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बुढ़िया

अधिक उम्र की महिला, वृद्धा, बूढ़ी औरत

बुढ़िया-बैठकी

एक प्रकार की बैठक

बुढ़िया-बैठक

एक प्रकार की बैठक

बुढ़िया को पैंठ बिना कब सरे

(तिरस्कारपूर्वक) उस बूढ़ी औरत के लिए प्रयोग किया गया है जो तमाशा देखने की शौकीन हो

बुढ़िया का काता जवान का खाजा या तमाशा

बुढ़िया का काता जिसके बेचने वालों की ये पुकार है

बुढ़िया ने सीखा सलाम, न देखी सुब्ह न शाम

तकरार अच्छे काम की भी अच्छी नहीं होती (उसकी निंदा में प्रयुक्त जो मौक़ा बे मौक़ा वक़्त ना वक़्त अपनी बात की तकरार करता रहे

बुढ़िया दीवानी हुई, पराए बर्तन उठाने लगी

मूर्ख भी अपना ही लाभ चाहता है

नानी-बुढ़िया

رک : مدار کی بڑھیا ، آک کے ڈوڈے میں سے نکلے ہوئے روئیں جو ہوا میں اُڑتے ہیں ۔

'अक़्ल बुढ़िया होना

बुद्धि का क्षीण और निर्बल हो जाना, वह गंतव्य जहाँ बुद्धि अपना काम नहीं कर पाती

आग की बुढ़िया

नर्म और चमकदार कपास जो आग से निकलकर हवा में उड़ जाती है (यह कताई के लिए उपयोगी नहीं है, लोग इसे तकिए में भरते हैं, बच्चे इसे 'बुढ़िया काता भी कहते हैं)

ठगों की बुढ़िया

حرافہ ، ٹھگنی .

आख की बुढ़िया

नर्म और चमकदार कपास जो आग से निकलकर हवा में उड़ जाती है (यह कताई के लिए उपयोगी नहीं है, लोग इसे तकिए में भरते हैं, बच्चे इसे 'बुढ़िया काता भी कहते हैं)

आक की बुढ़िया

نہایت ضعیفہ، نہایت بوڑھی عورت

माँगे पर ताँगा और बुढ़िया की बरात

ख़ुद मुहताज हैं और इधर उधर से काम निकाल लेते हैं, जब कोई शख़्स एक चीज़ कूद मांग कर लाया हो और दूसरा इस से वही चीज़ मांग कर काम निकाले तो उस वक़्त कहते हैं, जो मांग कर लाया हो इस से माँगना फ़ुज़ूल है

जेब में नहीं दाने बुढ़िया चली भुनाने

शेख़ीबाज़ के बारे में कहते हैं

माँगे का ताँगा और बुढ़िया की बरात

ख़ुद मुहताज हैं और इधर उधर से काम निकाल लेते हैं, जब कोई शख़्स एक चीज़ कूद मांग कर लाया हो और दूसरा इस से वही चीज़ मांग कर काम निकाले तो उस वक़्त कहते हैं, जो मांग कर लाया हो इस से माँगना फ़ुज़ूल है

जवान जाए पताल, बुढ़िया माँगे भतार

उल्टा समय है युवती मरती हैं बूढ़ियाँ पति मांगती हैं

मर-मर बुढ़िया गीत गावे, भोले लोग तमाशे आवें

किसी आदमी के बहुत मुश्किल से कोई काम करने पर दूसरे बहुत से लोगों के हँसने के मौके़ पर बोलते हैं

इतने की बुढ़िया नहीं जितने का लहंगा फट गया

थोड़े फ़ायदे की उम्मीद में बहुत नुक़्सान उठाना पड़ा, असल से नुक़्सान बढ़ गया

आँधी आए न मेंह बुढ़िया पेंठ से न रहे

उस अवसर पर प्रयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में अपनी आदत या काम से नहीं रोकता है

जिस की बुढ़िया महल के अंदर, उस का नसीबा बड़ा सिकंदर

जो औरत किसी अमीर के घर मुलाज़िम होती है इस के अहल-ओ-अयाल बड़ी आसश से रहते हैं

मुझे बुढ़िया न कहो कोई , मैं ने जवानों की भी 'अक़्ल खोई

चालाक ज़ईफ़ अपने मुताल्लिक़ कहता है कि वो जवानों को उंगलीयों पहुंचा सकता है , ज़ईफ़ चालाक औरत का क़ौल है कि में बढ़िया हूँ तो क्या हवा में नौजवानों को भी फ़रेफ़्ता करलेती हूँ , बुज़ुर्गों की बनिसबत जवान नापुख़्ता कार होते हैं, जवान बुज़ुर्गों से इलम-ओ-शऊर हासिल करते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बुढ़िया ने सीखा सलाम, न देखी सुब्ह न शाम के अर्थदेखिए

बुढ़िया ने सीखा सलाम, न देखी सुब्ह न शाम

bu.Dhiyaa ne siikhaa salaam, na dekhii sub.h na shaamبُڑْھیانے سِیکھا سَلام، نَہ دیکھی صُبْح نَہ شام

कहावत

बुढ़िया ने सीखा सलाम, न देखी सुब्ह न शाम के हिंदी अर्थ

  • तकरार अच्छे काम की भी अच्छी नहीं होती (उसकी निंदा में प्रयुक्त जो मौक़ा बे मौक़ा वक़्त ना वक़्त अपनी बात की तकरार करता रहे

    उदाहरण तुम्हारी तो वह मसल है कि बुढ़िया ने सीखा सलाम नय देखी सुब्ह न शाम

بُڑْھیانے سِیکھا سَلام، نَہ دیکھی صُبْح نَہ شام کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • تکرار اچھے کام کی بھی اچھی نہیں ہوتی (اس کی مذمت میں مستعمل جو موقع بے موقع وقت نا وقت اپنی بات کی تکرار کرتا رہے)

    مثال تمہاری تو وہ مثل ہے کہ بڑھیا نے سیکھا سلام نے دیکھی صبح نہ شام

Urdu meaning of bu.Dhiyaa ne siikhaa salaam, na dekhii sub.h na shaam

  • Roman
  • Urdu

  • takraar achchhe kaam kii bhii achchhii nahii.n hotii (us kii muzammat me.n mustaamal jo mauqaa be mauqaa vaqt na vaqt apnii baat kii takraar kartaa rahe

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बुढ़िया

अधिक उम्र की महिला, वृद्धा, बूढ़ी औरत

बुढ़िया-बैठकी

एक प्रकार की बैठक

बुढ़िया-बैठक

एक प्रकार की बैठक

बुढ़िया को पैंठ बिना कब सरे

(तिरस्कारपूर्वक) उस बूढ़ी औरत के लिए प्रयोग किया गया है जो तमाशा देखने की शौकीन हो

बुढ़िया का काता जवान का खाजा या तमाशा

बुढ़िया का काता जिसके बेचने वालों की ये पुकार है

बुढ़िया ने सीखा सलाम, न देखी सुब्ह न शाम

तकरार अच्छे काम की भी अच्छी नहीं होती (उसकी निंदा में प्रयुक्त जो मौक़ा बे मौक़ा वक़्त ना वक़्त अपनी बात की तकरार करता रहे

बुढ़िया दीवानी हुई, पराए बर्तन उठाने लगी

मूर्ख भी अपना ही लाभ चाहता है

नानी-बुढ़िया

رک : مدار کی بڑھیا ، آک کے ڈوڈے میں سے نکلے ہوئے روئیں جو ہوا میں اُڑتے ہیں ۔

'अक़्ल बुढ़िया होना

बुद्धि का क्षीण और निर्बल हो जाना, वह गंतव्य जहाँ बुद्धि अपना काम नहीं कर पाती

आग की बुढ़िया

नर्म और चमकदार कपास जो आग से निकलकर हवा में उड़ जाती है (यह कताई के लिए उपयोगी नहीं है, लोग इसे तकिए में भरते हैं, बच्चे इसे 'बुढ़िया काता भी कहते हैं)

ठगों की बुढ़िया

حرافہ ، ٹھگنی .

आख की बुढ़िया

नर्म और चमकदार कपास जो आग से निकलकर हवा में उड़ जाती है (यह कताई के लिए उपयोगी नहीं है, लोग इसे तकिए में भरते हैं, बच्चे इसे 'बुढ़िया काता भी कहते हैं)

आक की बुढ़िया

نہایت ضعیفہ، نہایت بوڑھی عورت

माँगे पर ताँगा और बुढ़िया की बरात

ख़ुद मुहताज हैं और इधर उधर से काम निकाल लेते हैं, जब कोई शख़्स एक चीज़ कूद मांग कर लाया हो और दूसरा इस से वही चीज़ मांग कर काम निकाले तो उस वक़्त कहते हैं, जो मांग कर लाया हो इस से माँगना फ़ुज़ूल है

जेब में नहीं दाने बुढ़िया चली भुनाने

शेख़ीबाज़ के बारे में कहते हैं

माँगे का ताँगा और बुढ़िया की बरात

ख़ुद मुहताज हैं और इधर उधर से काम निकाल लेते हैं, जब कोई शख़्स एक चीज़ कूद मांग कर लाया हो और दूसरा इस से वही चीज़ मांग कर काम निकाले तो उस वक़्त कहते हैं, जो मांग कर लाया हो इस से माँगना फ़ुज़ूल है

जवान जाए पताल, बुढ़िया माँगे भतार

उल्टा समय है युवती मरती हैं बूढ़ियाँ पति मांगती हैं

मर-मर बुढ़िया गीत गावे, भोले लोग तमाशे आवें

किसी आदमी के बहुत मुश्किल से कोई काम करने पर दूसरे बहुत से लोगों के हँसने के मौके़ पर बोलते हैं

इतने की बुढ़िया नहीं जितने का लहंगा फट गया

थोड़े फ़ायदे की उम्मीद में बहुत नुक़्सान उठाना पड़ा, असल से नुक़्सान बढ़ गया

आँधी आए न मेंह बुढ़िया पेंठ से न रहे

उस अवसर पर प्रयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में अपनी आदत या काम से नहीं रोकता है

जिस की बुढ़िया महल के अंदर, उस का नसीबा बड़ा सिकंदर

जो औरत किसी अमीर के घर मुलाज़िम होती है इस के अहल-ओ-अयाल बड़ी आसश से रहते हैं

मुझे बुढ़िया न कहो कोई , मैं ने जवानों की भी 'अक़्ल खोई

चालाक ज़ईफ़ अपने मुताल्लिक़ कहता है कि वो जवानों को उंगलीयों पहुंचा सकता है , ज़ईफ़ चालाक औरत का क़ौल है कि में बढ़िया हूँ तो क्या हवा में नौजवानों को भी फ़रेफ़्ता करलेती हूँ , बुज़ुर्गों की बनिसबत जवान नापुख़्ता कार होते हैं, जवान बुज़ुर्गों से इलम-ओ-शऊर हासिल करते हैं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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