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जीवड़ा

जीवन, जीव, विशेषतः तुच्छ जीव

जीवड़ा बाँधना

दिल लगाना, इशक़ करना (से के साथ)

जीवड़ा खोना

रुक: जान खोना

जीवड़ा निकलना

जेवड़ा निकालना (रुक) का लाज़िम

जीवड़ा निकालना

जान निकालना

जीवड़ा क़ब्ज़ करना

जान निकालना, जान ले लेना

जीवड़ा मज़े-दार है

हासप्रिय औरत, प्रसन्न-चित्त स्त्री

जीवड़ा मज़े-दार बनाना

ज़िंदगी को आकर्षक बनाना, किसी चीज़ में दिखावटी गुण पैदा करना

जीवड़ा कैसा है

स्वभाव कैसा है

जीवड़ा निकल जाना

मर जाना

जेवड़ी

जेवरी, रस्सी, ऐंठा या बटा हुआ मोटा सूत

जीवड़े

جیوڑا(رک) کی جمع یا مغیّرہ حالت ، تراکیب میں مستعمل.

जींवड़ी

جینوڑ (رک) کی تصغیر

जीव-दान

किसी मरते हुए प्राणी की रक्षा करके उसे मरने से बचाना।

जानी-जीवड़ा

(लाक्षणिक) प्रेमिका, प्रिय

मर-जीवड़ा

मर कर बचने वाला, कम्ज़ोर, क्षीण, क्षाम, कृश, दुबला-पतला

मौजी-जीवड़ा

۔ (ओ) मौजी बंदा। देखो मौजें। मौजा

नन्ना सा जीवड़ा

بچہ، چھوٹا بچہ

बन्ना सा जीवड़ा

नन्ही सी जान (बच्चे के लिए प्रचलित)

रस्सी से जीवड़ा

चार नाचार मुसबीयत को बर्दाश्त करना, अज़ीयत रसाँ शैय या शख़्स से मजबूरन निबाह करना

नन्हा सा जीवड़ा

۔(عو) بچے کے لیےمستعمل ہے۔؎

जीवड़े में समाना

दिल में बस जाना, दिल पर नक़्श होना

जीवड़ा जाना

मर जाना, जान जाना

जेवड़े घिसना

निबाह करना, मुसीबतें झेलना, किसी न किसी तरह ज़िंदगी गुज़ारना

जेवड़ी से गर्दन घिसना

सारी आयु निबाह करना

सैलानी-जीवड़ा

घूमने-फिरने का उत्सुक या शौक़ीन, यात्रा, पर्यटन एवं तमाशा में व्यस्त एवं संलग्न रहने वाला

जान के साथ जेवड़ा

मरते दम तक गले का यह फंदा नहीं छूटेगा

त्रिया पुरुख बिन है दुखी जैसे अन्न बिन देह, जले बले है जेवड़ा जों खेती बिन मेंह

बिना पति के स्त्री इस तरह दुख एवं पीड़ा में रहती है जैसे शरीर बिना अनाज के और इस तरह जलती है जैसे खेती बिना बारिश के

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में चित के अर्थदेखिए

चित

chitچِت

स्रोत: संस्कृत

वज़्न : 2

टैग्ज़: पहलवानी

चित के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • अंतःकरण की चार वृत्तियों में से एक जो अंतरिद्रिय के रूप में मानी गई है और जिसके द्वारा धारण, भाबना आदि की क्रियाएँ सम्पन्न होती है। जी। दिल। मुहा०-चित्त उचटना = किसी काम, बात या स्थान से जी विरक्त होना या हटना। दिल को भला न लगना। चित्त करना = जी चाहना। इच्छा होना। जैसे-उनसे मिलने को मेरा चित्त नहीं करता। चित्त चढ़ना = दे० “ चित्त पर चढ़ना '। चित्त चिहुँटना-प्रेमासक्त होने के कारण मन में कष्टदायक स्मृति होना। उदा०-नहिं अन्हाय नहि जाय घर चित चिहुँठयो तकि तीर। बिहारी। चित्त चुराना = मन को मोहित करना। चित्त देना ध्यान देना। मन लगाना। उदा० चित्त दै सुनो हमारी बात।-सूर। चित्त घरना = (क) किसी बात पर ध्यान देना। मन लगाना। (ख) कोई बात या विचार मन में लाना। उदा०-हमारे प्रभु औगुन चित न धरौ-सूर। चित्त पर चढ़ना = (क) मन में बसने के कारण बार-बार ध्यान में आना। (ख) स्मृत्ति जाग्रत होना। याद आन, या पड़ना। चित्त बॅटना = एक बात या विषय ओर ध्यान रहने की दशा में कुछ समय के लिए दूसरी ओर ध्यान जाना जो बाधा के रूप में हो जाता है। चित्त में जमना, धंसना या बैठना = अच्छी तरह हृदयंगम होना। दृढ़ निश्चय के रूप में मन में बैठना। चित्त में होना या चित्त होना = इच्छा होना। जी चाहना। चित्त लगना = किसी काम या बात में मन की वृत्ति लगना। ध्यान लगना। जैसे-चित्त लगाकर काम किया करो। चित्त से उतरना = (क) व्यान में न रहना। भूल जाना। जैसे-वह बात हमारे चित्त मे उतर गई थी। (ख) पहले की तरह आदरणीय या प्रिय न रह जाना। जैसे-अब तो वह हमारे चित्त से उतर गया है। चित्त से न टलना ध्यान में बराबर बना रहना। न भूलना।
  • नृत्य में, शृंगारिक प्रसंगों में अनुराग, प्रसन्नता आदि प्रकट करने वाली चितवन या दृष्टि। + वि० चित।
  • दिल
  • -प्रसादन-पुं० [प० त०] योग में चित्त का एक संस्कार जो करुणा, मैत्री, हर्ष आदि के उपयुक्त्त व्यवहार द्वारा होता है

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • चेतना। जान।
  • चिंतन।
  • चिंता।
  • सोची, विचारी या अनुभूत की हुई कोई बात। विचार। अनुभूति।

विशेषण

  • (व्यक्ति) जिसे कोई चिंता न हो। फलतः निश्चित या बेफिक्र
  • चुनकर इकट्ठा किया हआ। ढेर के रूप में लगाया हुआ।
  • जिसका चितन न हो सके।
  • ढका हुआ। आच्छादित। वि० [सं० चित्र] इस प्रकार जमीन पर लंबा पड़ा हुआ कि पीठ या CA पीछे की ओर के सब अंग जमीन से लगे हों और छाती, पेट, मुंह आदि ऊपर हों। पीठ के बल सीधा पड़ा हआ। ' औंधा ' या ' पट ' का विपर्याय। विशेष-प्राचीन काल में चित्र प्रायः कपड़ों पर बनाये जाते थे। इसी लिए उन्हें चित्र-पट कहते थे। जिस ओर चित्र बना रहता था उस ओर का भाग चित्र कहलाता था, और उसके विपरीत नीचेवाला भाग पट (कपड़ा) कहलाता था। इसी चित्र-पट में के चित्र और पट शब्द से विशेषण रूप में ' चित ' और ' पट ' शब्द बने हैं। मुहा०-(किसी को) चित करना = कुश्ती में पछाड़कर जमीन पर सीधा पटकना जो हराने का सूचक होता है। चित होना = बेसुध होकर या और किसी प्रकार सीधे पड़ जाना। जैसे-इतनी भाँग में तो तुम चित हो जाओगे। पद-चारों खाने (या शाने) चित = (क) हाथ-पैर फैलाये बिलकुल पीठ के बल पड़ा हुआ। (ख) लाक्षणिक रूप में, पूरी तरह से परास्त या हारा हुआ। क्रि० वि०पीठ के बल। जैसे-चित गिरना या लेटना। पुं० [हिं० चितवन] चितवन। दृष्टि। नजर। पुं० = चित्र।
  • पीठ के बल सीधा पड़ा हुआ; जिसका मुँह-पेट ऊपर की ओर हो।

शे'र

English meaning of chit

Noun, Feminine

Adjective

چِت کے اردو معانی

Roman

اسم، مذکر

  • داغ ، دھبا ؛ عیب ، رک : چِت پِت
  • پشت کے بل پڑا ہوا ، اس طرح لیٹا ہوا کہ رخ اوپر ہو ؛ پٹ کا اُلٹ .
  • دل ، من ، نیت ، خیال ، دھیان ، ضمیر
  • سمجھ ، عقل ، دماغ ، دانائی ، شعور : ادراک
  • افقی طور پر پڑا ہوا
  • (کُشتی) پچھڑا ہوا ، شکست خوردہ
  • ذہن ، حافظہ ، یادداشت

اسم، مؤنث

  • نظر ، نگاہ ، جتون

Urdu meaning of chit

Roman

  • daaG, dhabbaa ; a.ib, ruk ha chitt pat
  • pusht ke bil pa.Daa hu.a, is tarah leTaa hu.a ki ruKh u.upar ho ; piT ka ulaT
  • dil, man, niiyat, Khyaal, dhyaan, zamiir
  • samajh, aqal, dimaaG, daanaa.ii, sha.uur ha idraak
  • uphuqii taur par pa.Daa hu.a
  • (kshati) pichh.Daa hu.a, shikast Khuurdaa
  • zahan, haafiza, yaadadaasht
  • nazar, nigaah, jatuun

चित के पर्यायवाची शब्द

खोजे गए शब्द से संबंधित

जीवड़ा

जीवन, जीव, विशेषतः तुच्छ जीव

जीवड़ा बाँधना

दिल लगाना, इशक़ करना (से के साथ)

जीवड़ा खोना

रुक: जान खोना

जीवड़ा निकलना

जेवड़ा निकालना (रुक) का लाज़िम

जीवड़ा निकालना

जान निकालना

जीवड़ा क़ब्ज़ करना

जान निकालना, जान ले लेना

जीवड़ा मज़े-दार है

हासप्रिय औरत, प्रसन्न-चित्त स्त्री

जीवड़ा मज़े-दार बनाना

ज़िंदगी को आकर्षक बनाना, किसी चीज़ में दिखावटी गुण पैदा करना

जीवड़ा कैसा है

स्वभाव कैसा है

जीवड़ा निकल जाना

मर जाना

जेवड़ी

जेवरी, रस्सी, ऐंठा या बटा हुआ मोटा सूत

जीवड़े

جیوڑا(رک) کی جمع یا مغیّرہ حالت ، تراکیب میں مستعمل.

जींवड़ी

جینوڑ (رک) کی تصغیر

जीव-दान

किसी मरते हुए प्राणी की रक्षा करके उसे मरने से बचाना।

जानी-जीवड़ा

(लाक्षणिक) प्रेमिका, प्रिय

मर-जीवड़ा

मर कर बचने वाला, कम्ज़ोर, क्षीण, क्षाम, कृश, दुबला-पतला

मौजी-जीवड़ा

۔ (ओ) मौजी बंदा। देखो मौजें। मौजा

नन्ना सा जीवड़ा

بچہ، چھوٹا بچہ

बन्ना सा जीवड़ा

नन्ही सी जान (बच्चे के लिए प्रचलित)

रस्सी से जीवड़ा

चार नाचार मुसबीयत को बर्दाश्त करना, अज़ीयत रसाँ शैय या शख़्स से मजबूरन निबाह करना

नन्हा सा जीवड़ा

۔(عو) بچے کے لیےمستعمل ہے۔؎

जीवड़े में समाना

दिल में बस जाना, दिल पर नक़्श होना

जीवड़ा जाना

मर जाना, जान जाना

जेवड़े घिसना

निबाह करना, मुसीबतें झेलना, किसी न किसी तरह ज़िंदगी गुज़ारना

जेवड़ी से गर्दन घिसना

सारी आयु निबाह करना

सैलानी-जीवड़ा

घूमने-फिरने का उत्सुक या शौक़ीन, यात्रा, पर्यटन एवं तमाशा में व्यस्त एवं संलग्न रहने वाला

जान के साथ जेवड़ा

मरते दम तक गले का यह फंदा नहीं छूटेगा

त्रिया पुरुख बिन है दुखी जैसे अन्न बिन देह, जले बले है जेवड़ा जों खेती बिन मेंह

बिना पति के स्त्री इस तरह दुख एवं पीड़ा में रहती है जैसे शरीर बिना अनाज के और इस तरह जलती है जैसे खेती बिना बारिश के

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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