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नमाज़

मुसलमानों की इबादत, सेवा, पूजा अर्चना, मुसलमानों की प्रार्थना या उपासना की एक पद्धति जो दिन में पाँच बार करने का विधान है, ईशवंदना

नमाज़ी

नमाज़ पढ़ने वाला, नमाज़ का पाबंद, पूरी तत्परता से नमाज़ पढ़ने वाला व्यक्ति

नमाज़न

नमाज़ पढ़ने वाली, वह स्त्री जो संयम से नमाज़ पढ़ती हो, (लाक्षणिक) पार्सा औरत, पूजनीय औरत, तपस्वी

नमाज़-दम

नमाज़ के वक़्त, नमाज़ पढ़ते हुए, नमाज़ के मध्य में

नमाज़-गाह

नमाज़-बंद

नमाज़ होना

नमाज़ आना

नमाज़ पढ़ने का तरीक़ा मालूम होना, नमाज़ पढ़ने का सलीक़ा होना

नमाज़-पना

नमाज़ होने की दशा, नमाज़ का अदा होना, नमाज़ की हालत

नमाज़-ए-शब

आधी रात के बाद की नमाज़, रात्री प्रार्थना

नमाज़-ए-'आम

(सूफ़ीवाद) वो नमाज़ जो निश्चित समय में पढ़ी जाए चाहे फ़र्ज़ हो या वाजिब, चाहे सुन्नत हो या नफ़्ल

नमाज़-ए-'ईद

ईद की नमाज़ जो दो रकात होती है, वह नमाज़ जो ईद के दिन ईदगाह में अदा की जाए

नमाज़ करना

नमाज़ पढ़ना

नमाज़ जाना

नमाज़-ए-हौल

नमाज़-ए-'अस्र

अनिवार्य प्रार्थना जो तीसरे पहर पढ़ी जाती है

नमाज़-ए-ज़ोहर

वो अनिवार्य नमाज़ जो सूरज ढलने की शुरुआत के बाद पढ़ी जाती है, ज़ुहर की नमाज़, जिसे आमतौर पर दोपहर बारह बजे से चार बजे के बीच पढ़ा जाता है

नमाज़ खोना

नमाज़ का मौक़ा गँवाना, नमाज़ ना पढ़ना, नमाज़ छोड़ देना, इबादत ना करना

नमाज़-गुज़ार

नमाज़ अदा करने वाला, नमाज़ का पाबंद, पाबंदी से नमाज़ पढ़ने वाला, दीनदार धर्मनिष्ठ, प्रतीकात्मक: भक्त

नमाज़ टरख़ाना

नमाज़-ए-'इश्क़

(तसव्वुफ़) मुराद तर्क वजूद से है

नमाज़-ए-शाम

नमाज़-ए-सुब्ह

नमाज़-ए-क़ज़ा

वो फ़र्ज़ नमाज़ जो क़ज़ा हो गई हो, वो नमाज़ जो समय पर ना अदा की जाये तथा वो फ़र्ज़ नमाज़ जो नियत समय पर अदा न की गई हो और दूसरे समय में पढ़ी जा रही हो

नमाज़-ए-ख़ास

(सूफ़ीवाद) वो नमाज़ जो भौतिक भावनाओं से परे एकाग्रता के साथ पढ़ी जाये

नमाज़-ए-क़स्र

वह नमाज़ जो यात्रा या युद्ध की हालत में पढ़ी जाय, उसमें फ़र्ज़ नमाज़ आधी पढ़ी जाती है और बाक़ी नमाज़ें नहीं पढ़ी जातीं हैं

नमाज़-ए-फ़ज्र

सुबह की नमाज़ जो सूर्योदय से पहले पढ़ी जाती है

नमाज़-ए-वित्र

वह नमाज़ जो इशा की नमाज़ के साथ पढ़ते हैं (इस में तीन रकातें होती हैं)

नमाज़ तूटना

रुक : नमाज़ टूटना जो दरुस्त इमला है

नमाज़ टूटना

नमाज़ पढ़ते पढ़ते कोई ऐसा फे़अल सरज़द होजाना जिससे नमाज़ का जारी रखना अज़रूए फ़िक़्ह मुम्किन ना हो, नमाज़ मुकम्मल ना होना, नमाज़ फ़ासिद होना

नमाज़ पढ़ना

पूजा करना, इबादत करना, प्रसतिश करना, नमाज़ पढ़ना, ख़ुदा की बंदगी करना

नमाज़ तोड़ना

किसी वजह से नमाज़ पूरा न करना और बीच में छोड़ देना, सलाम फेरने से पहले ही किसी वजह से नमाज़ में से निकल जाना

नमाज़-ए-सफ़र

नमाज़-ए-सहर

नमाज़-ए-ख़ौफ़

वह नमाज़ जिसे जंग के दौरान ऐसे पढ़ते थे कि पहले फ़ौज का एक हिस्सा जंग करता था और एक नमाज़ पढ़ता था फिर दूसरा हिस्सा नमाज़ पढ़ता था और पहला हिस्सा जंग करता था

नमाज़-ए-तौबा

नमाज़-ए-शुक्र

नमाज़-ए-ज़वाल

नमाज़-ए-हाजत

जब किसी व्यक्ति को किसी कठिनाई का सामना करना पड़े या ख़ुदावंद ताला या उसकी सृष्टि से कुछ चाहिये हो तो उसकी पूर्णता के लिए पढ़ी जाने वाली नमाज़, सलात-उल-हाजत

नमाज़-ए-मय्यत

नमाज़-ए-जुम'अ

वो विशेष वाजिब नमाज़ जो शुक्रवार को दो रकात पढ़ी जाती है, इसका समय अधोगति से शुरू हो जाता है (ये जुमे के दिन ज़ुहर के बदले है)

नमाज़-ए-जेहरी

नमाज़-ए-'इशा

नमाज़-ए-ज़ुहा

नमाज़-ए-सिर्री

नमाज़-ए-आयात

सूर्य ग्रहन, चंद्र ग्रहन, काली या लाल आँधी और तूफ़ान आदि आने पर पढ़ी जाने वाली नफ़ली नमाज़

नमाज़-ए-नफ़िल

नमाज़ पढ़ाना

नमाज़-ए-वहशत

नमाज़-ए-बाराँ

नमाज़-ए-जनाज़ा

वह नमाज़ जो मुसलमानों के जनाज़े पर मृतक की आत्मा की शान्ति के लिए पढ़ी जाती है, अंतिम संस्कार के लिए प्रार्थना

नमाज़-ए-इजारा

नमाज़-ए-पेशीं

नमाज़-ए-सहरी

दो रकात नमाज़ जो सुर्योदय से पहले अर्थात भोर में पढ़ी जाती है, प्रातःकाल की नमाज़, फ़ज्र की नमाज़

नमाज़-ए-मग़रिब

चौथी नमाज़ जिसका समय सूरज डूबने के बाद शुरू होता है

नमाज़-ए-'ईदैन

नमाज़-ए-चाश्त

नमाज़-ए-जमा'अत

नमाज़-ए-कुसूफ़

वह नमाज़ जो सूरज गहन के समय पढ़ी जाती है

नमाज़-ए-ख़ुसूफ़

वह नफ़्ल नमाज़ जो चंद्र-ग्रहण के समय पढ़ी जाती है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ध्यान के अर्थदेखिए

ध्यान

dhyaanدِھیان

स्रोत: हिंदी

वज़्न : 21

ध्यान के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • अंतःकरण या मन की वह वृत्ति या शक्ति जो उसे किसी चीज या बात का बोध कराती, उसमें कोई धारणा उत्पन्न करती अथवा कोई स्मृति जाग्रत करती है। जैसे-हमने उन्हें एक बार देखा तो है, पर उनकी आकृति हमारे ध्यान में नहीं आ रही है। मुहा०-ध्यान पर चढ़ना = किसी बात का चित्त या मन में कुछ समय के लिए अपना स्थान बना लेना। जैसे-अब तक वही दृश्य हमारे ध्यान पर चढ़ा है। ध्यान से उतरना ध्यान के क्षेत्र से बाहर हो जाना। याद न रह जाना। जैसे-आपकी पुस्तक लाना मेरे ध्यान से उतर गया।
  • ध्यान
  • ० = ध्यान
  • अंतःकरण या मन की वह वृत्ति या स्थिति जिसमें वह किसी चीज या बात के संबंध में चिंतन, मनन या विचार करने में अग्रसर या प्रवृत्त होता है। किसी विषय को मानस-क्षेत्र में लाने या प्रत्यक्ष करने की अवस्था, क्रिया या भाव। मन का किसी विशिष्ट काम या बात की ओर लगना या होना। खयाल। जैसे-(क) हमारी बात ध्यान से सुनो। (ख) अभी वे किसी और ध्यान में हैं, उन्हें मत छेड़ो। क्रि० प्र०-आना।-जाना।-दिलाना।-देना।-लगना। -लगाना। विशेष-मानसिक और शारीरिक क्षेत्रों के अधिकतर कामों में हम मुख्यतः ध्यान की प्रेरणा और बल से ही प्रवृत्त होते हैं। कभी तो बाह्य इंद्रियों का कोई व्यापार हमारा ध्यान किसी ओर लगाता है, (जैसे-कोई चीज दिखाई पड़ने पर उसकी ओर ध्यान जाना) और कभी मन स्वतः किसी प्रकार के ध्यान में लग जाता है, (जैसे-कोई बात याद आने पर उसकी ओर ध्यान जाना या लगना)। यह हमारे अंतःकरण या चेतना की जाग्रत अवस्था का ऐसा व्यापार है जिससे कोई बात, भाव या रूप हमारे विचार का केंद्र बन जाता या हमारे मन में सर्वोपरि हो जाता है। महा०-(किसी चीज या बात पर) ध्यान जमना = चित्त का एकाग्र होकर किसी ओर उन्मुख होना। किसी काम या बात में मन का समु चित रूप से प्रवृत्त होकर स्थित होना। ध्यान बँटना जब ध्यान एक ओर लगा हो, तब कोई दूसरा काम या बात सामने आने पर उसमें बाधा या विघ्न होना। ध्यान बँधना या लगना = (क) दे० ऊपर ' ध्यान जमना '। (ख) किसी प्रकार के मानसिक चितन का क्रम बराबर चलता रहना। जैसे-जब से उनकी बीमारी का समाचार मिला है, तब से हमारा ध्यान उन्हीं की तरफ बँधा (या लगा) है। (किसी के) ध्यान में डूबना, मग्न होना या लगना = किसी के चिंतन, मनन या विचार में इस प्रकार प्रवृत्त या लीन होना कि दूसरी बातों की चिंता, विचार या स्मरण ही न रह जाय। उदा०-कब की ध्यान-लगी लखै, यह घर लगिहै काहि।-बिहारी। (किसी को) ध्यान में लाना = (क) किसी को अपने मानस-क्षेत्र में स्थान देना या स्थापित करना। बराबर मन में बनाये रखना। उदा०-(क) ध्यान आनि ढिग प्रान-पति रहति मुदित दिन राति।-बिहारी। (ख) किसी का कुछ महत्त्व समझाते या सम्मान करते हुए उसके संबंध में कुछ विचार करना या सोचना। चिंता या परवाह करना। जैसे-वह तुम्हारे भाई साहब को तो ध्यान में लाता ही नहीं, तुम्हें वह क्या समझेगा ! (किसी काम, चीज या बात का) ध्यान रखना इस प्रकार सतर्क या सावधान रहना कि कोई अनुचित या अवांछनीय काम या बात न होने पावे अथवा कोई क्रम इष्ट और यथोचित रूप में चलता रहे। जैसे-(क) ध्यान रखना, यहाँ से कोई चीज गुम न होने पावे। (ख) हमारी अनुपस्थिति में रोगी का ध्यान रखना। पद-ध्यान से तत्पर, दत्तचित्त या सावधान होकर। जैसे-चिट्ठी जरा ध्यान से पढ़ो।
  • किसी विशेष विषय पर चित्त की एकाग्रता
  • किसी स्वरूप का एकाग्र चिंतन
  • चिंतन या मनन करने की प्रवृत्ति
  • स्मृति; याद; ख़याल
  • (योग) ध्येय विषय के साथ चित्त की एकाग्रता
  • गौर; सोच-विचार
  • बुद्धि; समझ।

शे'र

English meaning of dhyaan

Noun, Masculine

  • heed, attention, consideration, regard
  • thought, contemplation, meditation
  • fear

Roman

دِھیان کے اردو معانی

اسم، مذکر

  • سُدھ، توجہ، اِلتفات
  • پاس، لحاظ، مُروّت
  • مراقبہ، روحانی عِلم، راہ سلوک، عبادت، اِستغراق
  • غور، فکر، مطالعہ، حقیقیت کی تلاش
  • ڈر، خوف

Urdu meaning of dhyaan

  • sudh, tavajjaa, iltiphaat
  • paas, lihaaz, muroXvat
  • muraaqaba, ruhaanii ilm, raah suluuk, ibaadat, istiGraaq
  • Gaur, fikr, mutaalaa, haqiiqiit kii talaash
  • Dar, Khauf

ध्यान से संबंधित कहावतें

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नमाज़

मुसलमानों की इबादत, सेवा, पूजा अर्चना, मुसलमानों की प्रार्थना या उपासना की एक पद्धति जो दिन में पाँच बार करने का विधान है, ईशवंदना

नमाज़ी

नमाज़ पढ़ने वाला, नमाज़ का पाबंद, पूरी तत्परता से नमाज़ पढ़ने वाला व्यक्ति

नमाज़न

नमाज़ पढ़ने वाली, वह स्त्री जो संयम से नमाज़ पढ़ती हो, (लाक्षणिक) पार्सा औरत, पूजनीय औरत, तपस्वी

नमाज़-दम

नमाज़ के वक़्त, नमाज़ पढ़ते हुए, नमाज़ के मध्य में

नमाज़-गाह

नमाज़-बंद

नमाज़ होना

नमाज़ आना

नमाज़ पढ़ने का तरीक़ा मालूम होना, नमाज़ पढ़ने का सलीक़ा होना

नमाज़-पना

नमाज़ होने की दशा, नमाज़ का अदा होना, नमाज़ की हालत

नमाज़-ए-शब

आधी रात के बाद की नमाज़, रात्री प्रार्थना

नमाज़-ए-'आम

(सूफ़ीवाद) वो नमाज़ जो निश्चित समय में पढ़ी जाए चाहे फ़र्ज़ हो या वाजिब, चाहे सुन्नत हो या नफ़्ल

नमाज़-ए-'ईद

ईद की नमाज़ जो दो रकात होती है, वह नमाज़ जो ईद के दिन ईदगाह में अदा की जाए

नमाज़ करना

नमाज़ पढ़ना

नमाज़ जाना

नमाज़-ए-हौल

नमाज़-ए-'अस्र

अनिवार्य प्रार्थना जो तीसरे पहर पढ़ी जाती है

नमाज़-ए-ज़ोहर

वो अनिवार्य नमाज़ जो सूरज ढलने की शुरुआत के बाद पढ़ी जाती है, ज़ुहर की नमाज़, जिसे आमतौर पर दोपहर बारह बजे से चार बजे के बीच पढ़ा जाता है

नमाज़ खोना

नमाज़ का मौक़ा गँवाना, नमाज़ ना पढ़ना, नमाज़ छोड़ देना, इबादत ना करना

नमाज़-गुज़ार

नमाज़ अदा करने वाला, नमाज़ का पाबंद, पाबंदी से नमाज़ पढ़ने वाला, दीनदार धर्मनिष्ठ, प्रतीकात्मक: भक्त

नमाज़ टरख़ाना

नमाज़-ए-'इश्क़

(तसव्वुफ़) मुराद तर्क वजूद से है

नमाज़-ए-शाम

नमाज़-ए-सुब्ह

नमाज़-ए-क़ज़ा

वो फ़र्ज़ नमाज़ जो क़ज़ा हो गई हो, वो नमाज़ जो समय पर ना अदा की जाये तथा वो फ़र्ज़ नमाज़ जो नियत समय पर अदा न की गई हो और दूसरे समय में पढ़ी जा रही हो

नमाज़-ए-ख़ास

(सूफ़ीवाद) वो नमाज़ जो भौतिक भावनाओं से परे एकाग्रता के साथ पढ़ी जाये

नमाज़-ए-क़स्र

वह नमाज़ जो यात्रा या युद्ध की हालत में पढ़ी जाय, उसमें फ़र्ज़ नमाज़ आधी पढ़ी जाती है और बाक़ी नमाज़ें नहीं पढ़ी जातीं हैं

नमाज़-ए-फ़ज्र

सुबह की नमाज़ जो सूर्योदय से पहले पढ़ी जाती है

नमाज़-ए-वित्र

वह नमाज़ जो इशा की नमाज़ के साथ पढ़ते हैं (इस में तीन रकातें होती हैं)

नमाज़ तूटना

रुक : नमाज़ टूटना जो दरुस्त इमला है

नमाज़ टूटना

नमाज़ पढ़ते पढ़ते कोई ऐसा फे़अल सरज़द होजाना जिससे नमाज़ का जारी रखना अज़रूए फ़िक़्ह मुम्किन ना हो, नमाज़ मुकम्मल ना होना, नमाज़ फ़ासिद होना

नमाज़ पढ़ना

पूजा करना, इबादत करना, प्रसतिश करना, नमाज़ पढ़ना, ख़ुदा की बंदगी करना

नमाज़ तोड़ना

किसी वजह से नमाज़ पूरा न करना और बीच में छोड़ देना, सलाम फेरने से पहले ही किसी वजह से नमाज़ में से निकल जाना

नमाज़-ए-सफ़र

नमाज़-ए-सहर

नमाज़-ए-ख़ौफ़

वह नमाज़ जिसे जंग के दौरान ऐसे पढ़ते थे कि पहले फ़ौज का एक हिस्सा जंग करता था और एक नमाज़ पढ़ता था फिर दूसरा हिस्सा नमाज़ पढ़ता था और पहला हिस्सा जंग करता था

नमाज़-ए-तौबा

नमाज़-ए-शुक्र

नमाज़-ए-ज़वाल

नमाज़-ए-हाजत

जब किसी व्यक्ति को किसी कठिनाई का सामना करना पड़े या ख़ुदावंद ताला या उसकी सृष्टि से कुछ चाहिये हो तो उसकी पूर्णता के लिए पढ़ी जाने वाली नमाज़, सलात-उल-हाजत

नमाज़-ए-मय्यत

नमाज़-ए-जुम'अ

वो विशेष वाजिब नमाज़ जो शुक्रवार को दो रकात पढ़ी जाती है, इसका समय अधोगति से शुरू हो जाता है (ये जुमे के दिन ज़ुहर के बदले है)

नमाज़-ए-जेहरी

नमाज़-ए-'इशा

नमाज़-ए-ज़ुहा

नमाज़-ए-सिर्री

नमाज़-ए-आयात

सूर्य ग्रहन, चंद्र ग्रहन, काली या लाल आँधी और तूफ़ान आदि आने पर पढ़ी जाने वाली नफ़ली नमाज़

नमाज़-ए-नफ़िल

नमाज़ पढ़ाना

नमाज़-ए-वहशत

नमाज़-ए-बाराँ

नमाज़-ए-जनाज़ा

वह नमाज़ जो मुसलमानों के जनाज़े पर मृतक की आत्मा की शान्ति के लिए पढ़ी जाती है, अंतिम संस्कार के लिए प्रार्थना

नमाज़-ए-इजारा

नमाज़-ए-पेशीं

नमाज़-ए-सहरी

दो रकात नमाज़ जो सुर्योदय से पहले अर्थात भोर में पढ़ी जाती है, प्रातःकाल की नमाज़, फ़ज्र की नमाज़

नमाज़-ए-मग़रिब

चौथी नमाज़ जिसका समय सूरज डूबने के बाद शुरू होता है

नमाज़-ए-'ईदैन

नमाज़-ए-चाश्त

नमाज़-ए-जमा'अत

नमाज़-ए-कुसूफ़

वह नमाज़ जो सूरज गहन के समय पढ़ी जाती है

नमाज़-ए-ख़ुसूफ़

वह नफ़्ल नमाज़ जो चंद्र-ग्रहण के समय पढ़ी जाती है

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