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बख़्शिश

क्षमा, दान, इनाम, टिप, मरने के बाद मुक्ति मिलना, दान, खैरात, पुरस्कार, इन'आम, अनुदान, प्रदान, देना

बख़्शिश देना

tip, reward

बख़्शिश-नामा

‘दानपत्र', वह काग़ज़ जिसमें कुछ प्रदान करने की लिखा-पढ़ी हो

बख़्शाइश

بخشوانے اور بخشش رکانے کا عمل .

बख़्शाइश

मुक्ति, मोक्ष, बख्शिश

सनदात-ए-बख़्शिश

वे प्रमाणपत्र या अभिलेख जो जागीरदारों के नाम जारी हुए हों

जूद-ओ-बख़्शिश

दानशीलता

हिसाब कौड़ी का बख़्शिश लाखों की

हिसाब पूरा किया जाये फिर इनाम चाहे लाखों की करे, हिसाब जो जो इनाम सो सो

लेखा जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

रुक : हिसाब जो जो बख़शिश सौ सौ, मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना, चाहिए

हिसाब जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना चाहिए, हिसाब में ज़रा सा फ़र्क़ भी ना होना चाहीए और इनाम का इख़तियार है चाहे जिस क़दर दे दो

बख़्शाइश-गर

بخشنے والا، خداے کریم کے لئے ' الرّحیم' کے معنی مستعمل.

बख़्शाइशी

رک : بخشائش.

वसीला-ए-बख़्शाइश

ذریعہء نجات ؛ بخشش کا ذریعہ ۔ شاید یہی ان کا وسیلہء بخشائش بن جائے ۔

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ के अर्थदेखिए

जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ

javaanii me.n kyaa patthar pa.Dte the jo bu.Dhaape ko ro.uu.nجَوانی میں کیا پَتَّھر پَڑتے تھے جو بُڑھاپے کو روؤُں

कहावत

जवानी में क्या पत्थर पड़ते थे जो बुढ़ापे को रोऊँ के हिंदी अर्थ

  • सदा से यही हाल है

جَوانی میں کیا پَتَّھر پَڑتے تھے جو بُڑھاپے کو روؤُں کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • سدا سے یہی حال ہے.

Urdu meaning of javaanii me.n kyaa patthar pa.Dte the jo bu.Dhaape ko ro.uu.n

  • Roman
  • Urdu

  • sada se yahii haal hai

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बख़्शिश

क्षमा, दान, इनाम, टिप, मरने के बाद मुक्ति मिलना, दान, खैरात, पुरस्कार, इन'आम, अनुदान, प्रदान, देना

बख़्शिश देना

tip, reward

बख़्शिश-नामा

‘दानपत्र', वह काग़ज़ जिसमें कुछ प्रदान करने की लिखा-पढ़ी हो

बख़्शाइश

بخشوانے اور بخشش رکانے کا عمل .

बख़्शाइश

मुक्ति, मोक्ष, बख्शिश

सनदात-ए-बख़्शिश

वे प्रमाणपत्र या अभिलेख जो जागीरदारों के नाम जारी हुए हों

जूद-ओ-बख़्शिश

दानशीलता

हिसाब कौड़ी का बख़्शिश लाखों की

हिसाब पूरा किया जाये फिर इनाम चाहे लाखों की करे, हिसाब जो जो इनाम सो सो

लेखा जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

रुक : हिसाब जो जो बख़शिश सौ सौ, मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना, चाहिए

हिसाब जौ जौ बख़्शिश सौ सौ

मुआमले में कोड़ी कोड़ी का हिसाब होना चाहिए, हिसाब में ज़रा सा फ़र्क़ भी ना होना चाहीए और इनाम का इख़तियार है चाहे जिस क़दर दे दो

बख़्शाइश-गर

بخشنے والا، خداے کریم کے لئے ' الرّحیم' کے معنی مستعمل.

बख़्शाइशी

رک : بخشائش.

वसीला-ए-बख़्शाइश

ذریعہء نجات ؛ بخشش کا ذریعہ ۔ شاید یہی ان کا وسیلہء بخشائش بن جائے ۔

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