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पोस्ती

वह जो नशे के लिए पोस्ते के डोडे पीसकर पीता हो, नशेड़ी, अफ़ीम खाने वाला, मादक पीने वाला, मदकची

पोस्तीं

पोस्तीन' का लघु, गर्म और मुलायम रोएँ वाले लोमड़ी, सूअर आदि कुछ जानवरों की खाल जिसे कई रूपों में बना और सी कर पामीर, तुर्किस्तान और मध्य एशिया के लोग पहनते थे, और जिसका प्रचलन अब सर्दी के दिनों में अन्य स्थानों में भी होने लगा है, खाल, चमड़ा, कमाई हुई बालदार खाल , खाल का, चमड़े का

पोस्ती-ख़ाना

मदकखानः।।

पोस्ती की आह ऊपरी नहीं जाती

रुक : पोस्ती की आंच अलख

पोस्ती की आँच ऊपर ही ऊपर नहीं जाती

ग़रीब की आह बे-असर नहीं होती, पीड़ित की प्रार्थना ख़ाली नहीं जाएगी

पोस्तीं करना

۔ (لکھنؤ) عیب جوئی کرنا۔ ؎

पोस्तीन-दोज़

चमड़े का लिबास सीने वाला, खाल का लिबास बनाने वाला, पोस्तीनसाज़

पोस्तीन-दोज़

पोस्तीन सीनेवाला, अर्थात् बनानेवाला।

पोस्तीन-ए-गुर्ग

भेड़िए की खाल | या उसका पोस्तीन ।।

पोस्तीन-ए-रूबाह

लोमड़ी की खाल या उसका पोस्तीन।। पोस्तीने शेर (پوستین شیر फा. स्त्री.-शेर की खाल या उसका पोस्तीन ।

पोस्तीन

खाल, चमड़ा, चर्म, कमाया हुआ बालदार चमड़ा

पोस्तीन करना

खाल उतारना, (लाक्षणिक) बदनाम करना, नापसंद करना, मज़म्मत करना, ग़ीबत करना

डोम , बनिया , पोस्ती तीनों बे-ईमान

बेईमान में तीनों बराबर हैं, किसी पर एतबार नहीं किया जा सकता

नकुनद गुर्ग पोस्तीं दोज़ी

दुष्ट आदमी से नेक काम नहीं हो सकता

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में पोस्ती की आह ऊपरी नहीं जाती के अर्थदेखिए

पोस्ती की आह ऊपरी नहीं जाती

postii kii aah uuparii nahii.n jaatiiپوسْتی کی آہ اُوپَری نَہیں جاتی

पोस्ती की आह ऊपरी नहीं जाती के हिंदी अर्थ

  • रुक : पोस्ती की आंच अलख

پوسْتی کی آہ اُوپَری نَہیں جاتی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • رک : پوستی کی آن٘چ الخ .

Urdu meaning of postii kii aah uuparii nahii.n jaatii

  • Roman
  • Urdu

  • ruk ha postii kii aanch alakh

खोजे गए शब्द से संबंधित

पोस्ती

वह जो नशे के लिए पोस्ते के डोडे पीसकर पीता हो, नशेड़ी, अफ़ीम खाने वाला, मादक पीने वाला, मदकची

पोस्तीं

पोस्तीन' का लघु, गर्म और मुलायम रोएँ वाले लोमड़ी, सूअर आदि कुछ जानवरों की खाल जिसे कई रूपों में बना और सी कर पामीर, तुर्किस्तान और मध्य एशिया के लोग पहनते थे, और जिसका प्रचलन अब सर्दी के दिनों में अन्य स्थानों में भी होने लगा है, खाल, चमड़ा, कमाई हुई बालदार खाल , खाल का, चमड़े का

पोस्ती-ख़ाना

मदकखानः।।

पोस्ती की आह ऊपरी नहीं जाती

रुक : पोस्ती की आंच अलख

पोस्ती की आँच ऊपर ही ऊपर नहीं जाती

ग़रीब की आह बे-असर नहीं होती, पीड़ित की प्रार्थना ख़ाली नहीं जाएगी

पोस्तीं करना

۔ (لکھنؤ) عیب جوئی کرنا۔ ؎

पोस्तीन-दोज़

चमड़े का लिबास सीने वाला, खाल का लिबास बनाने वाला, पोस्तीनसाज़

पोस्तीन-दोज़

पोस्तीन सीनेवाला, अर्थात् बनानेवाला।

पोस्तीन-ए-गुर्ग

भेड़िए की खाल | या उसका पोस्तीन ।।

पोस्तीन-ए-रूबाह

लोमड़ी की खाल या उसका पोस्तीन।। पोस्तीने शेर (پوستین شیر फा. स्त्री.-शेर की खाल या उसका पोस्तीन ।

पोस्तीन

खाल, चमड़ा, चर्म, कमाया हुआ बालदार चमड़ा

पोस्तीन करना

खाल उतारना, (लाक्षणिक) बदनाम करना, नापसंद करना, मज़म्मत करना, ग़ीबत करना

डोम , बनिया , पोस्ती तीनों बे-ईमान

बेईमान में तीनों बराबर हैं, किसी पर एतबार नहीं किया जा सकता

नकुनद गुर्ग पोस्तीं दोज़ी

दुष्ट आदमी से नेक काम नहीं हो सकता

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