खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"बाँझ-ककोड़ा" शब्द से संबंधित परिणाम

बाँझ

जो किसी शारीरिक विकार के कारण संतान प्रसव करने में पूर्णतः असमर्थ हो, प्रजनन की शक्ति से वंचित महिला, बंजर, अनउपजाऊ पेड़, वसर, शोर, बेकार, फ़ुज़ूल, बे मक़सद, बेनतीजा

बाँझपन

बाँझ होने की अवस्था या वन्ध्यत्व, संतान न होने की अवस्था या स्थिति

बाँझ बंजोटी की गिरह लगना

गर्भधारण की क्षमता ना बचना, बच्चे न होना

बाँझ-ककोड़ा

कड़वे पत्तों का एक पौधा जिसमें फल नहीं लगता, विष का काट करने वाली औषधि

बाँझ-ककोड़ी

बनककोड़ा

बाँझ-ककोली

कड़वे पत्तों का एक पौधा जिसमें फल नहीं लगता, विष का काट करने वाली औषधि

बाँझ-बंजोटी

بانْجھ عورت (تحقمراً) ۔

बाँझ-बंजूटा

छड़ा, अकेला, निस्संतान

बाँझ गाँठ लगना

रुक : बानजक़ह बंजूटी की गिरह लगना

बाँझ अच्छी इकाँज बुरी

जिस स्त्री के बच्चा ही न हो वो एक बच्चे वाली स्त्री से अच्छी है क्यूँकि उसे हर समय बच्चे के मर जाने का भय रहता है

बाँझ बियानी, सोंठ उड़ानी

योग्यता के बिना सफल हो कर इतराता है

बाँझ ब्यावे सोंठिया खाने को

आदत के बरख़िलाफ़ काम किसी उम्मीद ही पर होता है

बाँझ बंजोटी, शैतान की लंगोटी

बाँझ स्त्री शैतान के वश में होती है और अकेली होने के कारण शरारत की बातें सोचती रहती है

बाँझ-काड़ा

वह दवा जो स्त्री को बाँझ बनाने के लिए दी जाए

बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़

जो तकलीफ़ किसी ने ख़ुद ना उठाई हो उसे वो नहीं समझ सकता

इकौंज से भली बाँझ

a woman who has never given birth to a child is better than one with only one child, something that produces very little is of no use

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न कभी फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

जिस घर बड़े न बूझिए दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जानिए जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में बाँझ-ककोड़ा के अर्थदेखिए

बाँझ-ककोड़ा

baa.njh-kako.Daaبانجھ کَکوڑا

स्रोत: संस्कृत

वज़्न : 21122

टैग्ज़: औषधि

बाँझ-ककोड़ा के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कड़वे पत्तों का एक पौधा जिसमें फल नहीं लगता, विष का काट करने वाली औषधि

English meaning of baa.njh-kako.Daa

Noun, Masculine

  • a wild parasitic trailing plant which does not bear fruit

بانجھ کَکوڑا کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • کڑوے پتوں کی ایک روئیدگی جس میں پھل نہیں لگتا، ایک مصفی اور دافع زہر دوا

Urdu meaning of baa.njh-kako.Daa

  • Roman
  • Urdu

  • ka.Dvii patto.n kii ek ro.iidagii jis me.n phal nahii.n lagtaa, ek musaffii aur daaphaa zahr davaa

खोजे गए शब्द से संबंधित

बाँझ

जो किसी शारीरिक विकार के कारण संतान प्रसव करने में पूर्णतः असमर्थ हो, प्रजनन की शक्ति से वंचित महिला, बंजर, अनउपजाऊ पेड़, वसर, शोर, बेकार, फ़ुज़ूल, बे मक़सद, बेनतीजा

बाँझपन

बाँझ होने की अवस्था या वन्ध्यत्व, संतान न होने की अवस्था या स्थिति

बाँझ बंजोटी की गिरह लगना

गर्भधारण की क्षमता ना बचना, बच्चे न होना

बाँझ-ककोड़ा

कड़वे पत्तों का एक पौधा जिसमें फल नहीं लगता, विष का काट करने वाली औषधि

बाँझ-ककोड़ी

बनककोड़ा

बाँझ-ककोली

कड़वे पत्तों का एक पौधा जिसमें फल नहीं लगता, विष का काट करने वाली औषधि

बाँझ-बंजोटी

بانْجھ عورت (تحقمراً) ۔

बाँझ-बंजूटा

छड़ा, अकेला, निस्संतान

बाँझ गाँठ लगना

रुक : बानजक़ह बंजूटी की गिरह लगना

बाँझ अच्छी इकाँज बुरी

जिस स्त्री के बच्चा ही न हो वो एक बच्चे वाली स्त्री से अच्छी है क्यूँकि उसे हर समय बच्चे के मर जाने का भय रहता है

बाँझ बियानी, सोंठ उड़ानी

योग्यता के बिना सफल हो कर इतराता है

बाँझ ब्यावे सोंठिया खाने को

आदत के बरख़िलाफ़ काम किसी उम्मीद ही पर होता है

बाँझ बंजोटी, शैतान की लंगोटी

बाँझ स्त्री शैतान के वश में होती है और अकेली होने के कारण शरारत की बातें सोचती रहती है

बाँझ-काड़ा

वह दवा जो स्त्री को बाँझ बनाने के लिए दी जाए

बाँझ क्या जाने परसोती की पीड़

जो तकलीफ़ किसी ने ख़ुद ना उठाई हो उसे वो नहीं समझ सकता

इकौंज से भली बाँझ

a woman who has never given birth to a child is better than one with only one child, something that produces very little is of no use

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

सरसों फूले फाग में और साँझी फूले साँझ, न कभी फूले न फले जो तिरिया हो बाँझ

सरसों फाग में फूलती है शाम को शफ़क़ प्रकट होती है परंतु बाँझ स्त्री कभी नहीं फूलती

जिस घर बडे न बूझें दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जाएँगे जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

जिस घर बड़े न बूझिए दीपक जले न साँझ, वो घर उजड़ जानिए जिन की त्रिया बाँझ

जिस घर में बड़ों की इज़्ज़त ना हो या शाम को दिए ना जलें या जिस घर में बांझ औरत हो वो घर उजड़ जाते हैं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (बाँझ-ककोड़ा)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

बाँझ-ककोड़ा

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone