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प्यासी

एक प्रकार की छोटी मछली, मछली की एक क़िस्म

ख़ून की प्यासी

جانی دشمن ، جان کا پیاسا ۔

लहू की प्यासी

لہو کا پیاسا (رک) کی تانیث ، جان کی دشمن .

दर्शन की प्यासी

دید کی طالب ، دیدار کی مُتنظر .

कोस चली नहीं बाबा प्यासी, कोस न चली बाबुल प्यासी

उस व्यक्ति के मुताल्लिक़ कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के बाद थकावट की शिकायत करने लगे

रूह प्यासी नज़र आना

किसी चीज़ की चाह आत्मा का व्यकुल होना

किसी की रूह प्यासी थी

जब पानी से भरा हुआ घड़ा या मटका अपने आप टूट जाता है तो यह कहावत ज़बान पर लाते हैं

रूह किसी की प्यासी थी

(अविर) घड़ा टूट जाये तो कहती हैं

कोस चली नहीं बाबा प्यासी

उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

कोस न चली बाबुल प्यासी

काम शुरू' करते ही अथवा थोड़ा सा काम करने के बाद ही थकावट की शिकायत करना

माँ मर गई प्यासी पूत का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

माँ मर गई प्यासी बेटे का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कोस चली नहीं बाबा प्यासी के अर्थदेखिए

कोस चली नहीं बाबा प्यासी

kos chalii nahii.n baabaa pyaasiiکوس چَلی نَہیں بابا پیاسی

अथवा : कोस चली ना बाबा प्यासी

कहावत

कोस चली नहीं बाबा प्यासी के हिंदी अर्थ

  • उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

کوس چَلی نَہیں بابا پیاسی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • اس شخص کے متعلق کہتے ہیں جو تھوڑا سا کام کرنے کے بعد تھکاوٹ کی شکایت کرنے لگے

Urdu meaning of kos chalii nahii.n baabaa pyaasii

  • Roman
  • Urdu

  • is shaKhs ke mutaalliq kahte hai.n jo tho.Daa saa kaam karne ke baad thakaavaT kii shikaayat karne lage

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प्यासी

एक प्रकार की छोटी मछली, मछली की एक क़िस्म

ख़ून की प्यासी

جانی دشمن ، جان کا پیاسا ۔

लहू की प्यासी

لہو کا پیاسا (رک) کی تانیث ، جان کی دشمن .

दर्शन की प्यासी

دید کی طالب ، دیدار کی مُتنظر .

कोस चली नहीं बाबा प्यासी, कोस न चली बाबुल प्यासी

उस व्यक्ति के मुताल्लिक़ कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के बाद थकावट की शिकायत करने लगे

रूह प्यासी नज़र आना

किसी चीज़ की चाह आत्मा का व्यकुल होना

किसी की रूह प्यासी थी

जब पानी से भरा हुआ घड़ा या मटका अपने आप टूट जाता है तो यह कहावत ज़बान पर लाते हैं

रूह किसी की प्यासी थी

(अविर) घड़ा टूट जाये तो कहती हैं

कोस चली नहीं बाबा प्यासी

उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

कोस न चली बाबुल प्यासी

काम शुरू' करते ही अथवा थोड़ा सा काम करने के बाद ही थकावट की शिकायत करना

माँ मर गई प्यासी पूत का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

माँ मर गई प्यासी बेटे का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

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