खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"क़र्ज़-ख़्वाह" शब्द से संबंधित परिणाम

क़र्ज़

ऋण, क़र्जा, उधार लिया हुआ धन

क़र्ज़ा

उधार, ऋण

क़र्ज़ी

क़र्ज़ पर लिया हुआ

क़र्ज़-ए-हसना

ऐसा ऋण जिस पर न कोई ब्याज हो न उसका तक़ाज़ा किया जा सके, ऋणी को जब सुविधा हो उसे अदा करे, और न अदा कर सके तो उस पर कोई भार न रहे

क़र्ज़-ए-हसन

وہ قرض جو بلاسود اور بلا میعاد ہو اور اگر مقروض ادا نہ کر سکے تو معاف ہے لیکن ادا کرنے کے قابل ہونے کے باوجود نہ ادا کرے تو گنہگار.

क़र्ज़ आना

किसी का क़र्ज़दार होना, रक़्म चढ़ी होना, किसी पर किसी के क़र्ज़ का बार होना

क़र्ज़-दार

उधार लेने वाला, जिसपर कर्ज़ या ऋण हो, जो उधार लिए हुए हो, ऋणी, ऋणग्रस्त

क़र्ज़-वाम

माँगा हुआ, उधार, क़र्ज

क़र्ज़-गीर

क़र्ज़ लेने वाला, उधार लेने वाला, क़र्ज़दार

क़र्ज़-दिहिंदा

उधार देने वाला

क़र्ज़ होना

उधार होना क़र्ज़ का बार होना , कोई काम वाजिब-उल-अदा होना

क़र्ज़ देना

उधार देना

क़र्ज़ लेना

उधार लेना

क़र्ज़-कशी

क़र्ज़ प्राप्त करना, उधार लेना

क़र्ज़-दारी

कर्ज़दार होने की अवस्था या भाव

क़र्ज़-गीरी

क़र्ज़ लेना, उधार लेना

क़र्ज़ रहना

उधर लिया गया रुपया न लौटा सकना

क़र्ज़-ख़्वाह

क़र्ज़ देने वाला, उधार देने वाला

क़र्ज़ चुकना

قرض چکانا (رک) کا لازم ، قرض بے باق ہونا

क़र्ज़ खाना

۱. उधार खाना, क़र्ज़ लेकर वापिस ना करना

क़र्ज़-दाख़िल

क़र्ज़ की तरह

क़र्ज़ रखना

(किसी का) ऋणी होना, क़र्ज़दार होना

क़र्ज़ उतरना

क़र्ज़ उतारना (रुक) का लाज़िम, क़र्ज़ बे-बाक़ होना, हिसाब किताब बराबर होना

क़र्ज़ माँगना

उधार माँगना

क़र्ज़ उतारना

क़र्ज़ बे-बाक़ करना, किसी का क़र्ज़ चुकाना , किसी क़र्ज़ से सबकदोश होना

क़र्ज़ फेरना

ऋण लौटाना, उधार वापिस करना, ऋण चुकाना

क़र्ज़ चुकाना

to discharge or pay off a debt

क़र्ज़ काढ़ना

क़र्ज़ लेना

क़र्ज़-ए-'आम्मा

वह क़र्ज़ जो एक देश दूसरे देश से लेता है यानी वह क़र्ज़ा जो हुकूमत अवाम या अवामी विभागों से लेती है

क़र्ज़ निकालना

रुक : क़र्ज़ उठाना, उधार लेना

क़र्ज़-गीरिंदा

رک : قرض گیر.

क़र्ज़ कर लेना

क़र्ज में पड़ जाना

क़र्ज़ माम लेना

उधार लेना, ऋण लेना

क़र्ज़ निकलवाना

किसी चीज़ को रहन रखकर सोदी रुपया लेना

क़र्ज़ पर क़र्ज़ लेना

बार-बार क़र्ज़ लेना, मुतवातिर उधार लेना

क़र्ज़ अदा होना

क़र्ज़ अदा करना (रुक) का लाज़िम, लेन देन बराबर होना, हिसाब बेबाक़ होना, क़र्ज़ से सबकदोश होना

क़र्ज़ अदा करना

رک : قرض اتارنا.

क़र्ज़-ए-मुअय्यद

वह क़र्ज़ जो किसी की सहमति या ज़मानत के बाद हासिल हो, ज़मानती क़र्ज़ा

क़र्ज़ वाम करना

उधार लेना, क़र्ज़ हासिल करना

क़र्ज़-दार दरख़्त

उस पेड़ को कहते हैं जो किसी पेड़ पर उगता है और उसकी जड़ें ज़मीन में नहीं होतीं वह दूसरे पेड़ से भोजन लेकर उसको सूखाता चला जाता है, आश्रित पौधा

क़र्ज़-दार पौदा

वह पौधा जो अपनी जड़ अपने पास के पेड़ की जड़ में सुराख़ करके प्रवेश करने के बाद उसे ख़राब कर देता है

क़र्ज़ से छुड़ाना

क़र्ज़ अदा करके (कोई चीज़) वापिस लेना

क़र्ज़ उधार करना

उधार लेकर काम चलाना, उधार लेना, क़र्ज़ा लेना

क़र्ज़ मु'आफ़ करना

दिया हुआ उधार वापस न लेना, भुला देना

क़र्ज़ लौटा देना

क़र्ज़ चुका देना, उधार चुकता करना, क़र्ज़ के तौर पर ली गई चीज़ वापस करना

क़र्ज़ पकड़ा देना

रुपया क़र्ज़ दे देना

क़र्ज़-काढ़-मेहमानी

क़र्ज़ लेकर मेहमानी करना अच्छी बात नहीं

क़र्ज़ बे-बाक़ करना

उधार लिया हुआ रुपया वापस देना

क़र्ज़ वाम कर लेना

उधार लेना, क़र्ज़ हासिल करना

क़र्ज़ में लगा देना

कोई चीज़ ऋणदाता को दे कर उसकी क़ीमत क़र्ज़ में से कम कर देना

क़र्ज़ बे-बाक़ होना

उधार लिया हुआ रुपया वापस दिया जाना

क़र्ज़ा देना

उधार देना, क़र्ज़ देना

क़र्ज़ा-ए-हसना

رک : قرضِ حسنہ ، وہ قرض جس کی ادائی اُدھار لینے والے کی مرضی پر منحصر ہو

क़र्ज़-ब-इम्दाद-ए-बाहमी

(अर्थशास्त्र) वह क़र्ज़ जो छोटे-छोटे व्यापारी लोग नियमबद्ध रूप से एक संस्था या समिति गठित करके उसी के नाम पर बड़े व्यापारियों या ज़मींदारों से उचित ब्याज पर हासिल करते हैं

क़र्ज़ का बोझ उतारना

ऋृण चुकाना, उधार अदा कर देना

क़र्ज़-दार छाती पर सवार

क़र्ज़ देने वाला क़र्ज़दार को हमेशा दबाए रखता है (क़र्ज़ देने वाला कर्ज़ख़्वाह कहलाता है और क़र्ज़दार को क़र्ज़ दार)

क़र्ज़ की क्याँ माँ मुई है

क़र्ज़ कहीं से भी मिल सकता है एक जगह से नहीं तो दूसरी जगह से

क़र्ज़ की क्या माँ मरी है

ऋण कहीं से भी मिल सकता है एक जगह से नहीं तो दूसरी जगह से

क़र्ज़ काढ़ मेहमानी की, लौंडों मार दिवानी की

किसी भले व्यवहार का अंत बुरा होना अर्थात जिस व्यक्ति ने ऋण लेकर कोई काम किया अंत उस का यह होता है कि सभी आदमीयों में निरादर और लांछित मिलती है

क़र्ज़ काढ़ मेहमानी की, लौंडों मार दीवानी की

किसी भले व्यवहार का अंत बुरा होना अर्थात जिस व्यक्ति ने ऋण लेकर कोई काम किया अंत उस का यह होता है कि सभी आदमियों में निरादर और लांछन ही प्राप्त होता है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में क़र्ज़-ख़्वाह के अर्थदेखिए

क़र्ज़-ख़्वाह

qarz-KHvaahقَرْض خواہ

वज़्न : 2121

क़र्ज़-ख़्वाह के हिंदी अर्थ

फ़ारसी, अरबी - विशेषण

  • क़र्ज़ देने वाला, उधार देने वाला

English meaning of qarz-KHvaah

Persian, Arabic - Adjective

  • lender, creditor, one who gives loan and seeks return

قَرْض خواہ کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

فارسی، عربی - صفت

  • قرض دینے والا اور اس کی ادائیگی کا مطالبہ کرنے والا، اُدھار دینے والا، قرض کا روپیہ وصول کرنے والا

Urdu meaning of qarz-KHvaah

  • Roman
  • Urdu

  • qarz dene vaala aur is kii adaayagii ka mutaaliba karne vaala, udhaar dene vaala, qarz ka rupyaa vasuul karne vaala

खोजे गए शब्द से संबंधित

क़र्ज़

ऋण, क़र्जा, उधार लिया हुआ धन

क़र्ज़ा

उधार, ऋण

क़र्ज़ी

क़र्ज़ पर लिया हुआ

क़र्ज़-ए-हसना

ऐसा ऋण जिस पर न कोई ब्याज हो न उसका तक़ाज़ा किया जा सके, ऋणी को जब सुविधा हो उसे अदा करे, और न अदा कर सके तो उस पर कोई भार न रहे

क़र्ज़-ए-हसन

وہ قرض جو بلاسود اور بلا میعاد ہو اور اگر مقروض ادا نہ کر سکے تو معاف ہے لیکن ادا کرنے کے قابل ہونے کے باوجود نہ ادا کرے تو گنہگار.

क़र्ज़ आना

किसी का क़र्ज़दार होना, रक़्म चढ़ी होना, किसी पर किसी के क़र्ज़ का बार होना

क़र्ज़-दार

उधार लेने वाला, जिसपर कर्ज़ या ऋण हो, जो उधार लिए हुए हो, ऋणी, ऋणग्रस्त

क़र्ज़-वाम

माँगा हुआ, उधार, क़र्ज

क़र्ज़-गीर

क़र्ज़ लेने वाला, उधार लेने वाला, क़र्ज़दार

क़र्ज़-दिहिंदा

उधार देने वाला

क़र्ज़ होना

उधार होना क़र्ज़ का बार होना , कोई काम वाजिब-उल-अदा होना

क़र्ज़ देना

उधार देना

क़र्ज़ लेना

उधार लेना

क़र्ज़-कशी

क़र्ज़ प्राप्त करना, उधार लेना

क़र्ज़-दारी

कर्ज़दार होने की अवस्था या भाव

क़र्ज़-गीरी

क़र्ज़ लेना, उधार लेना

क़र्ज़ रहना

उधर लिया गया रुपया न लौटा सकना

क़र्ज़-ख़्वाह

क़र्ज़ देने वाला, उधार देने वाला

क़र्ज़ चुकना

قرض چکانا (رک) کا لازم ، قرض بے باق ہونا

क़र्ज़ खाना

۱. उधार खाना, क़र्ज़ लेकर वापिस ना करना

क़र्ज़-दाख़िल

क़र्ज़ की तरह

क़र्ज़ रखना

(किसी का) ऋणी होना, क़र्ज़दार होना

क़र्ज़ उतरना

क़र्ज़ उतारना (रुक) का लाज़िम, क़र्ज़ बे-बाक़ होना, हिसाब किताब बराबर होना

क़र्ज़ माँगना

उधार माँगना

क़र्ज़ उतारना

क़र्ज़ बे-बाक़ करना, किसी का क़र्ज़ चुकाना , किसी क़र्ज़ से सबकदोश होना

क़र्ज़ फेरना

ऋण लौटाना, उधार वापिस करना, ऋण चुकाना

क़र्ज़ चुकाना

to discharge or pay off a debt

क़र्ज़ काढ़ना

क़र्ज़ लेना

क़र्ज़-ए-'आम्मा

वह क़र्ज़ जो एक देश दूसरे देश से लेता है यानी वह क़र्ज़ा जो हुकूमत अवाम या अवामी विभागों से लेती है

क़र्ज़ निकालना

रुक : क़र्ज़ उठाना, उधार लेना

क़र्ज़-गीरिंदा

رک : قرض گیر.

क़र्ज़ कर लेना

क़र्ज में पड़ जाना

क़र्ज़ माम लेना

उधार लेना, ऋण लेना

क़र्ज़ निकलवाना

किसी चीज़ को रहन रखकर सोदी रुपया लेना

क़र्ज़ पर क़र्ज़ लेना

बार-बार क़र्ज़ लेना, मुतवातिर उधार लेना

क़र्ज़ अदा होना

क़र्ज़ अदा करना (रुक) का लाज़िम, लेन देन बराबर होना, हिसाब बेबाक़ होना, क़र्ज़ से सबकदोश होना

क़र्ज़ अदा करना

رک : قرض اتارنا.

क़र्ज़-ए-मुअय्यद

वह क़र्ज़ जो किसी की सहमति या ज़मानत के बाद हासिल हो, ज़मानती क़र्ज़ा

क़र्ज़ वाम करना

उधार लेना, क़र्ज़ हासिल करना

क़र्ज़-दार दरख़्त

उस पेड़ को कहते हैं जो किसी पेड़ पर उगता है और उसकी जड़ें ज़मीन में नहीं होतीं वह दूसरे पेड़ से भोजन लेकर उसको सूखाता चला जाता है, आश्रित पौधा

क़र्ज़-दार पौदा

वह पौधा जो अपनी जड़ अपने पास के पेड़ की जड़ में सुराख़ करके प्रवेश करने के बाद उसे ख़राब कर देता है

क़र्ज़ से छुड़ाना

क़र्ज़ अदा करके (कोई चीज़) वापिस लेना

क़र्ज़ उधार करना

उधार लेकर काम चलाना, उधार लेना, क़र्ज़ा लेना

क़र्ज़ मु'आफ़ करना

दिया हुआ उधार वापस न लेना, भुला देना

क़र्ज़ लौटा देना

क़र्ज़ चुका देना, उधार चुकता करना, क़र्ज़ के तौर पर ली गई चीज़ वापस करना

क़र्ज़ पकड़ा देना

रुपया क़र्ज़ दे देना

क़र्ज़-काढ़-मेहमानी

क़र्ज़ लेकर मेहमानी करना अच्छी बात नहीं

क़र्ज़ बे-बाक़ करना

उधार लिया हुआ रुपया वापस देना

क़र्ज़ वाम कर लेना

उधार लेना, क़र्ज़ हासिल करना

क़र्ज़ में लगा देना

कोई चीज़ ऋणदाता को दे कर उसकी क़ीमत क़र्ज़ में से कम कर देना

क़र्ज़ बे-बाक़ होना

उधार लिया हुआ रुपया वापस दिया जाना

क़र्ज़ा देना

उधार देना, क़र्ज़ देना

क़र्ज़ा-ए-हसना

رک : قرضِ حسنہ ، وہ قرض جس کی ادائی اُدھار لینے والے کی مرضی پر منحصر ہو

क़र्ज़-ब-इम्दाद-ए-बाहमी

(अर्थशास्त्र) वह क़र्ज़ जो छोटे-छोटे व्यापारी लोग नियमबद्ध रूप से एक संस्था या समिति गठित करके उसी के नाम पर बड़े व्यापारियों या ज़मींदारों से उचित ब्याज पर हासिल करते हैं

क़र्ज़ का बोझ उतारना

ऋृण चुकाना, उधार अदा कर देना

क़र्ज़-दार छाती पर सवार

क़र्ज़ देने वाला क़र्ज़दार को हमेशा दबाए रखता है (क़र्ज़ देने वाला कर्ज़ख़्वाह कहलाता है और क़र्ज़दार को क़र्ज़ दार)

क़र्ज़ की क्याँ माँ मुई है

क़र्ज़ कहीं से भी मिल सकता है एक जगह से नहीं तो दूसरी जगह से

क़र्ज़ की क्या माँ मरी है

ऋण कहीं से भी मिल सकता है एक जगह से नहीं तो दूसरी जगह से

क़र्ज़ काढ़ मेहमानी की, लौंडों मार दिवानी की

किसी भले व्यवहार का अंत बुरा होना अर्थात जिस व्यक्ति ने ऋण लेकर कोई काम किया अंत उस का यह होता है कि सभी आदमीयों में निरादर और लांछित मिलती है

क़र्ज़ काढ़ मेहमानी की, लौंडों मार दीवानी की

किसी भले व्यवहार का अंत बुरा होना अर्थात जिस व्यक्ति ने ऋण लेकर कोई काम किया अंत उस का यह होता है कि सभी आदमियों में निरादर और लांछन ही प्राप्त होता है

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (क़र्ज़-ख़्वाह)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

क़र्ज़-ख़्वाह

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone