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किरण
ज्योति की वे अति सूक्ष्म रेखाएँ जो प्रवाह के रूप में सूर्य, चंद्र, दीपक आदि प्रज्वलित पदार्थों में से निकलकर फैलती हुई दिखाई देती हैं, प्रकाश की लकीर या रेखा, रश्मि
करनी
वह जो कुछ किया गया हो। कर्म। कार्य। कार्य करने की कला, विद्या या शक्ति। उदा०-उन्ह सौं मैं पाई जब करनी। जायसी। ३. बोल-चाल में, अनुचित या हीन आचरण या व्यवहार। ४. अन्त्येष्टि क्रिया। ५. राजगीरों का एक प्रसिद्ध उपकरण जिससे वे गारा या मसाला उठाकर दीवारों आदि पर थोपते, पोतते या लगाते हैं।
करन-बेदा
کان کی بالی جس کان چھیدے جاتے ہیں ؛ کان چھدانے کے بعد کی پہننے کی بالی جو چھید کے اچھا ہونے تک پہنی جاتی ہے .
किरन-रेज़ा
(آرایش سازی) جگ جگے اور بادلے کے باریک ریزے جو ابرگی پھولوں اور کنول کے پاکھوں ہر چپکائے جاتے ہیں .
करन-बात
کرن بات ... ایک گھاس ہے پتّے اور بے پھل کی مثال کئے ہوئے ناخن کے ربنگت مین بھوری سیاہی مائل .
करंट
विद्युत धारा का वह प्रवाह जो किसी विद्युत संचालक से प्रवाहित होता है, विद्युत धारा प्रवाह, विद्युत की प्रवाहित धारा
करनी ही संग जात है, जब जाय छूट सरीर, कोई साथ न दे सके, मात पिता सत बीर
मनुष्य के मरने पर उसके कर्म ही साथ जाते हैं, माँ-बाप, भाई या कोई कितना भी सज्जन या प्रिय व्यक्ति हो कोई साथ नहीं जाता
कुरंड
एक प्रकार का खनिज का पत्थर जो जमी हुई रेत की तरह कुछ कोमल होता है, यह कई रंगों में पाया जाता है, उसकी एक कृत्रिम प्रजाति भी होती है जो लाख और रेत इत्यादि से तैयार की जाती है, यह पत्थर नगीने इत्यादि के घिसने और छुरी और उस्तरे इत्यादि तेज़ करने के काम आता है
करनी करे तो क्यूँ करे और करके पछताए, पेड़ बोए बबूल के तो आम कहाँ से खाए
जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए
करनी करे तो क्यूँ डरे, कर के क्यूँ पछताय, बोवे पेड़ बबूल के, आम कहाँ से खाय
जो बात करनी चाहो करो डरो नहीं और कर के फिर पछताना नहीं चाहिए
किरन-दार-चौखट
(نجّاری) ہندوستانی بناوٹ کی ایسی چوکھٹ جس کے بازوؤں پر منبت کاری کی ہوئی اور پان کی شکل کے نقش بنے ہوئے ہوتے ہیں .
करना चाहे 'आशिक़ी और मामा जी का डर
कोई बात करना हो तो इस बात की परवाह नहीं करना चाहिए कि कोई आपत्ति जताएगा
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