खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"कोस न चली बाबुल प्यासी" शब्द से संबंधित परिणाम

प्यासी

एक प्रकार की छोटी मछली, मछली की एक क़िस्म

ख़ून की प्यासी

جانی دشمن ، جان کا پیاسا ۔

लहू की प्यासी

لہو کا پیاسا (رک) کی تانیث ، جان کی دشمن .

दर्शन की प्यासी

دید کی طالب ، دیدار کی مُتنظر .

कोस चली नहीं बाबा प्यासी, कोस न चली बाबुल प्यासी

उस व्यक्ति के मुताल्लिक़ कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के बाद थकावट की शिकायत करने लगे

रूह प्यासी नज़र आना

किसी चीज़ की चाह आत्मा का व्यकुल होना

किसी की रूह प्यासी थी

जब पानी से भरा हुआ घड़ा या मटका अपने आप टूट जाता है तो यह कहावत ज़बान पर लाते हैं

रूह किसी की प्यासी थी

(अविर) घड़ा टूट जाये तो कहती हैं

कोस चली नहीं बाबा प्यासी

उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

कोस न चली बाबुल प्यासी

काम शुरू' करते ही अथवा थोड़ा सा काम करने के बाद ही थकावट की शिकायत करना

कोस चली ना बाबा प्यासी

उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

माँ मर गई प्यासी पूत का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

माँ मर गई प्यासी बेटे का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कोस न चली बाबुल प्यासी के अर्थदेखिए

कोस न चली बाबुल प्यासी

kos na chalii baabul pyaasiiکوس نَہ چَلی بابُل پِیاسی

अथवा : कोस चली न बाबा प्यसी, कोस न चली बावा प्यास लगी

कहावत

कोस न चली बाबुल प्यासी के हिंदी अर्थ

  • काम शुरू' करते ही अथवा थोड़ा सा काम करने के बाद ही थकावट की शिकायत करना

کوس نَہ چَلی بابُل پِیاسی کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • کام شروع کرتے ہی یا تھوڑا سا کام کرنے کے بعد ہی تھکاوٹ کی شکایت کرنا

    مثال ابھی کے دن کے راتیں، کوس نہ چلی باوا پیاس لگی.(۱۸۹۹، ہیرے کی کنی، ۲۲).

Urdu meaning of kos na chalii baabul pyaasii

  • Roman
  • Urdu

  • kaam shuruu karte hii ya tho.Daa saa kaam karne ke baad hii thakaavaT kii shikaayat karnaa

खोजे गए शब्द से संबंधित

प्यासी

एक प्रकार की छोटी मछली, मछली की एक क़िस्म

ख़ून की प्यासी

جانی دشمن ، جان کا پیاسا ۔

लहू की प्यासी

لہو کا پیاسا (رک) کی تانیث ، جان کی دشمن .

दर्शन की प्यासी

دید کی طالب ، دیدار کی مُتنظر .

कोस चली नहीं बाबा प्यासी, कोस न चली बाबुल प्यासी

उस व्यक्ति के मुताल्लिक़ कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के बाद थकावट की शिकायत करने लगे

रूह प्यासी नज़र आना

किसी चीज़ की चाह आत्मा का व्यकुल होना

किसी की रूह प्यासी थी

जब पानी से भरा हुआ घड़ा या मटका अपने आप टूट जाता है तो यह कहावत ज़बान पर लाते हैं

रूह किसी की प्यासी थी

(अविर) घड़ा टूट जाये तो कहती हैं

कोस चली नहीं बाबा प्यासी

उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

कोस न चली बाबुल प्यासी

काम शुरू' करते ही अथवा थोड़ा सा काम करने के बाद ही थकावट की शिकायत करना

कोस चली ना बाबा प्यासी

उस व्यक्ति के संबंध में कहते हैं जो थोड़ा सा काम करने के पश्चात थकावट की शिकायत करने लगे

माँ मर गई प्यासी पूत का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

माँ मर गई प्यासी बेटे का नाम जमना

ग़रीब वालदैन की औलाद अमीर होजाए तो कहते हैं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (कोस न चली बाबुल प्यासी)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

कोस न चली बाबुल प्यासी

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone