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हज़र

घर में रहना, उपस्थिति, मौजूदगी, ‘सफ़र' का उलटा

हज़री

urban, civilized

हज़रिय्यत

शहर की जीविका, शहरियत

हज़री-हैवानात

(जीवविज्ञान) पशु-पक्षी जो एक जगह बैठे रहते हैं

सफ़र-हज़र में रहना

यात्रा और घर में साथ रहना, हर वक़्त साथ रहना, इकट्ठा रहना, मिल-जुल कर रहना

सफ़र-ए-हज़र

यात्रा करना और घर पर रहना, हर जगह, हर समय

मा-हज़र

वह खाना जो घर में तैयार है, बेतकल्लुफ़ी का खाना, रूखा-सूखा जो कुछ है वह

बा-हज़र

۔(ع میں بفتح آخرتھا۔)مذکر۔جو کھانا موجود ہو۔جو کچھ حاضر ہو۔موجودہ فارسیوں نے اس کھانے کے واسطے استعمال کےا جو تھوڑا سا ہو اور بے تکلف موجود اور حاضر ہو۔؎

सफ़र-ओ-हज़र

हर जगह, हर वक़्त, देस प्रदेस, हर समय

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में भूत को पत्थर की चोट नहीं लगती के अर्थदेखिए

भूत को पत्थर की चोट नहीं लगती

bhuut ko patthar kii choT nahii.n lagtiiبُھوت کو پَتّھر کی چوٹ نَہیں لَگْتی

अथवा : भूत के पत्थर की चोट नहीं लगती

कहावत

भूत को पत्थर की चोट नहीं लगती के हिंदी अर्थ

  • चूँकि भूत के पास शरीर नहीं होता उसे चोट नहीं लगती
  • जिस पर भूत सवार हो उसे मारना नहीं चाहिए
  • क्यूँकि उसका भौतिक अस्तित्व नहीं होता
  • बहुत धूर्त या चालाक के लिए कहते हैं

بُھوت کو پَتّھر کی چوٹ نَہیں لَگْتی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • چونکہ بھوت کا جسم نہیں ہوتا اسے چوٹ نہیں لگتی
  • جس پر بھوت سوار ہو اسے مارنا نہیں چاہیے
  • کیونکہ اس کا کوئی جسمانی وجود نہیں ہوتا
  • بہت چالاک اور مکار شخص کے لئے کہتے ہیں

Urdu meaning of bhuut ko patthar kii choT nahii.n lagtii

  • Roman
  • Urdu

  • chuu.nki bhuut ka jism nahii.n hotaa use choT nahii.n lagtii
  • jis par bhuut savaar ho use maarana nahii.n chaahi.e
  • kyonki is ka ko.ii jismaanii vajuud nahii.n hotaa
  • bahut chaalaak aur makkaar shaKhs ke li.e kahte hai.n

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हज़र

घर में रहना, उपस्थिति, मौजूदगी, ‘सफ़र' का उलटा

हज़री

urban, civilized

हज़रिय्यत

शहर की जीविका, शहरियत

हज़री-हैवानात

(जीवविज्ञान) पशु-पक्षी जो एक जगह बैठे रहते हैं

सफ़र-हज़र में रहना

यात्रा और घर में साथ रहना, हर वक़्त साथ रहना, इकट्ठा रहना, मिल-जुल कर रहना

सफ़र-ए-हज़र

यात्रा करना और घर पर रहना, हर जगह, हर समय

मा-हज़र

वह खाना जो घर में तैयार है, बेतकल्लुफ़ी का खाना, रूखा-सूखा जो कुछ है वह

बा-हज़र

۔(ع میں بفتح آخرتھا۔)مذکر۔جو کھانا موجود ہو۔جو کچھ حاضر ہو۔موجودہ فارسیوں نے اس کھانے کے واسطے استعمال کےا جو تھوڑا سا ہو اور بے تکلف موجود اور حاضر ہو۔؎

सफ़र-ओ-हज़र

हर जगह, हर वक़्त, देस प्रदेस, हर समय

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