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कोशिश
कोई काम करने के लिए विशेष रूप से किया जानेवाला प्रयत्न, मेहनत, दौड़ धूप, प्रयत्न, प्रयास, चेष्टा, उद्योग, श्रम, उद्यम, उपाय, परिश्रम
आठ बार नौ त्योहार
सुख-सुविधा और आराम का शौक़ या लगन ऐसा बढ़ा हुआ है कि युग और समय उसको अल्प व्यय नहीं करने देता
चमनिस्तान
ऐसा बाग़ जहाँ फूल ही फूल हों, ऐसी जगह जहाँ दूर तक फूल ही फूल और हरा भरा नज़र आए, वाटिका, चमन, बाग़
दादरा
संगीत में एक प्रकार का चलता गाना (पक्के या शास्त्रीय गानों से भिन्न), एक प्रकार का गान, एक ताल
मज़दूर
शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर
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"ज्योतिषशास्त्र" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
आबी-बुरूज
(ज्योतिष) आकाश के बारह नक्षत्रों में से तीन नक्षत्र जिनमें जल के गुण हैं: कर्क, वृश्चिक, मीन
आबी-बुर्ज
प्राचीन खगोल विज्ञान में तारों की स्थिति और गति के अनुसार आकाश के बारह निर्धारित भाग (जिनके नाम ये हैं: मेष राशि, वृष राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वृश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुंभ राशि, मीन राशि)
ख़ुसूफ़
(खगोल शास्त्र) जब धर्ती चक्कर लगाते हुए सूर्य के सामने आ जाती है तो धर्ती की परछाईं के कारण चाँद का कुछ भाग और कभी-कभी पूरा चाँद अंधेरे में आ जाता है, चंद्रग्रहण, चाँद-गहन
ख़िर्स
(फ़लकियात) शुमाल की तरफ़ आसमान पर रीछ की शक्ल की दो इशकाल जिन में से एक दुब-ए-अकबर और दूसरी को दुब-ए-असग़र कहतेहैं
ख़िलाफ़-ए-तवाली
(फ़लकियात) मुतवात्र के बरअक्स, अजराम-ए-फल्की की हरकत जो बुरोज की समेत के ख़िलाफ़ होती है
गुंड-जोग
(जोतश) जोग की एक क़िस्म जिस में पैदा होने वाला कम ज़रक़, फ़िक्रमंद, बद सलीक़ा और कम हैसियत होता है
जन्म-पत्रा
किसी के जन्म-काल के समय के ग्रहों की स्थिति, दशा, अंतर्दशा आदि का विस्तार से उल्लेख करने वाला पत्र, जन्मपत्रिका
जनम-पत्री
किसी के जन्म-काल के समय के ग्रहों की स्थिति, दशा, अंतर्दशा आदि का विस्तार से उल्लेख करने वाला पत्र, जन्मपत्रिका
ज़िल-ए-मश्बूब
(फ़लकियात) ख़ुसूफ़-ओ-कुसूफ़ के गर्द धुँदला साया, फ़िज़ा के वो मख़रूती हिस्से जो सूरज की रोशनी के महिज़ एक हिस्से से महरूम रहते हैं और जिस में से गुज़रते वक़्त चांद का ख़ुसूफ़ वाक़्य नहीं होता
ज़िल्ल-ए-मख़रूत
(ज्योतिष विज्ञान) गाजर की शक्ल का प्रतिबिंब, चाँद का वह प्रतिबिंब जो चाँद के अपनी कक्षा में न रहने पर पड़ता है
ज़िल्ल-ए-मह्ज़
(फ़लकियात) पूरा या ख़ालिस साया, फ़िज़ा का वो मख़रूती हिस्सा जिस में से सूरज की कोई शुआ बतौर रास्त दाख़िल नहीं होसकती, कामिल साया, जिस में चांद की कल सतह ज़मीन के साया में से गुज़रती है
जीम
उर्दू हरूफ़-ए-तहज्जी (तर्तीब अब तस) का सातवां या बिशमोल हाईआ ग्यारहवां, देवनागरी का आठवां, फ़ारसी का छटा और अरबी का पांचवां हर्फ़-ए-सहीह (मसम) तर्तीब अबजद में तीसरा जैम के नाम से मौसूम, वक्फ़ेह (ग़ैर हाईआ) मुज्हो रह है और हनक (= तालू) से अदा किए जाने की वजह से हनकेह कहलाता है, जदीद सूतियात की रो से मुस्तक़िल सौतिया है, सामी और आरयाई दोनों लिसानी ख़ानदानों में मिलता है, अबजद के हिसाब से इस के ३ अदद होते हैं, तक़वीम में इस से सहि शंबा (मंगल) मुराद लिया जाता है, इलम बैअत (फ़लकियात) में बुरज-ए-सर्तान की अलामत है, इलम-ए-हैयत की जदूलों में इस का सर (ह्) तन्हा नुक़्ते के बगै़र लिखा जाता है, अरबी क़मरी महीने जमादी अलाख़र का क़ाइम मक़ाम भी है, मंतिक़ और रिया ज़य्यात में ग़ैर मुतय्यन मिक़दार या नामालूम शख़्स के लिए और क़ुरआन शरीफ़ में वक़्फ़ जायज़ के लिए इस्तिमाल हुआ है, रियाज़ी-ओ-साईंस की तरकीमात में (ज = इसरा बोज्ह जाज़बह अर्ज़)
ज़ोहरा
(खगोल विद्या) शुक्र अथवा वीनस सूर्य से दूसरा ग्रह है और प्रत्येक 224.7 पृथ्वी दिनों मे सूर्य परिक्रमा करता है, ग्रह का नामकरण ज़ोहरा प्रेम और सौंदर्य की रोमन देवी पर हुआ है, शुक्र ग्रह
दुब-ए-असग़र
उत्तरी ध्रुव के निकट कुछ तारों से मिलकर बनी हुई रीछ की दो आकृतियों में से छोटी आकृति, लघु सप्तर्षिमण्डल
दुब्ब-ए-अकबर
(ज्योतिषशास्त्र) उत्तरी ध्रुव के पास तारों से बनी हुई रीछ की दो आकृतियों में से बड़ी आकृति, सप्तर्षिमण्डल
नुजूम-उल-अख़ज़
(फ़लकियात) चांद की वो अट्ठाईस मंज़िलें हैं सूरज और चांद अपनी गर्दिश में जिन के रुख़ पर चलते हैं
नुजूमी
तारों और ग्रहों की गति बताने वाला व्यक्ति, नक्षत्र विद्या का निपुण, सितारों का माहिर, ज्योतिषी
नुजूमी-परस्त
ज्योतिष की भविष्यवाणी पर विश्वास रखने वाला, ज्योतिषियों को पूजने वाला, ज्योतिषियों को भगवान् समझने वाला, ज्योतिषियों पर भरोसा करने वाला
पंचक
वह शास्त्र जिसमें शकुनों के शुभ और अशुभ फलों का विवेचन हो, शकुन बतानेवाला शास्त्र, शकुन शास्त्र
पाप-ग्रह
फलित ज्योतिष के अनुसार कृष्णाष्टमी से शुक्लाष्टमी तक का चंद्रमा, वह चंद्रमा जो देखने में आधे से कम हो, अथवा इनमें से किसी ग्रह से युक्त बुध, यह ग्रह अशुभ फलकारक माने जाते हैं
मस्नू'ई-सय्यारा
बहुयांत्रिक ग्रह जिसे राकेट की सहायता से अंतरिक्ष में पहुँचाते हैं एवं जो पृथ्वी की आर्कषण शक्ति की सीमा के बाहर एक स्वतंत्र कक्षा में भ्रमण करने लगता है, रूस और अमेरिका ने इन उपग्रहों का आविष्कार किया था, कृत्रिम उपग्रह, (सैटेलाइट)
मीज़ान
तराज़ू, कुल योग, तादाद, टोटल, संख्याओं या अंकों आदि का जोड़ या योगफल, पैमाइश, नाप, सतह की जांच, उर्दू कविता का अक्षर योग, बहार, काफिया, तुला राशि, आसमान के सातवें बुरज का नाम
राहू
(नुजूम) पकड़ने वाला, एक मनहूस सितारे का नाम, ज़िन्, कहा जाता है कि ये मनहूस-ए-सितारा चांद सूरज को निगल जाता है जिसे ग्रहण कहा करते हैं , रूओख
वक़्फ़ा-ए-दौरी
(फ़लकियात) अर्सा जिस में अजराम-ए-फल्की का अपने मदार में एक चक्कर मुकम्मल होता है, सवाबित की गर्दिश से शुमार किया जाने वाला दूर, वक़्फ़ा-ए- कौकबी (अंग : Sidereal period)
वर्ष-फल
ज्योतिष विद्या: एक वर्ष के भीतर घटने वाली घटनाओं का विवरण, फलित ज्योतिष में जातक के अनुसार वह कुंडली जिससे किसी के वर्ष भर के ग्रहों के शुभाशुभ फलों का विवरण जाना जाता है
शमाल
उत्तर, उदीची, बायां हाथ, बाएं दिशा, उत्तर दिशा जो सूर्योदय की दिशा (पूरब) की ओर मुंह करके खड़े होने पर बाँईं ओर पड़ती है
सु'ऊद-ए-मुस्तक़ीम
(फ़लकियात) वो क़ौस जो रास अलहमल और रास क़ौमी के दरमयान हो जो किसी जुर्म समावी से इस्तिवा पर अमूदन खींचा जाये
सुहैल
एक कल्पित तारा, जिसके विषय में प्रसिद्ध है कि यह यमन देश में दिखलाई देता है और इसके उदित होने पर चमड़े में सुगंध आ जाती है, और कीड़े मर जाते हैं
सारूस
(फ़लकियात) सूरज की गर्दिश का एक दौर जो १८ साल १/३ ११ दिन का है, अगर किसी ख़ास तारीख़ में एक ग्रहण वाक़्य हो तो दूसरा इसी मुक़ाम पर ठीक १८ साल १/३ ११ दिन बाद वाक़्य होगा
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