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"जिसे पिया चाहे वही सुहागन क्या साँवली क्या गोरी" शब्द से संबंधित परिणाम

चाहे

' यदि जी चाहे ' का संक्षिप्त रूप। यदि जी चाहे। यदि मन में आवे। जैसे-(क) चाहे यहाँ रहो, चाहे वहाँ। (ख) जो चाहे सो करो।

चाहा

चाहा2 (सं.)

चाहो

तुम्हारा दिल चाहे, तुम्हारी मर्ज़ी, जो तुम्हें पसंद हो मुख़ाज़िब को दो बातों या कामों में इख़तियार देने या इन दोनों को एक हुक्म में दाख़िल करने के लिए मुस्तामल, या, ख़ाह, चाहे

चाही

वह ज़मीन जो कुएँ के पानी से सींची जाती हो

चाहे जो

whichever, whoever

चाहे सो हो

अंजाम की पर्वा नहीं, कुछ भी क्यों ना हो

चाहे ओढ़ो चाहे बिछाओ

जो मन में आए करो, इतने में कुछ नहीं हो सकता, अपर्याप्त चीज़ के लिए कहते हैं

चाहेता

दरकार है, मुनासिब है, ज़रूरी है, उचित है, उपयुक्त है, उचित, मुनासिब या वाजिब है, आवश्यकता या जरूरत है

चाहे जो हो

चाहे जो कुछ भी हो, कितना ही बुरा परिणाम क्यों न हो, कितनी भी मुसीबत क्यों न उठानी पड़े

चाहे कोदों दलाले , चाहे मंडवा पिसाले

दमी से एक वक़्त में एक ही काम होसकता है , जो काम मर्ज़ी है कराले में तेरे इख़तियार में हूँ औरत ख़ावंद से कहती है

चाहे इधर से नाक पकड़ो चाहे उधर से

बात एक ही है, हर तरह बराबर है

चाहे सियाह करो चाहे सुफ़ेद

तुम्हें सभी प्रकार का अधिकार है, संप्रभु हो

चाहे जितना

however much or great, however much

चाहे मुर्दा दोज़ख़ में जाए चाहे बहिश्त में , अपने हल्वे माँडे से ग़रज़

किसी दूसरे की पर्वा ना करते हुए अपनी बेहतरी पर नज़र रखना, ख़ुदग़रज़ी दिखाने के मौक़ा पर कहते हैं

चाहे जो भी

चाहे कोई भी हो, चाहे कुछ भी हो, जो भी हो

चाहे दुनिया इधर की उधर हो जाए

भले ही सब कुछ ग़लत हो जाए, चाहे कैसी भी क्रांति क्यों न आए

चाहे जैसी क़सम ले लो

क़सम खाने को तैय्यार हूँ, यक़ीन दिलाने के लिए कहते हैं

चाहे जिया जाए लगी न छूटे

मोहब्बत और इश्क़ से पीछे न हटना चाहिए, चाहे कुछ भी हो

चाहे जो रंग रंगाओ खिलेगा अमवा

चाहे जो करो, हर तरह से बे जे़ब ही रहेगा

चाहिए

दरकार है, मुनासिब है, ज़रूरी है, उचित है, उपयुक्त है, उचित, मुनासिब या वाजिब है, आवश्यकता या जरूरत है

छा

overcast, overshadow

छे

six

छ:

छः

छौ

craving, desire

छी

घृणासूचक शब्द; घिन प्रकट करने का शब्द; अनादर या अरुचि व्यंजक शब्द।

छाई

छाया,छाईं,परछाईऐं

चाह-ए-ज़ेज

भूमिगत, ज़मीन के नीचे, जंतर मंतर

चाह-ए-ज़क़न

वह छोटा सा गड्ढा जो ठुड्डी में होता है, चिबुक-कूपिका

चाह-ए-कनआँ'

सीरिया में वह अंधा कुआँ जिसमें पैग़म्बर यूसुफ़ को उनके सौतेले भाइयों ने डाला था

चाह-ए-बे-आब

वह कुआं जिसमें पानी न हो, बंद कुआं, अंधा कुआं, सूखा कुआं (प्रतीकात्मक) निरर्थक, फलहीन

चाह-ए-नाफ़

नाभिकूप, टुंडी, तुंडी।

चाह-ए-ग़द्दार

गहरा कुआं, ऐसा गहरा कुआं जिसके निचले भाग का पता न चले

चाह-ए-बीज़न

(एतिहासिक) वह कुँवाँ जिसमें तूरान के बादशाह अफ़्रासियाब ने रुस्तम के भांजे मोनीज़ा बिंते अफ़्रासियाब से प्रेम करने के जुर्म में क़ैद कर दिया था, जब रुस्तम को इस घटना की सूचना मिली तो ताजिरों के भेस में ईरान से तूरान गया और उसे छुड़ा कर लाया

चाह-ए-ज़नख़

ठुड्डी का गड्ढा, वो छोटा सा गढ़ा जो ठुड्डी में होता है

चाह-ए-ग़बग़ब

वो छोटा सा गड्ढा जो गालों में पड़ता है

चाह-ए-पस्त

संसार, जगत, दुनिया

चाह-ए-निस्याँ

अंधा कुआँ, जिसमें पानी न हो और ध्वस्त हो गया हो

चाह-ए-ज़मज़म

मक्का के उस चश्मे का नाम है जिससे ज़म-ज़म का पानी निकलता है, प्यास की तेज़ी में पैग़म्बर इस्माईल के एड़ीयाँ रगड़ने पर ख़ुदा की आज्ञा से वहाँ एक चशमा उबलने लगा जिसे ज़म-ज़म कहा गया कुछ समय बाद यह चशमा सूख गया फिर अधिक समय गुज़रने के बाद अब्दुल मुत्तलिब (पैग़म्बर मुहम्मद के दादा) को सच्चे सपने में उस स्थान पर कुवाँ खोदने के लिए कहा गया उन्होंने ख़ाना-ए-काबा के क़रीब कुवाँ खुदवाया तो वह चाहे ज़मज़म के नाम से प्रसिद्ध हुआ और आज तक जारी है और लाखों हाजी इससे लाभान्वित होते हैं

चाह-ए-बीझ़न

(एतिहासिक) वह कुँवाँ जिसमें तूरान के बादशाह अफ़्रासियाब ने रुस्तम के भांजे मोनीज़ा बिंते अफ़्रासियाब से प्रेम करने के जुर्म में क़ैद कर दिया था, जब रुस्तम को इस घटना की सूचना मिली तो ताजिरों के भेस में ईरान से तूरान गया और उसे छुड़ा कर लाया

चाह-ए-मुक़न्ना'

नख़्शब (तुकिस्तान का एक नगर) का वह ग़ार जहाँ से उस समय के प्रसिद्ध वैज्ञानिक हकीम इब्ने मुक़न्ना ने एक कृत्रिम चंद्रमा उदय किया था, जो चोरों ओर बारह-बारह मील रौशनी देता था और दिन को ग़ार में छिप जाता था

चाह-ए-ख़स-पोश

घास से ढका हुआ कुआँ, तृणाच्छन्न कूप

चाह-ए-नख़शब

नख़्शब (तुकिस्तान का एक नगर) का वह ग़ार जहाँ से उस समय के प्रसिद्ध वैज्ञानिक हकीम इब्ने मुक़न्ना ने एक कृत्रिम चंद्रमा उदय किया था, जो चोरों ओर बारह-बारह मील रौशनी देता था और दिन को ग़ार में छिप जाता था

चाह-ए-ज़नख़दाँ

ठोड़ी के नीचे पड़ने वाला छोटा गड्ढा

चाह-ए-ज़ेर-काह

घास से ढका हुआ कुआँ, तृणाच्छन्न कूप

चाह-ए-यूसुफ़

सीरिया में वह अंधा कुआँ जिसमें पैग़म्बर यूसुफ़ को उनके सौतेले भाइयों ने डाला था

चाह-ए-बाबिल

वह कुआँ जिसमें ‘हारूत' और ‘मारूत' नाम के दो फ़िरिश्ते बंद है, और जो लोगों को जादू सिखाते हैं

चाह-ए-तारीक

अंधा कुआँ, वह कुआँ जो पुराने ज़माने में कारागार के रूप में प्रयुक्त होता था

चाह-ए-सीमाब

वह गड्ढा जो पारे की कान के क़रीब खोद कर उसमें पारा जमा करते हैं

चाह-ए-बाबिल के धुँवें उड़ाना

इतना अधिक धुवाँ छोड़ना कि बाबुल के कुएँ को मात दे देना

चाह-ए-पुख़्ता

पक्का कुआँ

चाह-ए-रुसतम

(सांकेतिक प्रसंग) वह कुवाँ जिसमें रुस्तम के भाई शग़ाद ने भाले और बरछे गाड़ दिए थे और उसमें मक्कारी से रुस्तम को रख़्श नामी घोड़े समेत गिरा कर हलाक कर दिया था

चाह-ए-बे-तारीक

fruitless

चाह-ए-बाबिल का धुँवाँ

बाबुल नामी कुँवें से उठने वाला या उसमें भरा हुआ धुवाँ जो कष्ट का संकेत है

चाह-ए-बाबिल का दूद

बाबुल नामी कुँवें से उठने वाला या इस में भरा हुआ धुँवाँ जो कष्ट का संकेत है

चाह-ए-महए-मिस्र

सीरिया में वह अंधा कुआँ जिसमें पैग़म्बर यूसुफ़ को उनके सौतेले भाइयों ने डाला था

छुआ

#NAME

छऊ

(تن٘بولی) ایک مہینے تک کی عمر کا کچا اور نیا پان جو کھانے کے قابل نہ ہو، پان کو تین مہینے سے پہلے بیل سے نہیں توڑا جاتا کیونکہ اس سے قبل وہ کھانے کے قابل نہیں سمجھا جاتا.

चोहा

کچی کن٘یاں یا ایسا گہرا گڑھا جس میں اطراف کا پانی جھر کر آئے ، رک : چوا ، چویا.

चहा

चितकबरे रंग का एक प्रकार का पक्षी जो कीचड़ में के कीड़े-मकोड़े खाता है और जिसका मांस बहुत स्वादिष्ट माना जाता है

छ'ओा

تر متی (رک) کا نر

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में जिसे पिया चाहे वही सुहागन क्या साँवली क्या गोरी के अर्थदेखिए

जिसे पिया चाहे वही सुहागन क्या साँवली क्या गोरी

jise piyaa chaahe vahii suhaagan kyaa saa.nvlii kyaa goriiجسے پِیا چاہے وہی سُہاگَن کیا سانولی کیا گوری

अथवा : पिया जिसे चाहे वही सुहागन, जिस को पिया चाहे वही सुहागन, जिसे पी चाहे वही सुहागन, पिया जिसे चाहे वही सुहागन

कहावत

जिसे पिया चाहे वही सुहागन क्या साँवली क्या गोरी के हिंदी अर्थ

  • जिसे मालिक चाहता है वही उच्च स्थान पर पहुँचता है चाहे उस में गुण हो या न हो
  • विवाहित जीवन उसी स्त्री का सफल है जिसे उसका पति चाहे
  • प्रतिष्ठा एवं सम्मान महत्वता से है मालिक जिसको अच्छा समझे वही अच्छा है
  • मालिक जिसे पसंद करता है वह सब से अच्छा होता है चाहे उस का चेहरा कैसा भी हो

English meaning of jise piyaa chaahe vahii suhaagan kyaa saa.nvlii kyaa gorii

  • a happily married woman is one who has the love of her husband
  • favourite will always get preference
  • master's favourite rules the roost

جسے پِیا چاہے وہی سُہاگَن کیا سانولی کیا گوری کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جس پر مالک کی نظر ہوتی ہے وہی اعلی مقام پر پہنچتا ہے چاہے اس میں خوبی ہو یا نہ ہو
  • شادی شدہ زندگی اُسی عورت کی کامیاب ہے جس کو اُس کا شوہر چاہتا ہو
  • جسے مالک پسند کرے وہ سب سے اچھا ہے خواہ اس کی شکل کیسی ہی ہو
  • عزت و وقعت محبت سے ہے، مالک جس کو اچھا سمجھے وہی اچھا ہے

    مثال بات یہ ہے کہ جسے پیا چاہے وہ ہی سہاگن...گورے کالے پر کچھ نہیں موقوف.(۱۸۹۲ ؟، خدائی فوجدار، ۱۶۸:۱) دراصل بات تو یہ ہے کہ جسے پیا چاہے وہی سہاگن۔(۱۹۵۸، ہمیں چراغ ہمیں پروانے، ۴۱۱) مثل ہے جسے چاہے پی وہ سہاگن وہ بہتر سے بہتر میں بد تر سے بدتر (جان صاحب) کیا خطا تھی یہ مری جس کا عوض تم نے لیا سچ ہے وہ ہی ہے سہاگن کہ جسے چاہے پیا (۱۸۷۹، جان صاحب (نوراللغات)

Urdu meaning of jise piyaa chaahe vahii suhaagan kyaa saa.nvlii kyaa gorii

  • Roman
  • Urdu

  • jis par maalik kii nazar hotii hai vahii aalii muqaam par pahunchtaa hai chaahe is me.n Khuubii ho ya na ho
  • shaadiishudaa zindgii usii aurat kii kaamyaab hai jis ko is ka shauhar chaahtaa ho
  • jise maalik pasand kare vo sab se achchhaa hai Khaah us kii shakl kaisii hii ho
  • izzat-o-vaqaat muhabbat se hai, maalik jis ko achchhaa samjhe vahii achchhaa hai

खोजे गए शब्द से संबंधित

चाहे

' यदि जी चाहे ' का संक्षिप्त रूप। यदि जी चाहे। यदि मन में आवे। जैसे-(क) चाहे यहाँ रहो, चाहे वहाँ। (ख) जो चाहे सो करो।

चाहा

चाहा2 (सं.)

चाहो

तुम्हारा दिल चाहे, तुम्हारी मर्ज़ी, जो तुम्हें पसंद हो मुख़ाज़िब को दो बातों या कामों में इख़तियार देने या इन दोनों को एक हुक्म में दाख़िल करने के लिए मुस्तामल, या, ख़ाह, चाहे

चाही

वह ज़मीन जो कुएँ के पानी से सींची जाती हो

चाहे जो

whichever, whoever

चाहे सो हो

अंजाम की पर्वा नहीं, कुछ भी क्यों ना हो

चाहे ओढ़ो चाहे बिछाओ

जो मन में आए करो, इतने में कुछ नहीं हो सकता, अपर्याप्त चीज़ के लिए कहते हैं

चाहेता

दरकार है, मुनासिब है, ज़रूरी है, उचित है, उपयुक्त है, उचित, मुनासिब या वाजिब है, आवश्यकता या जरूरत है

चाहे जो हो

चाहे जो कुछ भी हो, कितना ही बुरा परिणाम क्यों न हो, कितनी भी मुसीबत क्यों न उठानी पड़े

चाहे कोदों दलाले , चाहे मंडवा पिसाले

दमी से एक वक़्त में एक ही काम होसकता है , जो काम मर्ज़ी है कराले में तेरे इख़तियार में हूँ औरत ख़ावंद से कहती है

चाहे इधर से नाक पकड़ो चाहे उधर से

बात एक ही है, हर तरह बराबर है

चाहे सियाह करो चाहे सुफ़ेद

तुम्हें सभी प्रकार का अधिकार है, संप्रभु हो

चाहे जितना

however much or great, however much

चाहे मुर्दा दोज़ख़ में जाए चाहे बहिश्त में , अपने हल्वे माँडे से ग़रज़

किसी दूसरे की पर्वा ना करते हुए अपनी बेहतरी पर नज़र रखना, ख़ुदग़रज़ी दिखाने के मौक़ा पर कहते हैं

चाहे जो भी

चाहे कोई भी हो, चाहे कुछ भी हो, जो भी हो

चाहे दुनिया इधर की उधर हो जाए

भले ही सब कुछ ग़लत हो जाए, चाहे कैसी भी क्रांति क्यों न आए

चाहे जैसी क़सम ले लो

क़सम खाने को तैय्यार हूँ, यक़ीन दिलाने के लिए कहते हैं

चाहे जिया जाए लगी न छूटे

मोहब्बत और इश्क़ से पीछे न हटना चाहिए, चाहे कुछ भी हो

चाहे जो रंग रंगाओ खिलेगा अमवा

चाहे जो करो, हर तरह से बे जे़ब ही रहेगा

चाहिए

दरकार है, मुनासिब है, ज़रूरी है, उचित है, उपयुक्त है, उचित, मुनासिब या वाजिब है, आवश्यकता या जरूरत है

छा

overcast, overshadow

छे

six

छ:

छः

छौ

craving, desire

छी

घृणासूचक शब्द; घिन प्रकट करने का शब्द; अनादर या अरुचि व्यंजक शब्द।

छाई

छाया,छाईं,परछाईऐं

चाह-ए-ज़ेज

भूमिगत, ज़मीन के नीचे, जंतर मंतर

चाह-ए-ज़क़न

वह छोटा सा गड्ढा जो ठुड्डी में होता है, चिबुक-कूपिका

चाह-ए-कनआँ'

सीरिया में वह अंधा कुआँ जिसमें पैग़म्बर यूसुफ़ को उनके सौतेले भाइयों ने डाला था

चाह-ए-बे-आब

वह कुआं जिसमें पानी न हो, बंद कुआं, अंधा कुआं, सूखा कुआं (प्रतीकात्मक) निरर्थक, फलहीन

चाह-ए-नाफ़

नाभिकूप, टुंडी, तुंडी।

चाह-ए-ग़द्दार

गहरा कुआं, ऐसा गहरा कुआं जिसके निचले भाग का पता न चले

चाह-ए-बीज़न

(एतिहासिक) वह कुँवाँ जिसमें तूरान के बादशाह अफ़्रासियाब ने रुस्तम के भांजे मोनीज़ा बिंते अफ़्रासियाब से प्रेम करने के जुर्म में क़ैद कर दिया था, जब रुस्तम को इस घटना की सूचना मिली तो ताजिरों के भेस में ईरान से तूरान गया और उसे छुड़ा कर लाया

चाह-ए-ज़नख़

ठुड्डी का गड्ढा, वो छोटा सा गढ़ा जो ठुड्डी में होता है

चाह-ए-ग़बग़ब

वो छोटा सा गड्ढा जो गालों में पड़ता है

चाह-ए-पस्त

संसार, जगत, दुनिया

चाह-ए-निस्याँ

अंधा कुआँ, जिसमें पानी न हो और ध्वस्त हो गया हो

चाह-ए-ज़मज़म

मक्का के उस चश्मे का नाम है जिससे ज़म-ज़म का पानी निकलता है, प्यास की तेज़ी में पैग़म्बर इस्माईल के एड़ीयाँ रगड़ने पर ख़ुदा की आज्ञा से वहाँ एक चशमा उबलने लगा जिसे ज़म-ज़म कहा गया कुछ समय बाद यह चशमा सूख गया फिर अधिक समय गुज़रने के बाद अब्दुल मुत्तलिब (पैग़म्बर मुहम्मद के दादा) को सच्चे सपने में उस स्थान पर कुवाँ खोदने के लिए कहा गया उन्होंने ख़ाना-ए-काबा के क़रीब कुवाँ खुदवाया तो वह चाहे ज़मज़म के नाम से प्रसिद्ध हुआ और आज तक जारी है और लाखों हाजी इससे लाभान्वित होते हैं

चाह-ए-बीझ़न

(एतिहासिक) वह कुँवाँ जिसमें तूरान के बादशाह अफ़्रासियाब ने रुस्तम के भांजे मोनीज़ा बिंते अफ़्रासियाब से प्रेम करने के जुर्म में क़ैद कर दिया था, जब रुस्तम को इस घटना की सूचना मिली तो ताजिरों के भेस में ईरान से तूरान गया और उसे छुड़ा कर लाया

चाह-ए-मुक़न्ना'

नख़्शब (तुकिस्तान का एक नगर) का वह ग़ार जहाँ से उस समय के प्रसिद्ध वैज्ञानिक हकीम इब्ने मुक़न्ना ने एक कृत्रिम चंद्रमा उदय किया था, जो चोरों ओर बारह-बारह मील रौशनी देता था और दिन को ग़ार में छिप जाता था

चाह-ए-ख़स-पोश

घास से ढका हुआ कुआँ, तृणाच्छन्न कूप

चाह-ए-नख़शब

नख़्शब (तुकिस्तान का एक नगर) का वह ग़ार जहाँ से उस समय के प्रसिद्ध वैज्ञानिक हकीम इब्ने मुक़न्ना ने एक कृत्रिम चंद्रमा उदय किया था, जो चोरों ओर बारह-बारह मील रौशनी देता था और दिन को ग़ार में छिप जाता था

चाह-ए-ज़नख़दाँ

ठोड़ी के नीचे पड़ने वाला छोटा गड्ढा

चाह-ए-ज़ेर-काह

घास से ढका हुआ कुआँ, तृणाच्छन्न कूप

चाह-ए-यूसुफ़

सीरिया में वह अंधा कुआँ जिसमें पैग़म्बर यूसुफ़ को उनके सौतेले भाइयों ने डाला था

चाह-ए-बाबिल

वह कुआँ जिसमें ‘हारूत' और ‘मारूत' नाम के दो फ़िरिश्ते बंद है, और जो लोगों को जादू सिखाते हैं

चाह-ए-तारीक

अंधा कुआँ, वह कुआँ जो पुराने ज़माने में कारागार के रूप में प्रयुक्त होता था

चाह-ए-सीमाब

वह गड्ढा जो पारे की कान के क़रीब खोद कर उसमें पारा जमा करते हैं

चाह-ए-बाबिल के धुँवें उड़ाना

इतना अधिक धुवाँ छोड़ना कि बाबुल के कुएँ को मात दे देना

चाह-ए-पुख़्ता

पक्का कुआँ

चाह-ए-रुसतम

(सांकेतिक प्रसंग) वह कुवाँ जिसमें रुस्तम के भाई शग़ाद ने भाले और बरछे गाड़ दिए थे और उसमें मक्कारी से रुस्तम को रख़्श नामी घोड़े समेत गिरा कर हलाक कर दिया था

चाह-ए-बे-तारीक

fruitless

चाह-ए-बाबिल का धुँवाँ

बाबुल नामी कुँवें से उठने वाला या उसमें भरा हुआ धुवाँ जो कष्ट का संकेत है

चाह-ए-बाबिल का दूद

बाबुल नामी कुँवें से उठने वाला या इस में भरा हुआ धुँवाँ जो कष्ट का संकेत है

चाह-ए-महए-मिस्र

सीरिया में वह अंधा कुआँ जिसमें पैग़म्बर यूसुफ़ को उनके सौतेले भाइयों ने डाला था

छुआ

#NAME

छऊ

(تن٘بولی) ایک مہینے تک کی عمر کا کچا اور نیا پان جو کھانے کے قابل نہ ہو، پان کو تین مہینے سے پہلے بیل سے نہیں توڑا جاتا کیونکہ اس سے قبل وہ کھانے کے قابل نہیں سمجھا جاتا.

चोहा

کچی کن٘یاں یا ایسا گہرا گڑھا جس میں اطراف کا پانی جھر کر آئے ، رک : چوا ، چویا.

चहा

चितकबरे रंग का एक प्रकार का पक्षी जो कीचड़ में के कीड़े-मकोड़े खाता है और जिसका मांस बहुत स्वादिष्ट माना जाता है

छ'ओा

تر متی (رک) کا نر

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