खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"اگر" शब्द से संबंधित परिणाम

अगर

यदि; जो

अगरचे

गो कि, यद्यपि, हरचंद, बावजूद कि, बहरहाल, हालाँकि

अगरबत्ती

अगर की लकड़ी के चूरे से बनाई जाने वाली बत्ती जो सुगंध के लिए जलाई जाती है

अगर पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

If wishes were horses beggars would ride.

अगर-गुल

فاتحہ یا عرس کے موقع پر بزرگوں کی قبر پر اگر جلانے اور پھول چڑھانے کی رسم .

अगर चे मगर चे

क्यों क्या, किसी कार्य को लेकर पीछे एवं आगे होना, उलझन में पड़ना, धैर्य दिखाना, हिचर-मिचर

अगर-सोज़

अगरदान, मुसब्बीर की लकड़ी की अगरबत्ती जलाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बर्तन

अगर-मगर

टाल-मटोल, ना-नुकर, दुविधा, असमंजस

अगर-चंद

यद्यपि, अगरचे

अगरैया

(राजगीरी) सीधा-सादा निर्माण का काम करने वाला हिंदू राजगीर, आगरे और आसपास का राजगीर

अगर की बत्ती

वह बत्ती जो अगर के बुरादे में और ख़ुशबूदार चीज़ें मिला कर बनाई जाती है, घरों और महफ़िलों में हवा साफ़ और ख़ुशबूदार करने के लिए जलाते हैं

अगर-दान

वह बर्तन जिसमें बने हुए छेदों में अगरबत्तियाँ लगाई जाती हैं, वह बर्तन जिसमें आग रोशन करके अगरबत्तियाँ जलाते हैं

अगर कोह टले, न टले फ़क़ीर

पहाड़ भले ही टल जाए पर फ़क़ीर नहीं टलता, वह भीख़ लेकर ही दरवाज़ा छोड़ता है

अगर कोह टले तो टले, न टले फ़क़ीर

पहाड़ भले ही टल जाए पर फ़क़ीर नहीं टलता, वह भीख़ लेकर ही दरवाज़ा छोड़ता है

अगरो

आगे। पहले।

अगरहार

खेत की उपज का वह भाग जो ब्राह्मण, गुरु आदि के निमित्त पहले ही निकाल दिया जाता है

अगुरु

जो भारी न हो; हलका

अगर-ए-ग़र्क़ी

अगर की लकड़ी

अगरू

वह छाला जो गर्मी से जीभ या होंठों पर पड़ जाता है, तबख़ाला

अगरी

अगर की ख़ुशबू या रंग रखने वाला.

अगर्व

जिसमें गर्व या अभिमान न हो; अहंकार रहित

अग्रिश

तुर्किस्तान में रहने वाला एक पक्षी जिसे बहरी कहते हैं

अगरता

यदि, लेकिन, किन्तु आदि शब्द

अगरना

आगे बढ़ना

अगर चे गंदा मगर ईजाद-ए-बंदा

रुक ' ईजाद बंदा, अगरचे गंदा ' जो ज़्यादा मुस्तामल है

उगरना

कुँवें का साफ़ हो जाना

अगर-मगर करना

टालमटोल करना, आनाकानी करना, बचना, बहाना करना

उग्रता

तेज़ी; प्रचंडता; उग्र होने की अवस्था या भाव

अगर-मगर मिलाना

इसे संक्षेप में समझाओ, मुलानों की तरह अगर मगर न मिलाओ

अग्रई

agarwood-coloured, of the colour of aloe wood, brown, Aaoeswood-coloured, eaglewood-coloured

अग्रवाल

वैश्यों की एक जाति जिसका आदि निवास दिल्ली से पश्चिम अगरोहा नाम का स्थान कहा जाता है, अग्रवाल

अगरंग

कबूतरों की एक प्रजाति, लकड़ी के रंग का कबूतर

उग्रवादी

= अतिवादी

अग्रवाल

बनियों की एक विशेष बिरादरी जो अग्रोहा नामक स्थान से संबद्ध है

उग्रवाद

= अतिवाद

दमड़ी न जाए अगर चे दमड़ी जाए

रुक : दमड़ी ना जाये पर चमड़ी जाये

ज़ौक़-ए-गुल चीदन अगर दारी ब-गुल्ज़ार बेरौ

अगर तुझे फूल चुनने का शौक़ है तो किसी बाग़ में जाओ, अर्थात अगर तुम किसी उद्देश्य में विजय प्राप्त करना चाहते हो तो घर से निकलो और उस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए उचित उपाय करो, बिना थोड़ी दौड़-धूप किए घर बैठे रहने से उद्देश्य पूर नहीं हो सकता

ख़र-ए-'ईसा अगर ब-मक्का रवद चूँ बयायद हुनूज़ ख़रश बाशद

एक अक्षम कमीने का सुधार नहीं किया जा सकता है भले ही वह सबसे अच्छी संगति में रहे

गंदुम अगर बहम न-रसद जौ ग़नीमत अस्त

बड़ा फ़ायदा हासिल ना हो तो थोड़ा फ़ायदा ही सही, अच्छी चीज़ मयस्सर ना हो तो मामूली चीज़ ही ग़नीमत है, असल चीज़ हासिल ना कर किसे तो खिसयाना हो कर किसी और चीज़ पर इकतिफ़ा कर लेने के मौक़ा पर बोलते हैं

घोड़ी की अगर दुम बढ़ेगी तो अपनी ही मक्खियाँ उड़ावेगा

हराएक को अपना मतलब पहले मल्हूज़ होता है, हर शख़्स अपनी तरक़्क़ी से ख़ुद फ़ायदा उठाता है

नाज की मौज अगर बरसे असौज

वक़्त पर मींह बरसे तो अनाज की क्या कमी, आसोज का मींह दोनों फसलों को होता हुय

नाज की मौज अगर बरसे आसौज

वक़्त पर मींह बरसे तो अनाज की क्या कमी, आसोज का मींह दोनों फसलों को होता हुय

गंदुम अगर बहम न-रसद भुस ग़नीमत अस्त

बड़ा फ़ायदा हासिल ना हो तो थोड़ा फ़ायदा ही सही, अच्छी चीज़ मयस्सर ना हो तो मामूली चीज़ ही ग़नीमत है, असल चीज़ हासिल ना कर किसे तो खिसयाना हो कर किसी और चीज़ पर इकतिफ़ा कर लेने के मौक़ा पर बोलते हैं

ख़स अगर बर आसमाँ रवद हमा ख़स अस्त व गौहर अगर दर ख़लाब उफ़्तद हमाँ नफ़ीस

तिनका अगर आसमान पर चला जाए तो भी तिनका है और मोती अगर कीचड़ में गिर पड़े तो भी नफ़ीस है, बुरी चीज़ बुरी है अच्छी चीज़ अच्छी, कमीना आदमी कितना ही बढ़ जाए कमीना ही है और शरीफ़ आदमी कितना ही तबाह हो जाए तब भी उसकी शराफ़त में फ़र्क़ न आएगा

'आशिक़ी अगर न कीजिए तो क्या घाँस खोदिए

रुक : आशिक़ी ना कीजीए तो क्या घान खो दिए

मेहमान और बुख़ार को अगर खाना न दो तो फि नहीं आते

फ़ाक़े से बुख़ार में फ़ायदा रहता है और मेहमान को खाना ना मिले तो बार बार नहीं आता

दुश्मन अगर क़वी अस्त, निगहबान क़वी-तर अस्त

दुश्मन अगर शक्तिशाली है तो परवाह नहीं, ईश्वर उससे भी अधिक शक्ति वाला है

जो बंदा-नवाज़ी करे जाँ उस पे फ़िदा है, बे-फ़ैज़ अगर यूसुफ़-ए-सानी है तो क्या है

जो व्यक्ति कृपा करे उस पर लोग जान न्योछावर करते हैं, अनुपकारी व्यक्ति किसी काम का नहीं होता

खोजे गए परिणाम

"اگر" शब्द से संबंधित परिणाम

अगर

यदि; जो

अगरचे

गो कि, यद्यपि, हरचंद, बावजूद कि, बहरहाल, हालाँकि

अगरबत्ती

अगर की लकड़ी के चूरे से बनाई जाने वाली बत्ती जो सुगंध के लिए जलाई जाती है

अगर पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

If wishes were horses beggars would ride.

अगर-गुल

فاتحہ یا عرس کے موقع پر بزرگوں کی قبر پر اگر جلانے اور پھول چڑھانے کی رسم .

अगर चे मगर चे

क्यों क्या, किसी कार्य को लेकर पीछे एवं आगे होना, उलझन में पड़ना, धैर्य दिखाना, हिचर-मिचर

अगर-सोज़

अगरदान, मुसब्बीर की लकड़ी की अगरबत्ती जलाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बर्तन

अगर-मगर

टाल-मटोल, ना-नुकर, दुविधा, असमंजस

अगर-चंद

यद्यपि, अगरचे

अगरैया

(राजगीरी) सीधा-सादा निर्माण का काम करने वाला हिंदू राजगीर, आगरे और आसपास का राजगीर

अगर की बत्ती

वह बत्ती जो अगर के बुरादे में और ख़ुशबूदार चीज़ें मिला कर बनाई जाती है, घरों और महफ़िलों में हवा साफ़ और ख़ुशबूदार करने के लिए जलाते हैं

अगर-दान

वह बर्तन जिसमें बने हुए छेदों में अगरबत्तियाँ लगाई जाती हैं, वह बर्तन जिसमें आग रोशन करके अगरबत्तियाँ जलाते हैं

अगर कोह टले, न टले फ़क़ीर

पहाड़ भले ही टल जाए पर फ़क़ीर नहीं टलता, वह भीख़ लेकर ही दरवाज़ा छोड़ता है

अगर कोह टले तो टले, न टले फ़क़ीर

पहाड़ भले ही टल जाए पर फ़क़ीर नहीं टलता, वह भीख़ लेकर ही दरवाज़ा छोड़ता है

अगरो

आगे। पहले।

अगरहार

खेत की उपज का वह भाग जो ब्राह्मण, गुरु आदि के निमित्त पहले ही निकाल दिया जाता है

अगुरु

जो भारी न हो; हलका

अगर-ए-ग़र्क़ी

अगर की लकड़ी

अगरू

वह छाला जो गर्मी से जीभ या होंठों पर पड़ जाता है, तबख़ाला

अगरी

अगर की ख़ुशबू या रंग रखने वाला.

अगर्व

जिसमें गर्व या अभिमान न हो; अहंकार रहित

अग्रिश

तुर्किस्तान में रहने वाला एक पक्षी जिसे बहरी कहते हैं

अगरता

यदि, लेकिन, किन्तु आदि शब्द

अगरना

आगे बढ़ना

अगर चे गंदा मगर ईजाद-ए-बंदा

रुक ' ईजाद बंदा, अगरचे गंदा ' जो ज़्यादा मुस्तामल है

उगरना

कुँवें का साफ़ हो जाना

अगर-मगर करना

टालमटोल करना, आनाकानी करना, बचना, बहाना करना

उग्रता

तेज़ी; प्रचंडता; उग्र होने की अवस्था या भाव

अगर-मगर मिलाना

इसे संक्षेप में समझाओ, मुलानों की तरह अगर मगर न मिलाओ

अग्रई

agarwood-coloured, of the colour of aloe wood, brown, Aaoeswood-coloured, eaglewood-coloured

अग्रवाल

वैश्यों की एक जाति जिसका आदि निवास दिल्ली से पश्चिम अगरोहा नाम का स्थान कहा जाता है, अग्रवाल

अगरंग

कबूतरों की एक प्रजाति, लकड़ी के रंग का कबूतर

उग्रवादी

= अतिवादी

अग्रवाल

बनियों की एक विशेष बिरादरी जो अग्रोहा नामक स्थान से संबद्ध है

उग्रवाद

= अतिवाद

दमड़ी न जाए अगर चे दमड़ी जाए

रुक : दमड़ी ना जाये पर चमड़ी जाये

ज़ौक़-ए-गुल चीदन अगर दारी ब-गुल्ज़ार बेरौ

अगर तुझे फूल चुनने का शौक़ है तो किसी बाग़ में जाओ, अर्थात अगर तुम किसी उद्देश्य में विजय प्राप्त करना चाहते हो तो घर से निकलो और उस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए उचित उपाय करो, बिना थोड़ी दौड़-धूप किए घर बैठे रहने से उद्देश्य पूर नहीं हो सकता

ख़र-ए-'ईसा अगर ब-मक्का रवद चूँ बयायद हुनूज़ ख़रश बाशद

एक अक्षम कमीने का सुधार नहीं किया जा सकता है भले ही वह सबसे अच्छी संगति में रहे

गंदुम अगर बहम न-रसद जौ ग़नीमत अस्त

बड़ा फ़ायदा हासिल ना हो तो थोड़ा फ़ायदा ही सही, अच्छी चीज़ मयस्सर ना हो तो मामूली चीज़ ही ग़नीमत है, असल चीज़ हासिल ना कर किसे तो खिसयाना हो कर किसी और चीज़ पर इकतिफ़ा कर लेने के मौक़ा पर बोलते हैं

घोड़ी की अगर दुम बढ़ेगी तो अपनी ही मक्खियाँ उड़ावेगा

हराएक को अपना मतलब पहले मल्हूज़ होता है, हर शख़्स अपनी तरक़्क़ी से ख़ुद फ़ायदा उठाता है

नाज की मौज अगर बरसे असौज

वक़्त पर मींह बरसे तो अनाज की क्या कमी, आसोज का मींह दोनों फसलों को होता हुय

नाज की मौज अगर बरसे आसौज

वक़्त पर मींह बरसे तो अनाज की क्या कमी, आसोज का मींह दोनों फसलों को होता हुय

गंदुम अगर बहम न-रसद भुस ग़नीमत अस्त

बड़ा फ़ायदा हासिल ना हो तो थोड़ा फ़ायदा ही सही, अच्छी चीज़ मयस्सर ना हो तो मामूली चीज़ ही ग़नीमत है, असल चीज़ हासिल ना कर किसे तो खिसयाना हो कर किसी और चीज़ पर इकतिफ़ा कर लेने के मौक़ा पर बोलते हैं

ख़स अगर बर आसमाँ रवद हमा ख़स अस्त व गौहर अगर दर ख़लाब उफ़्तद हमाँ नफ़ीस

तिनका अगर आसमान पर चला जाए तो भी तिनका है और मोती अगर कीचड़ में गिर पड़े तो भी नफ़ीस है, बुरी चीज़ बुरी है अच्छी चीज़ अच्छी, कमीना आदमी कितना ही बढ़ जाए कमीना ही है और शरीफ़ आदमी कितना ही तबाह हो जाए तब भी उसकी शराफ़त में फ़र्क़ न आएगा

'आशिक़ी अगर न कीजिए तो क्या घाँस खोदिए

रुक : आशिक़ी ना कीजीए तो क्या घान खो दिए

मेहमान और बुख़ार को अगर खाना न दो तो फि नहीं आते

फ़ाक़े से बुख़ार में फ़ायदा रहता है और मेहमान को खाना ना मिले तो बार बार नहीं आता

दुश्मन अगर क़वी अस्त, निगहबान क़वी-तर अस्त

दुश्मन अगर शक्तिशाली है तो परवाह नहीं, ईश्वर उससे भी अधिक शक्ति वाला है

जो बंदा-नवाज़ी करे जाँ उस पे फ़िदा है, बे-फ़ैज़ अगर यूसुफ़-ए-सानी है तो क्या है

जो व्यक्ति कृपा करे उस पर लोग जान न्योछावर करते हैं, अनुपकारी व्यक्ति किसी काम का नहीं होता

बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone