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भोज

चन्द्रवंशी क्षत्रियों का एक कुल या शाखा।

भोज्य

खाए जाने के योग्य

भोजू

= भोजन

भोज्ना

رک: بھوجن .

भोज-पतर

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोज-पतोर

پالک کے ساگ کے بیسن چڑھا کرتلے ہوئے تھے پتور (رک) .

भोजनिया

رک: بھوجیہ .

भोज-पूर

भारत में पटना और भागलपुर के इलाक़े का नाम

भोज्नम

بھوجن (رک) .

भोज-पारा

بعض قسم کی ترکاریوں کے بیسن چڑھا کر تلے ہوئے قتلے جیسے ٹماٹر بین٘گن گاجر وغیرہ .

भोजपुरी

भोजपुर-संबंधी, भोजपुर का निवासी, भोजपुर में बोली जाने वाली भाषा, हिन्दी की एक बोली

भोजपत्र

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोजपत्र

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोजन

पेट भरने के लिए खाया जाने वाला पदार्थ, खाना, खाद्य पदार्थ, आहार, भूख मिटाने के उद्देश्य से प्रायः भर पेट खाये जानेवाले खाद्य पदार्थ, खाने की सामग्री

भोज-पत्तर

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोज-पत्तल

खाना खाने का पत्तों का नीज़ धात का बना हुआ थाली नुमा ज़र्फ़

भोजन-ख़र्च

खाने का ख़र्च

भोज न भात नीहरू का समाद

देना न लेना झूठी मुहब्बत जताना

भोजपुर में जाइयो मत जाइयो तो खाइयो मत खाइयो तो सोइयो मत सोइयो तो टोहियो मत टोहियो तो रोइयो मत

भोज पर के लोग बड़े सार्क होते हैं इस लिए नसीहत की गई है कि अव्वल तो वहां ना जाना और अगर जाना तो खाना ना खाना और अगर खाना पड़े तो सोना मत और अगर सोना पड़े तो अपनी हिमियानी मिट टटोलना और अगर टटोलना तो मत रोना कीवनका उस वक़्त तक वो चोरी होचुकी होगी

भोजला पहाड़ी के पत्थर खाओ

यहाँ खाने की कोई वस्तु नहीं अगर हाज़मा क़वी है तो भोजला पहाड़ी का पत्थर हाज़िर है

भोजन ना भात नीहर का साध

हिंदू विधवा की दशा अत्यधिक दया योग्य होती है न खाना न कपड़ा न मैके की ख़बर

भोजन करना

खाना खाना

भोजन चखना

खाना, रोटी खाना

भोजन परोसना

भोजन खिलाना, भोजन निकाल कर देना

ब्रह्म-भोज

बहुत से ब्राह्मणों को एक साथ पंगत में बैठाकर भोजन कराना

भाग-भोज

राजा, बादशाह

राजा-भोज

ایک بادشاہ جو اپنی دولت کے سبب بہت مشہور ہے .

ऊख-भोज

وہ دن جس میں گنے کی کاشت کی جائے

कमाए न धमाए , मौ को भोज भोज खाए

(औरत अपने निखटू् ख़ावंद की शिकायत करती है) कमाता कुछ नहीं और मुझे तंग करता रहता है, नकठो आदमी हमेशा बीवी के लिए मुसीबत होता है

कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज कहाँ गंगुवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज कहाँ कंगला तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज कहाँ ननवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कुजा राजा भोज , कुजा गंगा तेली

कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा तीली, चह निसबत ख़ाक रा बा आलिम पाक (जहां हैसियत का ज़्यादा फ़र्क़ हो वहां बोलते हैं)

कहाँ राजा भोज , कहाँ गंगवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ ननवा तेली, कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा तीली

कहाँ गंगू तेली और कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा / गंवा तीली

कहां गांगला तेली और कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा / गंग॒वा, तीली

कहाँ गंगा तेली और कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा / गंग॒वा, तीली

कहाँ गंगवा तेली और कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा / गंवा तीली

कहाँ राजा भोज और कहाँ भुजवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

दादा मरते हैं तो भोज करते हैं

हिंदू बुजुर्गों के मरने पर खूब मजे उड़ाए जाते हैं

कहाँ राजा भोज और कहाँ ननवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज और कहाँ गांगना तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज और कहाँ गाँगला तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

अंभोज-जन्मा

ब्रह्मा

अंभोज-योनि

ब्रह्मा

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कमाए न धमाए , मौ को भोज भोज खाए के अर्थदेखिए

कमाए न धमाए , मौ को भोज भोज खाए

kamaa.e na dhamaa.e , mau ko bhoj bhoj khaa.eکَمائے نَہ دَھمائے ، مَو کو بھوج بھوج کھائے

कहावत

कमाए न धमाए , मौ को भोज भोज खाए के हिंदी अर्थ

  • (औरत अपने निखटू् ख़ावंद की शिकायत करती है) कमाता कुछ नहीं और मुझे तंग करता रहता है, नकठो आदमी हमेशा बीवी के लिए मुसीबत होता है

کَمائے نَہ دَھمائے ، مَو کو بھوج بھوج کھائے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • (عورت اپنے نکھٹو خاوند کی شکایت کرتی ہے) کماتا کُچھ نہیں اور مجھے تنگ کرتا رہتا ہے ، نکٹھو آدمی ہمیشہ بیوی کے لیے مصیبت ہوتا ہے .

Urdu meaning of kamaa.e na dhamaa.e , mau ko bhoj bhoj khaa.e

  • Roman
  • Urdu

  • (aurat apne nikhTuuX Khaavand kii shikaayat kartii hai) kamaataa kuchh nahii.n aur mujhe tang kartaa rahtaa hai, nakTho aadamii hamesha biivii ke li.e musiibat hotaa hai

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भोज

चन्द्रवंशी क्षत्रियों का एक कुल या शाखा।

भोज्य

खाए जाने के योग्य

भोजू

= भोजन

भोज्ना

رک: بھوجن .

भोज-पतर

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोज-पतोर

پالک کے ساگ کے بیسن چڑھا کرتلے ہوئے تھے پتور (رک) .

भोजनिया

رک: بھوجیہ .

भोज-पूर

भारत में पटना और भागलपुर के इलाक़े का नाम

भोज्नम

بھوجن (رک) .

भोज-पारा

بعض قسم کی ترکاریوں کے بیسن چڑھا کر تلے ہوئے قتلے جیسے ٹماٹر بین٘گن گاجر وغیرہ .

भोजपुरी

भोजपुर-संबंधी, भोजपुर का निवासी, भोजपुर में बोली जाने वाली भाषा, हिन्दी की एक बोली

भोजपत्र

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोजपत्र

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोजन

पेट भरने के लिए खाया जाने वाला पदार्थ, खाना, खाद्य पदार्थ, आहार, भूख मिटाने के उद्देश्य से प्रायः भर पेट खाये जानेवाले खाद्य पदार्थ, खाने की सामग्री

भोज-पत्तर

ऊँचे पर्वतों पर होने वाला मझोले आकार के एक वृक्ष की छाल जो प्राचीन काल में ग्रंथ और लेख आदि लिखने के काम आती थी, जिसे हुक़्क़े की नाल पर लपेटा जाता था

भोज-पत्तल

खाना खाने का पत्तों का नीज़ धात का बना हुआ थाली नुमा ज़र्फ़

भोजन-ख़र्च

खाने का ख़र्च

भोज न भात नीहरू का समाद

देना न लेना झूठी मुहब्बत जताना

भोजपुर में जाइयो मत जाइयो तो खाइयो मत खाइयो तो सोइयो मत सोइयो तो टोहियो मत टोहियो तो रोइयो मत

भोज पर के लोग बड़े सार्क होते हैं इस लिए नसीहत की गई है कि अव्वल तो वहां ना जाना और अगर जाना तो खाना ना खाना और अगर खाना पड़े तो सोना मत और अगर सोना पड़े तो अपनी हिमियानी मिट टटोलना और अगर टटोलना तो मत रोना कीवनका उस वक़्त तक वो चोरी होचुकी होगी

भोजला पहाड़ी के पत्थर खाओ

यहाँ खाने की कोई वस्तु नहीं अगर हाज़मा क़वी है तो भोजला पहाड़ी का पत्थर हाज़िर है

भोजन ना भात नीहर का साध

हिंदू विधवा की दशा अत्यधिक दया योग्य होती है न खाना न कपड़ा न मैके की ख़बर

भोजन करना

खाना खाना

भोजन चखना

खाना, रोटी खाना

भोजन परोसना

भोजन खिलाना, भोजन निकाल कर देना

ब्रह्म-भोज

बहुत से ब्राह्मणों को एक साथ पंगत में बैठाकर भोजन कराना

भाग-भोज

राजा, बादशाह

राजा-भोज

ایک بادشاہ جو اپنی دولت کے سبب بہت مشہور ہے .

ऊख-भोज

وہ دن جس میں گنے کی کاشت کی جائے

कमाए न धमाए , मौ को भोज भोज खाए

(औरत अपने निखटू् ख़ावंद की शिकायत करती है) कमाता कुछ नहीं और मुझे तंग करता रहता है, नकठो आदमी हमेशा बीवी के लिए मुसीबत होता है

कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज कहाँ गंगुवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज कहाँ कंगला तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज कहाँ ननवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कुजा राजा भोज , कुजा गंगा तेली

कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा तीली, चह निसबत ख़ाक रा बा आलिम पाक (जहां हैसियत का ज़्यादा फ़र्क़ हो वहां बोलते हैं)

कहाँ राजा भोज , कहाँ गंगवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ ननवा तेली, कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा तीली

कहाँ गंगू तेली और कहाँ राजा भोज

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कहां गांगला तेली और कहाँ राजा भोज

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कहाँ गंगा तेली और कहाँ राजा भोज

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कहाँ गंगवा तेली और कहाँ राजा भोज

रुक : कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा / गंवा तीली

कहाँ राजा भोज और कहाँ भुजवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

दादा मरते हैं तो भोज करते हैं

हिंदू बुजुर्गों के मरने पर खूब मजे उड़ाए जाते हैं

कहाँ राजा भोज और कहाँ ननवा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगा तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज और कहाँ गांगना तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

कहाँ राजा भोज और कहाँ गाँगला तेली

उच्च कुल के व्यक्ति एवं तुच्छ व्यक्ति का क्या मुक़ाबला

अंभोज-जन्मा

ब्रह्मा

अंभोज-योनि

ब्रह्मा

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