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नज़रिय्या-ए-तनज़्ज़ुलात-ए-सित्ता

अइम्मा-ए-सित्ता

पवित्र पैग़ंबर हज़रत मोहम्मद साहब की परंपराओं के छह प्रामाणिक पवित्र हदीस-संग्रह हैं, जिनके लेखक छ: इमाम हैं: मोहम्मद बिन इस्माईल इमाम बुख़ारी, मुस्लिम बिन हुज्जाज क़ुशैरी, अबू दाऊद सुलेमान बिन अल-अइम्मत, अबू अब्दुल्लाह मोहम्मद बिन यज़ीद क़िज़वैनी इब्न-ए-माजा अल-रबई', अबू ईसा मोहम्मद बिन ईसा बिन सूरत अल-तिरमिज़ी, अबू अल-रहमान अहमद बिन शुए'ब निसाई

लताइफ़-ए-सित्ता

मरातिब-ए-सित्ता

जिहात-ए-सित्ता

छह दिशाएँ ऊपर-नीचे दाएँ-बाएँ और आगे पीछे, छः दिशाएँ

अतवार-ए-सित्ता

वह छः शैली या ढंग जो (नक़्शबंदिया के निकट) साधक को प्राप्त होना अनिवार्य है, (1) शब्द ‘अल्लाह का दम’ इंद्रीय से खींचना जिसका स्थान नाभि है (2) हृदय से खींचना जिसका स्थान छाती के बाईं ओर है, (3) आत्मा से खीचना जिसका स्थान छाती के दाहिनी ओर है, (4) छाती के म

सिहाह-ए-सित्ता

हवाइज-ए-सित्ता

वो छः चीज़ें जो जीवन के लिए ज़रूरी हैं और जिनके बिना जीवन कठिन है, अर्थात १: हव २: खाना-पीना ३: चलना-फिरना या आराम करना ४: ख़ुशी, दुःख, फ़िक्र ५: सोना-जागना ६: पेशाब पैख़ाने का आना और ख़ून और दूसरे तरल पदार्थ का बाहर आना

मरातिब-ए-तनज़्ज़ुलात-ए-सित्ता

नज़रिय्या-ए-इज़हार

हिकमत-ए-नज़रिय्या

नज़रिय्या-ए-तौहीद

नज़रिय्या-ए-ता'लीम

शैक्षिक प्रबंध के बारे में किसी विद्वान् के विचार और नियम

नज़रिय्या-ए-तहरीफ़

किसी मतिन की असली और वाक़ई ज़बान और लफ़्ज़ों में बिगाड़ या उलट-फेर

नज़रिय्या-ए-ज़िद्दैन

नज़रिय्या-ए-गर्दिश-ए-शम्सी

(भौतिक खगोलिकी) यह प्राचीन दृष्टिकोण कि सूरज पृथ्वी के चारों ओर भ्रमण करता है

ज़ेर-ए-तबक़ी-नज़रिय्या

(भाषा शास्त्र) वह दृष्टिकोण जिसके सिद्धांत के अनुसार ध्वन्यात्मक परिवर्तन और हस्तक्षेप का कारण भाषाई स्थानांतरण है

नज़रिय्या-ए-क़द्र-ओ-इख़्तियार

(मीमांसा) मनुष्य की योग्यता या विवशता की समस्या कि क्या मनुष्य अपने कर्मों और इरादों में विवश है या स्वतंत्र एव स्वच्छंद

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नज़रिय्या-ए-तनज़्ज़ुलात-ए-सित्ता के अर्थदेखिए

नज़रिय्या-ए-तनज़्ज़ुलात-ए-सित्ता

nazariyya-e-tanazzulaat-e-sittaنَظَرِیَّۂ تَنَزُّلاتِ سِتَّہ

نَظَرِیَّۂ تَنَزُّلاتِ سِتَّہ کے اردو معانی

اسم، مذکر

  • (تصوف و کلام) مراتب ستہ جس کا پہلا درجہ لاتعین یعنی احدیت یا ذات بحث ہے اس کے بعد مرتبہ وحدت جسے حقیقت محمدی بھی کہتے ہیں جو مرتبہ لاتعین سے ظاہر ہوا اسی مرتبہ وحدت سے مرتبہ واحدیت ظاہر ہوا جو مرتبہ تفصیل صفات ہے باقی تین مراتب احدیت کے مانند قدیم نہیں بلکہ تعنیات ہیں

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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