अधिक खोजे गए शब्द
सहेजे गए शब्द
आठ बार नौ त्योहार
सुख-सुविधा और आराम का शौक़ या लगन ऐसा बढ़ा हुआ है कि युग और समय उसको अल्प व्यय नहीं करने देता
चमनिस्तान
ऐसा बाग़ जहाँ फूल ही फूल हों, ऐसी जगह जहाँ दूर तक फूल ही फूल और हरा भरा नज़र आए, वाटिका, चमन, बाग़
दादरा
संगीत में एक प्रकार का चलता गाना (पक्के या शास्त्रीय गानों से भिन्न), एक प्रकार का गान, एक ताल
मज़दूर
शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर
दूध-शरीक बहन
ऐसी बालिका जो किसी ऐसी स्त्री का दूध पीकर पली हो जिसका दूध पीकर और कोई बालिका या बालक भी पला हो, धाय संतान, दूधबहिन, दूधबहन
"रेखागणित" टैग से संबंधित शब्द
"रेखागणित" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
अर्ब'ई
(हिंदसा) जिस्म सही की छः किस्मों में से एक, वो जिस्म जिस को चार सतह मसल्स मुतसावी अलाज़िलाइ अहाता किए हूँ
क़ुत्ब
पृथ्वी का धुरा, ध्रुव, एक तारा जो अपने स्थान पर स्थिर रहता है, ध्रुव तारा, एक प्रकार के मुसलमान ऋषि जिनके सिपुर्द कोई बड़ा इलाक़ा होता है
क़ुत्बी-ख़त
(हिंदसा) वो ख़त-ए-मुनहनी जो क़ुतब-ए-शिमाली या क़ुतब-ए-जुनूबी से एक मुक़र्ररा निसबत रखता हो
क़ाइमुज़्ज़ाविया
(उक़्लीदस) नव्वे (९०) दर्जे का ज़वाया, ज़ावी-ए-क़ायमा, वो मसल्स जिस का एक ज़ावीया क़ायमा हो
ख़त-ए-'उमूदी
लंबवत रेखा, सीधा लकीर, वह खड़ी रेखा जो किसी पड़ी रेखा पर गिरकर 90 अंश का कोण बनाये, वह खड़ी लकीर जो ऊपर से नीचे खींची जाए और बराबर के दो कोण पैदा करें
ख़ुतूत-ए-मुतवाज़ी
(हिंदसा) ऐसी दो लकीरें जिन का दरमयानी फ़ासिला पर जगह बराबर हो और जिन को इन की सीध में जहां तक चाहें बढ़ाते चले जाएं मगर वो आपस में ना मिलें
ख़ारिज करना
۔۱۔निकालना। बाहर करना। जुदा करना। अलैहदा करना। २।(क़ानून) मुक़द्दमा डिसमिस करना। दरख़ास्त नामंज़ूर करना
देखत भूली जाली
(इलम-ए-हिंदिस) कई शक्लों के जोड़ और तर्तीब से बनाई हुई ऐस हेरफेर की जाली जिन के ख़ुतूत का सिलसिला आसानी से नज़र में ना जमे और निशान पर से निगाह चूओक जाये
नुक़्ता
(तसव्वुफ़) ज़ात इबहत और मर्तबा-ए- सल्ब इसफ़ात को कहते हैं जो मुनक़ते अलाशारा है और इस को नुक्ता-ए-ज़ात कहते हैं कि नुक्ता-ए- बाइ बिसमिल्लाह से ज़ात मुराद लेते हैं
नुक़्ता-ए-तमास
(नबातीयात (पौदे में दो ख़लीयों को मिलाने वाला नुक़्ता जहां ज़वाजों से मिलाप कर के जोग बज़र्रा तैय्यार होता है उन के तमास पर की दीवार के जज़ब होजाने पर एक छोटी सी संजोग नली बनती है
नुक़्ता-ए-मुमास
(उक़्लीदस) सतह को एक नुक़्ते पर छूने वाला (ख़त) जो मतिका ता ना हो, ख़त-ए-तक़सीस, जो किसी क़ौस या ख़म या सतह को छूता हो, रुक:नुक़्ता तमास
निस्फ़-क़ुतर
(उक़्लीदस) ख़त जो दायरे के मर्कज़ से निकल कर मुहीत दायरे तक पहुंचे, दायरे के मर्कज़ से इस के मुहीत तक का फ़ासिला
निस्फ़-दौर
(उक़्लीदस) मुहीत का निस्फ़, किसी दायरे के गर्द का आधा हिस्सा, किसी गर्दिश फ़लकी का आधा हिस्सा
फ़स्ला
(हिंदसा) नुक़्ता-ए-तक़ातो से इस अमूद का फ़ासिला जो दो अली अलक़वाइम ख़ुतूत में से किसी एक पर एक नुक़्ते से गिराया जाये
मकर
मगर या घड़ियाल नामक प्रसिद्ध जल-जंतु जो कामदेव की ध्वजा का चिह्न और गंगा जी तथा वरुण का वाहन माना गया है।
मुतबादिला
रुक : मुतबादिल , (उक़्लीदस) दो ख़ुतूत-ए-मुतवाज़ी पर गिरे हुए तीसरे ख़त के दोनों तरफ़ के दाख़िली ज़ावीए बशर्तिके वो मतसला ना हूँ
मुतवाज़ी
एक-दूसरे के बराबर चलने वाला, एक-दूसरे से बराबर अन्तर रखनेवाला, वह रेखा जो किसी रेखा के बराबर अन्तर पर चले, समानान्तर
मुनहरिफ़
विमुख, बरगश्तः, अवज्ञाकारी, नाफ़र्मान, सरकश, फिरा हुआ, भटका हुआ, विकृत व्यवहार करने वाला, विद्रोही, बाग़ी, टेढ़ा, तिर्छा हो जाने वाला, तिर्छा,
मुमास्सा
गणित में वह सीधी रेखा जो किसी वृत्त की परिधि के किसी एक विंदु को स्पर्श करती हुई खींची जाए, जैसे: में क, ख, ग अर्धवृत्त है, च और उसके खविंदु को स्पर्श करती हुई जो घ च रेखा है, वह रेखा स्पर्शरेखा कही जाती है
मुमासी
मुमास (रुक) से मंसूब, मुमास का , (हिंदसा) दायरे, सतह वग़ैरा को सिर्फ़ एक नुक़्ते पर छूने वाला (ख़त)
मुरब्बा'
वह समकोण चतुर्भुज जिसकी सब रेखाएँ बराबर हों, वर्गाकार, चौखटा, चौकोर ठोस जिसके चारों कोण समान हों और चारों कोण स्थायी हों.(गणित)
मुस्ततील
(रेखागणित) चतुर्भुज का चित्र जिसकी चारों भुजाएँ नव्वे अंश की हों सामने के दोनो कोण समान एवं आयताकार हों
मुस्तवी-तराश
(इलम-ए-हिंदिस) कर्राह की सतह को एक दायरा पर क़ता करना, किसी मुहीत के क़ुतर को दो इंतिहाई नुक़्तों के मर्कज़ से क़ता करना
मुसल्लस
त्रिकोण, त्रिभुज, तीन कोनों वाला, तिकोना, तीन पंक्तियों वाली कविता, एक पकार की शराब जो सुद्ध करने के बाद एक तिहाई रह जाती है, मशक, संदल और काफ़ूर से मिश्रित एक ख़ुशबू
मुसल्लस-कुरवी
(ज्यामिति) वह त्रिभुज जो तीन बड़े घेरों (जो एक दूसरे को काटते हों) के धनुषाकार से बन जाए
वतर-ख़ास
(हिंदसा) वो दुगना मुईन मासिका (साबित नुक़्ता (स)) में से गुज़रता है, मोतदिल (अंग : Letus rectum)
शक्ल-ए-मामूनी
(उक़्लीदस) पहले मक़ाले की पांचवीं शक्ल, ये शक्ल ख़लीफ़ा मामून अलरशीद को इस क़दर पसंद थी कि वो अपनी पोशाक पर इस को बनवाता था
शक्ल-ए-हिमारी
(उक़्लीदस) पहले मक़ाले के बीसवीं शक्ल जिस से ये साबित होता है कि मसल्स के कोई दो ज़िले तीसरे से बड़े होते हैं (ये इतनी आसान है कि अगर किसी की समझ में ना आए तो वो निहायत अहमक़ है
सत्ह
किसी वस्तु का ऊपरी भाग या विस्तार, बाहर या ऊपर का फैलाव, स्तर, समतल, तल, (लेबिल) जैसे जमीन या समुद्र की सतह, जैसे- सत्हे आब, जलतल, पटल, दर्जा, हैसियत, छत, फ़र्श, परत
Delete 44 saved words?
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा