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क्या है

क्या वस्तु है, वासतविक्ता क्या है

है क्या

क्या है, वास्तविक्ता क्या है, वास्तव में क्या है

है ही क्या

कुछ नहीं है, कुछ है ही नहीं (किसी वास्तु की अनुपस्थिति या बहुत ही कम होने को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है)

तू क्या है

तेरी कोई हैसियत नहीं

ये क्या है

ये क्या चीज़ है या क्या जगह है या क्या सूरत-ए-हाल है (उमूमन हैरत के मौक़ा पर मुस्तामल)

मिरा क्या है

मेरा कोई नुक़्सान नहीं, मुझे कोई पर्वा नहीं

क्या ख़ुदा है

ऐसा शख़्स नहीं जिस से सरताबी ना हो सकती हो

क्या ख़ुदाई है

ईश्वर की महिमा और शक्ति का क्या कहना, इश्वर की क्या महिमा है (आश्चर्य, व्यंग और ताना के लिए बोलते हैं)

क्या रंग है

कैसी हालत है, कैसा हाल है, क्या हालत है, (है की जगह हैं भी प्रयुक्त)

क्या पड़ी है

मुझे क्या पड़ी है, क्या चिंता है, क्या फ़िक्र है, क्या ग़रज़ है, मुझे किया लेना देना है

क्या गुज़रती है

क्या माजरा पेश आता है, कैसी मुसीबत आती है, क्या आफ़त नाज़िल होती है, कैसी मुशकल पेश आती है

क्या मुसीबत है

क्या मुश्किल है, बहुत मुश्किल या मुसीबत में फंसे हैं (बोरियत या उकताहट के मौक़े पर इस्तेमाल किया जाता है), बड़ी मुश्किल है

क्या ढंग है

क्या हाल है

क्या ज़रूर है

क्या आवश्यक है, क्या ज़रूरी है, ज़रूरी नहीं है, कुछ ज़रूरत नहीं

क्या धाँद है

क्या हिर्स है, क्या शौक़ या हवस है

फिर क्या है

اس کے علاوہ اور کوئی بات سبب یا وجہ ہو تو بتاؤ .

क्या ज़माना है

क्या क्रांति है, क्या ज़माने का इंकिलाब है, कैसा बुरा वक़्त है, क्या इंक़िलाब है

क्या ख़ाक है

कुछ भी नहीं है, कुछ मयस्सर नहीं, बिलकुल ख़ाली है (इंतिहाई महरूमी के आलम में कहते हैं)

क्या कमी है

कोई कमी नहीं, सब कुछ है, बहुत कुछ है

क्या ग़म है

कुछ परवाह नहीं, कोई फ़िक्र नहीं

मुँह क्या है

۔ دیکھو کیا مُنھ۔ ؎

क्या मुँह है

۔کیا مجال ہے۔ کیا رتبہ ہے کیا حقیقت ہے۔ ؎

क्या बिसात है

۔ क्या हस्ती है।

क्या छाती है

क्या हौसला है, बहुत हौसला है

क्या ज़िक्र है

क़तअन इनकार करने के मौक़ा पर बोलते हैं, कोई पर्वा नहीं, ज़िक्र तक नहीं

क्या हस्ती है

क्या हक़ीक़त है, कुछ हक़ीक़त नहीं, कोई हैसियत नहीं

क्या क़हर है

किया ग़ज़ब है, क्या ज़ुल्म है, किया सितम है

क्या ग़ज़ब है

क्या अंधेर है, क़हर है, सितम है

क्या राड़ा है

क्या बेहस-ओ-तकरार है कुछ बड़ी बात नहीं

क्या ख़ूब है

कितना अच्छा हो, क्या ही अच्छा हो, मज़ा आ जाए

अभी क्या है

अभी आरंभ हुआ है, भविष्य में इससे भी ज़्यादा होगा, बात ख़त्म नहीं हुई है

हक़ीक़त क्या है

माहीयत किया है

क्या हक़ीक़त है

बेकार है, कुछ हैसियत नहीं, कुछ वास्तविकता नहीं, कुछ हक़ीक़त नहीं, ज़लील है

क्या चीज़ है

कैसी अच्छी चीज़, किस क़दर मौज़ूं, हुसैन या पर लुतफ़ चीज़

गिनती क्या है

۔بے شمار ہیں۔ ؎

माँग क्या माँगता है

अधिकारी और धनी लोग आदि जब किसी पर अत्यधिक दयालु होते हैं, उस समय कहते हैं, अधिकारियों और धनी लोगों का दयालु होने की निशानी

मुझे क्या हुआ है

में किस हाल में मुबतला हूँ, मेरी क्या हालत होगई है

क्या फ़र्ज़ है

ज़रूरी नहीं, ये कुछ फ़र्ज़ नहीं, ये कोई कुल्लिया नहीं

मक़्सद क्या है

उद्देश्य क्या है, क्या चाहते हैं, क्या ग़रज़ है, क्या काम है

हमें पर क्या है

۔(याय मारूफ़) मुझी पर क्या मौक़ूफ़ है। हमारी ज़ात पर मुनहसिर और मौक़ूफ़ नहीं है

क्या डरी है

(औरत की भाषा) क्या ख़ौफ़ है, कौन सा अंदेशा है, क्या डर है, कुछ परवाह नहीं

क्या मुज़ाइक़ा है

it hardly matters, never mind

क्या पूछना है

(प्रशंसा और व्यंग्य के अवसर पर प्रयुक्त) क्या कहना, वाह वाह, सुब्हान अल्लाह

क्या 'अजब है

अजब नहीं, ऐसा हो सकता है, कौन सी निराली बात है, कौन सी अनोखी बात है, कौन सी हैरान कुन बात है

क्या फूला है

कितना मोटा हो गया है

क्या आदमी है

अच्छा आदमी है, भला आदमी है, ख़ूब आदमी है

क्या सितम है

अंधेर है, कैसा ज़ुल्म है, क्या अत्याचार है

सितम क्या है

अजीब काम क्यू है , नई बात पैदा की है

क्या बुराई है

۔کچھ عیب نہیں۔ ؎

क्या कत्ता है

क्या बाजी है

क्या हिसाब है

क्या भाव है, किस भाव से है, क्या क़ीमत, क्या नर्ख़ है; क्या माँग है, कितना बाक़ी है; अनगिनत है, बेशुमार है, कोई हद ही नहीं

क्या ठीक है

कोई भरोसा नहीं

क्या ठिकाना है

(शिद्दत, कसरत और इफ़रात के इज़हार के लिए) कोई हद नहीं, इंतिहा नहीं, ना पोछीए, कोई बरोसा नहीं

राड़ ही क्या है

झगड़ा ही किया है, कुछ बड़ी बात नहीं

बिसात क्या है

अस्तित्व क्या है, वास्तविकता क्या है

क्या हर्ज है

कौन सा नुक़्सान है, कोई मज़ाइक़ा नहीं, कोई अंदेशा नहीं, कोई पर्वा नहीं

क्या क़यामत है

कितनी सुंदर है, किस क़दर हसीन है

क्या हक़ है

कोई अधिकार नहीं, कोई अधिकारक्षेत्र नहीं

क्या तुम्हारी गधी चुरीई है

मैंने तुम्हारा कौन सी ग़लती की है, जो बुरा भला कहते हो

क्या ब'ईद है

कोई दूर नहीं, हो सकता है, मुम्किन है , कोई भरोसा नहीं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में क्या है के अर्थदेखिए

क्या है

kyaa haiکَیا ہے

वाक्य

क्या है के हिंदी अर्थ

  • क्या वस्तु है, वासतविक्ता क्या है
  • किस वस्तु का नाम है
  • क्या संबंध है, क्या सरोकार है
  • किस बात का है
  • नहीं है के स्थान पर प्रयुक्त, कुछ नहीं है
  • नकारात्मक प्रश्न के रूप में, क्या रखा है, कुछ नहीं रखा, व्यर्थ है
  • सकारात्मक प्रश्न के रूप में अर्ताथ कुछ भी नहीं है, अवास्तविक है, तिरस्कृत है
  • क्या संकोच है, क्या डर है, क्या संदेह है
  • यही है की स्थान पर (सकारात्मक)
  • क्यों है, किस द्वारा है
  • जब कोई नाम लेकर पुकारता है, तो उत्तर में कहते हैं, क्या कहते हो, क्या काम है

शे'र

English meaning of kyaa hai

  • what is it? what is the matter? what do you say?

کَیا ہے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • کیاچیز ہے، اصلاّ کیا ہے
  • کس چیز کا نام ہے
  • کیا تعلق ہے، کیا واسطہ ہے
  • کس بات کا ہے
  • نہیں ہے کی جگہ مستعمل، کچھ نہیں ہے
  • بطور استفہام انکاری، کیا رکھا ہے، کچھ نہیں رکھا، فضول ہے
  • بطور استفہام انکاری یعنی کچھ بھی نہیں ہے، بے حقیقت ہے، بے وقعت ہے
  • کیسا ہے، کس طرح کا
  • کیا مضائقہ ہے، کیا ڈر ہے، کیا اندیشہ ہے
  • یہی ہے کی جگہ (استفہامِ اقراری)
  • کیوں ہے، کس واسطے ہے
  • جب کوئی نام لے کر پکارتا ہے تو جواباً کہتے ہیں، کیا کہتے ہو، کیا کام ہے

Urdu meaning of kyaa hai

  • Roman
  • Urdu

  • kyaa chiiz hai, aslaaXa kiya hai
  • kis chiiz ka naam hai
  • kyaa taalluq hai, kyaa vaastaa hai
  • kis baat ka hai
  • nahii.n hai kii jagah mustaamal, kuchh nahii.n hai
  • bataur istifhaam-e-inkaarii, kyaa rakhaa hai, kuchh nahii.n rakhaa, fuzuul hai
  • bataur istifhaam-e-inkaarii yaanii kuchh bhii nahii.n hai, behaqiiqat hai, bevuqat hai
  • kaisaa hai, kis tarah ka
  • kyaa mazaa.iqaa hai, kyaa Dar hai, kyaa andesha hai
  • yahii hai kii jagah (istifhaam-e-iqraarii
  • kyo.n hai, kis vaaste hai
  • jab ko.ii naam lekar pukaartaa hai to javaaban kahte hain, kyaa kahte ho, kyaa kaam hai

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क्या है

क्या वस्तु है, वासतविक्ता क्या है

है क्या

क्या है, वास्तविक्ता क्या है, वास्तव में क्या है

है ही क्या

कुछ नहीं है, कुछ है ही नहीं (किसी वास्तु की अनुपस्थिति या बहुत ही कम होने को व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है)

तू क्या है

तेरी कोई हैसियत नहीं

ये क्या है

ये क्या चीज़ है या क्या जगह है या क्या सूरत-ए-हाल है (उमूमन हैरत के मौक़ा पर मुस्तामल)

मिरा क्या है

मेरा कोई नुक़्सान नहीं, मुझे कोई पर्वा नहीं

क्या ख़ुदा है

ऐसा शख़्स नहीं जिस से सरताबी ना हो सकती हो

क्या ख़ुदाई है

ईश्वर की महिमा और शक्ति का क्या कहना, इश्वर की क्या महिमा है (आश्चर्य, व्यंग और ताना के लिए बोलते हैं)

क्या रंग है

कैसी हालत है, कैसा हाल है, क्या हालत है, (है की जगह हैं भी प्रयुक्त)

क्या पड़ी है

मुझे क्या पड़ी है, क्या चिंता है, क्या फ़िक्र है, क्या ग़रज़ है, मुझे किया लेना देना है

क्या गुज़रती है

क्या माजरा पेश आता है, कैसी मुसीबत आती है, क्या आफ़त नाज़िल होती है, कैसी मुशकल पेश आती है

क्या मुसीबत है

क्या मुश्किल है, बहुत मुश्किल या मुसीबत में फंसे हैं (बोरियत या उकताहट के मौक़े पर इस्तेमाल किया जाता है), बड़ी मुश्किल है

क्या ढंग है

क्या हाल है

क्या ज़रूर है

क्या आवश्यक है, क्या ज़रूरी है, ज़रूरी नहीं है, कुछ ज़रूरत नहीं

क्या धाँद है

क्या हिर्स है, क्या शौक़ या हवस है

फिर क्या है

اس کے علاوہ اور کوئی بات سبب یا وجہ ہو تو بتاؤ .

क्या ज़माना है

क्या क्रांति है, क्या ज़माने का इंकिलाब है, कैसा बुरा वक़्त है, क्या इंक़िलाब है

क्या ख़ाक है

कुछ भी नहीं है, कुछ मयस्सर नहीं, बिलकुल ख़ाली है (इंतिहाई महरूमी के आलम में कहते हैं)

क्या कमी है

कोई कमी नहीं, सब कुछ है, बहुत कुछ है

क्या ग़म है

कुछ परवाह नहीं, कोई फ़िक्र नहीं

मुँह क्या है

۔ دیکھو کیا مُنھ۔ ؎

क्या मुँह है

۔کیا مجال ہے۔ کیا رتبہ ہے کیا حقیقت ہے۔ ؎

क्या बिसात है

۔ क्या हस्ती है।

क्या छाती है

क्या हौसला है, बहुत हौसला है

क्या ज़िक्र है

क़तअन इनकार करने के मौक़ा पर बोलते हैं, कोई पर्वा नहीं, ज़िक्र तक नहीं

क्या हस्ती है

क्या हक़ीक़त है, कुछ हक़ीक़त नहीं, कोई हैसियत नहीं

क्या क़हर है

किया ग़ज़ब है, क्या ज़ुल्म है, किया सितम है

क्या ग़ज़ब है

क्या अंधेर है, क़हर है, सितम है

क्या राड़ा है

क्या बेहस-ओ-तकरार है कुछ बड़ी बात नहीं

क्या ख़ूब है

कितना अच्छा हो, क्या ही अच्छा हो, मज़ा आ जाए

अभी क्या है

अभी आरंभ हुआ है, भविष्य में इससे भी ज़्यादा होगा, बात ख़त्म नहीं हुई है

हक़ीक़त क्या है

माहीयत किया है

क्या हक़ीक़त है

बेकार है, कुछ हैसियत नहीं, कुछ वास्तविकता नहीं, कुछ हक़ीक़त नहीं, ज़लील है

क्या चीज़ है

कैसी अच्छी चीज़, किस क़दर मौज़ूं, हुसैन या पर लुतफ़ चीज़

गिनती क्या है

۔بے شمار ہیں۔ ؎

माँग क्या माँगता है

अधिकारी और धनी लोग आदि जब किसी पर अत्यधिक दयालु होते हैं, उस समय कहते हैं, अधिकारियों और धनी लोगों का दयालु होने की निशानी

मुझे क्या हुआ है

में किस हाल में मुबतला हूँ, मेरी क्या हालत होगई है

क्या फ़र्ज़ है

ज़रूरी नहीं, ये कुछ फ़र्ज़ नहीं, ये कोई कुल्लिया नहीं

मक़्सद क्या है

उद्देश्य क्या है, क्या चाहते हैं, क्या ग़रज़ है, क्या काम है

हमें पर क्या है

۔(याय मारूफ़) मुझी पर क्या मौक़ूफ़ है। हमारी ज़ात पर मुनहसिर और मौक़ूफ़ नहीं है

क्या डरी है

(औरत की भाषा) क्या ख़ौफ़ है, कौन सा अंदेशा है, क्या डर है, कुछ परवाह नहीं

क्या मुज़ाइक़ा है

it hardly matters, never mind

क्या पूछना है

(प्रशंसा और व्यंग्य के अवसर पर प्रयुक्त) क्या कहना, वाह वाह, सुब्हान अल्लाह

क्या 'अजब है

अजब नहीं, ऐसा हो सकता है, कौन सी निराली बात है, कौन सी अनोखी बात है, कौन सी हैरान कुन बात है

क्या फूला है

कितना मोटा हो गया है

क्या आदमी है

अच्छा आदमी है, भला आदमी है, ख़ूब आदमी है

क्या सितम है

अंधेर है, कैसा ज़ुल्म है, क्या अत्याचार है

सितम क्या है

अजीब काम क्यू है , नई बात पैदा की है

क्या बुराई है

۔کچھ عیب نہیں۔ ؎

क्या कत्ता है

क्या बाजी है

क्या हिसाब है

क्या भाव है, किस भाव से है, क्या क़ीमत, क्या नर्ख़ है; क्या माँग है, कितना बाक़ी है; अनगिनत है, बेशुमार है, कोई हद ही नहीं

क्या ठीक है

कोई भरोसा नहीं

क्या ठिकाना है

(शिद्दत, कसरत और इफ़रात के इज़हार के लिए) कोई हद नहीं, इंतिहा नहीं, ना पोछीए, कोई बरोसा नहीं

राड़ ही क्या है

झगड़ा ही किया है, कुछ बड़ी बात नहीं

बिसात क्या है

अस्तित्व क्या है, वास्तविकता क्या है

क्या हर्ज है

कौन सा नुक़्सान है, कोई मज़ाइक़ा नहीं, कोई अंदेशा नहीं, कोई पर्वा नहीं

क्या क़यामत है

कितनी सुंदर है, किस क़दर हसीन है

क्या हक़ है

कोई अधिकार नहीं, कोई अधिकारक्षेत्र नहीं

क्या तुम्हारी गधी चुरीई है

मैंने तुम्हारा कौन सी ग़लती की है, जो बुरा भला कहते हो

क्या ब'ईद है

कोई दूर नहीं, हो सकता है, मुम्किन है , कोई भरोसा नहीं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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