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दाद-गर

न्याय करने वाला, मुंसिफ़

दाद-गरी

داد گر (رک) کا کام ، عدل ، اِنصاف .

दादा-गीर

गुंडागर्दी करने वाला, धौंस दिखाने वाला, बदमाशों का सरदार

डेढ़-गिरह

Half a bow-tie, a slip-knot, a knot that is easily opened

दाद गिर्या गुसतर

न्यायिक, न्यायाधीश, न्याय करने वाला, न्यायकर्ता, न्याय या इंसाफ़ करने वाला व्यक्ति

बे-दाद-गर

अत्याचार करने वाला, अत्याचारी

दादा-गीरी

बदमाशों की सरपरस्ती और सरदारी, ग़ुंडा गर्दी

दादा-गुरू

गुरु, मार्गदर्शक, मुरशद, बुज़ुर्ग, गुरु का गुरु, शिक्षक का शिक्षक

दीदा-ए-गिर्यां

रोती हुई आँख

दौड़ चले न गिर पड़े

यह कहावत उस समय बोलते हैं जब कोई आदमी संतुलन से निकल कर काम करे और असफल हो जाए

न दौड़ चलो न गिर पड़ो

ना जल्दी करो ना नुक़्सान उठाओ, तेज़ तरक़्क़ी ज़वाल का बाइस होती है

न दौड़ के चले, न गिर पड़े

रुक : ना दौड़ चलो ना गिर पढ़ो

good deed

एहसान

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ज़ालिम-ए-अज़्लम के अर्थदेखिए

ज़ालिम-ए-अज़्लम

zaalim-e-azlamظالِمِ اَظْلَم

स्रोत: अरबी

वज़्न : 21222

ज़ालिम-ए-अज़्लम के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • बहुत बड़ा अत्याचारी, बहुत ज़्यादा ज़ालिम, बहुत ज़्यादा तक्लीफ़ पहुँचाने वाला

English meaning of zaalim-e-azlam

Adjective

  • very cruel, extremely oppressive

ظالِمِ اَظْلَم کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

صفت

  • بہت بڑا ستانے والا، بہت زیادہ ظالم، بہت زیادہ تکلیف پہنچانے والا

Urdu meaning of zaalim-e-azlam

  • Roman
  • Urdu

  • bahut ba.Daa sataane vaala, bahut zyaadaa zaalim, bahut zyaadaa takliif pahunchaane vaala

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दाद-गर

न्याय करने वाला, मुंसिफ़

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داد گر (رک) کا کام ، عدل ، اِنصاف .

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गुंडागर्दी करने वाला, धौंस दिखाने वाला, बदमाशों का सरदार

डेढ़-गिरह

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दाद गिर्या गुसतर

न्यायिक, न्यायाधीश, न्याय करने वाला, न्यायकर्ता, न्याय या इंसाफ़ करने वाला व्यक्ति

बे-दाद-गर

अत्याचार करने वाला, अत्याचारी

दादा-गीरी

बदमाशों की सरपरस्ती और सरदारी, ग़ुंडा गर्दी

दादा-गुरू

गुरु, मार्गदर्शक, मुरशद, बुज़ुर्ग, गुरु का गुरु, शिक्षक का शिक्षक

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रोती हुई आँख

दौड़ चले न गिर पड़े

यह कहावत उस समय बोलते हैं जब कोई आदमी संतुलन से निकल कर काम करे और असफल हो जाए

न दौड़ चलो न गिर पड़ो

ना जल्दी करो ना नुक़्सान उठाओ, तेज़ तरक़्क़ी ज़वाल का बाइस होती है

न दौड़ के चले, न गिर पड़े

रुक : ना दौड़ चलो ना गिर पढ़ो

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