرَی ملیں ایک پَنتھ دو کاج کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • عورتوں کا مقولہ ہے کہ وہاں یعنی متھرا جانے سے دودھ بھی بک جاتا ہے اور کرشن جی کا درشن بھی ہو جاتا ہے
  • ایسا کام اچھا ہے جس میں دو فائدے ہوں

Urdu meaning of chalo sakhii vahaa.n chale.n jahaa.n base.n barj raaj, gau-ras bechat hari mile.n ek pa.nth do kaaj

  • Roman
  • Urdu

  • aurto.n ka maquula hai ki vahaa.n yaanii mathuraa jaane se duudh bhii bik jaataa hai aur krishN jii ka darshan bhii ho jaataa hai
  • a.isaa kaam achchhaa hai jis me.n do faayde huu.n

खोजे गए शब्द से संबंधित

सखी

सहेली; संगिनी

सख़ी

दान करने वाला, बड़े दिल वाला, मुक्तहस्त, वदान्य, दाता, फैयाज़, दानशील, दानी

सिखी

जिसे सुख की अनुभूति हो रही हो

सेखी

= शेखी

शेख़ी

डींग, हेकड़ी, शान, रोब, झूठी शान, अकड़, घमंड, अभिमान, डींगें मारना, अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना, घमंड करना 

सख़ी-दिल

دریا دل ، فراخ حوصلہ ، فیّاض ، کُشادہ قلب.

सख़ी की नाओ पहाड़ चढ़े

दानी हमेशा सफल रहता है

सख़ी का बेड़ा पार है

सखी की मुश्किल आसान है , सखी की आक़िबत सुधर जाती है

सख़ी देवे और शरमावे बादल बरसे और गरमावे

उदार व्यक्ति अपनी उदारता प्रकट नहीं करता, जिस तरह बादल चुपके से बारिश बरसाता है

सख़ी देवे और शर्मावे बादल बरसे और गर्मावे

फ़ी्याज़ आदमी, दे कर एहसान नहीं जताता मगर बादल बरसता है और गरजता भी है, सखी की सख़ावत एहसान रखने के लिए नहीं होती

सख़ी दे और शर्माए बादल बरसे और गर्माए

फ़ी्याज़ आदमी, दे कर एहसान नहीं जताता मगर बादल बरसता है और गरजता भी है, सखी की सख़ावत एहसान रखने के लिए नहीं होती

सख़ी से राह नहीं दलिद्दर से क्यों तोड़िए

अगर ज़्यादा फ़ायदा नहीं तो थोड़ा ही सही- बड़े से मुलाक़ात ना की छोटे ही से कर ली

सख़ी सख़ावत से फलता है 'अदू 'अदावत से जलता है

उदार व्यक्ति सदैव सुखी रहता है और शत्रु हमेशा जलता रहता है

सख़ी से शूम भला जो जल्दी दे जवाब

इंतज़ार में रखने से इनकार कर देना बेहतर है

सख़ी के माल पर पड़े और सूम की जान पर पड़े

दानशील एवं उदार व्यक्ति के माल का नुकसान होता है और सूम अर्थात कंजूस की जान का

सख़ी से भेट नहीं दलिद्दर से क्यों तोड़िए

अगर ज़्यादा फ़ायदा नहीं तो थोड़ा ही सही- बड़े से मुलाक़ात ना की छोटे ही से कर ली

सख़ी से शूम भला जो तुरत दे जवाब

इंतज़ार में रखने से इनकार कर देना बेहतर है

सख़ी से राह नहीं सूम से क्यूँ तोड़ियो

अगर अच्छे से मुलाक़ात नहीं तो बुरे से विरोध नहीं कुछ तो फ़ायदा हो ही रहेगा

सख़ी-दाता

बहुत अधिक उदार और दानी प्रवृत्ति का, बड़ा उदार और दानी

सख़ी की दूर बला

फ़ी्याज़ या क्रीम-उन-नफ़स आदमी आफ़तों से महफ़ूज़ रहता है

सख़ी की बला दूर

फ़ी्याज़ या क्रीम-उन-नफ़स आदमी आफ़तों से महफ़ूज़ रहता है

सख़ी का बेड़ा पार और सूम की मिट्टी ख़राब

दानी सफल रहता है, सूम लोगों की नज़रों में गिरा रहता है

सख़ी का भला

(गदागरी) गदागरों का तकिया-ए-कलाम-ओ-सदा, मुराद : नेक काम में ख़र्च करने वालों की ख़ैर है

सख़ी बन जाना

दरिया दिल होना, बहुत दानी होना, दयालु होना

सख़ी की कमाई में सब का साझा

उदार या दानी सब को देता है

सख़ी से सूम भला जो तुरत दे जवाब

सख़ी का सर बलंद है

उदारता से बड़ा सम्मान है

सख़ी का ख़ज़ाना कभी ख़ाली नहीं होता

उदार व्यक्ति के पास हमेशा रुपया रहता है

सख़ी सूम साल भर में बराबर हो जाते हैं

फ़ी्याज़ और दरिया दिल आदमी का बख़शिश-ओ-सख़ावत के ज़रीये और बख़ील आदमी का बेजा सिर्फ़ के बाइस साल भर में हिसाब बराबर हो जाता है, फ़ी्याज़ आदमी का माल सही जगह सिर्फ़ होता है और बख़ील का ग़लत जगह

सखी हो हम हों राज कुमार

जब कोई शेखी मारे तो उसे बतौर तंबीया कहते हैं

सख़ी का सर बुलंद, मूज़ी की गोर तंग

उदार व्यक्ति का हमेशा सम्मान होता है मूज़ी हमेशा दुख एवं तकलीफ़ में होता है

सखीरी

सहेली, हमजोली

सख़ीन

गाढ़ा, गफ़, दृढ़, मज्बूत, पुष्ट, कठोर, सख्त ।

सख़ीफ़

कमज़ोर बोदा, निर्बल, कमज़ोर

सूखा

अकाल, वर्षा ना होने के कारण उपज ना होना, दुबला पतला, निर्बल

सूखे

dry, withered

सीखा

विद्या, अनुभव या शिक्षा आदि की प्राप्ति

शाखा

शाखा, डाल, टहनी

सूखी

dry, thin, frail

शाखू

बाँस या शहतीर का बना हुआ एक प्रकार का अस्थायी पुल

शाख़ी

پنجہ جس سے اناج صاف کرتے ہیں .

शाख़ा

वृक्षों आदि के तने से इधर-उधर निकले हुए अंग। टहनी। डाल, टहनी, डाली शाख़

सिखा

learn

शोख़ी

निडरता, उद्दंडता,ढिठाई, अशिष्टता, धृष्टता, निर्लज्जता

सिखाई

शिक्षा, उपदेश, अध्यन, बताना, पढ़ाना, धमकाना, दंड देना, ताड़ना

शेख़ी सेठ के, धोती भाड़े की

शेखी तो बहुत है पास कुछ नहीं

सखा

ऐसा व्यक्ति जो सदा साथ साथ रहता हो। साथी। संगी।

शेख़ी झड़ना

अहंकार टूटना, ग़ुरूर टूटना, घमंड जाता रहना

शेख़ी झाड़ना

डींग मारना, अपनी प्रशंसा स्वयं करना, इतराना

सख़ा

दानशीलता, वदान्यता, सख़ावत

शेख़ी झड़ जाना

घमंड जाता रहना, अपमान या अनादर होना

शेख़ी चढ़ जाना

ज़िद में आ जाना

शेख़ी घुसड़ जाना

(ओ) घमंड जाता रहना, ग़रूर ख़त्म होना

शेख़ी बग़ल में

जब कोई बरख़ूद ग़लत आदमी नुक़्सान उठाए तो कहते हैं कि चलो शेखी तो बग़ल में है

शेख़ी का मुँह काला

घमंड का सर नीचा

शैख़ी ख़ोरे से कहा तेरा घर जला है, कहा बला से मेरी शैख़ी तो मेरे पास है

नुक़्सान के बावजूद शेखी मारने वाले की निसबत कहते हैं

शैख़ी ख़ोरे से कहा तेरा घर जलता है, कहा बला से मेरी शैख़ी तो मेरे पास है

नुक़्सान के बावजूद शेखी मारने वाले की निसबत कहते हैं

शेख़ी हाँकना

रुक : शेखी मारना, डींग मारना

शेख़ी में आना

इतराना, फूलना

शेख़ी नज़र आना

शेख़ी करने वाले की सच सामने आ जाना

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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