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बिहिल

क्षमा, मुआफ़

बहल

अत्यधिक, बहुत ज्यादा

बहाल

किसी को फिर से उसी हाल (दशा या हालत) में लाना जिसमें वह पहले रहा हो।

बेहाल

जिसका बेहाल अर्थात दशा बहुत बिगड़ गई हो, मरणासन्न, दुर्दशाग्रस्त, अचेत, बेखबर, संज्ञाहीन, बदहाल

बहिल

ऐसा मवेशी (गाय, भैंस या बकरी, आदि) जो बांझ हो

बाहिल

आवारागर्द

ब-हल

भूल

क़ुसूर,दोष,लग़्ज़िश, गुनाह,ग़लती,चूक,अज्ञान,असावधानता, भ्रम आदि के कारण कुछ का कुछ समझने और उसके फल-स्वरूप कोई अनुचित या गलत काम करने की अवस्था, या भाव, फ़ख़्र, घमंड

बहल-वान

बहल या बहली हाँकने वाला

बहल-बान

बहली का चलाने वाला, वो व्यक्ति जो बहली के पुर्ज़ों को खोलने बाँधने और बैलों को हँकाने की कला का जानकार हो

बहल-ख़ाना

वह जगह जहाँ रथ खड़ी की जाए और उससे संबंधिक सामान रखा जाए

बहल जाना

दिल लगना, मुतवज्जा होना, तफ़रीह होना, मशग़ूल होना

बहलना

जिस बात से जी ऊबा या दुःखी हो उसकी ओर से ध्यान हटकर दूसरी ओर जाना, झंझट या दुःख की बात भूलना और चित्त का दूसरी ओर लगना

बहाल-ए-बद

बुरे हाल से

बहाल आना

अपनी असली हालत या होश-ओ-हवास मैन आना, इफ़ाक़ा होना

बहाल-ए-परेशाँ

ख़राब हाल से, परेशान हाल से

बहाली-ए-अराज़ी

बहाल करना

ब-हाल-ए-बद

दे. ‘बहाले अब्तर'।

बहिला

ऐसी गाय या भैंस जो बच्चा न देती हो, बंध्या, बाँझ, जो बच्चा न दे (चौपायों के लिये), बाँझ, ठाँठ

बहेली

बे-हलक़ खाना

अत्यधिक खाना, अधिक घूस लेना

बे-हलावत

बेस्वाद, बेमज़ा

भाल

तेज, पुं० भाला, भालू (रीछ)

ब-हाल-ए-परेशाँ

दे. ‘बहालते परीशाँ' ।।

बेहाल-ए-हालत

बुरी अवस्था

भिल

भोल

वैश्य पिता और नटी माता से उत्पन्न संतान

भेल

भील

उक्त जाति का पुरुष। स्त्री० [?] वह मिट्टी जो ताल के सूखने पर निकलती है तथा जिस पर पपड़ी जमी होती है।

भल

एक प्रकार का तीर

भुल

buhl

पीतल, कछुवे की पीठ वग़ैरा के टुकड़े जिन से फ़र्नीचर की आराइश की जाती है

बे-हलक़

बहाली

पुर्नानयुक्ति, मुअत्तली से मुक्ति

बहुल

अधिक

बाहुल

कार्तिक मारा।

ब-हालत-ए-मौजूदा

उपस्थित अवस्था में, इस समय, इस हालत में।

ब-हालत-ए-परेशाँ

बुरे हालों में, बुरी अवस्था में, कंगाली में।

ब-हाल-ए-अबतर

बुरे हाल में, फटे हालों, दरिद्रता की दशा में।

ब-हालात-ए-मौजूदा

इस समय के हालात देखते हुए, इन दशाओं में।

बहेलिया

जो छोटे-मोटे पशु-पक्षियों को पकड़ता- मारता तथा उन्हें बेचकर अपनी जीविका का निर्वाह करता हो, शिकारी, अहेरी, व्याध, चिड़ीमार

ब-हाल-ए-ख़राब

दे. ‘बहाले अब्तर' ।

beheld

का माज़ी और माज़िया।

behalf

जानिब

ब-हलफ़

ब-हालत-ए-मजबूरी

बहालियात

ब-हाले कि

इस रूप में कि, जबकि, इस अवस्था में कि, ऐसे हाल में कि

ब-हालत

बि-हालिहि

भलाई

नेकी, भलापन, अच्छापन, अच्छा कार्य, कल्याण, उपकार, अच्छाई, हित, पुण्य का काम, कल्याणकारी क़दम, किसी के साथ किया जाने वाला उपकार

भलियाँ

मा-बिहिल-इफ़्तिराक़

वह जो एक-दूसरे से दूर करे, जिससे अंतर ज्ञात हो

भले

भली भाँति। अच्छी तरह। पूर्ण रूप से। उदा०-एहि बिधि भलेहिं सो रोग नसाहीं।-तुलसी।। पद-भले को उद्दिष्ट लाभ या हित के विचार से, अच्छा ही हुआ। जैसे-भले को मैं कुछ बोला ही नहीं, नहीं तो झगड़ा हो जाता। भले ही ऐसा हुआ करे। इसकी चिंता नहीं। इससे कोई हानि नहीं। जैसे-भले ही वह वहीं रहें। अव्य० खूब। वाह। ' काकु ' से नहीं का सूचक। जैसे-तुम कल शाम को आनेवाले थे, भले आये।

भलो

भला

(व्यक्ति) जो सदाचारी हो और दूसरों की भलाई या हित करना या चाहता हो, शुद्ध हृदय और सात्विक प्रवृत्तियोंवाला

भली

भला (रुक) की तानीस

मा-बिहिल-इश्तिराक

वह जिसके कारण से दो वस्तुओं में साझेदारी और समानता हो

भलता

एक झाड़ी

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को के अर्थदेखिए

ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को

KHasam kyaa sukh sahne ko yaa paTii se lag kar rone koخَصَم کیا سُکھ سَہْنے کو یا پَٹی سے لَگ کَر رونے کو

कहावत

ख़सम क्या सुख सहने को या पटी से लग कर रोने को के हिंदी अर्थ

  • हरकाम फ़ायदा की उम््ीद पर किया जाता है अगर फ़ायदा ना हो अबस है

Roman

خَصَم کیا سُکھ سَہْنے کو یا پَٹی سے لَگ کَر رونے کو کے اردو معانی

  • ہرکام فائدہ کی اُمید پر کیا جاتا ہے اگر فائدہ نہ ہو عبث ہے

Urdu meaning of KHasam kyaa sukh sahne ko yaa paTii se lag kar rone ko

  • harkaam faaydaa kii umiid par kiya jaataa hai agar faaydaa na ho abas hai

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बिहिल

क्षमा, मुआफ़

बहल

अत्यधिक, बहुत ज्यादा

बहाल

किसी को फिर से उसी हाल (दशा या हालत) में लाना जिसमें वह पहले रहा हो।

बेहाल

जिसका बेहाल अर्थात दशा बहुत बिगड़ गई हो, मरणासन्न, दुर्दशाग्रस्त, अचेत, बेखबर, संज्ञाहीन, बदहाल

बहिल

ऐसा मवेशी (गाय, भैंस या बकरी, आदि) जो बांझ हो

बाहिल

आवारागर्द

ब-हल

भूल

क़ुसूर,दोष,लग़्ज़िश, गुनाह,ग़लती,चूक,अज्ञान,असावधानता, भ्रम आदि के कारण कुछ का कुछ समझने और उसके फल-स्वरूप कोई अनुचित या गलत काम करने की अवस्था, या भाव, फ़ख़्र, घमंड

बहल-वान

बहल या बहली हाँकने वाला

बहल-बान

बहली का चलाने वाला, वो व्यक्ति जो बहली के पुर्ज़ों को खोलने बाँधने और बैलों को हँकाने की कला का जानकार हो

बहल-ख़ाना

वह जगह जहाँ रथ खड़ी की जाए और उससे संबंधिक सामान रखा जाए

बहल जाना

दिल लगना, मुतवज्जा होना, तफ़रीह होना, मशग़ूल होना

बहलना

जिस बात से जी ऊबा या दुःखी हो उसकी ओर से ध्यान हटकर दूसरी ओर जाना, झंझट या दुःख की बात भूलना और चित्त का दूसरी ओर लगना

बहाल-ए-बद

बुरे हाल से

बहाल आना

अपनी असली हालत या होश-ओ-हवास मैन आना, इफ़ाक़ा होना

बहाल-ए-परेशाँ

ख़राब हाल से, परेशान हाल से

बहाली-ए-अराज़ी

बहाल करना

ब-हाल-ए-बद

दे. ‘बहाले अब्तर'।

बहिला

ऐसी गाय या भैंस जो बच्चा न देती हो, बंध्या, बाँझ, जो बच्चा न दे (चौपायों के लिये), बाँझ, ठाँठ

बहेली

बे-हलक़ खाना

अत्यधिक खाना, अधिक घूस लेना

बे-हलावत

बेस्वाद, बेमज़ा

भाल

तेज, पुं० भाला, भालू (रीछ)

ब-हाल-ए-परेशाँ

दे. ‘बहालते परीशाँ' ।।

बेहाल-ए-हालत

बुरी अवस्था

भिल

भोल

वैश्य पिता और नटी माता से उत्पन्न संतान

भेल

भील

उक्त जाति का पुरुष। स्त्री० [?] वह मिट्टी जो ताल के सूखने पर निकलती है तथा जिस पर पपड़ी जमी होती है।

भल

एक प्रकार का तीर

भुल

buhl

पीतल, कछुवे की पीठ वग़ैरा के टुकड़े जिन से फ़र्नीचर की आराइश की जाती है

बे-हलक़

बहाली

पुर्नानयुक्ति, मुअत्तली से मुक्ति

बहुल

अधिक

बाहुल

कार्तिक मारा।

ब-हालत-ए-मौजूदा

उपस्थित अवस्था में, इस समय, इस हालत में।

ब-हालत-ए-परेशाँ

बुरे हालों में, बुरी अवस्था में, कंगाली में।

ब-हाल-ए-अबतर

बुरे हाल में, फटे हालों, दरिद्रता की दशा में।

ब-हालात-ए-मौजूदा

इस समय के हालात देखते हुए, इन दशाओं में।

बहेलिया

जो छोटे-मोटे पशु-पक्षियों को पकड़ता- मारता तथा उन्हें बेचकर अपनी जीविका का निर्वाह करता हो, शिकारी, अहेरी, व्याध, चिड़ीमार

ब-हाल-ए-ख़राब

दे. ‘बहाले अब्तर' ।

beheld

का माज़ी और माज़िया।

behalf

जानिब

ब-हलफ़

ब-हालत-ए-मजबूरी

बहालियात

ब-हाले कि

इस रूप में कि, जबकि, इस अवस्था में कि, ऐसे हाल में कि

ब-हालत

बि-हालिहि

भलाई

नेकी, भलापन, अच्छापन, अच्छा कार्य, कल्याण, उपकार, अच्छाई, हित, पुण्य का काम, कल्याणकारी क़दम, किसी के साथ किया जाने वाला उपकार

भलियाँ

मा-बिहिल-इफ़्तिराक़

वह जो एक-दूसरे से दूर करे, जिससे अंतर ज्ञात हो

भले

भली भाँति। अच्छी तरह। पूर्ण रूप से। उदा०-एहि बिधि भलेहिं सो रोग नसाहीं।-तुलसी।। पद-भले को उद्दिष्ट लाभ या हित के विचार से, अच्छा ही हुआ। जैसे-भले को मैं कुछ बोला ही नहीं, नहीं तो झगड़ा हो जाता। भले ही ऐसा हुआ करे। इसकी चिंता नहीं। इससे कोई हानि नहीं। जैसे-भले ही वह वहीं रहें। अव्य० खूब। वाह। ' काकु ' से नहीं का सूचक। जैसे-तुम कल शाम को आनेवाले थे, भले आये।

भलो

भला

(व्यक्ति) जो सदाचारी हो और दूसरों की भलाई या हित करना या चाहता हो, शुद्ध हृदय और सात्विक प्रवृत्तियोंवाला

भली

भला (रुक) की तानीस

मा-बिहिल-इश्तिराक

वह जिसके कारण से दो वस्तुओं में साझेदारी और समानता हो

भलता

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