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हाथ की मेरी पात की तेरी

नफ़सा-नफ़सी, ख़ुदग़रज़ी

तवे की तेरी हाथ की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

तवे की तेरी घई की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

चुल्हे की तेरी तवे की मेरी

अच्छी चीज़ अपने लिए और बरी दूसरे के लिए

तई की तेरी, खपड़ी की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

घाई की मेरी, तवे की तेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

तवे की तेरी, तग़ार की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

घये की मेरी, तवे की तेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

देख मर्दों की फेरी ये माँ मेरी या तेरी

ऐसे मौक़ा पर बोलते हैं कि जब कोई आदमी अपने ख़्याल में किसी को धोका देने और उल्लु बनाने की कोशिश करे मगर वो शख़्स उस आदमी से भी ज़्यादा चालबाज़ साबित हो

देख त्रिया के चाले सर मुंडा मुँह काले, देख मर्दों की फेरी माँ तेरी कि मेरी

महिलाओं की चालाकी और पुरुषों की बुद्धि को प्रकट करने को लिए प्रयुक्त

मियाँ हाथ अंगूठी बीवी के कान पात, लौंडी के दाँत मिस्सी तीनों की एक बात

घर में सब शौक़ीन मिज़ाज हैं

मियाँ हाथ अंगूठी बीवी के कान पात, लौंडी के दाँत मिस्सी ये तीनों की एक बात

घर में सब शौक़ीन मिज़ाज हैं

रोज़ी का मारा दर दर रोए, पूत का मारा बैठ कर रोए

बेकारी का दुख प्रियजन की मृत्यु से अधिक होता है

हँसी के मारे पेट में बल पड़ना

निहायत हँसना, बहुत हँसना, हंसी के मारे पेट दुखने लगना, हंसते हंसते बे-ताब हो जाना

हँसी के मारे पेट में बल पड़ जाना

निहायत हँसना, बहुत हँसना, हंसी के मारे पेट दुखने लगना, हंसते हंसते बे-ताब हो जाना

हाथ गोड़ सर की पेट नड़कोला

देखने में कमज़ोर है मगर खाता बहुत है

मारे हँसी की पेट में बल पड़ जाना

बहुत हँसी आना, हँसते-हँसते लोट जाना

तू मेरे बाले को चाहे तो मैं तेरे बूढ़े को चाहूँ

अगर तुम मेरा भला करोगे तो में तुम्हारा भला करूँगा

माया के भी पाँव होते हैं, आज मेरे कल तेरे

धन किसी के पास सदैव नहीं रहता, आज एक के पास है तो कल दूसरे के पास

दुश्मन के हाथ साँप मरे कि दुश्मन

दो दुश्मनों में से जो मरे अच्छ्াा

तू चाह मेरी जाई को, मैं चाहूँ तेरे खाट के पाए को

सास अपने दामाद से कहती है कि तुम मेरी बेटी के साथ अच्छा व्यवहार करोगे तो मैं तुम्हारी सब वस्तु का सम्मान करूँगी

मन की मारी कासे कहूँ, पेट मसोसा दे दे रहूँ

अपना दुख या भूक किस से कहूँ पेट दबा कर चुप हो रहती हूँ

हाथ में चक्की का पाट है

यह बेवक़ूफ़ी की बात है (एक राजकुमार की कहानी में उल्लेख है कि राजा ने अँगूठी को मुट्ठी में बंद कर इशारे किए और पूछा कि बताओ मुट्ठी में क्या है तो उसने कहा चक्की का पाट है)

मारे हँसी के लोट-पोट होना

रुक : मारे हंसी के लूट (लूट) जाना

हँसी के मारे लोट-पोट होना

रुक : हंसी के मारे लौट जाना

पेट की मारी हूई

भूखी, कंगाल

हाथ लिया काँसा तो पेट का क्या साँसा

जब बेग़ैरती इख़तियार कर ली तो पेट पालने की क्या फ़िक्र

सब जीते जी का झगड़ा है, ये तेरा है ये मेरा है, चल बसे इस दुनिया से, न तेरा है न मेरा है

मौत के वक़्त कोई चीज़ साथ नहीं जाती ये सब ज़िंदगी के साथ हैं

सब जीते जी का बखेड़ा है ये तेरा है ये मेरा है, जब चल बसे इस दुनिया से न तेरा है न मेरा है

मृत्यु के समय कोई चीज़ साथ नहीं जाती ये सब जीवन के साथ हैं

हँसी के मारे पेट फटा जाना

अनायास हँसी आना, अत्यधिक हँसी आना

बोल बंदा किस का मेरा कि तेरा

इस अवसर पर प्रयुक्त जब किसी दुर्बल को बलवान के सामने हथियार डालना पड़े

हँसी के मारे पेट फटा जाता है

۔ بہت ہنسی آتی ہے۔

हाथ में लिया काँसा तो पेट का क्या आँसा

जब बेग़ैरती इख़तियार की तो फिर मांगने में क्या श्रम

तेरी माँ का पेट ठंडा रहे

तेरी उम्र लंबी हो, तू जीता रहे

मेरी शर्म उस के हाथ है

वह बात रख ले, सफल करदे, लाज रख ले

तेरी क़ुदरत के आगे कोई ज़ोर कसी का चले नाहीं, चींटी पर हाथी चढ़ बैठे तब वो चींटी मरे नाहीं

ईश्वर की लीला की प्रशंसा है

सब जीते जी के झगड़े हैं ये तेरा ये मेरा है जब चल बसे इस दुनिया से ना तेरा है ना मेरा है

मौत के वक़्त कोई चीज़ साथ नहीं जाती, यह सब ज़िंदगी के ही झगड़े हैं

खेती, पाती, बीनती और घोड़े का तंग, अपने हाथ सँवारिये चह लाखों हों संग

यदि तुम काम अच्छा चाहते हो तो उसे स्वयं करो

पेट का मारा

भूका, दरिद्र, मोहताज

पेटू मरे पेट को, नामी मरे नाम को

पेटू का ध्यान हर समय खाने पर रहता है और प्रतिष्ठित को अपनी प्रतिष्ठिा एवं सम्मान का

पीत का मारा

محبت کا ستایا ہوا.

हाथ का हथियार पेट का हथियार

ताक़तवर ही सैर हो कर खाता है

हाथ में लिया काँसा तो पेट का क्या साँसा

जब बेग़ैरती इख़तियार की तो फिर मांगने में क्या श्रम

खेती, पाती, बीनती और घोड़े का तंग, अपने हाथ सँवारिये चाहे लाखों हों संग

यदि तुम काम अच्छा चाहते हो तो उसे स्वयं करो

मन की मुर्री किस से कहूँ पेट मसोसा दे दे रहूँ

अपना दुख या भूक किस से कहूँ पेट दबा कर चुप हो रहती हूँ

मैं मरूँ तेरे लिए, तू मरे वा के लिए

धोकेबाज़ है, मैं उस पर जान देता हूँ परंतु वह मेरे अतिरिक्त दूसरों पर अधिक ध्यान देता है

सोने की कटारी किसी ने अपने पेट में न मारी

कितना ही फ़ायदा क्यूँ न हो पर जान कोई नहीं लेता

मेरे पूत की लम्बी लम्बी बाहें

अपनी वस्तु सबको प्रसंशा के योग्य एवं अच्छी मालूम होती है, अपनों की सब बड़ाई करते हैं

चित भी मेरी पट भी मेरी, अंटा मेरे बाप का

हर तरह से अपना मतलब निकालने और अपने अनुकूल बात तै कराने का प्रबंध, हर तरह अपना ही लाभ चाहना

मेरे पूत की लंबी लंबी बाँहें

अपनी वस्तु सबको प्रसंशा योग्य एवं अच्छी मालूम होती है, अपनों की सब बड़ाई करते हैं

ताल सूख पटपर भयो हंसा कहीं न जाय मरे पुरानी पीत को चुन-चुन कंकर खाय

मातृभूमि बहुत प्रिय होती है, चाहे आदमी को खाने को न मिले उसे छोड़कर जाना नहीं चाहता

पीत तो ऐसी कीजिये जूँ हिन्दू की जोय, जीते जी तो संग रहे मरे पे सती होय

प्रेम तो ऐसी होनी चाहिये जैसे हिंदू की पत्नी कि जीते जी साथ रहती है और मरने पर सती होती है

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में चित भी मेरी पट भी मेरी, अंटा मेरे बाप का के अर्थदेखिए

चित भी मेरी पट भी मेरी, अंटा मेरे बाप का

chit bhii merii paT bhii merii, anTaa mere baap kaaچِت بھی میری پَٹ بھی میری، اَنْٹا میرے باپ کا

अथवा : चित भी मेरी पट भी मेरी

कहावत

चित भी मेरी पट भी मेरी, अंटा मेरे बाप का के हिंदी अर्थ

  • हर तरह से अपना मतलब निकालने और अपने अनुकूल बात तै कराने का प्रबंध, हर तरह अपना ही लाभ चाहना

English meaning of chit bhii merii paT bhii merii, anTaa mere baap kaa

  • claiming to be right in both sides of an argument, etc.

چِت بھی میری پَٹ بھی میری، اَنْٹا میرے باپ کا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • ہر طرح سے اپنا مطلب نکالنے اور اپنے موافق بات طے کرانے کا اہتمام، ہر طرح سے اپنا ہی فائدہ چاہنا

Urdu meaning of chit bhii merii paT bhii merii, anTaa mere baap kaa

  • Roman
  • Urdu

  • har tarah se apnaa matlab nikaalne aur apne muvaafiq baat tai karaane ka ehtimaam, har tarah se apnaa hii faaydaa chaahnaa

खोजे गए शब्द से संबंधित

हाथ की मेरी पात की तेरी

नफ़सा-नफ़सी, ख़ुदग़रज़ी

तवे की तेरी हाथ की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

तवे की तेरी घई की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

चुल्हे की तेरी तवे की मेरी

अच्छी चीज़ अपने लिए और बरी दूसरे के लिए

तई की तेरी, खपड़ी की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

घाई की मेरी, तवे की तेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

तवे की तेरी, तग़ार की मेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

घये की मेरी, तवे की तेरी

बहुत फ़ायदा मेरा और थोड़ा तेरा

देख मर्दों की फेरी ये माँ मेरी या तेरी

ऐसे मौक़ा पर बोलते हैं कि जब कोई आदमी अपने ख़्याल में किसी को धोका देने और उल्लु बनाने की कोशिश करे मगर वो शख़्स उस आदमी से भी ज़्यादा चालबाज़ साबित हो

देख त्रिया के चाले सर मुंडा मुँह काले, देख मर्दों की फेरी माँ तेरी कि मेरी

महिलाओं की चालाकी और पुरुषों की बुद्धि को प्रकट करने को लिए प्रयुक्त

मियाँ हाथ अंगूठी बीवी के कान पात, लौंडी के दाँत मिस्सी तीनों की एक बात

घर में सब शौक़ीन मिज़ाज हैं

मियाँ हाथ अंगूठी बीवी के कान पात, लौंडी के दाँत मिस्सी ये तीनों की एक बात

घर में सब शौक़ीन मिज़ाज हैं

रोज़ी का मारा दर दर रोए, पूत का मारा बैठ कर रोए

बेकारी का दुख प्रियजन की मृत्यु से अधिक होता है

हँसी के मारे पेट में बल पड़ना

निहायत हँसना, बहुत हँसना, हंसी के मारे पेट दुखने लगना, हंसते हंसते बे-ताब हो जाना

हँसी के मारे पेट में बल पड़ जाना

निहायत हँसना, बहुत हँसना, हंसी के मारे पेट दुखने लगना, हंसते हंसते बे-ताब हो जाना

हाथ गोड़ सर की पेट नड़कोला

देखने में कमज़ोर है मगर खाता बहुत है

मारे हँसी की पेट में बल पड़ जाना

बहुत हँसी आना, हँसते-हँसते लोट जाना

तू मेरे बाले को चाहे तो मैं तेरे बूढ़े को चाहूँ

अगर तुम मेरा भला करोगे तो में तुम्हारा भला करूँगा

माया के भी पाँव होते हैं, आज मेरे कल तेरे

धन किसी के पास सदैव नहीं रहता, आज एक के पास है तो कल दूसरे के पास

दुश्मन के हाथ साँप मरे कि दुश्मन

दो दुश्मनों में से जो मरे अच्छ्াा

तू चाह मेरी जाई को, मैं चाहूँ तेरे खाट के पाए को

सास अपने दामाद से कहती है कि तुम मेरी बेटी के साथ अच्छा व्यवहार करोगे तो मैं तुम्हारी सब वस्तु का सम्मान करूँगी

मन की मारी कासे कहूँ, पेट मसोसा दे दे रहूँ

अपना दुख या भूक किस से कहूँ पेट दबा कर चुप हो रहती हूँ

हाथ में चक्की का पाट है

यह बेवक़ूफ़ी की बात है (एक राजकुमार की कहानी में उल्लेख है कि राजा ने अँगूठी को मुट्ठी में बंद कर इशारे किए और पूछा कि बताओ मुट्ठी में क्या है तो उसने कहा चक्की का पाट है)

मारे हँसी के लोट-पोट होना

रुक : मारे हंसी के लूट (लूट) जाना

हँसी के मारे लोट-पोट होना

रुक : हंसी के मारे लौट जाना

पेट की मारी हूई

भूखी, कंगाल

हाथ लिया काँसा तो पेट का क्या साँसा

जब बेग़ैरती इख़तियार कर ली तो पेट पालने की क्या फ़िक्र

सब जीते जी का झगड़ा है, ये तेरा है ये मेरा है, चल बसे इस दुनिया से, न तेरा है न मेरा है

मौत के वक़्त कोई चीज़ साथ नहीं जाती ये सब ज़िंदगी के साथ हैं

सब जीते जी का बखेड़ा है ये तेरा है ये मेरा है, जब चल बसे इस दुनिया से न तेरा है न मेरा है

मृत्यु के समय कोई चीज़ साथ नहीं जाती ये सब जीवन के साथ हैं

हँसी के मारे पेट फटा जाना

अनायास हँसी आना, अत्यधिक हँसी आना

बोल बंदा किस का मेरा कि तेरा

इस अवसर पर प्रयुक्त जब किसी दुर्बल को बलवान के सामने हथियार डालना पड़े

हँसी के मारे पेट फटा जाता है

۔ بہت ہنسی آتی ہے۔

हाथ में लिया काँसा तो पेट का क्या आँसा

जब बेग़ैरती इख़तियार की तो फिर मांगने में क्या श्रम

तेरी माँ का पेट ठंडा रहे

तेरी उम्र लंबी हो, तू जीता रहे

मेरी शर्म उस के हाथ है

वह बात रख ले, सफल करदे, लाज रख ले

तेरी क़ुदरत के आगे कोई ज़ोर कसी का चले नाहीं, चींटी पर हाथी चढ़ बैठे तब वो चींटी मरे नाहीं

ईश्वर की लीला की प्रशंसा है

सब जीते जी के झगड़े हैं ये तेरा ये मेरा है जब चल बसे इस दुनिया से ना तेरा है ना मेरा है

मौत के वक़्त कोई चीज़ साथ नहीं जाती, यह सब ज़िंदगी के ही झगड़े हैं

खेती, पाती, बीनती और घोड़े का तंग, अपने हाथ सँवारिये चह लाखों हों संग

यदि तुम काम अच्छा चाहते हो तो उसे स्वयं करो

पेट का मारा

भूका, दरिद्र, मोहताज

पेटू मरे पेट को, नामी मरे नाम को

पेटू का ध्यान हर समय खाने पर रहता है और प्रतिष्ठित को अपनी प्रतिष्ठिा एवं सम्मान का

पीत का मारा

محبت کا ستایا ہوا.

हाथ का हथियार पेट का हथियार

ताक़तवर ही सैर हो कर खाता है

हाथ में लिया काँसा तो पेट का क्या साँसा

जब बेग़ैरती इख़तियार की तो फिर मांगने में क्या श्रम

खेती, पाती, बीनती और घोड़े का तंग, अपने हाथ सँवारिये चाहे लाखों हों संग

यदि तुम काम अच्छा चाहते हो तो उसे स्वयं करो

मन की मुर्री किस से कहूँ पेट मसोसा दे दे रहूँ

अपना दुख या भूक किस से कहूँ पेट दबा कर चुप हो रहती हूँ

मैं मरूँ तेरे लिए, तू मरे वा के लिए

धोकेबाज़ है, मैं उस पर जान देता हूँ परंतु वह मेरे अतिरिक्त दूसरों पर अधिक ध्यान देता है

सोने की कटारी किसी ने अपने पेट में न मारी

कितना ही फ़ायदा क्यूँ न हो पर जान कोई नहीं लेता

मेरे पूत की लम्बी लम्बी बाहें

अपनी वस्तु सबको प्रसंशा के योग्य एवं अच्छी मालूम होती है, अपनों की सब बड़ाई करते हैं

चित भी मेरी पट भी मेरी, अंटा मेरे बाप का

हर तरह से अपना मतलब निकालने और अपने अनुकूल बात तै कराने का प्रबंध, हर तरह अपना ही लाभ चाहना

मेरे पूत की लंबी लंबी बाँहें

अपनी वस्तु सबको प्रसंशा योग्य एवं अच्छी मालूम होती है, अपनों की सब बड़ाई करते हैं

ताल सूख पटपर भयो हंसा कहीं न जाय मरे पुरानी पीत को चुन-चुन कंकर खाय

मातृभूमि बहुत प्रिय होती है, चाहे आदमी को खाने को न मिले उसे छोड़कर जाना नहीं चाहता

पीत तो ऐसी कीजिये जूँ हिन्दू की जोय, जीते जी तो संग रहे मरे पे सती होय

प्रेम तो ऐसी होनी चाहिये जैसे हिंदू की पत्नी कि जीते जी साथ रहती है और मरने पर सती होती है

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