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"परजा है जड़ राज की राजा है ज्यूँ रूख, रूख सूख कर गर पड़े जब जड़ जाए सूख" शब्द से संबंधित परिणाम

राजा

अधिपति। मालिक। स्वामी।

राजाई

धनी, दौलतमंदी

राजाऊ

شاہانہ ، شاہی

राजा बुलावे ठाड़े आवे

राजा बुलाए तो जल्दी आता है हाकिम या ज़बरदस्त बुलाए तो लोग फ़ौरन आजाते हैं, हाकिम के हुक्म की बजा आवरी करनी ही पड़ती है

राजा इंदर का अखाड़ा

ऐसी सभा जिसमें सुंदर औरतों की भीड़ हो

राजा घाइल का स्वाँग भरा

زخمْی ہوگیا ، خُونا خُون ہو گیا

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाँव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

राजा कहे सो न्याव पासा पड़े तो दाव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

राजा छोड़े नगरी जो भावे सो ले

राजा यदि राज्य छोड़ दे तो जो चाहे करे

राजा-हल

(زراعت) ایک بڑے ہل کا نام جو زیادہ گہرائی حاصل کرنے کے لیے اِستعمال کِیا جاتا ہے .

राजा-पन

بادشاہی ، تاجداری ، رُتبۂ پادشاہی

राजा बुलावे ठारा आवे

राजा बुलाए तो जल्दी आता है हाकिम या ज़बरदस्त बुलाए तो लोग फ़ौरन आजाते हैं, हाकिम के हुक्म की बजा आवरी करनी ही पड़ती है

राजा-पाट

رک : راج پاٹ ، تخت و تاج .

राजा बुलावे ठारी आवे

राजा बुलाए तो जल्दी आता है हाकिम या ज़बरदस्त बुलाए तो लोग फ़ौरन आजाते हैं, हाकिम के हुक्म की बजा आवरी करनी ही पड़ती है

राजा बनाना

किसी को सरकार या राज्य के सिंहासन पर बिठाना

राजा नल पर बिपता पड़ी, भूनी मछली जल में पड़ी

बुरे दिन आएँ तो हर नाम में हानि होती है

राजा-भोज

ایک بادشاہ جو اپنی دولت کے سبب بہت مشہور ہے .

राजा भीम की क़ज़ा राम की रज़ा

जब मृत्यु आती है तो बड़े बड़े नहीं बच सकते

राजा नल पियो बिपता पड़ी भूनी मछली जल में पड़ी

अपने काम बिगड़ जाने के वक़्त कहते हैं, बुरे दिन आएं तो हर नाम में नुकसान होता है कहते हैं कि जब राजा नल बनबास में थे तो उन की रानी ने एक दिन मछली भूओनी चूँकि उस को राख लग गई थी दरिया पर जा कर धोने लगी तो मछली ज़िंदा हो कर तैरने लगी

राजा का दूजा, बकरी का तीजा, दोनों ख़राब

राजा का दूसरा बेटा और बकरी का तीसरा बच्चा दोनों ख़राब होते हैं क्यूँकि राजा का दूसरा राज्य नहीं और बकरी का तीसरा थन नहीं तो मानों यह सूरतें झगड़े एवं फ़साद की हैं

राजा छोड़े नगरी जो चाहो सो लो

राजा यदि राज्य छोड़ दे तो जो चाहे करे

राजा के घर आई तुरत रानी कहलाई

ऐसे अवसर पर प्रयुक्त जब किसी ग़रीब घर की लड़की दौलतमंद के घर ब्याही जाए

राजा का दान प्रजा का अश्नान

ग़रीबों का परिश्रम और अमीरों की दानशीलता एवं उदारता बराबर है

राजा के आई रानी कहलाई

रुक : राजा के घर आई रानी कहलाई

राजा छुए और रानी होए

जिस पर राजा मेहरबानी करे वही हुकूमत करता है

राजा-पति

(हिंदू) शादी का एक ढंग जिसके अनुसार औरत और मर्द को एकजा करके पति-पत्नी के रिश्ते से नामित कर देते हैं

राजा के घर गई तुरत रानी कहलाई

ऐसे अवसर पर प्रयुक्त जब किसी ग़रीब घर की लड़की दौलतमंद के घर ब्याही जाए

राजा के घर आई रानी कहलाई

ऐसे अवसर पर प्रयुक्त जब किसी ग़रीब घर की लड़की दौलतमंद के घर ब्याही जाए

राजा रखे रानी खावे

कमाए कोई, उड़ाए कोई

राजा-इंद्र

देवताओं और परीयों का राजा, प्रतीकात्मक: वो व्यक्ति जो सुंदर महिलाओं की भीड़ में सबसे प्रिय हो

राजा को मोती का दुख

प्रत्येक व्यक्ति किसी भी स्थिति में किसी न किसी अभाव का शिकार होता है

राजा-प्रजा

सब, हर कोई, ख़ास और आम

राजा हुए तो क्या , वो ही जाट के जाट

माल-ओ-दौलत ज़ात और असल को नहीं बदलती

राजा आगे राज, पीछे चलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

राजा आगे राज, पीछे छलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

राजा आगे राज, पीछे न छलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

राजा के घर मोतियों का काल

किसी चीज़ का उस स्थान पर उपलब्ध न होना जहाँ वह प्रचुर मात्रा में हो या जहाँ उसके प्रचुर मात्रा के साथ पाया जाना चाहिये

राजा-धिराज

राजाओं का राजा, शाह-ए-शाहाँ, शहंशाह

राजा के घर काज, हमारे घर ठक ठका

ग़ैर के यहां शादी हमारे घर बखेड़ा

राजा-महरा

कहारों का चौधरी

राजा की सभा नर्क को जाए

चापलूस हाँ में हाँ मिलाते हैं उन्हें सच और झूठ से कुछ लेना-देना नहीं होता

राजा का परचाना और साँप का खिलाना बराबर है

राजाओं और हुकमरानों की संगत में हर समय ख़तरा होता है

राजा से प्रजा तक

حاکم سے رعایا تک ، امیر ، غریب ، ہر کوئی ، خاص و عام .

राजा से प्रजा तलक

حاکم سے رعایا تک ، امیر ، غریب ، ہر کوئی ، خاص و عام .

राजा राज प्रजा चैन

जहाँ का शासक अच्छा होगा वहाँ के लोग सुखी होंगे

राजा-मंदरी

(بُنائی) موٹی قِسم کا بنا ہوا کپڑا جو مدراس کے ایک مقام راجہ مندری کے نام سے مشہور تھا ، اُسکو کالیکو کہتے تھے

राजा रूठें राज लें रानी रूठें सुहाग लें

ऐसे मौक़ा पर मुस्तामल जहां किसी के रूओठ जाने की कोई पर्वा ना हो

राजा रूठें राज लें रानी रूठें भाग लें

ऐसे मौक़ा पर मुस्तामल जहां किसी के रूओठ जाने की कोई पर्वा ना हो

राजा-अधीराज

राजाओं का राजा, शहंशाह

राजा रूठेगा अपनी नगरी लेगा

राजा क्रोधित होगा तो देश से निकाल देगा

राजा किस के यार, जोगी किस के मीत

राजा और जोगी दोनों के प्रेम और मेल-जोल का कोई भरोसा नहीं

राजा राज प्रजा सुखी

जहाँ का शासक अच्छा होगा वहाँ के लोग सुखी होंगे

राजा क्या जाने भूके सार

जिसने भूख सही हो वही जानता है भूख की क़ीमत अमीर आदमी नहीं कर सकता दर्दमंद ही को दूसरे के दर्द का एहसास होता है और कोई नहीं हो सकता

राजा रूठेगा नगरी लेगा

हाकिम नाराज़ होगा तो जिलावतन कर देगा और क्या करेगा (ऐसे मौक़ा पर मुस्तामल जहां किसी के नाराज़ हो जाने को कोई पर्वा ना हो

राजा की बेटी क़िस्मत की हेटी

उस व्यक्ति के लिए कहते हैं जो उच्च पद पर होते हुए भी कम भाग्यशाली हो

राजा जोगी किस के मीत

राजा और जोगी किसी के मित्र नहीं होते

राजा भए तो क्या हुआ अंत जाट के जाट

कमीना कितने ही बलंद मर्तबा पर पहुंच जाये उस की फ़ितरत नहीं बदलती , दौलतमंद हो जाने के बावजूद पुरानी आदतें नहीं बदलतीं

राजा किस के पाहूने, जोगी किस के मीत

(राजा और जोगी) दोनों की मुहब्बत और राह-ओ-रस्म का कोई एतबार नहीं

राजा किस के पाहुने, जोगी किस के मीत

राजा और जोगी दोनों के प्रेम और मेल-जोल का कोई भरोसा नहीं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में परजा है जड़ राज की राजा है ज्यूँ रूख, रूख सूख कर गर पड़े जब जड़ जाए सूख के अर्थदेखिए

परजा है जड़ राज की राजा है ज्यूँ रूख, रूख सूख कर गर पड़े जब जड़ जाए सूख

parjaa hai ja.D raaj kii raajaa hai jyuu.n ruukh, ruukh suukh kar gir pa.De jab ja.D jaa.e suukhپَرجا ہے جڑ راج کی راجا ہے جیوں رُوکھ، روکھ سوکھ کر گر پڑے جب جڑ جائے سوکھ

कहावत

परजा है जड़ राज की राजा है ज्यूँ रूख, रूख सूख कर गर पड़े जब जड़ जाए सूख के हिंदी अर्थ

  • राजा पेड़ है एवं परजा जड़ है यदि जड़ सूख जाए तो पेड़ गिर पड़ता है
  • आशय ये है कि राजा को परजा का बहुत ख़्याल रखना चाहिये

پَرجا ہے جڑ راج کی راجا ہے جیوں رُوکھ، روکھ سوکھ کر گر پڑے جب جڑ جائے سوکھ کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • راجہ درخت ہے رعیت جڑ ہے اگر جڑ سوکھ جائے تو درخت گر پڑتا ہے
  • مراد یہ ہے کہ راجہ کو رعیت کا بہت خیال رکھنا چاہیے

Urdu meaning of parjaa hai ja.D raaj kii raajaa hai jyuu.n ruukh, ruukh suukh kar gir pa.De jab ja.D jaa.e suukh

  • Roman
  • Urdu

  • raajaa daraKht hai ra.iiyat ja.D hai agar ja.D suukh jaaye to daraKht gir pa.Dtaa hai
  • muraad ye hai ki raajaa ko ra.iiyat ka bahut Khyaal rakhnaa chaahi.e

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राजा

अधिपति। मालिक। स्वामी।

राजाई

धनी, दौलतमंदी

राजाऊ

شاہانہ ، شاہی

राजा बुलावे ठाड़े आवे

राजा बुलाए तो जल्दी आता है हाकिम या ज़बरदस्त बुलाए तो लोग फ़ौरन आजाते हैं, हाकिम के हुक्म की बजा आवरी करनी ही पड़ती है

राजा इंदर का अखाड़ा

ऐसी सभा जिसमें सुंदर औरतों की भीड़ हो

राजा घाइल का स्वाँग भरा

زخمْی ہوگیا ، خُونا خُون ہو گیا

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाँव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

राजा कहे सो न्याव पासा पड़े तो दाव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

राजा छोड़े नगरी जो भावे सो ले

राजा यदि राज्य छोड़ दे तो जो चाहे करे

राजा-हल

(زراعت) ایک بڑے ہل کا نام جو زیادہ گہرائی حاصل کرنے کے لیے اِستعمال کِیا جاتا ہے .

राजा-पन

بادشاہی ، تاجداری ، رُتبۂ پادشاہی

राजा बुलावे ठारा आवे

राजा बुलाए तो जल्दी आता है हाकिम या ज़बरदस्त बुलाए तो लोग फ़ौरन आजाते हैं, हाकिम के हुक्म की बजा आवरी करनी ही पड़ती है

राजा-पाट

رک : راج پاٹ ، تخت و تاج .

राजा बुलावे ठारी आवे

राजा बुलाए तो जल्दी आता है हाकिम या ज़बरदस्त बुलाए तो लोग फ़ौरन आजाते हैं, हाकिम के हुक्म की बजा आवरी करनी ही पड़ती है

राजा बनाना

किसी को सरकार या राज्य के सिंहासन पर बिठाना

राजा नल पर बिपता पड़ी, भूनी मछली जल में पड़ी

बुरे दिन आएँ तो हर नाम में हानि होती है

राजा-भोज

ایک بادشاہ جو اپنی دولت کے سبب بہت مشہور ہے .

राजा भीम की क़ज़ा राम की रज़ा

जब मृत्यु आती है तो बड़े बड़े नहीं बच सकते

राजा नल पियो बिपता पड़ी भूनी मछली जल में पड़ी

अपने काम बिगड़ जाने के वक़्त कहते हैं, बुरे दिन आएं तो हर नाम में नुकसान होता है कहते हैं कि जब राजा नल बनबास में थे तो उन की रानी ने एक दिन मछली भूओनी चूँकि उस को राख लग गई थी दरिया पर जा कर धोने लगी तो मछली ज़िंदा हो कर तैरने लगी

राजा का दूजा, बकरी का तीजा, दोनों ख़राब

राजा का दूसरा बेटा और बकरी का तीसरा बच्चा दोनों ख़राब होते हैं क्यूँकि राजा का दूसरा राज्य नहीं और बकरी का तीसरा थन नहीं तो मानों यह सूरतें झगड़े एवं फ़साद की हैं

राजा छोड़े नगरी जो चाहो सो लो

राजा यदि राज्य छोड़ दे तो जो चाहे करे

राजा के घर आई तुरत रानी कहलाई

ऐसे अवसर पर प्रयुक्त जब किसी ग़रीब घर की लड़की दौलतमंद के घर ब्याही जाए

राजा का दान प्रजा का अश्नान

ग़रीबों का परिश्रम और अमीरों की दानशीलता एवं उदारता बराबर है

राजा के आई रानी कहलाई

रुक : राजा के घर आई रानी कहलाई

राजा छुए और रानी होए

जिस पर राजा मेहरबानी करे वही हुकूमत करता है

राजा-पति

(हिंदू) शादी का एक ढंग जिसके अनुसार औरत और मर्द को एकजा करके पति-पत्नी के रिश्ते से नामित कर देते हैं

राजा के घर गई तुरत रानी कहलाई

ऐसे अवसर पर प्रयुक्त जब किसी ग़रीब घर की लड़की दौलतमंद के घर ब्याही जाए

राजा के घर आई रानी कहलाई

ऐसे अवसर पर प्रयुक्त जब किसी ग़रीब घर की लड़की दौलतमंद के घर ब्याही जाए

राजा रखे रानी खावे

कमाए कोई, उड़ाए कोई

राजा-इंद्र

देवताओं और परीयों का राजा, प्रतीकात्मक: वो व्यक्ति जो सुंदर महिलाओं की भीड़ में सबसे प्रिय हो

राजा को मोती का दुख

प्रत्येक व्यक्ति किसी भी स्थिति में किसी न किसी अभाव का शिकार होता है

राजा-प्रजा

सब, हर कोई, ख़ास और आम

राजा हुए तो क्या , वो ही जाट के जाट

माल-ओ-दौलत ज़ात और असल को नहीं बदलती

राजा आगे राज, पीछे चलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

राजा आगे राज, पीछे छलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

राजा आगे राज, पीछे न छलनी न छाज

विधवा महिला कहती है कि पति के जीवन में ऐश नसीब था उस की मृत्यु के बा'द कुछ भी न रहा

राजा के घर मोतियों का काल

किसी चीज़ का उस स्थान पर उपलब्ध न होना जहाँ वह प्रचुर मात्रा में हो या जहाँ उसके प्रचुर मात्रा के साथ पाया जाना चाहिये

राजा-धिराज

राजाओं का राजा, शाह-ए-शाहाँ, शहंशाह

राजा के घर काज, हमारे घर ठक ठका

ग़ैर के यहां शादी हमारे घर बखेड़ा

राजा-महरा

कहारों का चौधरी

राजा की सभा नर्क को जाए

चापलूस हाँ में हाँ मिलाते हैं उन्हें सच और झूठ से कुछ लेना-देना नहीं होता

राजा का परचाना और साँप का खिलाना बराबर है

राजाओं और हुकमरानों की संगत में हर समय ख़तरा होता है

राजा से प्रजा तक

حاکم سے رعایا تک ، امیر ، غریب ، ہر کوئی ، خاص و عام .

राजा से प्रजा तलक

حاکم سے رعایا تک ، امیر ، غریب ، ہر کوئی ، خاص و عام .

राजा राज प्रजा चैन

जहाँ का शासक अच्छा होगा वहाँ के लोग सुखी होंगे

राजा-मंदरी

(بُنائی) موٹی قِسم کا بنا ہوا کپڑا جو مدراس کے ایک مقام راجہ مندری کے نام سے مشہور تھا ، اُسکو کالیکو کہتے تھے

राजा रूठें राज लें रानी रूठें सुहाग लें

ऐसे मौक़ा पर मुस्तामल जहां किसी के रूओठ जाने की कोई पर्वा ना हो

राजा रूठें राज लें रानी रूठें भाग लें

ऐसे मौक़ा पर मुस्तामल जहां किसी के रूओठ जाने की कोई पर्वा ना हो

राजा-अधीराज

राजाओं का राजा, शहंशाह

राजा रूठेगा अपनी नगरी लेगा

राजा क्रोधित होगा तो देश से निकाल देगा

राजा किस के यार, जोगी किस के मीत

राजा और जोगी दोनों के प्रेम और मेल-जोल का कोई भरोसा नहीं

राजा राज प्रजा सुखी

जहाँ का शासक अच्छा होगा वहाँ के लोग सुखी होंगे

राजा क्या जाने भूके सार

जिसने भूख सही हो वही जानता है भूख की क़ीमत अमीर आदमी नहीं कर सकता दर्दमंद ही को दूसरे के दर्द का एहसास होता है और कोई नहीं हो सकता

राजा रूठेगा नगरी लेगा

हाकिम नाराज़ होगा तो जिलावतन कर देगा और क्या करेगा (ऐसे मौक़ा पर मुस्तामल जहां किसी के नाराज़ हो जाने को कोई पर्वा ना हो

राजा की बेटी क़िस्मत की हेटी

उस व्यक्ति के लिए कहते हैं जो उच्च पद पर होते हुए भी कम भाग्यशाली हो

राजा जोगी किस के मीत

राजा और जोगी किसी के मित्र नहीं होते

राजा भए तो क्या हुआ अंत जाट के जाट

कमीना कितने ही बलंद मर्तबा पर पहुंच जाये उस की फ़ितरत नहीं बदलती , दौलतमंद हो जाने के बावजूद पुरानी आदतें नहीं बदलतीं

राजा किस के पाहूने, जोगी किस के मीत

(राजा और जोगी) दोनों की मुहब्बत और राह-ओ-रस्म का कोई एतबार नहीं

राजा किस के पाहुने, जोगी किस के मीत

राजा और जोगी दोनों के प्रेम और मेल-जोल का कोई भरोसा नहीं

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