खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"तख़्त चढ़ना" शब्द से संबंधित परिणाम

बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरा

बेहुनर, जिसे कोई हुनर या कला न आती हो

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में तख़्त चढ़ना के अर्थदेखिए

तख़्त चढ़ना

taKHt cha.Dhnaaتَخْت چَڑْھنا

मुहावरा

टैग्ज़: व्यंगात्मक अवामी

तख़्त चढ़ना के हिंदी अर्थ

फ़ारसी, हिंदी - यौगिक क्रिया

  • (व्यंग) पलंग पर जाना, चारपाई पर चढ़ना, सोना, आराम करना
  • शादी होना, दुल्हन का पलंग पर बैठना

English meaning of taKHt cha.Dhnaa

Persian, Hindi - Compound Verb

  • getting married, the bride sit on the doss
  • (Satire) sit on the doss, sleep, to take a rest

تَخْت چَڑْھنا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فارسی، ہندی - فعل مرکب

  • (طنزاً) پل٘نگ پر قدم رکھنا، چارپائی پر چڑھنا، سونے کی تیاری کرنا، سونا، آرام کرنا
  • شادی ہونا، عروس کا پل٘نگ پر بیٹھنا

Urdu meaning of taKHt cha.Dhnaa

  • Roman
  • Urdu

  • (tanzan) palking par qadam rakhnaa, chaarpaa.ii par cha.Dhnaa, sone kii taiyyaarii karnaa, sonaa, aaraam karnaa
  • shaadii honaa, aruus ka palking par baiThnaa

खोजे गए शब्द से संबंधित

बे-हुनर

जिसे कोई हुनर न आता हो, जिसमें कोई हुनर न हो, जो कुछ भी काम न कर सकता हो, निर्गुण, गुणहीन, फूहड़, मूर्ख

बे-हुनरा

बेहुनर, जिसे कोई हुनर या कला न आती हो

बे-हुनरी

किसी प्रकार का हुनर या गुण न होने की अवस्था या भाव, गुण का न होना, निर्गुणता, वैगुण्य

हुनर-वर दर बे हुनराँ ख़र

(फ़ारसी कहावत) बे हुनरों में हुनरमंद गधे की मानिंद है , बदों में अच्छा निको बिन के रह जाता है

दस्त-ए-बे-हुनर कफ़्चा-ए-गदाई अस्त

जिस हाथ में कोई हुनर ना हो वो गदाई का कफ़चा (भीक का पियाला) है, जिस शख़्स को कोई हुनर नहीं आता उसे भीक मान पड़ती है

हुनर ज़ादा बे हुनर चूँ बुवद, पिदर टर्रा बाशद पिसर टूँ बुवद

(फ़ारसी कहावत) बाप दादा का असर कुछ ना कुछ औलाद में ज़रूर आता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (तख़्त चढ़ना)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

तख़्त चढ़ना

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone