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दोपहर
दिन के बारह बजे का समय; वह समय जब सूर्य मध्य आकाश में होता है, दिन के बारह बजे और उसके आस-पास का कुछ समय, दिन के ठीक मध्य का समय, मध्याह्न, दुपहर, मध्याह्न
दोपहर-ढले
दोपहर ढलने के बाद, दोपहर के समय में, दिन ढले, तीसरे पहर को
दोपहर-पहले
before noon, antemeridian
दोपहर होना
آدھا دن گُزر جاتا ؛ (مجازاً) بہت دیر ہو جانا .
दोपहर लगना
समय बीत जाना, देर हो जाना
दोपहर बजना
दोपहर की तोप जलना या घंटा बजना, आधा दिन होना, बारह बजना
दोपहर बाजना
दोपहर की तोप जलना या घंटा बजना, आधा दिन होना, बारह बजना
दोपहर की तोप छुटना
पहले ज़माना में रिवाज था कि दोपहर बारह बजे तोप दाग़ी जाती थी। दिन के बारह बजना आधा दिन बीत जाना
दोपहरी बजना
दोपहर का नगाड़ा बजना, पुराने ज़माने में दोपहर बीत जाने पर अमीरों के घरों में नगाड़ा बजा करता था
दोपहरिया मनाना
दोपहर के समय धूप से आकर छाया में बैठना
दो-पहरी
एक फूल जो प्रायः दोपहर के समय खिलता है
दोपहरिया
एक फूल जो प्रायः मध्याह्नकाल में खिलता है, इसका पौधा दो गज़ लंबा होता है जिस पर गाढ़ा लाल और सफ़ेद पीले रंग का दो इंच लंबा फूल लगता है
दो पहर से दो पहर
ایک دن ، چوبیس گھنّٹے کی مُدّت دوپہر سے دوپہر پُورے چوبیس گھنٹے ہو گئے اپنےاپنے طور پر سب ہی نے سمجھایا مگر اس اللہ کی بندی نے نوالہ نو توڑا .
दो पहर आना
दिन के बारह बजे की क्रिया होना, सूर्य का मध्याह्न रेखा पर आना, आधा दिन गुज़र जाना, दोपहर होना
दो पहर करना
दोपहर का समय कर देना, इतनी देर करना कि दोपहर का वक़्त आ जाए, दिन के बारह बजाना
दो-पहरी-बला
a woman who calls or visits at noon
दो-पहर ढलना
अस्त (पतन या उतार) का समय होना, दिन ढलना, दोपहर का समय गुज़रना
दो पहर की चील
وہ لڑکا یا شخص جو دوپہر کے وقت اِدھر اُدھر مارا مارا پِھرے.
दो पहर पर आना
(हईयत) किसी रसदगाह के ख़त-ए-निस्फ़ अलनहार पर से किसी जुर्म फ़लकी का गुज़रना, उबूर-ए-क़मर
दो-दोपहर
बहुत देर तक, सुब्ह से शाम तक
दिन-दोपहर
روز روشن میں ، دن کے وقت ، دن دہاڑے .
दिन दोपहर नंगे फिरना
अलानिया बद अतवारी या बेशरमी पर कमर बांध लेना
जलती-दोपहर
दोपहर की झुलसा देने वाली धूप
भरी दोपहर
दोपहर जो पूरे शबाब पर हो, मध्याह्न
खड़ी दूपहर
भरी दोपहर, तेज़ धूप वाली दोपहर, दोपहर का समय
शाम देखना न दोपहर देखना
वक़्त बेवक़त, मौक़ा विमहल का लिहाज़ ना करना
दुनिया दोपहर की छाँव
दुनिया बेसबात है, दुनिया को एक हालत पर क़रार नहीं
दुनिया जियों दोपहर की छाँव
دنیا فانی ہے ، دنیا بے ثبات ہے.
दिन दोपहर को सुब्ह हो जाना
घबराहट और परेशानी से अक़्ल ख़राब हो जाना