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मगर

परंतु, लेकिन, पर

मग्राना

अभिमानी होना, अहंकार दिखाना, हठ करना, विद्रोह करना, लापरवाही करना, नमकहरामी करना

मग्राई

pride, haughtiness, arrogance, insolence

मगरा-पन

' मगरा ' होने की अवस्था या भाव, अभिमानी, घमंडी, अहंकार होना

मगरा-पना

چُپ سادھ لینا، جواب نہ دینا ؛ بن کے پڑ جانا ۔

मगरमच्छ के आँसू बहाना

मकर से काम लेना, दिखावे का रोना रोना

मगरा बनना

घमंडी बनना, अभद्रता करना, ढिटाई बरतना, संज्ञाहीन होना, जान-बूझ कर अंजान बनना

मगरमच्छ के आँसू

बनावटी रोना, दिखावे के आँसू जो दिल से ना हों

मगर-दहाँ

جس پر مگرمچھ کے منَھ کی شکل بنی ہوئی ہو (کڑا وغیرہ) ۔

मगरमच्छ के आँसू रोना

दिखावटी रोना, ऊपरी मन से आँसू बहाना, छल करना

मगर का चेहरा

۔مگر کے چہرےکی صورت۔جو عورتوں کے کڑوں اور مردوں کی چھڑی کی شام میں بناتے ہیں۔؎

मगराही

رک : مگرای جو زیادہ مستعمل ہے

मगर-मुर्की

کانوں میں پہننے کی ایک وضع کی مُرکی، جس کا منھ مگرمچھ کی شکل کا ہوتا ہے

मगरी होना

सरकश होना , मग़रूर होना , ग़ाफ़िल होना , मगरी बनना

मगर वो बात कहाँ मौलवी मदन की सी

अगरचे बहुत मेहनत और कोशिश से नक़ल उतारी है लेकिन फिर भी नक़ल में असल की सी ख़ूबी नहीं, नक़ल तो उतारी मगर असल जैसी नहीं

मगर-गोई

(माहीगीरी) मगरमच्छ की स्त्रीलिंगी

मगरू

मुगरा

जो चालाकी से काम करता है और अपने दिल की बात नहीं कहता, घुन्ना

मग्री

باغ کے تختے میں پودوں کی قطار

मगर-चौदानी

मगर अर्थात् घड़ियाल के समान चौदानियाँ

मगुरी

एक प्रकार की मछली

मुगरेला

मुंगरैला

मगरमच्छ

मगर या घड़ियाल नामक एक विशालकाय मांसाहारी जलचर प्राणी जो आमतौर पर पानी या दलदल में रहता है और ज़मीन पर भी आ जाता है, घड़ियाल

मगरमच्छ से बैर बाँधना

अपने से बड़े या बड़ी हैसियत वाले से दुशमनी मोल लेना

अगर चे मगर चे

क्यों क्या, किसी कार्य को लेकर पीछे एवं आगे होना, उलझन में पड़ना, धैर्य दिखाना, हिचर-मिचर

डगर-मगर होना

भंवर में फंसना, डगमगाना, हिलना जुलना

बूक-ओ-मगर

शायद, मुम्किन है, होसकता है, काश ऐसा होता, अगर मगर

कोठी कोठार सब तुम्हारा मगर किसी चीज़ को हाथ न लगाना

रुक : कोठी कठले को हाथ ना लगाओ, अलख

अगर-मगर

टाल-मटोल, ना-नुकर, दुविधा, असमंजस

जगर-मगर

जगमग

जी बहुत चलता है मगर टट्टू नहीं चलता

इच्छाएँ तो बहुत बड़ी हैं मगर उन को पूरा करने के लिए प्रयाप्त आमदनी नहीं

जी बहुत चलना है मगर टट्टू नहीं चलता

इच्छाएँ बहुत बड़ी हैं लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए पर्याप्त आय नहीं है, ख़्वाहिशात तो बहुत बड़ी हैं मगर उन को पूरा करने के लिए काफ़ी आमदनी नहीं, ग़रीब होकर इरादे बड़े रखे तो कहते हैं

जी बहुत चलता है मगर नट्टू नहीं चलता

इच्छाएँ तो बहुत बड़ी हैं मगर उन को पूरा करने के लिए प्रयाप्त आमदनी नहीं

चमड़ी जाए मगर दमड़ी न जाए

ऐसे अवसर पर बोलते हैं जब कोई रूपया पैसा ख़र्च करने में बहुत कृपणता अर्थात कंजूसी दिखाए यहाँ तक कि शारीरिक तकलीफ़ पर उसको वरीयता दे

गाड़ी भर आश्नाई काम की नहीं मगर रत्ती भर नाता काम आता है

ज़रा सी क़राबत बहुत सी दोस्ती पर ग़ालिब होती है, वक़्त पड़ने पर रिश्तेदार ही काम आते हैं, बुरे वक़्त पर अपने ही साथ देते हैं

गाँड़ फट जाए मगर चूतड़ ना हटे

(फ़हश) कुछ भी हो ज़िद और आन में फ़र्क़ ना आए, कुछ भी हो मुस्तक़िल मिज़ाजी में फ़र्क़ ना आए

ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे

चेहरा मनुष्य की परिस्थिती का प्रतिबिंब होता है

चंगा है मगर नंगा नहीं

सक्षम है लेकिन फ़िज़ूलख़र्च नहीं

अगर-मगर करना

टालमटोल करना, आनाकानी करना, बचना, बहाना करना

अगर-मगर मिलाना

इसे संक्षेप में समझाओ, मुलानों की तरह अगर मगर न मिलाओ

है तो सिड़ी मगर बात पते की कहता है

है तो बेग़ैरत या पागल मगर बात सही कर रहा है, तजरबाकार तो है मगर बेग़ैरत है

अगर चे गंदा मगर ईजाद-ए-बंदा

रुक ' ईजाद बंदा, अगरचे गंदा ' जो ज़्यादा मुस्तामल है

सैफ़ तो पट पड़ी थी मगर नीमचा काट कर गया

जिस पर भरोसा था इस से तो काम ना निकला बल्कि एक अदना वसीले से निकल आया , जिस से उम््ीद ना थी इस से मतलब बरारी हुई

हम तो डूबे हैं मगर यार को ले डूबेंगे

दूसरों को मुसीबत में अपने साथ फंसाना

पंचों का कहना सर आँखों पर मगर परनाला यहीं रहेगा

ज़िद्दी आदमी अपनी मर्ज़ी करता है

पंचों का कहना सर आँखों पर मगर परनाला यहीं गिरेगा

ज़िद्दी आदमी अपनी मर्ज़ी करता है

मैं तो डूबा मगर तुझ को भी ले डूबूँगा

मुझ पर तो आफ़त आई है तुझ को भी सलामत न छोड़ूँगा

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कुल्लु तवीलिन अहमक़ इल्ला 'उमर के अर्थदेखिए

कुल्लु तवीलिन अहमक़ इल्ला 'उमर

kullu taviilin ahmaq illaa 'umarکُل طَویلِِ اُحْمَق اِلّا عُمَر

स्रोत: अरबी

कहावत

कुल्लु तवीलिन अहमक़ इल्ला 'उमर के हिंदी अर्थ

 

  • (अरबी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) हज़रत उमर के अलावा हर लंबे डील-डौल वाला व्यक्ति का आदमी मूर्ख है

کُل طَویلِِ اُحْمَق اِلّا عُمَر کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

 

  • (عربی مقولہ اردو میں مستعمل) حضرت عمر کے سوا ہر لمبے قد کا آدمی احمق ہے

Urdu meaning of kullu taviilin ahmaq illaa 'umar

  • Roman
  • Urdu

  • (arbii maquula urduu me.n mustaamal) hazrat umr ke sivaa har lambe qad ka aadamii ahmaq hai

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मगर

परंतु, लेकिन, पर

मग्राना

अभिमानी होना, अहंकार दिखाना, हठ करना, विद्रोह करना, लापरवाही करना, नमकहरामी करना

मग्राई

pride, haughtiness, arrogance, insolence

मगरा-पन

' मगरा ' होने की अवस्था या भाव, अभिमानी, घमंडी, अहंकार होना

मगरा-पना

چُپ سادھ لینا، جواب نہ دینا ؛ بن کے پڑ جانا ۔

मगरमच्छ के आँसू बहाना

मकर से काम लेना, दिखावे का रोना रोना

मगरा बनना

घमंडी बनना, अभद्रता करना, ढिटाई बरतना, संज्ञाहीन होना, जान-बूझ कर अंजान बनना

मगरमच्छ के आँसू

बनावटी रोना, दिखावे के आँसू जो दिल से ना हों

मगर-दहाँ

جس پر مگرمچھ کے منَھ کی شکل بنی ہوئی ہو (کڑا وغیرہ) ۔

मगरमच्छ के आँसू रोना

दिखावटी रोना, ऊपरी मन से आँसू बहाना, छल करना

मगर का चेहरा

۔مگر کے چہرےکی صورت۔جو عورتوں کے کڑوں اور مردوں کی چھڑی کی شام میں بناتے ہیں۔؎

मगराही

رک : مگرای جو زیادہ مستعمل ہے

मगर-मुर्की

کانوں میں پہننے کی ایک وضع کی مُرکی، جس کا منھ مگرمچھ کی شکل کا ہوتا ہے

मगरी होना

सरकश होना , मग़रूर होना , ग़ाफ़िल होना , मगरी बनना

मगर वो बात कहाँ मौलवी मदन की सी

अगरचे बहुत मेहनत और कोशिश से नक़ल उतारी है लेकिन फिर भी नक़ल में असल की सी ख़ूबी नहीं, नक़ल तो उतारी मगर असल जैसी नहीं

मगर-गोई

(माहीगीरी) मगरमच्छ की स्त्रीलिंगी

मगरू

मुगरा

जो चालाकी से काम करता है और अपने दिल की बात नहीं कहता, घुन्ना

मग्री

باغ کے تختے میں پودوں کی قطار

मगर-चौदानी

मगर अर्थात् घड़ियाल के समान चौदानियाँ

मगुरी

एक प्रकार की मछली

मुगरेला

मुंगरैला

मगरमच्छ

मगर या घड़ियाल नामक एक विशालकाय मांसाहारी जलचर प्राणी जो आमतौर पर पानी या दलदल में रहता है और ज़मीन पर भी आ जाता है, घड़ियाल

मगरमच्छ से बैर बाँधना

अपने से बड़े या बड़ी हैसियत वाले से दुशमनी मोल लेना

अगर चे मगर चे

क्यों क्या, किसी कार्य को लेकर पीछे एवं आगे होना, उलझन में पड़ना, धैर्य दिखाना, हिचर-मिचर

डगर-मगर होना

भंवर में फंसना, डगमगाना, हिलना जुलना

बूक-ओ-मगर

शायद, मुम्किन है, होसकता है, काश ऐसा होता, अगर मगर

कोठी कोठार सब तुम्हारा मगर किसी चीज़ को हाथ न लगाना

रुक : कोठी कठले को हाथ ना लगाओ, अलख

अगर-मगर

टाल-मटोल, ना-नुकर, दुविधा, असमंजस

जगर-मगर

जगमग

जी बहुत चलता है मगर टट्टू नहीं चलता

इच्छाएँ तो बहुत बड़ी हैं मगर उन को पूरा करने के लिए प्रयाप्त आमदनी नहीं

जी बहुत चलना है मगर टट्टू नहीं चलता

इच्छाएँ बहुत बड़ी हैं लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए पर्याप्त आय नहीं है, ख़्वाहिशात तो बहुत बड़ी हैं मगर उन को पूरा करने के लिए काफ़ी आमदनी नहीं, ग़रीब होकर इरादे बड़े रखे तो कहते हैं

जी बहुत चलता है मगर नट्टू नहीं चलता

इच्छाएँ तो बहुत बड़ी हैं मगर उन को पूरा करने के लिए प्रयाप्त आमदनी नहीं

चमड़ी जाए मगर दमड़ी न जाए

ऐसे अवसर पर बोलते हैं जब कोई रूपया पैसा ख़र्च करने में बहुत कृपणता अर्थात कंजूसी दिखाए यहाँ तक कि शारीरिक तकलीफ़ पर उसको वरीयता दे

गाड़ी भर आश्नाई काम की नहीं मगर रत्ती भर नाता काम आता है

ज़रा सी क़राबत बहुत सी दोस्ती पर ग़ालिब होती है, वक़्त पड़ने पर रिश्तेदार ही काम आते हैं, बुरे वक़्त पर अपने ही साथ देते हैं

गाँड़ फट जाए मगर चूतड़ ना हटे

(फ़हश) कुछ भी हो ज़िद और आन में फ़र्क़ ना आए, कुछ भी हो मुस्तक़िल मिज़ाजी में फ़र्क़ ना आए

ख़ुदा जुलाहा बनाए मगर सूरत जुलाहे की न करे

चेहरा मनुष्य की परिस्थिती का प्रतिबिंब होता है

चंगा है मगर नंगा नहीं

सक्षम है लेकिन फ़िज़ूलख़र्च नहीं

अगर-मगर करना

टालमटोल करना, आनाकानी करना, बचना, बहाना करना

अगर-मगर मिलाना

इसे संक्षेप में समझाओ, मुलानों की तरह अगर मगर न मिलाओ

है तो सिड़ी मगर बात पते की कहता है

है तो बेग़ैरत या पागल मगर बात सही कर रहा है, तजरबाकार तो है मगर बेग़ैरत है

अगर चे गंदा मगर ईजाद-ए-बंदा

रुक ' ईजाद बंदा, अगरचे गंदा ' जो ज़्यादा मुस्तामल है

सैफ़ तो पट पड़ी थी मगर नीमचा काट कर गया

जिस पर भरोसा था इस से तो काम ना निकला बल्कि एक अदना वसीले से निकल आया , जिस से उम््ीद ना थी इस से मतलब बरारी हुई

हम तो डूबे हैं मगर यार को ले डूबेंगे

दूसरों को मुसीबत में अपने साथ फंसाना

पंचों का कहना सर आँखों पर मगर परनाला यहीं रहेगा

ज़िद्दी आदमी अपनी मर्ज़ी करता है

पंचों का कहना सर आँखों पर मगर परनाला यहीं गिरेगा

ज़िद्दी आदमी अपनी मर्ज़ी करता है

मैं तो डूबा मगर तुझ को भी ले डूबूँगा

मुझ पर तो आफ़त आई है तुझ को भी सलामत न छोड़ूँगा

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