खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"मोरचगाँ रा चू बुवद इत्तिफ़ाक़ शेर-ए-ज़ियाँ रा बदर आरंद पोस्त" शब्द से संबंधित परिणाम

हमेशा

सब दिन या सब समय

हमेशा

हमेशा से

हमेशा-हमेशा

हमेशा-हमेश

हमेशा-पा

हमेशा रहनेवाला, बारहमासी ।

हमेशा के लिए

उम्र भर के लिए, जीवन भर के लिए, सदा के लिए

हमेशा से हमेशा तक

अज़ल से पहले और अबद के बाद तक, दाइम, मुदाम, सदा

हमेशा-बहार

हमेशा-जवान

हमेशा के लिए ख़ामोश हो जाना

मर जाना

हमेशा रोते ही रोते गुज़र गई

हमेशा से चला आता है

यूँ ही होता है, पुराना चलन है, रस्म पुरानी है

हमेशा से चला आता है

हमेशा का

हमेशा रो के ही जनम गुज़रा

सदा रंज-ओ-ग़म में मुबतला रहते हैं, सदा मुसीबत ही में मुबतला रहे, हमेशा ही तंगदसत रहे

हमेशा जनम रोते गुज़र गई

सदा रंज-ओ-ग़म में मुबतला रहते हैं, सदा मुसीबत ही में मुबतला रहे, हमेशा ही तंगदसत रहे

हमेशा रहे नाम अल्लाह का

अल्लाह का नाम सदैव रहेगा, अल्लाह को छोड़कर सब कुछ नश्वर है (जब किसी की मृत्यु या किसी चीज़ के गिरने या किसी भविष्य के खतरे या आश्चर्य में डालने वाली बात की चर्चा हो तो कहते हैं)

मुफ़्लिस हमेशा ख़्वार

निर्धन व्यक्ति सदैव अपमानित होता है

जुवारी हमेशा मुफ़्लिस

जुआ खेलने वाला हमेशा कंगाल रहता है

गुल-ए-हमेशा-बहार

एक फूल, सदा गुलाब, औषधि में प्रयुक्त

तामे' हमेशा ज़लील अस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) लालची हमेशा ज़लील होता है

शराब-ख़्वार हमेशा ख़्वार

शराब पीने वाला हमेशा अपमानित होता है

सिपाही की जोरू हमेशा राँड

सिपाही अपनी पत्नी के पास बहुत कम रहता है

मर्द बे-ज़र हमेशा रंजूर अस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) मुफ़लिस आदमी हमेशा परेशान रहता है

चिड़ीमार हमेशा नंगे भूके रहते हैं

खरे से खोटा उसे हमेशा 'अर्श का टूटा

बद नी्यत के काम में कभी बरकत नहीं होती, जो शख़्स नेक से बदी करे वो नुक़्सान उठाता है

बद-क़िस्मती से बद-'अक़्ली हमेशा चार हाथ आगे रहती है

काटे है गर्म लोहे को लोहा हमेशा सर्द

हसन-ए-सुलूक से हर मसला ह॒ हो जाता है, रवादारी से हर ज़ंजीर कट सकती है

जो सादी चाल चलता है वो हमेशा ख़ुश हाल रहता है

सादा तौर पर रहने वाला आराम से रहता है, सादगी से रहने वाला सदा सुखी रहता है

रूपे वाले की हमेशा पूछ है

अमीर आदमी की हमेशा इज़्ज़त होती है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में मोरचगाँ रा चू बुवद इत्तिफ़ाक़ शेर-ए-ज़ियाँ रा बदर आरंद पोस्त के अर्थदेखिए

मोरचगाँ रा चू बुवद इत्तिफ़ाक़ शेर-ए-ज़ियाँ रा बदर आरंद पोस्त

morchagaa.n raa chuu buvad ittifaaq sher-e-ziyaa.n raa badar aarand postمُوْرْچَگاں را چُو بُوَد اِتَّفاق شیرِ ژِیاں را بَدَر آرَنْد پُوْسْت

मोरचगाँ रा चू बुवद इत्तिफ़ाक़ शेर-ए-ज़ियाँ रा बदर आरंद पोस्त के हिंदी अर्थ

  • (फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) चियूंटियों में अगर इत्तिफ़ाक़ होजाए तो शेर की खाल उतार लेती हैं, कमज़ोरों में इत्तिफ़ाक़ होजाए तो वो ताक़तवर पर ग़ालिब आते हैं

مُوْرْچَگاں را چُو بُوَد اِتَّفاق شیرِ ژِیاں را بَدَر آرَنْد پُوْسْت کے اردو معانی

  • (فارسی کہاوت اردو میں مستعمل) چیونٹیوں میں اگر اتفاق ہوجائے تو شیر کی کھال اُتار لیتی ہیں ، کمزوروں میں اتفاق ہوجائے تو وہ طاقت ور پر غالب آتے ہیں

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (मोरचगाँ रा चू बुवद इत्तिफ़ाक़ शेर-ए-ज़ियाँ रा बदर आरंद पोस्त)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

मोरचगाँ रा चू बुवद इत्तिफ़ाक़ शेर-ए-ज़ियाँ रा बदर आरंद पोस्त

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone